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@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
श्रीप्रशांत जी आज का गीता 47 के हर अर्थ और श्लोक बताने के लिए dhanyawad 🙏🏻✨🙏🏻🌟
@anukaushal868916 күн бұрын
💎
@manjulenka373315 күн бұрын
P
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
जग मुझे क्या दे सके, मैं स्वयं आत्म अनंत हूं अज्ञान सारा दिख गया, कृतकृत्य हूं आनंद हूं ~ भगवद गीता 4.19
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
आत्मज्ञान के प्रकाश में, अंधे कर्म सब त्याग दो निराश हो निर्मम बनो, तापरहित बस युद्ध हो ~भगवद गीता 3.30
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
ज्ञान है तो शांति है, सपने से उठ जागना आत्मज्ञान की शर्त तीन, श्रद्धा संयम साधना ~ भगवद गीता 4.39
@a5reaction31616 күн бұрын
भ्राता क्या आप मुस्लिम भाई है? आपसे एक प्रश्न ? क्या आपके और मुस्लिम भाई आचार्य का अनुसरण करते है। मुझे प्रसन्नता है की हर भारतीय स्वयं को जान रहा हैं।
@stepbystep999316 күн бұрын
@@a5reaction316 Aap kya ho bhaiya ? Acharya ji ne kab kaha ki insan hone ke alawa kuch or ho Aaj Tak jo samajik pehchan mila hai Wo bas sanyog hai or kuch nahi. Tumhara ya hamara dukh bhi ek pehchan hi hai. Or sanyogo ko badalne ka chunav ek umra ke baad mrityu ke kashan Tak sabhi ko hota hai. सभी=इंसान चाहे वो किसी भी प्रांत का, पृथ्वी के किसी भी हिस्से का हो ।
@SachinTamrakar-um9fh16 күн бұрын
सुखिया सब संसार है, खाए और सौबे । दुखिया दास कबीर है, जागे और रोवे।। - संत कबीर
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
सत्य में रख श्रद्धा अपार, नमित करके अंहकार गीता की गुनकर के बात, आमुक्त हो भवबंध काट ~ भगवद गीता 3.31
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
ऐसा कोई काल नहीं, कृष्ण जब होते नहीं नाम अलग संग्राम वही, गीता धार बहती रही ~ भगवद गीता 4.1
@Vegan_is_perfect36916 күн бұрын
Kya aap gita samagam se judhe hai
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
दृष्टि बुद्धि मन में ही, काम आश्रय पाता है काम ही के अधीन हो, ज्ञान ढँक सा जाता है ~ भगवद गीता 3.40
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
न कर्म में प्रवृत्ति से, न कर्म के परित्याग से आत्मज्ञान मिलता नहीं है, अंधे कर्म की राह से ~भगवद गीता 3.4
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
अहंकार में अंधकार में, अज्ञान में मतिभ्रष्ट हैं कल उन्हें क्या कष्ट हो, वो आज ही जब नष्ट हैं ~ भगवद गीता 3.32
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
अकेले नहीं तुम पहले नहीं, जब सच के तुम समीप हुए तुम उनकी संगत में हो अब, इतिहास की रात जो दीप हुए ~ भगवद गीता 4.15
@kapildevmaurya587916 күн бұрын
सब से निबेदन है कि आचार्य जी क हाथ मजबूत है हम सब को अपने हाथ भी मजबूत करने चाहिए अपना सहयोग करना चाहिए
@electricalmanic682916 күн бұрын
ना कर्म में प्रवृत्ति से😊 ना कर्म के परित्याग से😊 आत्मज्ञान मिलता नहीं😊 अंधे कर्म की राह से🙏👁
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
कर्ता आत्मा से युक्त हुआ, खोटे कर्तव्यों से मुक्त हुआ तुम्हारे जग की न चाह करूं, आदेश की क्यों परवाह करूं? ~भगवद गीता 4.41
@BHOLARaghuwanshi-hu8ve16 күн бұрын
