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@siwanikumari54532 жыл бұрын
आचार्य सादर प्रणाम, सत्य कथन आपका फिर से आभार।
@Maheshwari242442 жыл бұрын
Sir, ek request hai ki aap apni purani videos ki ek playlist bana dijiye actually purani videos ke subject matter bahut deep meaning full hai, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017, 2018 saal ki videos hamesh dekhti hun, aisa nayi hai ki mai new videos nayi dekhti dekhti hun but jo purane subject matter mujhe jada Deep lagte hai. Ab toh logo ko bas "Shadi" "Relationship" "Friendship" aur "Voh mujhe breakup ke bad bhi yaad karta hai ki nayi" "Sexuality" se upar ki baat hi nayi karni hai logo ko. 2019 se aap se jude hai Jindagi kyu mili hai voh jaan paye hai aur jindagi achhi lagne lagi hai. Thank You Sir,🙏
@kulwindersingh-id6xj2 жыл бұрын
Good sir pehil baar yaad aaya kii Halwaai bhee mitha Khaana banata hai aur Unka bhee sammaan karna chaayie
@sumankakitchenvlogs2 жыл бұрын
Aap jaise mahan mahapurush ko janm dene wali us maa ke charnon mein meri koti- koti pranaam hai 🙏 i love you mom dad ❤❤
@Harish_sumit2 жыл бұрын
Excellent acharya ji
@green53152 жыл бұрын
थू था हमारे जीवन पे ,अपनी ही मां पर बोझ बने बैठे थे , परंतु अब नही , अब अपना खाना स्वयं 🙏 ,और मां के लिए भी बनाएंगे । धन्य है भारत ,और भारत के वासी जो ऐसा गुरु पाए हुए है 🙏 सत सत नमन। ।
@babitadiwan94712 жыл бұрын
आचार्य जी,आपने मेरी आंखें खोल दी🙏 पिछले अनेक वर्षों से मैं सिर्फ़ खुद को साबित करने की कोशिश में रसोई के सारे काम करती रही, college में प्रोफेसर हूं, नौकरी के अलावा सुबह शाम रसोई में ही लगी रहती, खाना बनाने के लिए कुक रखने का सवाल ही पैदा नहीं होता, क्योंकि हमारे मन में शुरू से ही यह बिठा दिया गया,कि खाना तो घर की महिला को ही बनाना चाहिए। परिवार में भी उसी महिला का गुणगान होता आया है जो सबसे ज्यादा व्यंजन पका पका कर खिलाती हो। बस मैंने भी बाहर नौकरी करने के बावजूद खाना बनाने के लिए कभी हैल्पर नहीं रखी, खुद ही दोहरे कार्य के बोझ तले दबी रही, ताकि यह सिद्ध कर सकूं कि मैं एक आदर्श महिला हूं,एक आदर्श पत्नी हूं,एक आदर्श मां हूं । आज आपने मेरी आंखें खोल दी ।आज का दिन मेरे जीवन में एक turning point है । जो हुआ,हो हुआ,पर अब और नहीं।कल से मैं भी पढ़ने लिखने के अपने शौक को पूरा समय दूंगी ।इसके लिए मैं आपकी हमेशा आभारी रहूंगी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@gyanaranjan6840 Жыл бұрын
❤️❤️❤️❤️
@AmanHouse11 ай бұрын
Spread more to other womens also 🙏🏼
@bkkavitaverma26769 ай бұрын
👏👏👏👏👏👏👏👏👏
@skumarigupta58332 жыл бұрын
मेरे आँसु नहीं रुक रहे है आचार्य जी 😭😭😭 किस तरह से महिलाओं का सामाजिकरण किया गया है... खुद महिला भी मानने को तैयार नही है की वो रसाई के अलावे भी और कुछ करने के लिए जन्म लिया है... हमारे इतिहास मै जितने भी समाज सुधारक हुए हैं या जो स्त्री उत्थान में अपना योगदान दिया है आप उनमे से सर्वोतम हो... मै भी अपने आप को इस लायक बनाने के प्रयास में हू की आपके विचार, आपके वीडियो, समाज के निचले स्तर तक की महिलाये तक पहुँचाऊ या पहुँचने में संस्था का सहयोग कर सकु.. 🙏🙏🙏
@lifeofSohamndsahibaAdbhut2 жыл бұрын
Right👍
@Seerat_Chaudhary2 жыл бұрын
इतना तो स्वयं महिलाएं भी अपनी बेहतरी के लिए नहीं सोचती होंगी जितना आप नारी उत्थान पर बोलते हैं गुरुदेव। 🙏🙏🙏🙏
@knowledgeclasses42352 жыл бұрын
Satya vachan
@addyman32 жыл бұрын
Right
@nehamalviya15752 жыл бұрын
Bilkul sahi
@peru-patiyala2 жыл бұрын
सत्य कहा आचार्य जी ने महिलाएं खुद आत्म ग्लानि मे रहती हैं की उन्होंने खाना नही बनाया
@Sheelu_ki_pathshala2 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@vinitaavini21932 жыл бұрын
The only man who understood the problem of making meals thrice in a family of 7 to 8 members. Every word said is 100% relevant.
