तर्क के बारे में आचार्य रजनीश कहा करते थे तर्क एक तलवार की तरह होता है ,तलवार जिसकी होती है उसे भी काट देती है और दूसरे को भी।तलवार किसी की नहीं होती।
@Dontwastetime_Ok3 ай бұрын
Arre Bina logic jiyoge kaise😂?
@neelumsethi90722 жыл бұрын
ओशो ने धर्म के सिर्फ पाखंड की आलोचना की है। शिव सूत्र, मीरा कृष्ण, पर उन्के प्रवचन सुन कर देखें । शुद्ध प्रेम को वे बहुत महत्व देते हैं । इसिलिए उन्के शिष्य उनके प्रति भाव रूप से समर्पित हैं आज भी! और सत्य तो यह है कि ओशो ने धर्म के जिस रूप से हमें अवगत कराया, हं अपने धर्म को गहन समझ पूर्वक जान पाये हैं। " मैं कहता आंखन देखी " पढकर मैने अपने धर्म का एक दिखावे से नही, गहन प्रेम और समझपूर्वक चिंतन कर रही हूँ । वे आपका धर्म परिवर्तन कभी नहीं करने को कहते। उन्होने प्रेम मार्ग और ध्यान मार्ग दोनो दिखाये। ताकि हम अपनी रुचि और लगन अनुसार अनुसरण करें । उन्होने कभी Fixed उत्तर नही दिये। व्यक्ति विशेष की सहयता के लिये, कैसे वो ध्यान पूर्वक जी सके उसमे सहयोग किया ।और कब उसको अपने परिवार के पास वापस जाना चाहिए, ताकि सबके जीवन में सन्तुलन आ सके। जहां तक हो सके, समय व्यर्थ ना हो उन्के शिष्यों का और वो दुनियादारी के हिसाब से नही आत्मिक स्तर पर उँचाई को पा सके, ये उन्के यत्न होते थे। आप आश्रम की आबो हवा मे रह कर भी दिमाग पर ही रहे। ( क्योंकि आप खुद को बड़ा intellectual समझते रहे। और आप ही के घटिया शब्दों में आप उनकी, " बदमशीयं " पकड़ने गये! ) शायद आपको ज्ञात नहीं कि घर मे माता पिता भी जैसे तैसे, चतुराई से बच्चे को पूजा पाठ के मार्ग पर डाल देते हैं ताकि वो गलत मार्ग से बचा रहे। ऐसे ही सद्गुरु भी साम दाम दंड भेद कर के शिष्यों को सन्मार्ग पर चला देते है । ये उनकी करुना है हं पर। हं भी कभी बचपन में सुनकर उनपर हँसे थे पर आज अनुग्रहीत हैं। स्वयं पर इल्जाम लेकर उन्होँने हमें आजकल के तनाव पूर्ण जीवन में हं कैसे सन्तुलन में जियें इसकी कीमिया सिखा दी है सद्गुरु ओशो ने। कई करोडों प्रेम वश आज भी उन्के दर्शन पा लेते हैं ।
@anujkumardubey2401 Жыл бұрын
Sahi kaha apne
@rootpurehappiness60713 жыл бұрын
तर्क़ से किसी भी चीज की निष्पत्ति नहीं हो सकती 🙄🙄🙏🏻 ओशो शब्दों से हटाकर मौन में ले जाना चाहते थे
@sameershah9722 жыл бұрын
Sahi baat toh yah ha ki osho pura tarah sa galat nahi tha mgr unhona apna fayda ka liya logo ka soshan kiya ha kuch galat baatein bata kr.
