आखिकार अज्ञेपता है, शून्यता है, खालीपण है. सर्व काही मिथ्या आहे. पण ही बुध्दी, ही चेतना, ही स्मृती अशी नावे का दिली आहेत?? प्रणाम 👏👏
@Turiyateet25 күн бұрын
बुद्धि से आप जान सकते हैं आप कौन हैं। स्मृति इस ज्ञान को आपके सामने बनाये रखने के प्रयास को बल देती है। इसी ज्ञान में रहकर आप अपने वास्तविक स्वभाव में स्थापित रह सकते हैं। 🙏