@ayeshakawakil8452 жыл бұрын
He is not telling u to be lazy but use ur efforts in right direction
@vivekshaw76902 жыл бұрын
@@ayeshakawakil845 correct understanding...understanding acharya ji's perspective also needs some wisdom.
@sumanchauhan68882 жыл бұрын
Nd members of family never understand her problem how to cook food in summer.even she is working no one helps her
@panktislifestyle23542 жыл бұрын
Isme galti females ki hi hai. Why females r not teaching to male child?
@mihirengg192 жыл бұрын
@@panktislifestyle2354 Because women are enemies with other women. A mother-in-law herself having spent entire life in the kitchen, she'll be like- now I have my daughter-in-law to take some load, and she'll feed my son. Why should she have luxury when I didn't?
@monikadubey51832 жыл бұрын
महिलाओं के प्रति आपका नजरिया देख कर नतमस्तक हूं देशवासी आपकी भावनाओं को समझ सके यही प्रार्थना है प्रणाम आचार्य जी
@rajshree123ful2 жыл бұрын
Bahut bahut badhiya video sir ji. Main working lady hu. Mere husband aur main koi bahut zyada khana peena mein believe nahi karte. Hum zyadatar raw food like salad wagaira khate hai. Aur kitchen mein hum kam se kam time bitate hai. Bahut hi simple food khate hai. Hamara objective aur skills seekhna hai. Aap ki video dekhkar mujhe in laws ki baat aur in laws ki harkat yaad aa jati hai. Jinhone khane ko ek bada talent aur bada mudda bana dia hai. Phone bhi karenge to poochhte hai aaj khane mein kya banaya. Hansi aa jati hai. Ab kya hi samjhao unko jinke paas khane ke alawa kuchh hai hi nahi life mein. Main agar unse independence, talent, skills, padhayi, women liberation, job,studies ki baat karu to wo humein arrogant sochte hai.
@smitapandey-55512 жыл бұрын
पहले मन को भोजन दो, शरीर को भोजन बाद में देना। सत्य कथन आचार्य जी। 🙏
@Krishna-vi1yx2 жыл бұрын
Guru jee pranam aapne jo bola mai varshon se feel kar rahu hu par bolne aur karne ki himmt nahi thi thanks gurudev
@thekallu30592 жыл бұрын
पुरुष अपने लिए खाना खुद बनाएं! खाने के लिए घर की महिलाओं पर निर्भर न रहें। महिलाएं अपना पैसा खुद कमाएं! पैसे से लिए घर के पुरुषों पर निर्भर न रहें।।
@santoshitadakhe93482 жыл бұрын
आचार्यजी आप महान हो। आपने महिलाओं के बारें में जो कहा हैं वह बिलकुल सहीं हैं। मुझें आपने जो बताया की महिलाओ की प्रतिभा घरके कामोंमें ही व्यर्थ जा रहीं हैं। महिलाओं ने भी ऐसें ही काम करना चाहिए जो उनका उथान हो। आप सहीं समझाते हैं लगता हैं महिलायें घर का काम में व्यर्थ समय गवाती हैं । इसकी वज़हसे महिलायें मानसिक रोगी भी बन रहीं हैं। आप जैसे ज्ञानी से ही आँखे खुलती हैं। भारत की महिलायें काम करना लगेगीं तो भारत वर्ष महान कार्य कर सकता हैं। भारत का सहीं विकास हो जाएगा।
@joyetahazra28642 жыл бұрын
बिल्कुल सही कहा आपने इन चक्करों में ही महिला जीवन फीका और संकुचित हो जाती है, रसोई और खाना,नारी उत्थान में आपकी निरंतर जागरण को सैल्यूट गुरूजी, जीवन इसलिए है ताकि हम एक विकसित, सजग व्यक्तित्व बन सकें, खुद को वो स्पेस दे सकें जो हमें सचमुच होना चाहिए 🙏
@geetasaigal59592 жыл бұрын
आचार्य जी हमेशा women empowerment और महिलाओं को अपना स्थान समाज में लेने के लिए समझाते हैं। मेरी देश की माताएँ और बहनों जागो, तुम में बहुत पोटेंशियल है। अपना कौशल रसोई तक मत सीमित रखो।
@uarveshigoyal44662 жыл бұрын
असली नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम तो आचार्य जी चला रहे हैं बाकी सब तो एक औपचारिकता पूरी करते हैं| धन्यवाद आचार्य जी|
@eternalreality43462 жыл бұрын
😇🙏
@kaushalpandey93542 жыл бұрын
आज के वीडियो से बहुतों को धक्का लगा होगा थोड़ा मुझे भी लगा ,पर फिर भी धन्यवाद आचार्य जी क्यू की आपके चोट में भी प्रेम ही दिखता है🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@dushyantkumar80092 жыл бұрын
केवल जिह्वा तुष्टि और स्वाद लोलुपता के कारण महिलाओं की सृजनात्मक शक्ति को व्यर्थ किया जाता है। धन्य हो आचार्य जी प्रभावशाली व्याख्यान के लिए 🙏
@ashutoshsh65232 жыл бұрын
To bhai rukhi roti khaya kar Naa.