@manojrana-vu9jr3 ай бұрын
Bhai osho ko paisa kmana hota kitna bhi kma lete Unke jane k baad unka bank ac bhi nhi mila koi property unke naam p nhi thi Unse hzaar guna to chhote chhote baba kma lete hai Wo to itna kma skte the jiska hisaab nhi Jisko kmmana ho uske dushman puri duniya me nhi hote unko kya pdi thi kisi k against jane ki
@Aaple_gav_Aaple_vlog3 жыл бұрын
आप भारतीय समाज की खिचडी बनानेवाले समाज के ठेके दारों के बारे मे कभी बोले है, रजनीश तो वर्ल्ड philosopher थे, आपको भारत में भी कोई pahachanta नही
@AnilKumar-zz8ts Жыл бұрын
एक अनुमान के मुताबिक ओशो ने डेढ़ लाख पुस्तकों का अध्ययन किया था बावजूद इसके उनके प्रवचनों में उनके ज्ञान की अपेक्षा अनुभव की झलक ज्यादा मिलते हैं और आपके कदमों में अनुभव की अपेक्षा ज्ञान की झलक ज्यादा मिलते हैं
@manojrana-vu9jr3 ай бұрын
Gyan ki bhi nhi hai Spiritual experience to dur
@pradeepkumarupadhyaysonu91323 жыл бұрын
ओशो great हैं उनकी बराबरी कोई नही कर सकता
@ShubhamGupta-kb3iu2 жыл бұрын
ओशो को समझने के लिए आपको 100 बार श्याम मानव बनना पड़ेगा।
@ravikumar-kx6df2 жыл бұрын
Pad mat jyada usko ek jhant ukhadu bhi hara dega wo aurat ka Gulam tha yani boor ka Gulam tha usne kabhi bhi mard ki jarurat hi nhi batayi kabhi ye bhi kah diya ki aurat se hi duniya chalti h mard ke bina bhi duniya chal Sakti h
@renupandey961 Жыл бұрын
Right,, ye jarurat se jyda hi khud ko समझने lge
@lifeboyhjjmvhdhjh Жыл бұрын
Osho ko ek hi janm me samjhsakte hai log bas sab bhula ke dhyan uski baatein pe lagaye shyam manav name rakhne se koi shyam nahi banjata osho ka ek hi target tha bo tha man ko khatm karne ka or dhyan karane ka
@Ssedits568 Жыл бұрын
Osho ko samajhna har kisi ke bas ki baat nhi
@skp148010 ай бұрын
Ye Kuuta hai, Ise Bhokne do..😮
@cristianoronaldo-qd1fm2 жыл бұрын
ओशो ने कहा था मेरी बातों को मानो या ना मानो मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता लेकिन इन पर विचार जरूर करना समझ जाओगे तो अपना लेना नहीं समझ पाओगे तो खोज में निकल जाना
@sanjeevsirohi6079Ай бұрын
संभोग से समाधि यदि एक बार पूरी सुन ली जाए ,,तब आप ओशो का सही आकलन कर पाऐंगे। ओशो को जाने बगैर बहुत लोग है जो ओशो की निंदा करते है ,,आप कोई अनोखा काम नही कर रहे है,,
@rajeshacharya80577 күн бұрын
जिसका भाग्य और पुण्य ज्यादा हैं वो ही रजनीशको समझ पाएंगे।श्याम मानव जो समझा रहे है वो ठीक नहीं है।रजनीश को समझना इतना आसान नहीं हैं जो मानवजी समझा रहे है।
@rohitbhaipanchal3308Ай бұрын
ओशो ओर आचार्य प्रशांत जेसे ज्ञानीओकी टीका करके तुम कया साबित करोगे न तुम्हारे पास कोई अध्यात्म हे ओर कोई सत्य
@sunilrajput492527 күн бұрын
Right 👍😂😂
@SHIVAJIDAHIYA4 ай бұрын
आज ओशो के विषय में आपके विचार सुनकर मेरे मन में जो भी सम्मान था आपकेप्रति वो एक तरह से खत्म हो गया शायद आप भी बहुत साधारण बुद्धि के इंसान साबित हो गए आपका पूरा वीडियो केवल दो बातों का जिक्र करता है ओशो ने सेक्स के बारे में क्या कहा और ओशो की लग्जरी लाइफ अरे ओशो ने एक हजार विषय पर अपनी बात कही है ओशो की हर बात सुनकर मैं हैरान होता हयू की कोई इतना गहरा अवलोकन कैसे कर सकता है ओशो के भाषणों के विषय इतने बड़े और विशाल और गंभीर है की गहरी समझ रखने वाले उसमे एक तरह से डूब जाते है लेकिन जीवन दर्शन की इतनी गहरी बाते छोड़कर आप सेक्स और लग्जरी तक