आचार्य जी अलग अलग लोगो को अलग अलग तरीके से समझाते हैं अगर आपको कोई बात अटपटी लगे तो गलती नहीं है आप बस उनका mission (change the world) याद रखे इतना काफी है ❤
@GirishChandraupreti-e7r16 күн бұрын
आपकी व्याख्यायें सूक्ष्म एवं शुभ हैं।विषमताओं पर निष्पक्षता से प्रहार करते हैं ।आप इस युग के ब्रह्म हैं।सादर प्रणाम।
@Imortexm16 күн бұрын
न कर्म में प्रवृत्ति से, न कर्म के परित्याग से आत्म ज्ञान मिलता नहीं है, अंधे कर्म की राह से। ~ काव्यात्मक अर्थ आचार्य जी 🙏
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
निष्काम हो यज्ञ करे, वो पाप मुक्त हो जाता है स्वार्थ हेतु जो जिए, नाश को ही पाता है ~ भगवद गीता 3.13
@priyankagupta800216 күн бұрын
दुनिया में आप जितने भी धर्म पाएंगे वो निरपवाद एक बात तो कहते ही हैं- कामना निरोध। -आचार्य प्रशांत
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
कर्म शुद्ध निष्काम करे, वो आग आत्मज्ञान की यज्ञ तप जप मार्ग बहुत, पर श्रेष्ठ सबसे ज्ञान ही ~ भगवद गीता 4.33
@omkarbolure788316 күн бұрын
सत्र की शुरुआत ने मन प्रसन्न कर दिया 😊
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
बेड़ी जले पिघलें जंजीटें, आत्मज्ञान का भीषण ताप भय था झूठा बंध से छूटा, मुझको कैसे पुण्य ओ पाप ~ भगवद गीता 4.37
@NomitaTuduLearning16 күн бұрын
Acharya ji को सुन कर दिन की शुरुआत 🙏🙏
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
आत्म में जो रम रहे, सत्य से ही प्रीत करे ऐसे विरल मानव को, कर्तव्य कौन शेष रहे ~ भगवद गीता 3.17
@sushmitamishra21916 күн бұрын
श्री कृष्ण जो बात बोल रहे हैं वो आसमानों की नहीं है। उन्होंने आसमान को उतार कर जमीन पर रखा है आपके लिए ****आचार्य प्रशांत****
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
काम से ही क्रोध उठता, काम मूल विकार है काम ही वह आग जिसमें, जलता सब संसार है ~ भगवद गीता 3.37
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
कर्म में लिप्सा नहीं, न ही कर्म का त्याग है निस्वार्थ व निष्काम करे, ये शुद्ध ज्ञान की आग है ~ भगवद गीता 3.18
@asdfggfggghbvcgbb16 күн бұрын
हम वंचित क्षेत्र से आते हैं सोशल मीडिया के माध्यम से आचार्य जी को सुनकर धन्य हो गये
@Niyati_Sri16 күн бұрын
ऑनलाइन गीता सेशन ज्वाइन करिए।🙏🙏
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
निष्काम नहीं, निस्वार्थ नहीं, अंधे कर्मों में रमता मन करी गुलामी देह की, हुआ व्यर्थ सारा जीवन ~ भगवद गीता 3.16
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
घोर उनके कर्म की, याद से मन शुद्ध हो जग विकल है तुम उठो, अंत तक बस युद्ध हो ~ भगवद गीता 3.20
@SachinTamrakar-um9fh16 күн бұрын
जीवन का नियम जितने मजे मारोगे उतनी ही कीमत चुकानी पड़ेगी -आचार्य प्रशांत
@yogeshchaudhry257616 күн бұрын
❤❤❤❤❤
@priyankagupta800216 күн бұрын
कर्मों में प्रवृत्ति से जब हमें दुख मिलता है तो हम कर्मों से निवृत्ति की ओर आ जाते हैं। -आचार्य प्रशांत
@dnyaneshwarkadam679516 күн бұрын
सभी दर्शक को विनंती है आचार्य प्रशांत जी के विङीयो मे जो सिध्दांतीक वाक्य और सुञ गुढ बाते कमेंट मे लिखा करे धन्यवाद
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
आग दहके पर धुएँ से, प्रकाश ढँक जाता है काम भरा जब आँख में, सच नज़र नहीं आता है ~ भगवद् गीता 3.38