@si-12559 ай бұрын
There's so much to learn even in one video. I used to get mad when my mother didn't cook for me and I didn't get to eat a proper meal for days because she had to work. I should have realised that it isn't her duty and I have just turned 18, i can cook for myself too. Food isn't a big deal. Another thing i learnt was that, everyone thinks that they're the master of their own little world, but when they step out and get a better picture of things, they realise how small they actually are. Some feel inferior and go back to their same old little world to feed their egos, and some are wise enough to look at it positively and grow. (When acharya ji was mentioning about the chef and the woman who cooks the same food in her house everyday). The third thing i observed and learned while listening to acharya ji talk about all these things was that, during this session, my mind or my ego was indirectly connecting the words to a totally different topic, that I wanted to hear about, in my favour, even when acharya ji didn't specifically mentioned anything about it. This is when I understood what acharya ji meant by when he said "the ego hears what it wants to hear, it even distorts the truth according to its own comfort"
@radharanikiladli5672 жыл бұрын
मैं आपको 3 सालो से सुन रही हूं, मेरे जीवन में बदलाव आया है
@lsr75232 жыл бұрын
ज़ायकेदार नहीं है, लेकिन बहुत ही सेहतमंद बात कही है प्रभु।🙏🙏
@soniagoyal59942 жыл бұрын
बहुत ही सरल ओर स्पष्ठ शब्दो मे बहुत गहरी बात आपने बताई आचार्य जी, आधी आबादी को अगर अपने आंतरिक और बाहरी उत्थान पर पहुँचना है तो उन्हे रसोडे से तो निकलना ही होगा, नही तो वो खुद सकुचित् सोच की ही रहेगी जिससे घर स्वर्ग नी नरक ही बनता आया है और बनता रहेगा, पुरुष प्रधान समाज मे पुरषो को भी सही सीख ---- खुद बनाओ खाना, ये उन पुरषो पर कटाक्ष है जो घर की औरतों को रासोई से बाहर नही निकलने देते फिर उस औरत् को कहते है की उनकी अक्ल घुटने मे है, जब आधी आबादी को घर के काम मे लगा कर रखा जायेगा तो वो अपना विकास कैसे कर पायेगी
@rudra51132 жыл бұрын
Ek time tha jb main bhut frustrated ho gyi thi personal life or carrier ko lekr bt jbse Achrya ji ko sun rhi hu sb thik sa feel ho rha . Women's ke sath to or preshani hai carrier , marriage or family pressure . Women ko bhut less support kiya jata hai . Family wale to kbhi kbhi itna jda demotivate kr dete hai . Society me girls ka marriage hi issue rahta hai .itna sb prblm face krna hota hai in sb condition me Achrya ji ka vidio unki baate bhut sahi guide krti hai 🙏👍
@marketvaani3702 жыл бұрын
आज के समय में केवल आचार्य प्रशांत ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति है जो महिलाओं को आगे बढ़ाना चाहते है, और उन्हें उच्चतम की ओर ले जाना चाहते है। वरना अधिकांश पाखंडी धर्मगुरू तो महिलाओं को आज भी पीछे की ओर ले जाना चाहते हैं।
@AtoZ123892 жыл бұрын
एकदम सही पाखंडी धर्मगुरू कितना मिठा बोल बोल कर पीछे धकेलत हैं , आचार्य श्री कड़वा बोल कर भी आगे की ओर खींचते हैं।
@yesiamabnormal2 жыл бұрын
Ha sahi hai 💯💯
@MUKESHKUMAR-rq3wo2 жыл бұрын
मै तो यही कहूंगा... काहे पड़े हो दुसरो के चक्कर मे, कोइ नहीं है प्रशांत आचार्य जी के टककर मे.. 🙏
@art83033 ай бұрын
😅❤
@deepkirankanwar2 жыл бұрын
Sach kaha aacharya ji... Meri maa, bhabhi, didiyan housewife hain or khana banana hi apna param dharma samjhti h or isse unhe param aanand bhi milta h.. smjh ny aata k unko kaise smjhau k in sbse bahar nikal k gyan arjit kro... sahi kaha aapne k hum hi zimmedar hain unhe ye feel krane me.. Sahi kaha aapne k vaise bhi kam processed or kam cooked khana hi to best h, m sbji khane me bht choosy hu lekin abse sari sbjiyan khaungi, kam cooked ya kam processed ya kachcha jaise fruits... M ab vegan hone ka bhi than liya h aapko sunke or bahut kuchh sikh rahi hu aapko sunke, Humesha margdarshan krte rahiye aacharya ji🙏