सीमित हो गए ये तो शर्मनाक है मुझे ये कहते हुए खेद है आपने आज अपना कद छोटा कर लिया आज मुझे ये भी पता चला की आप के सोचने समझने की सक्ति कितनी कमजोर है अरे कहा ओशो कहा आप चलिए आज एक बात बताता हु ओशो के बारे में इस दुनिया में बहुत से विद्वान वक्ता हुए जिन की बाते उपदेशों के रूप में किताबो में आई पढ ने वाले भी अपने शब्दों में उनकी व्याख्याएं की लेकिन ओशो की कही हुई बात की कोई आज तक व्याख्या कर ही नहीं सका जिसने कोशिश भी की वो अपने सब्दों से वह अर्थ पैदा ही न कर सका जो ओशो ने किया ओशो के भाषण हो या किताब उनमें एक एक सब्द अक्षरशः वही लिखा है जो उसने कहा है ओशो ने यदि अपने भाषणों की रिकॉर्डिंग नही कराई होती तो ये दुनिया इतने बड़ी ज्ञान से वंचित रह जाती क्योंकि सुनने वाला उसे दूसरे को बता ही न पाता
@baakhuda2 жыл бұрын
आपके पास समझ का अभाव है,,
@jitendradutt34102 күн бұрын
कमाल है एक प्रतिभा व ज्ञान व बुद्धि का चैतन्य आकाश को एक ऐसा आदमी तोल रहा है जो अध्यात्म व योग अध्यात्म के आयाम के बारे में एबीसी भी नहीं जानता तर्क की बात जहां तक है वह तो खेल होता है दोनों पक्ष चाहे सत्य हो या असत्य इससे सम्बन्ध नहीं होता वह तो इस पर निर्भर करता है की सुनने वाले को क्या अपील करता है सबको अलग अलग बात अपील करती है हिंन्दु को अलग मूर्ख को अलग और बुद्वि को अलग
@rohitbhaipanchal3308Ай бұрын
ओशोके आगे ओर प्रशांत आचार्यके आगे तुम्हारा कोईभी लोजिक काम नहिं आऐगा ईसलिऐ ऐसे परमज्ञानिओकि टीका टीप्पणी बंध करो
@shailendraparmar73652 жыл бұрын
सर आप ओशो जी का ताओ उपनिषद पढिये, आपको आपने किसी भी सवाल का जबाब, किसी से मांगने की जरूरत नही पडेगी. लेकिन सर आपको हिम्मत जुटानी पडेगी, खुद आपकी तरफ इमानदारी से देखने की, अगर आप इमानदारी से खुद की तरफ देखोगे, तो आप खुद शाम मानव को मिटा दोगे, आपकी आवाज मे कोमलता प्रेम दिखने लगेगा. ओम शांती भगवान सबका भला करे.
@prashantesi2 ай бұрын
Yeh baat tum par bhi lagoo hoti hai😊
@dr.ramsubashyadav6695 Жыл бұрын
आप ने यह बहुत अच्छा किया की रजनीश ओशो के रहते यह विश्लेषण नही किया इसी लिए आप महान है धन्य है आप का ज्ञान
@umeshkute88232 жыл бұрын
कोई कुछ भी कहा लेकिन आपका मिशन कमाल , धमाल और बेमिसाल है . बदमाशोंपर शिकंजा होना चाहिये. भगवान पर विश्वास बढाना चाहिये. स्वामी विवेकानंदजीने यही किया है .
@MrKaluvishalАй бұрын
मैं मैं मैं मैं मैने मैंने मैने मैने बस यही किया मानव जी आपने।
@jitukumar-wx3hc3 жыл бұрын
You love osho or hate but you cant ignore him.
@ravikumar-kx6df2 жыл бұрын
Jo chutiya jhoot and sach dono bolta ho use to dono tarah ke log pasand karenge hi ye koi khas bat nhi h
@hemantshende2372 жыл бұрын
Shyam मानव सर आप जो कार्य कर रहे है वह बहोत सराहनिय है. परंतु मुझे यह कहना
@hemantshende2372 жыл бұрын
आप ओशो को esliye galat समझे hai q ki unki bato me virodhabhas dikhai deta h. Is virodhabhas ki bhi ek vajah Unhone spasht ki thi vo ye thi q ki hame lakir khinch dene ki adat hoti h Wo hame suvidhajanak lagta h. Ek baar lakir khich do fir uske fakir ban jao. Chahe fir wo lakir aastikta ki ho chahe nastikta ki. Osho apni bato se kisi ko lakir khichne ka mouka nhi dena chahte the. Wo kehte the ki mai tumhe confuse karunga taki tum khoj me niklo ki sahi kya h aur zuth kya tum apne anubhav se jano jo tum janoge wo tumhara apna gyan hoga kisi aur ka nhi. Aur wo hi tumhare liye thik hoga.