@Vasu5867-k2l16 күн бұрын
आचार्य जी का मार्गदर्शन, प्रेरणा और ज्ञान का स्रोत है, जिससे कई लोगों को जीवन की जटिलताओं को स्पष्टता और उद्देश्य के साथ पार करने में मदद मिली है।❤❤🙏🙏✍️✍️💪💪
@Rupendra_advait16 күн бұрын
आत्मज्ञान के प्रकाश में, अंधे कर्म सब त्याग दो। निराश हो निर्मम बनो, तापरहित बस युद्ध हो।।🙏🙏
@TraderInvestor2416 күн бұрын
ना कर्म में प्रवृत्ति से, ना कर्म के परित्याग से, आत्मज्ञान मिलता नही, अंधे कर्म की राह से। ✨🙏✨
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
श्री कृष्ण जो कह रहे हैं वह आसमान से नहीं है, बल्कि उन्होंने आसमान को उठाकर हमारे लिए धरती पर रख दिया है 💯🌟✨🙏🏻
@KingcircleCircleking16 күн бұрын
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@TopBoy-00716 күн бұрын
GOOD MORNING DEAR 🤝🏻
@WalidRafi-s2o16 күн бұрын
Asalamualaikum gulab ☺️👋🏻
@RonaldSingh-b3k16 күн бұрын
@@WalidRafi-s2o hindu muslim bhai ☪️🫂🕉️
@ZubedaBusiness16 күн бұрын
☺️🤝🏻@@RonaldSingh-b3k
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
वो बाहर नहीं जन्मेंगे कहीं, आस ये अवरुद्ध करो हरि भीतर ही प्रकटें गे अभी, यदि स्वयं से तुम युद्ध करो ~ भगवद गीता 4.9
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
ना जन्म तुम्हारा ना संग है, तो बार-बार क्यों आते हो क्यों मुझे मुक्त करने को, खुद प्रेम में बंध जाते हो ~ भगवद गीता 4.6
@Lab_dmlt16 күн бұрын
नमस्ते आचार्य जी 1.आत्मज्ञान के बिना हम खुद को नही जान सकते हैं, 2.जिंदगी इसलिए नहीं है कि उसका गला घोट दो, बल्कि जिंदगी इसलिए है कि आप अपनी बुलंदियां की घोषणा कर दो 3.कामना का दमन करना, महादुख देगा बिना आत्मज्ञान के 4.कामना का अनुगमन, कामना का दमन सब आत्मज्ञान से आता है 5.आत्मज्ञान/समझना/प्रेम/ जानना..... एक ही बात है 6.अहम का न रहना ही ब्रम्ह है 7.आत्मा/ब्रह्म एक ही है ♥️ 8.भीतर अहंकार है तो बाहर संसार है 9.मैं और वो एक हैं, इस प्रकार अहंकार आत्मस्थ हो गया तब होता है 10.अहम को जान लेना ही, अहम का आत्मा से मिलना होता है 11.आत्मज्ञान - निष्काम कर्मयोग - कर्मसंन्यास 12बिना कामना को समझे कामना दमन किया तो महादुख भोगोगे, साथ में पाखंड भी ग्लानी भी होगी 13.कामना, दुख देती है, कामना दमन ,महादुख देती है तो अब वापस कामना पर लौट के आने पर कामना के साथ दुख तो मिलनेगा ही गलानी भी होगी, पाखंड की शुरुआत भी होगी 👆 14.बिना समझे न कर्मयोग सही हा न कर्मसंन्यास 15.कर्मसंन्यास से कर्मयोग बहतर है 16.अहम को झूठा जान लेने पर, कर्मयोग शुरू होता है 17.हमारी कामना की कामना ही यही है कि कामना की मूल कामना पूरी हो जाये जो की निष्कामता है/पूर्णकाम है 18.गीता का काम ही यही है, कि वो अहम को बाहर संस्कृति से और भीतर वृत्ति से मुक्त कर दे 19.राम बिनु ताप न जाई , ♥️...(ताप माने दुख ) 20.एक कबीरा ना मरा, जाके राम आधार 🪔🌼
@SachinTamrakar-um9fh16 күн бұрын
सबसे अच्छी मुस्कुराहट बही है , आशुओं के बीच मिलती है।: आचार्य प्रशांत
@manjusahu349316 күн бұрын
हम सभी भटके मूढ़ बुद्धजीवियों के लिए आचार्य जी ने भी गीता जैसे आकाश को जमीन पर इतना सरल करके ला के रख दिया है ताकि हम पशु वृत्ति से चेतना को ऊंचाई दे सकें ,,कृष्ण की भांति,, सादर आभार धन्यवाद प्रणाम आचार्य जी 🌸🌸🌸🙏🙏🌸🌸🌸
@kajolkv16 күн бұрын
बहुत ही अच्छा वीडियो है।