@rajendraprasadrastogi70912 жыл бұрын
Hamari गलत धारणा और मान्यताओं को बदलने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद स्त्रियों का अधिकांश समय खाना बनाने और रसोई में ही जाता है उनको भी अपने मन और बुद्धि को पूर्ण विकसित करने का अधिकार है धन्यवाद आचार्य जी मार्गदर्शन के लिए
@Panjab542 жыл бұрын
हर घर में आज का मुद्दा ही सबसे बड़ा यही है कि "आज क्या खाए"
@surekhawagh473119 күн бұрын
khup chan
@anjanachandaniha3002 жыл бұрын
कितनी स्पष्टता से आप किसी भी दुविधा को दूर करते हैं,,दिमाग के जाले साफ हो जाते हैं...🙏
@vipinsaxena6672 жыл бұрын
बिल्कुल स्पष्ट है आचार्या जी की बातें
@smitapandey-55512 жыл бұрын
आचार्य जी आपने इस संदर्भ में बहुत ही तर्कसंगत, प्रभावशाली और विशुद्ध स्पष्टीकरण किया। ये बिल्कुल शत प्रतिशत सही बात है, की महिलाएं सृजनात्मक कार्य कर सकती है परन्तु रसोड़े में खपने से नहीं अपितु सही ज्ञान और कर्म करने से वो अपने आप को ऊँचाई दे सकती है। मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद आचार्य जी। 🤗🙏
@AmandeepKaur-nv2hz2 жыл бұрын
I used to do this all for 10 years. Four years ago i have started what you have said.Then after one year of that routine, i have started Listening to you.I have got more momentum and confirmation that i am on a right track.
@joyetahazra28642 жыл бұрын
मुझे घर की लक्ष्मी नहीं होना, ये लोग महिलाओं को सरस्वती क्यों नहीं होने देते, जो ज्ञान में, विद्या में, कला और गुण में कौशल हो सकें, आत्मनिर्भर जीवन जीने में ही असली रौनक होती है।
@blissfulzonearts2 жыл бұрын
Laxmi bhi wahi hai jo paise kamaye
@neelamaggarwal40532 жыл бұрын
Aurat ghar ki Laxmi to hoti hi hai but khana banana koi jaroori nahi. Betion ko ghar ki kitchen me na ghoko. Unko self dependent banao. Acharya ji ko dil se naman
@Stoic16122 жыл бұрын
@@Nandan_pandey_Samvedi sarthak prati uttar👍
@Peaceful_World1302 жыл бұрын
@@neelamaggarwal4053 muze to lagata hai khana dono ne milkar banana chahiye
@ayushquiz98386 ай бұрын
💯
@neerasharma15192 жыл бұрын
Wow......kya positive and progressive vichar hai. Hats offf....
@Aonepersonbetweenmanypeoples2 жыл бұрын
आचार्य जी प्रणाम 🙏आपकी सारी बातें मुझे अच्छी लगती है आपकी हर बात में गहराई होती है मैं भी यही सोचती हूँ कि हर इंसान अपना काम स्वयं कर सकता है तो ये काम किसने बाँटे कि ये काम स्त्री का है और ये काम पुरुष का है और यही मानसिकता अभी भी चली आ रही है और शायद चलता भी रहेगा क्योंकि अगर सुधार होगा भी तो बहुत समय लगेगा क्योंकि इस बारे में कोई नहीं सोचता है हमारे उत्तरप्रदेश में इतना बुरा हाल है |कि पूछो मत| खास कर महिलाएं | मानसिकता का तो बुरा हाल तो खेर पुरे भारत में है मैंने ऐसी ऐसी महिलाएं देखी है कि अब मैं क्या कहूँ मुझे लगता है कि जितने भी लोग सत्संग में जाते है उन सभी को आपके शिविर में आना चाहिए कुछ तो बुद्धि में घुसेगा उनसबके |🙏🙏
@AtoZ123892 жыл бұрын
एकदम सही, बल्कि ये जो खास तरह के वेश -भूषा, साज-सज्जा प्रवचन करने के लिए ही कर के बैठते हैं , उनकी बातें बिल्कुत ही निम्न कोटी की होती है मन साफ होने की बजाय और गंदा हो जाता है
@VijayKumar-fq6es2 жыл бұрын
'पहले मन को भोजन दो , शरीर को भोजन बाद में देना' ~आचार्य प्रशांत 🙏🙏🙏
@tawatandoortadka43842 жыл бұрын
प्रणाम आचार्य जी 🙏।आपने तो मेरा सारा घमंड ही चूर चूर कर दिया। 😅
@Lovely-bh3pi2 жыл бұрын
It's the most useful video for me..... acharya ji ne jo bhi sb kha same mere sath hota h... I'm just 22 n I don't like to cook food for the whole family daily....n my family taunts me for that..even my own mother....sirf khud k liye bnau to khe hain selfish hain...sirf apna dikhta h...pure ghr ko bna k nhi khilati....aur ek tym p kbhi mjhe khud guilty feel hone lgta h
@Lovely-bh3pi2 жыл бұрын
@shivangi exactly
@vipinkaintura72612 жыл бұрын
शायद अब तक पहली बार इस विषय किसी ni बोला है, आचार्य जी आपको कोटी कोटी प्रणाम🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@neelum5501 Жыл бұрын
Can't believe someone Like him exists 😃.he is just AMAZING and SUPERB .