@BhanupratapSingh-gt4xsАй бұрын
श्याम मानव जी आप रजनीश जैसे तार्किक की बातों को छोड़िए उन्हें धर्म से कुछ लेना देना नहीं है
@Jaydevsinhvaghela-j2h9 ай бұрын
5:35 Jay manav sir aa mera saval lijiye kyoki me bahut tarkik vykti hu aur apko sansthako bahut age le jana chahta hu aur apko bahut bada dan bhi dena chahta hu kyuki me manvata vadi hu aur maanavta ko aage bathana chahta hu please sir col
@Aadeshmishra1923 жыл бұрын
भगवान ओशो को समझने के लिए उस लेवल की बुद्धि होनी चाहिये ।जिसने भगवन ओशो को समझ लिया उसने सब समझ लिया।अब ऐसे लोगो को सुनकर इन पर दया हि आती हैं ।भगवान भला करे इस बुढऊ का।
@सर्वमंगलसंकल्प Жыл бұрын
आप समझ गए क्या ओशो को ???
@yogeshdhondiyalfilmproduct6169 Жыл бұрын
You are right
@lifeboyhjjmvhdhjh Жыл бұрын
Osho ko samjhne ke liye sirf ek hi baat kaafi hai uska main target tha dhyan or man ko khatm karna bas man gaya sansaar gaya itna target tha parantu bo bhi mrityu hi ke samaan hai purd is sansaar me bhot kam log hue hai jisme ek naam osho ka bhi hai osho ko mahapurush keh sakte hai bhagwan nahi keh sakte bhagwan to sirf bo hai jinhone sabkuch banaya hai gagan akash nadi pahad or bo shiv hai
@Aadeshmishra192 Жыл бұрын
@@lifeboyhjjmvhdhjh आप जो कह रहे हैं वो बात भी सही है हर किसी का अपना अपना समझ होता है महापुरूष समाज को दिशा देते है अच्छे कार्य कर के जाते है इसलिये वो महापुरूष कहलाते है महापुरूष को आप चाहे भगवान माने या सिर्फ महापुरूष माने ये व्यक्ति की अपनी-अपनी सोच होती है लेकिन हमारे लिये हमारे मा बाप भी भगवान होते है क्योकी उनकी वजह सेहम दुनिया मे आये ।हमे पाला पोसा बड़ा किया ।वैसे हि गुरू भी भगवान हि होता है जो जिवन को सवार देता है।गुरू से ही भगवन की प्राप्ति होती है आखिर कहा गया है गुरू ब्रह्म गुरू विष्णु गुरू महेश्वर ।
@vartikachaudhary5887 Жыл бұрын
@@सर्वमंगलसंकल्पji bilkul samjh gye
@Devotional_Mantra1083 жыл бұрын
Sir osho ko samajhne ke liye bahut dimag chahiye
@Dontwastetime_Ok3 ай бұрын
Tumko hai?
@rohitbhaipanchal3308Ай бұрын
हा पाखंडकी बात करते हो वो ठीक हे लेकिन ओशोके बारेमें कभी गलत मत बोलना
@VivekKumar-bs3zf3 жыл бұрын
Sir mai 25yrs ka hu , aur 5 saal pehle osho ke videos sunna suru kiya. Mujhe lagta hai osho ne mujhe rational and logical banaya hai lekin jaisa ki aap samjhate aaye hai ki wo kaise authentic nhi the, ye mujhe bhi tab samjh aaya tha jab wo aatma , parmatma , punarjanm ki baaten krte the kyuki usse pehle ke lectures mai wo ye sab bakwas hai aisa bta chuke hai. Mene tb decide kiya , jo ki osho ne ya aur bhi logo pehle hi bola tha, wahi mano jo tmne sahi lgta hai. Tab se maine osho ko spirituality pe sunna hi band kr diya. Aap bahut accha kaam kr rhe ho. Aap ko sunkar koi osho me fasega nhi balki aur babao aur guruon se mukt hone me osho ke tark ko kaam me lega.
@SachinThakur-me6dcАй бұрын
आपण काय आहात आपल कर्म काय काय शिकवण्याची ईच्छा क्षमता आपल्याकडे स्वता वर स्वताच बाेलू शकता का
@Aaple_gav_Aaple_vlog3 жыл бұрын
आप बातोंको रेटा मत करो, आपका स्वभाव ही ऐसा है 😀😃😄😇😆
@balkrishnabhagwat1176 Жыл бұрын
😂😂😂
@bhudhakumar263 Жыл бұрын
Osho ko samjhane kliye power chahiye aur energy chahiye
@RamTurkane-oz8xkАй бұрын
जो आस्तिक हैं वो रजनीश ओशो को कभी नही समझ सकता ये तो मैं कह सकता हूं।
@bhimsingh66109 ай бұрын
Try spitting on the Sun, Try very hard but it will come back to you.