@priyankagupta800216 күн бұрын
धर्म की शुरुआत यहीं से होती है कि ये मत करो, ये मत करो और कुछ अच्छे काम हैं वो कर लो। तो कामना के अनुगमन से हम पहुँच जाते हैं कामना के दमन पर। -आचार्य प्रशांत
@poojaantil671616 күн бұрын
कामना अर्थात इच्छा
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
आत्मा अपनी प्रकृति पराई, ध्यान दें और जान लें आत्मा से प्रेम ही धर्म है, प्रेम भले ही प्राण ले ~ भगवद गीता 3.35
@aakankshapandey522816 күн бұрын
Aap sahi kah rahe hai aacharya ji
@9rambolo16 күн бұрын
Wow bug bumps incredible ग्रंथ राज श्री मद भागवत गीता की जय॥
@pratibhaminz712816 күн бұрын
आत्मा ज्ञान के प्रकाश में अंधे करम सब त्याग दो❤❤
@Vijay_Advait16 күн бұрын
* आत्म ज्ञान के प्रकाश में अंधे करम सब त्याग दो
@stepbystep999316 күн бұрын
निराश हो निर्मम बनो , ताप रहित बस युद्ध हो ।।
@kushaldeo105715 күн бұрын
कामना अगर दुख देती हैं तो उसका इलाज दमन नही ज्ञान हैं❤❤- आचार्य जी🙏🙏
@jeevanprkashdubey781915 күн бұрын
आपकी फोटो कमरे में लगा रखी है, कभी सिर्फ देखता हु तो लगता है क्या मिल रहा होगा आपको हमे इतना कुछ देके,कई सारे बंधन आदतें छूट गई, कई प्रकार के डर हट गए, और सबसे बड़ी चीज जो अभी भी मन की गंदगी भीतर भरी है वो दिख जाती है तो अब उसमें काम कर सकते हैं।पहले तो सब ठीक चल रहा था अब सच्चाई सामने आ जाती है अवलोकन से। प्रणाम आचार्य जी❤
@Muskanmishra626216 күн бұрын
न कर्म मै प्रवृत्ति से , न कर्म के परित्याग से आत्मज्ञान मिलता नही है , अंधे कर्म की राह से
@subhash___yadav15 күн бұрын
आचार्य जी को मेरा प्रणाम । में नेपाल 🇳🇵 से आपको पिछले एक सालसे सुन रहाहु। मेने अपने अंदर बहुत ज्यादा परिवर्तन देखा है । मेने खुदको जना जो मेरेलिए सबसे बड़ी समस्या थी लेकिन आवपिक्षे मुरके देख्ता हु तो वो जो पेहले में हुवा कर्ताथा वो अब जाचुका है। आपका सुकृया में सब्दो से तो नहीं कर्सक्त । बहुत बहोद धन्यवाद ❤
@AmarJot-vp3mc16 күн бұрын
Thanks
@tushardewangan180516 күн бұрын
आचार्य जी ❤❤
@KK-Opinion16 күн бұрын
शब्दों का भंडार, शब्दों का अदभुत संयोजन सरल शब्दों मे सिखाया गीता का प्रयोजन
@Climate_परिवर्तन15 күн бұрын
सही बात है, महान वही है जो कठिन से कठिन बात को सरल से सरल सब्दो में समझा दे
@KK-Opinion15 күн бұрын
@@Climate_परिवर्तन जी
@chaitalijani177616 күн бұрын
गीता 2 बातों को काटने के लिए है 1 _ भीतर से वृत्ति 2 _ बाहर से संस्कृति ✅💯 _ श्री आचार्य प्रशांत जी 🙏🙏🙏
@Papa_Electron189716 күн бұрын
धर्म आचरण का नहीं आत्मीयता का ज्ञान है❤
@sanjuchaudhary759816 күн бұрын
कामना को दबाना नहीं है। ज्ञान से समझना है, त्याग तो अपने आप हो जाएंगी।😊😊😊
@riteshkumarbhaskar991016 күн бұрын
Aatam Gyan ke prakash me ,andhe karam ko tayag do.....❤❤❤❤
@Anji-n8r16 күн бұрын
न कर्म में प्रवृत्ति से , न कर्म के परित्याग से आत्मज्ञान मिलता नहीं है,अंधे कर्म की राह से
@ShivaGupta-sm6pt16 күн бұрын
Good morning achrya ji pranam achrya ji charan sparsh achrya ji 🎉 good morning achrya ji 🎉🙏🙏❤️❤️❤️❤️🕉️🕉️🕉️🕉️💯💯🍫🍫🍫
@priyankagupta800216 күн бұрын
श्रीकृष्ण कह रहे हैं- कामना का अनुगमन करके तुमने दुख पाया है न तो कामना का दमन करके तुम और दुख पाओगे। - आचार्य प्रशांत
@prashantmohadikar55916 күн бұрын
To karna kya hai??