@suryaprakashupscaspirant20392 жыл бұрын
हमारे देश का शान आचार्य प्रशांत जय हिन्द
@smitapandey-55512 жыл бұрын
परन्तु ये बहुत ही दुःख के साथ कहना पड़ रहा है, की महिलाएँ रसोड़े को बिल्कुल आत्मसात् कर ली है, ये कहकर की यही हमारा कर्तव्य है, तो फिर वाकई हम कहाँ तरक्की करेंगे। जब हमारी स्त्रीयों को रसोड़े से फुर्सत नहीं। 🙌🙏
@anamikamishra76662 жыл бұрын
Maine apne husband ko apka ye video dikhaya to aadhe me hi uthkar chale gye..sach ka darpan pahli bar dekha n unhone..it must be tough to accept the fact for him😊
@RMishra19862 жыл бұрын
This is called gender irrelevance .... Tremendous speech sir 🙏 how can an orthodox society digest it 😀
@brijesh59072 жыл бұрын
Change ayega dhire dhire .men has big role to play aise aadmi se shaadi hi na kare jo haat k khane k liye shaadi kare
@yash1...2 жыл бұрын
Then Osho Now archaryaji... We r so privileged to have people like them...
@positiveastrowithdrsmriti2 жыл бұрын
पहली बार किसी ने ऐसे किसी सत्य से लोगों को परिचय कराने की कोशिश की है आपको साधुवाद
@deepavalecha33812 жыл бұрын
Thanks
@SANDEEPKUMAR-ir9vh2 жыл бұрын
आचार्य जी के सानिध्य में हम लगातार ऊँचाई की ओर बढ़ रहे हैं प्रणाम आचार्य जी।
@ARUN230032 жыл бұрын
सब स्वाद का खेल है आचार्य जी , लोग जीने के लिए नही खाते , खाने के लिये जीते है
@asimahaldar51262 жыл бұрын
👃👃👃👃 bahut badia 👌👌👌 CHANTA bahut jor se padi sab ko ,haan
@hari_das_rahul2 жыл бұрын
ये सारा झोल ही इसी बात का हैं की आदमी ने हर चीज़ को बस अपने सहूलियत के हिसाब से बना रखा हैं और अगर उसके मन का ना हो तो वही औरत वही हाथ उनके लिए बेकार हो जाता हैं.. This needs Change.. और शुरू अपने घर से करे हर कोई इस बदलाव की🙏 जब देखो बस खाना खाना.. सुबह खाना दोपहर खाना रात खाना और इनके बीच मे भी खाना..or असली खाना जो जरूरी हैं मन का सही विचारों का ज्ञान का जीवन का उससे इनको कोई मतलब नहीं
@anilulape2 жыл бұрын
प्रणाम, गोवा वेदांत महोत्सव 2022 I was present in this महोत्सव, 👌👌👌👌
@Kanha-19122 жыл бұрын
रसोई में समाधी नही लग सकती ... पहले मन को भोजन दो, बाद में शरीर को 👌👌👌🙏🏻🙏🏻🌹
@ShwetaSingh-ff8zr2 жыл бұрын
आचार्य जी हमारे समाज मे लड़कियों को यही सिखाया जाता है की खाना बनाना, घर संभलना सिख लो तभी तुमारी महत्व् हैं 🙏🙏🙏
@AgyatPathkeraahi2 жыл бұрын
खाना बनाना सब कामो में से एक निचले दर्जे का काम हैं - सत्य वचन आचार्य प्रशांत
@Shubhamstock2 жыл бұрын
काश सब आपकी तरह सोचते महिलाओं के बारे में आचार्य जी
@kumaraman8212 жыл бұрын
आचार्य जी ने प्रश्न का बहुत ही मार्गदर्शक उत्तर दिया है। __ प्रणाम आचार्य जी 🙏
@vinay12172 жыл бұрын
आचार्य जी को प्रणाम 🙏🙏। आचार्य जी परिवार से लेकर जान पहचान वालो को आपके विषय मे बताया और आपके विडियो दिखाये। करीब 3 साल से विडियो देख भी रहा हूँ व औरो को दिखा भी रहा हूँ। खुद काफी कुछ सीख रहा हूँ। ज्यादातर पुरूष वर्ग ने आपको सराहा। महिलाओं को पंख देने की बात पर महिलाएं खुश बहुत हुयी, पर जैसे ही गीता और उपनिषद की बात हुयी, उनका जवाब यह है कि सब बकवास है। ये बाबा भी। उनका मत है ,पंख देने का मतलब है कि हम अपनी मर्जी से पहने, लव स्टोरी देंखे, गहनो की बात हो, पार्टी में शामिल हों। गीता और उपनिषद की बात सुनना भी नही चाहती। जिन पुरुषों ने आपको सुनना शुरू किया, और उस ओर चलने का प्रयास किया, वहाँ उनकी पत्नियों ने पिछले 2 साल मे कईं बार विवाद खडा कर दिया। 