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Published on 18 July 2020
तिब्बत का ज्ञानगंज आज भी पहेली बना हुआ है जिज्ञासुओं के लिए। ज्ञानगंज में सदियों से संत महात्मा तप साधना कर रहे हैं। हमारे योगियों और संत महात्माओं ने भी अपने जीवनकाल में ज्ञानगंज जाकर उनके दर्शन किए हैं। संत विशुद्धानंद परमहंस ने लंबे समय तक ज्ञानगंज में रहकर शिक्षा प्राप्त की। उनके शिष्य पंडित गोपीनाथ कविराजजी ने इस पर पुस्तक भी लिखी है। उत्तराखंड के वर्नावत शिखर पर निवास कर रहे संत शंकर स्वामी का कहना है कि उन्हें विशुद्धानंद जी के ही एक शिष्य और तिब्बत के सिद्ध लामा ने ज्ञानगंज की यात्रा कराई। इस पर उन्होंने भी एक पुस्तक लिखी है --- " तिब्बत का रहस्यमय योग एवं अलौकिक ज्ञानगंज" । इसे वाराणसी के विश्वविद्यालय प्रकाशन ने प्रकाशित किया है। आइए हमारे साथ आप भी शंकर स्वामी के साथ मुलाकात का आनंद लीजिए।
© शैलेन्द्र सक्सेना
Part- 2