@pnr273615 күн бұрын
Smjhna hai ki kya keh rehe hai Order thodi de rehe hai ya steps thodi de rehe hai ❤❤
@priyanshi.k112 күн бұрын
@@prashantmohadikar559आपको कामना को समझना है उसके बारे में जानना है की वो कामना कहा से आ रही , क्यों आ रही और आपको ये भी समझना होगा की कामना को छोड़ने में और नही छोड़ने में आपके उपर क्या इफेक्ट होगा... और उसके बाद जो आपका ज्ञान ( कामना में डूब कर नहीं, बिना खुद के बाड़े में सोचे ) आप से करवाएगा वही करना है । और अगर आप कामना को दमन करना चाहते है तो ये करने से पहले आप अपने कामना के बारे में समझे ।❤❤
@priyankagupta800216 күн бұрын
श्रीमद्भागवत गीता दो बातों को लिए है-- अंदर से वृत्ति औऱ बाहर से संस्कृति। बस यही गीता की उपयोगिता हैं -आचार्य प्रशांत
@aks939316 күн бұрын
परम से विलग ना हो ,परंपरा यह बस यही है। शेष विषय अतीत के ,नहीं जरूरी नहीं है।।❤❤❤
@Xyzx42416 күн бұрын
न कर्म में प्रवृत्ति से , न कर्म के परित्याग से आत्मज्ञान मिलता नहीं, अंधे कर्म की रह से 💎💎💎♥️
@Muskanmishra626216 күн бұрын
कृष्ण जी जो बात बोल रहे है वो आसमानों की नही है हमारे ही जीवन की बात है. ।
@chaitalijani177616 күн бұрын
कभी किसी को कुछ करने का इल्ज़ाम मत देना , कभी किसी को कुछ ना करने का भी इल्ज़ाम मत देना 💯✅ _ श्री आचार्य प्रशांत जी 🙏🙏🌹
@vipinpal307215 күн бұрын
आत्मज्ञान के प्रकाश में, अंधे कर्म सब त्याग दो निराश हो निर्मम बनो, तापरहित बस युद्ध हो... 🔥🔥
@dhe3fkvoot16 күн бұрын
सुबह 4 बजे जगा हू और शाम को खेत से आया था
@Rajkumar-m5t5q16 күн бұрын
Very nice 🙂
@ravi_ranjan65116 күн бұрын
Mai bhi ❤❤❤
@soni-jc2mv16 күн бұрын
Same dear 😊
@suamgaming55016 күн бұрын
❤
@prajwaljadhav202816 күн бұрын
आचार्य जी को सुनने के बाद मेरी निंद कम घंटों में पूरी हो जाती है ❤
@KK-Opinion16 күн бұрын
आत्मस्थ हो जाना ही योग है 🙏🏻
@madhavjha17 күн бұрын
आज के लिए आचार्य जी पूरी दुनिया में फ़ेलना बहुत जरूरी है आप सभी से अनुरोध है कृपया जुड़िए और jindgi को गहराई में समझिए❤
@Rameshchouhan1115 күн бұрын
धर्म का अर्थ ही होता है प्रश्न, जिज्ञासा
@Rohan_Choudhary514 күн бұрын
India ke har ek ghar mei abse ek philosopher hoga, acharyaji ke wajah se...😊
@VeganShivani240516 күн бұрын
आज बहुत गहराई का ज्ञान हुआ❤🙏 धन्यवाद गुरुदेव🙏😍
@ABvedGeeta16 күн бұрын
कामना अगर दुख देती है ,तो उसका उपाय कामना का दमन नहीं है , कामना को दबाएंगे तो भी दुख ही मिलेगा । कामना का ज्ञान जरूरी है ।
@mitalimoharana492716 күн бұрын
जीवन की हर स्थिति में होश बना रहे यही धर्म होता है ❤❤❤❤
@Its_guro16 күн бұрын
Got goosebumps so many times every line has such deep meaning
@ShivaGupta-sm6pt16 күн бұрын
Good morning achrya ji k channel ko 🎉
@kiranlata593716 күн бұрын
ग्रेट सर 🙏 इसलिए आज आप सबमे लोकप्रिय हैं।
@priyankagupta800216 күн бұрын
कोई कर्म न अच्छा होता है न बुरा होता है। ज्ञान के साथ करा तो सही है। ज्ञान जो सब करवा दे वो सही है। तो बुराई सिर्फ़ अज्ञान में है। -आचार्य प्रशांत
@rajeshmahato226714 күн бұрын
Let's donate minimum 100 rupees/month,if we really want to support the movement and spread it very fast without 2nd thought,if we are listening any videos our small contribution will be of small support for the yagna lit br Acharya ji.