@niveditashirwatkar49003 жыл бұрын
Totally agree with u Sir 🙏
@dineshsaini5222 Жыл бұрын
Aap jis hisab se unke bare bol rhe ho us hisab se hundred percent ye lgta h ki aap ne unko pura pda hi nhi adha adhura pd k chhod diya
@k.chandrahar6709Ай бұрын
एक हैं ओशो और एक हैं अष्टावक्र और एक हैं सुकरात। असत्य से कभी समझौता नहीं किया
@balrajgupta40273 ай бұрын
SHYAM MANAV JI , I LIKE YOUR TARAK , RIGHT AND JUSTI FIED.
@sunilrajput492527 күн бұрын
Jitne bhi comment hai vo sb osho ke gulam hai 😂😂
@Yoga27-q6y3 жыл бұрын
आप कहते वो सब सत्य हम सब तो मुर्ख ही है क्या? 😜😛😜
@ravikumar-kx6df2 жыл бұрын
Murkh bhi kahlane layak nhi h
@sushilaverma133111 ай бұрын
मान लीजिए, दो लोग बैठे हैं आमने सामने, एक बोलता हैं तेरी शर्ट हरे रंग की हैं, क्युकी उसकी आंखो में ये खराबी ही की उसको हरा रंग ही दिखता हैं, दूसरा बोलता हैं, की तेरी शर्ट भगवा रंग की हैं, क्युकी दूसरे की आंखों में ये खराबी हैं की उसे भगवा ही दिखता हैं। मजे की बात ये हैं की जिसको हरा दिखता हैं, वो सुनता भी हरा हैं, और जिसको भगवा दिखता हैं, वो सुनता भी भगवा हैं। तो दोनो अपनी दुनिया में मस्त हैं😊 । पर एक जो थोड़ी दूर से बातें सुन रहा था इनकी वो सोचता हैं, यार इन दोनो की ही शर्ट सफेद हैं, पर ये अलग अलग क्यों बोल रहे हैं।😅😅 पर मुद्दा ये हैं की किसकी बात सही मानें, की वास्तव में कौन सही हैं या गलत। हमारा संसार, हमारी आंखे, कान सारी इंद्रियां अपने अपने संस्कार के हिसाब से , हमारी सोच के हिसाब से अपना संसार बना लेती हैं। जैसे किसी ग्रुप में एक कमरे में लोग बैठे हैं, तो एक को चक्कर आने लगे, तो जिसको आए उसके लिए ये वास्तविकता हैं, जबकि वाकी के लिए बेवकूफी का अनुभव।😅😅तो सच्चाई ये हैं ये सब माया के आभासी संसार हैं, सब कुछ समय के बुदबुदे हैं। समय काट रहे हैं। मनुष्य में क्षमता हैं इस से बाहर जाने की लेकिन वोह भी ज्यादातर सामान्य जीवो की तरह ही व्यवहार कर रहा हैं।😊😊😊 ॐ शांति।🎉❤😊
@rayajisatoskar32543 жыл бұрын
तो आप बतआयो की रजनीश क्या झूट बोले क्या सच बोले
@ShashiP50KАй бұрын
श्याम जी ओशो के टाईम पे होते तो ये भी उनका चेला बन जाते ।
@rohitbhaipanchal3308Ай бұрын
ओशो ध ग्रेटको आप सही अर्थ में समजहि नहीं आए कृष्णमुर्तीकोभि समज नहीं पाते लोग आपके ज्ञानकी गुणवत्ता मेरे सोचसे कमहि हे
@dharamdas3563 жыл бұрын
आचार्य जी का डिबेट वाली बात सही है।
@User1212swaa2 ай бұрын
Osho बेजोड है, ओशो का कोई मुकाबला नही
@shubhrabhise393 жыл бұрын
सर नमस्कार खालील मांसाहार वर्ज , व्यसन मुक्ती, भ्रस्ट धन , परस्त्री गमन व सुमारे 2 तास नामस्मरण या गोष्टी इस्कॉन ची तत्वे आहेत , यामुळे जीवन शांती व सुख कारक होत असेल?या बाबत आपन विचार सांगाल कां ? धन्यवाद
@maheshborle36 Жыл бұрын
Theek hai maharashtra ka Ganesh utsav ke baare bataiye 😂😂😂😂😂😂😂😂😂
@shyamsundersharma6789 Жыл бұрын
Osho is great
@wecleanfacility35083 жыл бұрын
Sir मुद्दे की बात बोला करो प्लिज....