23-24 महिलाओं मे से 2 को छोडकर सभी का व्यवहार खराब हुआ है। आपका चेहरा भी देखना पसंद नही करती। उन्हें आजादी तो चाहिए पर गीता और उपनिषद बिलकुल नहीं चाहिए । इसके उलट लगभग 21-22 पुरुषों में से 12- 13 आपकी काफी बातो से सहमत है। हो सके तो इस पर बोलिये। आपका छोटा सा शिष्य। 🙏🙏🙏🙏👁 👁
@jayshreebharti4662 жыл бұрын
Aap hi iss desh k auraton ka bhavishya aur mardo ki soch badal sakte hai aacharya ji 👏👏❤️
@kusumkala46602 жыл бұрын
Adorable आचार्य देव 🌺🙏🏼🌺 😍😍😍😄😄😄🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼 ये बात नहीं संजीवनी बूटी दी आपने. धन्यवाद! आभार!! एक एक शब्द सत्य... रसोई तो लक्ष्मण रेखा हो गई... एक जकड जामा, जिसने जीवन के सभी विशेष मुद्दो को दरकिनार कर दिया। 😞😞😞
@vdb0082 жыл бұрын
We here in Canada, do all our stuff ourselves. Let your ladies be free. Thank you all, 🙏🇨🇦
@Kuchcreativesa2 жыл бұрын
इसलिए आचार्य जी से सभी को परेशानी होती है। इतना सच कोई सुन ही नहीं सकता। ये सब तो हमारे समाज़ मे पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है।
@AgyatPathkeraahi2 жыл бұрын
नस नाड़ी मुख की ओर अथवा मल की ओर जाति हैं ,,,,,दिल की तरफ़ कहीं से नहीं जाती - सत्य वचन आचार्य प्रशांत
@kislayapancholi66342 жыл бұрын
नमस्कार आचार्य प्रशांत आपको बहुत बहुत धन्यवाद। यह वीडियो सुन कर मेरी रही सही ग्लानि भी जाती रही। सौभाग्य से मेरे माता पिता के परिवार में खाना बनाना केवल महिलाओं का काम नहीं माना जाता था।पर गांव में ससुराल में ऐसा था। मेरे प्राध्यापक के जाब के कारण हम लोग शहर में एकल परिवार में रहे। मिल कर या कुक द्वारा खाना बनता रहा। लेकिन समाज और कालेज के अन्य सहयोगियों के मुख से हमेशा स्त्रियों को रसोई में कैद करने के स्तुति गान सुनने में आते रहे। उसके कारण एक ग्लानि मन में अंदर गहरे धंसी रही कि मैं खाना बनाने में कोई विशेष योगदान नहीं दे पाती हूं। एक अपराध बोध बना रहता था। विशेष कर जब बच्चे कहते थे मम्मी सब की मम्मियां कितना कुछ बनाती हैं।आप क्यों नहीं बनाती? कोरोना काल में मैने बनाया। अच्छा खाना बनाया। पति देव ने मदद की । उन्हें कुकिंग में अपनी रुचि समझ आई। अब वे मेड की मदद और यू ट्यूब पर शेफ के वीडियो देख कर स्वादिष्ट खाना बनाते हैं। मेरी ग्लानि को समूल समाप्त करने के लिए पुन: धन्यवाद।
@grishmamehta45042 жыл бұрын
Best video ever...I don't think anyone else,specially men must have spoken about this subject in this way ever....Jai ho 🙏🙏🙏🙏🙌🙌🙌🙌🙌
@susmitasingh23932 жыл бұрын
Love you too acharya jii..you are such a God. Is duniya ko aap jaisa ki hi jarurat hai 🙏🙏🔥
@Yuva_Kavi3742 жыл бұрын
बहुत ही दमदार बात कही है आचार्य जी आपने 🙏🙏
@nehalakhera30852 жыл бұрын
You words made me emotional acharya ji, kaash sb aapki tarah sochte humari country mein 🙏
@anushkagautamdev96542 жыл бұрын
Wish I could show this to my parents n nlaws. My husband contributes equally in house chores with me.