@ReadWithRohit16 күн бұрын
गीता आसमानों की बात है ।
@anuragmondal16 күн бұрын
AP team is doing the best use of Ai
@fanboyofacharyajee16 күн бұрын
कामना के अनुगमन से अगर दुख मिलता है तो कामना के दमन से और दुख मिलता है~ ये नियम है।।।। दबाओगे तो दुख घटेगा नहीं बढ़ेगा❤❤ आचार्य प्रशांत :::::::::;;;;;;;;;;;;;::::::::::::::::::::❤❤❤
@aniket816815 күн бұрын
✒️कभी किसीको कुछ करने का इल्जाम मत देना,, या कभी किसीको कुछ न करने का इल्जाम भी मत देना.. इल्जाम अगर हो सकता है तो बस एक बात का.. 'न समझने का'।🙏❣️
@priyankagupta800216 күн бұрын
बिना कुछ जाने अगर तुमने दमन करा तो उसके बहुत दूरगामी और घातक परिणाम होते हैं। फिर पाखंड होता है। चोरी-फ़रेब होता है। -आचार्य प्रशांत
@starttofluentlearnenglish230616 күн бұрын
Best thought ❤
@rinkusahu-em6st12 күн бұрын
Kabhi itna energy se Geeta ka shlok aise kabhi school, college temple kahi bhi nahi suna, Dil se Dil tak pahuchi sidhe saare shlok ..
@kalpeshbaria785216 күн бұрын
પ્રણામ આચાર્યજી 🙏🙏
@AdvaitRajasthan16 күн бұрын
Book stall अपने जीवन में आए ज्ञान को उतारने का, उसे परखने का बहुत बड़ा माध्यम हैं। तो आज ही जुड़े।
@Riya212Sharma16 күн бұрын
Humare Bharat aur Duniya ke logo ke har Vyakti tak Acharya Ji baat jaye taki log Asli Dharam aur Bhagwat Geeta ka arth samajh paye , North , South, East , West Har taraf jaye Acharya Ji ki baat , Specially ye Bollywood aur Different Fil industry aur Fake babao , Sadhu santo tak bhi jaye taki Ye Dharam ka Galat prachaar karna band kare aur Sahi Marg par akar achha jeevan jiye tatha Dharati ko Firse Pawan Banaye 🙏✨ Jai Shree Ram ❤ Jai Shree Krishn 🙏 Jai Maa Adishakti ❤ Jai Gyaan ❤ Jai Dharam ❤
@Lab_dmlt16 күн бұрын
करम में लीपसा नहीं 🪔 करम का त्याग है ✍️ निष्काम वो निस्वार्थ करे 👁️ , ये शुद्ध ज्ञान की आग है 🔥
@sheela99416 күн бұрын
प्रणाम आचार्य जी 🙏 आचार्य जी के साथ गीता का काव्यात्मक अर्थ गाकर मन खुश हो गया। धन्यवाद 🙏🙏🙏
@yatendrakumar976016 күн бұрын
नमन आचार्य जी।
@SnehaRajpoot-k7r16 күн бұрын
अब बदलना है खुद को
@samirdahal781416 күн бұрын
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🇳🇵🇳🇵🇳🇵
@GeetaPandey-x9w16 күн бұрын
Insan chij hi aisi hai use khud ko uncha dikhana hai Aur dusro ko nicha prnam Acharya ji ❤
@learners70916 күн бұрын
गीता संस्कृति और वृत्ति के विरुद्ध संघर्ष है।🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🙏🙏
@GULAB-SHAIKH-SAYYED-1-G16 күн бұрын
जगत मद में चूर और, चाल अड़बड़ चल रहा मद उतारे बिना कहो, चाल ठीक होगी कहाँ ~ भगवद गीता 3.29
@Gyankibaten29516 күн бұрын
अगर आत्मज्ञान होगा तो सब काम सही होगा आचार्य प्रशांत ❤🙏