@vedantatutorials30211 ай бұрын
Osho par bol kar tumne aapni aukat bata di
@prateekkochar628710 ай бұрын
धर्म आस्था का विषय है तर्क से साबीत नही कीया जा सकता है
@shakishty8 ай бұрын
Thank you very nice analysis of Acharya rajneesh
@tusharsurvase9466Ай бұрын
Extremely perfect ❤
@mr.devilgaming55313 ай бұрын
अगर osho को कोई व्यक्ति कहता कि उसे ठंड लगी है तो वो उससे वो कहता कपड़े पहन लो, अगर कोई कहता था कि गर्मी लग रही है तो वो कहते कपड़े उतार दो। इन दो बातो मे विरोध aabhas नहीं हैं।
@manjirisaraf47373 жыл бұрын
Osho 🙏🙏🙏🙏
@RahulVerma-fb8mwАй бұрын
Osho is great 🙏🙏
@astroevents28704 ай бұрын
What about your personal opinion about Acharya Rajanish?
@Pranavkumarsinha-dm9soАй бұрын
Osho is great.l love Osho.
@VijayChahar-uq8sl2 ай бұрын
औरतों के सौंदर्य क़ी तरफ प्रभावित होने बाले ही ओशो का समर्थन कर सकते है अन्यथा कोई नहीं कर सकता है
@VijayChahar-uq8sl2 ай бұрын
आप बिल्कुल 100%सत्य कहरहे है जी ओशो मे केवल तार्किक बुद्धि के बल पर लोगों को बेबकूफ बनाया
@प्रगतिशीलकिसानमंचसुरसंड4 ай бұрын
स्रोता को निष्पक्ष होना चाहिए तभी आप सच तक पहुँच पाएंगे। अपने समय में ओशो की महानता सत्य हो सकता। क्योंकि तब बिज्ञान इतना विकसित नहीं हुआ था।।। प्रत्येक बच्चों में पूरी की पूरी संभावना वह अपने वर्तमान के माता पिता सगे संबंधियों से बहुत वेहतर हो सकता था। पर सही परिवरिश के अभाव में पिछड़ भी सकता है।। भविष्य में मानव महाशय से भी वेहतर सोच बिचार बाले लोग जन्म लेंगे उनको भी उतने ही चाव से सुनेंगे जैसे आज महामानव,, मानव महाशय को सुन रहे।। मानव बुद्धि विवेक समय के साथ निखरता रहा है। सच भी बदलते रहे हैं।।। इसलिए किन्ही एक बिचारों पर अटके नहीं दिमाग की खिड़की खुली रखिए हमेशा नए बिचारों को सामने लायक जगह दिमाग में बनाए रखिए।।
@balu5083 жыл бұрын
Yes this incident of double debating favour n against is true. Osho himself narrated in his discourse.. There are about 650 in English and Hindi. His discourses are in video n cds.
@kailaphotography60473 жыл бұрын
By your theory, we should not believe you....Rajnish is all time better than Sharad Pawar whom you praised like anything.
@MamtaKumari-bk5sg5 ай бұрын
Rights says, thanks for this 👏👏
@jnkatara97518 ай бұрын
आप भारत का जो असली शक्ति साधनाएं है, उसका मूल उखाड़ रहे हैं।। अंधश्रद्धा भले दुर को रेशनालिजम सब कुछ नहीं है।। आप अपने आपको सायद होशियार समझ रहे हैं
@VinodTailor-b8kАй бұрын
Osho
@Mahinder-y9iАй бұрын
Sab vyarth Hai
@sanjeevsirohi6079Ай бұрын
आप कौन है भाई,,,ओशो को लोग स्वयं स्वीकार कर रहे है ,,,और जिन्हे उनके रहते परेशानी थी,,क्या मरे बाद उनका पीछा छोड देंगे,,?
