गुरुदेव को दूसरी हिमालय यात्रा में दादा गुरु साधना करने वाले ऐसे साधुओं से मिलाया जो त्रेतायुग के लगते थे वे परा वाणी में बातचीत कर रहे थे l गुरुदेव ने दादागुरु को इसबार ब्रह्मकमल के रूप में दिखाई दिए l गुरुदेव को दादागुरु ने अपनी योजनाओं को पूरा करने के लिए उन्हें नई ऊर्जा प्रदान करने के लिए बुलाया था l मेरी अंग्रेजी कमजोर है जितना समझ सका लिखने का प्रयास किया गया, गल्तियों को क्षमा करिएगा 🙏🙏सुदेश शुक्ला