Subhanallah masaallah Labbaik ya Rasool Allah Labbaik
@mdrkhan5890 Жыл бұрын
AMEEN SHUMMA AMEEN
@khusbukhatoon5095 Жыл бұрын
Mashallah subhanallah zindabaad zindabaad
@MehboobAlam-zc3lo10 ай бұрын
Subah Allah
@md.kamaluddeenansari-dy2yf Жыл бұрын
Masaallah subhanallah
@Danis927 Жыл бұрын
Masha allah
@babamanshuri6736 Жыл бұрын
Q As
@abdulwahidkhan7849 Жыл бұрын
Q
@fakiresarkarjilanimiya9323 Жыл бұрын
Allah Sayyed sahab ko salamt rakha aamin
@mdrkhan5890 Жыл бұрын
MASAALLAH SHUBHANALLAH BESHAQ
@atikpirjada Жыл бұрын
Subhanallah subhanallah mashaallah 💯
@nizaminetwork4795 Жыл бұрын
Zabardast bayan
@touseefahmed4641 Жыл бұрын
Mashallah
@anwarahmad62137 ай бұрын
Umda bayaan huzrat sahab qibla
@shanrazaofficial Жыл бұрын
Mashaallah
@Babakhan-gx6zw Жыл бұрын
P
@shaikhanis1648 Жыл бұрын
Masha Allah 🌹💚💚🌹
@madinekamusafir5520 Жыл бұрын
سبحان اللّٰہ
@royalgirl9428 Жыл бұрын
Subhan Allah ✨ Masha allah
@roshanjameer215 Жыл бұрын
subhahanallah 🥰 Every muslim must listen to this bayan
@ishratali6233 Жыл бұрын
Subhanallah
@mdmajid9054 Жыл бұрын
Mashaalaah subhanallah 🌹
@i_love_my_india7 Жыл бұрын
❤️❤️❤️
@aiyubgangad6928 Жыл бұрын
Ma shaa allah bahot khub kishi firke ke paas iska jawab nahi
@मिनहाजमंसूरी-म9न11 ай бұрын
असालामु अल्यीकुम वारहमतुल्लाही वह बरकातुह❤ मेरे पीर सहाब ❤
@mdasidul4572 ай бұрын
Takrir karna asn h masjid ko bachana molana gayab
@Saifulla7 Жыл бұрын
Subhanallah👍👍👍👍👌👌👍👍👍👌👌👌🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲
@RaajRaaj-l3yАй бұрын
brother shuru wala audio kaise banaye ho subscribe wala please bata do mujhe please
@mdaslamraza1880 Жыл бұрын
اب ہمارے سنیت کےکچھ علماء کی تصویرلوگ پوسثر میں ایسے دیتے ہیں جیسے ہندو اپنے باواجی کا ہمارے قومکا کیا ہوگا
@nuhiyamohammadi9406 Жыл бұрын
🌹💚🌹👌🌹👍🌹💐🌹👈
@madinekamusafir5520 Жыл бұрын
اسلام علیکم ورحمتہ اللہ وبرکاتہ
@sultanmirza661710 ай бұрын
Ar jo muharram ke name PE dhol bajate Hain wo kya hai Mufti sahab...
@ishratali6233 Жыл бұрын
Bask
@manjurussalammanjul8547 Жыл бұрын
कोई भी सच्चा मुसलमान नबी अलैहिस्सलाम को अपने बराबर नहीं समझ सकता है बस वह वही कहता है जो कुरान ने समझाया कि नबी भी इंसान ही होते हैं। मक्का के काफिर यही कहते थे कि कोई भी इंसान अल्लाह का रसूल नहीं हो सकता । अल्लाह कहता है कि अगर जमीन पर फरिश्ते बस्ते तो हम फरिश्तों केलिए उन्हीं में रसूल बनाकर भेजते । इस आयत से पता चलता है कि रसूल इंसान थे और इंसानों में से उठाए गए थे। रसूलुल्लाह की अजमत का कोई सच्चा मुसलमान इंकार नहीं कर सकता। सुन्नतों के नाम पर जो बिदअतें गढ़ी गई हैं और बेखौफ मजारात परस्ती हो रही है बस उनकी मुखालिफत होनी चाहिए। हुजूर अलैहिस्सलाम पहले भी रसूल थे और आज भी हमारे रसूल हैं ताकयामत और उसके बाद भी हमारे रसूल रहेंगे। हम रसूल सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम को अल्लाह का बंदा और रसूल दोनों मानते हैं।अश्हदुअन्न मुहम्मदन अब्दहू व रसूलहू। अल्लाह अहले सुन्नत वल्जमाअत के इख्तिलाफ को खत्म करे एक दूसरे के नजरिया को समझने की कुव्वत अता करे। अब रह गई कि जब सभी सहाबा ने नमाजे पढ़ ली थी और नबी अलैहिस्सलाम ने भी पढ़ लिया था फिर हज़रत अली रजिअल्लाह अंहू की नमाज कैसे छूट गयी जब हज़रत अली नमाज छूट जाने के ग़म में रोने लगे थे तो आखिर ऐसा क्या हुआ कि उनको नमाज पढ़ने का वक्त नहीं मिला ।सूरज का पलट आना तो एक आलमी वाकया था इस हदीस का बयान तो हर मुहद्दिस की किताब में होना चाहिए था इसकी सिर्फ एक ही रवायत क्यो मिलती है। इस का जिक्र तो सभी मुहद्दिसीन की किताबों में होना चाहिए था सूरज का पलट आना एक बड़ी घटना थी।