@satyadarshandelhi3 жыл бұрын
Osho ko samajhne ke liye jo budhi chaahiye vo aapne nahi hai
@sadrakthapa1088 ай бұрын
फिर योगा,मेडिटेसन सिखाता है,, रजनिस गफाडी है,, धन्यवाद।
@AnilKumar-zz8ts4 ай бұрын
पृथ्वी अपनी धुरी पर क्यों घुमती है
@dineshsaini5222 Жыл бұрын
Knowledge to apka bahut km lg rha h sir ji 🤣🤣
@Aaple_gav_Aaple_vlog3 жыл бұрын
आप मे किधर प्रमाणिकता है
@Sktube233Ай бұрын
Jahatak maine jitna osho ko pada hai syam ji aap unke pairo ke dhool bhe nahi ho
@abhayyedsikar75733 жыл бұрын
It's very very difficult to contemplate the Darahan shastra of Osho unless you live like him. Also an enlightened person could be understood by another enlightened person or those who are walking on that path and trying to make their footprints on the path. We have not spared any enlightened person up till now this the history of mankind. It is very difficult for a person especially a public figure to accept the ignorance and admit it before society. But it's Osho's worthiness and he always proclaimed it that he will be either critised or loved but can't ignored. Oshos lover's never worried what people are saying about their Master. And he also taught that you don't try to anyone who is against his teachings.Wait the opposer has started his journey towards him by opposing him. It's only a matter of time sooner or later he will walk under his love umbrella to shed himself from the heat.
@spiritualscience680811 ай бұрын
It is proved that any Enlightened person never fall sick or allergic to outer atmodphere..! But Rajnish was affected .. And has ability, power to cure any diseases of self and others too..! Why..? Nobody is rational..!
@bhagwatchavan9767Ай бұрын
Kundlani jag jane pr insan ko gyan ho jata hai ye osho ne kaha hai sir
@shailendradhaddha6200 Жыл бұрын
तुम ओशो पर बोलने के लायक नहीं हो पर बोलने की तुम्हें स्वतंत्रता है .
@ramsubhagsingh19602 ай бұрын
गलत बोल रहे हो
@RahulVerma-fb8mwАй бұрын
Osho k rhte aap ye kabhi nhi bol pate 😅
@laxmansingh-zo8rc Жыл бұрын
एक दिन के लिए अपने "मैं" मुझे"को किनारा करके रख फिर तेरी समझ में आ जायेगा . 😢
@samadhanpol72393 жыл бұрын
योगी कथाआमृत / autobiography of yogi ईस किताब पर आप क्या कहें? क्या यु सच हे ? समाधान पोळ महाराष्ट्र
@chandrashasverma90043 жыл бұрын
Have you seen in world like osho
@dineshsaini5222 Жыл бұрын
Kash ye apki debating osho k sath hoti ek bar 🤣🤣🤣 to aj te channel hi nhi bnta apka 🤣
@savitavashistha9073 жыл бұрын
Consistency is the virtue of ass! 🤣🤣
@cllodhi4767Ай бұрын
Jindgi badi jatil hai,,bahut samajhdar mat bano,,,aalochna sirf mahapursho ki ho sakti hai murkho ki nahi
@NeeleshYadav-c6sАй бұрын
Osho ki bahut si batein sahi hain Ap kyun nahi osho ban jate
@Akashdeep-iw1jb3 жыл бұрын
It has taken 30 long years after his death for a small section of society to acknowledge and celebrate Osho. With the publication of Life’s Mysteries-An Introduction to the Teachings of Osho (Penguin India), perhaps a new generation of readers will get the chance to access Osho’s formidable work sans prejudice and bias. His was a life touched by GENIUS… and MADNESS. In a country as hypocritical as ours, a person has to be a little crazy to say what Osho consistently said, knowing all along that his ideas would be mangled beyond recognition by those who were so conditioned by convention to conform to centuries of clichés about our ‘great culture’. Osho was horribly misunderstood during his lifetime. And rendered largely irrelevant to the next generation (after his death) that didn’t quite understand just how ahead of his time Osho really was. It was easy for an ignorant press to label him a ‘SEX GURU’ and focus on wild orgies at his commune in Pune. Sure, Osho had dedicated a large part of his life to deconstruct and demystify SEX -he’d consistently mocked those who gave it such exaggerated importance, he’d laughed at others who treated sex as a terrifying affliction. SEX, Osho declared, was like eating, sleeping, breathing, drinking. It was our problem if we attached any more significance to it. His irreverence and wicked sense of humour (nothing was sacred in his book, and nobody was a holy cow) were misconstrued by people who refused to look beyond his flamboyant lifestyle (a careful construct that was actually a sly and subversive send-up of our fascination for money and symbols of wealth), his velvet robes and an impressive fleet of Rolls Royces (he changed cars every day to drive