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भीलवाड़ा शहर का नाम करीब 500 साल पहले भीलो ने महाराणा प्रताप के साथ हल्दीघाटी युद्ध में दिया उसके आसपास भीलवाड़ा शहर का नाम पड़ा भील शब्द से क्योंकि महाराणा प्रताप को युद्ध में साथ दिया था भीलों ने आज भीलवाड़ा प्रसिद्ध है यहां पर कपड़े का काम होता है कपड़ा बनाया जाता है और भीलवाड़ा के पास में एक हरणी महादेव मंदिर है यहां दर्शन करने के लिए हम गए हरणी गांव के पास में यह होटल नंदिनी के अंदर हम रुके यहां गांव का दृश्य बहुत ही खूबसूरत था गांव में घर से छाछ, दही दूध लेकर आए और इसके बाद में भीलवाड़ा से निकलकर गांव में गए बारिश के बाद में खेतों में जुताई का कार्य चल रहा था वाकई में देखने लायक और उसके बाद में भीलवाड़ा के नजदीक हमीरगढ़ इको पार्क जा रहे हैं वह आप अगले वीडियो में देखेंगे
सुबह-सुबह गांव का नजारा देखने लायक होता है यहां दादा जी दादी जी खाना बना रहे थे खाना खा रहे थे और चारपाई के ऊपर बैठकर सुबह 7:00 का समय और दही बिलोने के बाद छाछ बना करके रखी हुई थी हम लेकर के आए बच्चे खेल रहे थे
भीलवाड़ा के रिलायंस मॉल के अंदर भी हम शॉपिंग करने के लिए गए मॉल के अंदर से हम काफी सारा सामान शॉपिंग करके लेकर आए नया माइक भी लिया भीलवाड़ा में अमेजॉन डिलीवरी ब्वॉय से
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