@yamini46472 жыл бұрын
Every single person should listen this and execute it in its families and free the women. Hatts off to you sir !!!
@lifeofSohamndsahibaAdbhut2 жыл бұрын
Sir thankuu so much, I m B. Sc B.ed, but shadi ko 15 saal ho gye, job nhi ki, man bhut tha but nhi ho payi, but three days pehle main teacher job me select ho gyi aur main abj job kr rhi hoon, thankuu si much for motivation, really meri life ka sapna poora hua, maine bhut suna apko bhut himmat mili muje
@VijayKumar-fq6es2 жыл бұрын
बहुत ईमानदारी से अपनेआप से पूछा करो कि क्या मैं आज, कल से बेहतर इंसान हूँ? इसके अलावा जीवन का और उद्देश्य ही क्या है? लगातार प्रगति! हम सीखने के लिए पैदा होते हैं, हम बेहतर होने के लिए पैदा होते हैं, सीखने का ही दूसरा नाम 'मुक्ति' है। ~ आचार्य प्रशांत
@tweetnews72042 жыл бұрын
हमारे घर में सारे भाई खाना बना लेते हैं सब भाई बारी बारी खाना बनाते हैं मां को ज्यादा तकलीफ़ नहीं होती वो बोलती हैं लगता है ये लोग बहू भी नहीं लाने वाले 😀😀
@tweetnews72042 жыл бұрын
और मैं ये वीडियो खाना बनाते समय ही देख रहा हूं 😄😄
@bheem5762 жыл бұрын
वाह भाई ❤️🔥❤️
@mychoicekuchhnaya99212 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏 गुरु जी मध्यम वर्ग को तो यह सब सुनना चाहिये आपके विचार सुन कर लगा जैसे मेरे मन की बात कर रहे हैं
@mona05rj2 жыл бұрын
हाहाहा आज तो खूब हंसाया आचार्य जी ने 🤣 महत्वपूर्ण वक्तव्य प्रत्येक महिला और पुरुष के लिए 👌
@offerforEver2 жыл бұрын
भारत के हर घर को ये सुनना और अपनाना बहुत जरूरी है
@rohanlama68692 жыл бұрын
sahi waqt pe aap jaise guru mile mujhe jo ki pehle k logo ko nasib nhi hua.dhanyawad ACHARYAJI 💛💛💛
@yogendramandal43872 жыл бұрын
बहुत बेहतरीन स्पष्टिकरण धन्यवाद आचार्य जी 🙏❤️🙂
@Indorinomadic2 жыл бұрын
❤️ Acharya Prashant Mere Desh ki shaan hai 🥰🙏
@a..friend....85182 жыл бұрын
प्रशांत जी, हम अपनी मम्मी और बीवी को आज से इस बेकार की अनावश्यक जिम्मेदारी और ग्लानि से मुक्त करते हैं ,मेरी गलत सोच को सही सोच में परिवर्तित करने के लिए धन्यवाद, शायद जाने अंजाने में हम अपने आस पास की नारियों को भावुक कर के उन्हें नियंत्रित करने का ही प्रयास करते हैं।
@art83033 ай бұрын
👏❤
@AgyatPathkeraahi2 жыл бұрын
खाने के चक्कर में मां को बरबाद कर दिया है - सत्य वचन आचार्य प्रशांत
@pallavikurrey21532 жыл бұрын
आज प्रभु मेरे को मिल गए....... प्रशांत सर प्रणाम आप को 🙏
@Padamsinghgurjar782 жыл бұрын
Ajj mine ashram 3 dekhi to har ek action par mujhe acharya ji ka bataya hua sachha adhyatm yaad aa rha tha or mujhe bhaut cilyarty hui ki ashali adhyatm kya hota hi wo bhi pata chali thanks dear sir.