the short distance from his home to the meditation hall in which he held his discourses). This was the essential Osho-as mischievous as a child. Ready to play intellectual pranks on the world, then sit back and chuckle at the furore those created. Behind the diamond bracelets and elaborate headgear was a man with complete and ABSOLUTE CONTROL over his SUBJECT. Forget dubbing him a philosopher who had mastered comparative religions-any academic can rightfully make such a claim. Osho was an original. His take on religion was radically different from anybody else’s. And as an original thinker, he challenged everything and everybody. In the bargain, he managed to annoy the world. Perhaps that was his intention. If there is one thing Osho hated it was COMPLACENCY and SMUGNESS. He provoked with deliberation, aiming his barbs at those who were cosily ensconced in their bubbles of certainty about life and its ‘rules’ (BORRRRRING!!). Osho abhorred humbug and didn’t miss a single chance to debunk all those pious, pompous asses who sat in judgment over others. In the process, he acquired a terrible reputation and was seen as a threat to ‘civilised’ society. This positioning would have suited him fine as well had he not had to pay such a stiff price for it in terms of his physical health. Post his ordeal in Oregon, which nearly cost him his life, Osho was a mere shadow of his former self-frailer in body and spirit, he more or less abdicated and left his VAST EMPIRE IN FAR LESS CAPABLE (even wily) HANDS. Today, the commune in Pune is no better than a swanky resort or spa, without a charismatic leader to head it. Yes, it still attracts foreigners looking for a warm winter break in Pune from the brutality of European winters, and I’m sure it makes serious money, too. The great scholar that Osho was, may just find the recognition denied to one of the last century’s most iconoclastic thinkers, thanks to the book. He died an inglorious death. But his vibrant life was his true message. Here’s hoping Osho lives vividly in our imagination once again. I was, and remain, Osho’s ardent admirer. SHOBHAA DE INDIAN COLUMNIST LITERARY WRITER OF SOUTH ASIA,
@ravikumar-kx6df2 жыл бұрын
Overall osho was not a authentic person. In his initial life he was authentic but later on he changed his path and never criticized religion and spirituality and using this to make money and himself enjoyed in confused way
@shakishty8 ай бұрын
Rajinish is good business man who sold even sex in the name of spirituality.
@sahanimadan417618 күн бұрын
You tell me something about ROMI.
@mahendrasahu33673 жыл бұрын
आपने एक काम बहुत अच्छा किया की...ओशो के रहते नही कहा....☺️
@amanaryan28303 жыл бұрын
हाँ नही तो ओशो चिलम फेंक के मारता....
@rahulshrivastava84053 жыл бұрын
Ar tu us chilam ko pileta ar terá ye manav bhi pileta shayad mind khul Jaye
@nitishgautam57288 ай бұрын
For me Osho is a book which has Correct knowledge and also falsehood ... The end goal should be learn from him how language can be used against anything, how vulnerable it is .
@rajdhankumar265011 ай бұрын
Sir aapka kaam kanile tarif hai lekin osho is gratest and j krishmurti
@surendrajain64372 жыл бұрын
Osho ke bare aap ke vichar nakaratmak hona aapke gyan ko parakhne ke liye kafi h.
@mankeshwarsharma7106Ай бұрын
Tum abhi bache ho osho ko samajh nahi sakoge
@rajkumarsangeet5623 ай бұрын
Sir aap bekar pareshan ho rahe hai osho par bolna sooraj ko roshni dikhane jaisa hai 😂
@MohanPanchbhai5 ай бұрын
Osho Rajnish ke pass shabdon ka Maaya Jaal tha
@manojbaviskar1983 Жыл бұрын
सर कोई उदाहरण नही दिया क्या मतलब है आपका
@Shows...9034010 ай бұрын
Sir it is not right to deny everything...
@hifza8034Ай бұрын
Ap j Krishna Murti ke bare me bhi vidio banaiye plz
@myexperiencerenukumari17243 жыл бұрын
Agar video banana hai to Kisi jadi buti pr bano aap ki Umar ke hisab se shut hoga .....hum to Osho ke diwane hai
@Aadeshmishra1923 жыл бұрын
You r right ओशो को समझने के लिए उस level की बुद्धि जो आजकल के इंसानो मे कही नही दिखाई देता है मेरी नजर में जिसने भगवान ओशो को समझ लिया उसे हि इस जगत मे मोक्ष की प्राप्ति हो सकती हैं और उसे हि सच्चा अध्यात्मिक कहा जा सकता है।
@Sanatani59243 жыл бұрын
Bewakup ye kon hai jante ho
@KanchhaNoScretRecipes Жыл бұрын
Hahaha ye bechare ko pata hi nahi ki unhone koi dharm nahi banaya or nahi koi rajneesh puram koi dharm diya In mahashaye ne kabhi dhyan ka shwaad hi nahi chakha hai shayad