@Sanjaysingh-cg2yk2 жыл бұрын
खाने के लिए नहीं जीना है। जीने के लिए खाना है । धन्यवाद आचार्य जी
@nandinibhatt78862 жыл бұрын
Waah aacharya ji aapki baat sunkar aankhe khul gayi kunki ladkiyon ko bachpan se yahi shiksha di jati hai ki khana to banana hi hai chahe jis position par ho bahut bahut dhanyavaad aur aabhaar 🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌👍👍👍🌹🌹🌹✌✌God bless you 🙏🙏🤩🤩
@tinajoshhi09702 жыл бұрын
I am Really big fan of acharye ji, you are wonderful sir !
@kusumvarshney99662 жыл бұрын
बहुत अच्छी तरह से समझाते हुए कहा आचार्य जी को मेरा नमस्कार सुवीकार हों ❤️🙏🙏
@Jam.shed92 жыл бұрын
Outstanding, and eyes opening message for all females of India.
@shivamindia81982 жыл бұрын
बिल्कुल सही कहा आपने आचार्य जी सादर प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🙏
@shyamagupta86552 жыл бұрын
हृदय से कोटि-कोटि धन्यवाद आचार्य जी दिमाग के जाले साफ हो रहे हैं बहुत स्पष्ट दिखाई देने लगा है आभार🤩🙏
@bulbulsaini69812 жыл бұрын
Zitna aap mhilao ko jagruk krte h 🙏🏼🙏🏼🙏🏼koi nhi kr skta😊😊
@parthsingh79072 жыл бұрын
आचार्य जी!ये सच है कि स्त्री का जीवन ज्यादातर रसोई में ही खपत होता है। पर कभी पैसा इतन नही होता ,कभी सहयोगी नहीं मिलते।और गांवों में तो स्त्रीयं रसोइया ही मर जती हैं । पूरब से मजदूर कमाने शहर घले जाते हैं।नमन गुरुदेव !
@priyankat97442 жыл бұрын
Want these teachings to be dubbed in other languages 🙏
@anjanachandaniha3002 жыл бұрын
पूरा वेदांत हल्दी के डिब्बे में समा जाता है.... करारा व्यंग्य!😁😅
@foodrecipesbygeetasoni3094 Жыл бұрын
आचार्य जी ने सबके आत्म चक्षु खोल दिए हैं जय हो कोटिकोटि आभार
@nepalsinghparmar88912 жыл бұрын
प्रणाम आचार्य जी मैं गांव में रहता हूं गांव में लोगों को ना धर्म का ज्ञान है ना ही विज्ञान का आचार्य जी अभी भी गांव में लोग बिच्छू के डंक मारने पर भी इलाज नहीं करवाते बल्कि अभी भी गांव में मंत्र और भभूति से इलाज करवाते हैं और इसके कारण कई लोगों की मौत भी हो चुकी
@cpkathuria12662 жыл бұрын
Superb aacharya ji I am 68 I couldn’t compromise on this thing that I don’t cook for family Although maid is there I am thankful today you have cleared my mind more important things to do
@peru-patiyala2 жыл бұрын
वैसे भी पुरुष वर्ग ही महिलाओं के उत्थान के लिए सोचते हैं महिलाओं ने ना तो खुद सार्थक कार्य किया ना ही किसी अन्य महिला को करते देखना चाहती हैं। एक बाप की मौजूदगी ही जैसे बेटी की खुशीयों की जमानत होती है ना वैसे ही आचार्य जी आपकी मौजूदगी हम स्त्रियों की सार्थक जीवन को जान पाने की की चाबी है।
@ajayjaglan67742 жыл бұрын
Khub pitaai ki aacharya ji ne dono ki.... Male Female.....khub dhoye h dono ko...
@vishwajeetkharade50122 жыл бұрын
कभी कभार मेरे पिताजी खाना बनाते हैं हमें बिना बताए। तुरंत पता चल जाता है कि पिताजी ने बनाया है क्योंकि पिताजी माँ से अच्छा cook कर लेते हैं। आचार्य जी बिल्कुल सही कह रहे हैं कि हात वगरह में कोई जादू वादु नहीं होता। ये तो सिर्फ कला है जो कोई भी सीख सकता है। मेरे पिताजी फौज में रह चुके हैं इसलिए खाना बनाना जानते हैं। कई बार मैंने भी बिल्कुल उन्ही proportions में मसालों का उपयोग किया है जो पिताजी करते हैं और बिल्कुल वैसा ही खाना बनता है। हातो का जादू या प्यार, ये सब व्यर्थ की बातें हैं।
@vandanavishwakarma99552 жыл бұрын
💯% logical guru jii😂😂😂😂🤣🤣🤣🤣 bhut Shi ab sbko smjh aayega...... wow.....akdm fantastic.....😍😍😍😍😍
@खुशबु-र7न2 жыл бұрын
खुद महिलाओं को इस आत्मग्लानि से बाहर निकलना होगा कि वो महिला है तो पुरषों को खाना खिलाना उनका कर्तव्य है ।🙏