@@AchyutDas-y6x koi fark nahi ram ji aur krishna ji me dono ek ha dono ke apne apne personality and powers ha apne lok ha .
@ManishEntertainmentmusicCGКүн бұрын
परब्रह्म परमात्मा श्री कृष्ण की जय ❤❤❤❤
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
भागवत गीता अध्याय ,10 श्लोक 23 रुद्राणां शङ्करश्चास्मि वित्तेशो यक्षरक्षसाम्। वसूनां पावकश्चास्मि मेरुः शिखरिणामहम् ॥ हिंदी अनुवाद: रुद्रों में शंकर हूँ, यक्षों में मैं कुबेर हूँ, वसुओं में मैं अग्नि हूँ और पर्वतों में मेरु हूँ।
@BrarSaab-u6m5 күн бұрын
Krishan sab dharmo ke bagwan hai
@chanderjeetbali49984 күн бұрын
Yes
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
श्रीमद्भागवतम् (10.85.31) यस्यांशांशांशांशाभागेन विश्वोत्पत्तिलयोदयः भवन्ति किला विश्वात्मान्स तं त्वद्याहं गतिं गता हिंदी अनुवाद: हे सर्वात्मा! ब्रह्माण्ड की रचना, पालन और संहार सब आपके विस्तार के एक अंश मात्र से ही होते हैं। आज मैं आपकी शरण में आया हूँ, हे परमेश्वर!
@sapamanita32843 күн бұрын
Hare Krishna. Yes, please make a video on why we used bhagawan word at shivaji etc. why some scriptures says Devi, is supreme, Shiva is supreme, Ganesh is supreme, Surya is supreme, Surya is supreme, krana is supreme.❤❤❤ Hare Krishna
@smitanjalinayak18134 күн бұрын
It’s such an impressive talk prabhuji. Really it touched my heart.. Harekrishna 🙏
@Codesetu3 күн бұрын
रामो विष्णुः स्वयं भगवान्
@adityapatil55105 күн бұрын
Krishna ka ansh har manush me hai vo har jagah hai,vo Indra hai vo shiv hai ,vo parmatma hai ,vo anadi hai,anant hai ajanma hai,vahi yumraj hai,vahi varundev,agnidev hai ,vo bramha ke adhipati hai unka koi vistar nahi koi sima nahi vo shrishti se pehele bhi the aur aage bhi rahenge ❤shri paramatmane namah 🔥💯✨
@monkeysworldКүн бұрын
Sab maa aadi parashakti ke bacche hai... Jai Mata ❤️ Di 🙏🥰🤗🥰
@archanarane103Күн бұрын
Radha Radha Krishna Krishna ❤❤❤❤
@mandalhacker25823 күн бұрын
I have completely watched the video. I can't explain how much informative and scientifical video it is 🙏
@shrikantk68284 күн бұрын
Sir mene bahut kitabe padhi hai ese mere par anginat praman hai ,,,,,par Mera manna hai ki har iswar ek hi hai,,,unmein koi bhi bhed nahin hai,,,,agar tum sacche dilse unko manoge to bo hamesa apke sath rahenge,,,,,,,
@opvai627417 сағат бұрын
Yes they are same tattwa but when it comes in the point of view of rasa even bhagwan maha Bishnu is dancing in the lotus feet of lord shri Krishna .
@Krishndevotte23 сағат бұрын
प्रभु जी हरे कृष्णा दंडवत प्रणाम ❤❤ प्रभु जी जैसे आपने ऐसी वीडियो बनाई है ❤❤ ऐसे ही प्रमाणिक वीडियो भगवान् के धाम की बनाओ और उनका स्वरूप कैसा है बो वास्तव में क्या है kiu है उनका प्रेम पाना ही सबका लक्ष्य kiu है etc....❤❤hare Krishna ❤️
@SebikaBoro-cy1uk4 күн бұрын
Yes prabhu ji next video k liye wait karunga Hare krishna 🙏
@PRASANTA228Күн бұрын
Hare Krishna hare Krishna Krishna Krishna hare hare
@AbhijeetAnand-fr6dx5 күн бұрын
1. Golok Dham - Lord Radha Krishna 2. Saaket Dham - Lord Ram Sita 3.Vaikuntha Dham - Lord Vishnu Laxmi 4. Kailash Dham - Lord Shiva Durga 5. Brahma Dham - Lord Brahma It is already written in Srimad Bhagavatam! The top most is Golok Dham! Hare Krishna 🙏❤️
@satyamindnectar70525 күн бұрын
Durga Devi is wife of Lord Shiva ?
@Backtokrsna-lg2dx5 күн бұрын
Correction Kailash dham shiva lives with Parvati
@chaitanyak.c62775 күн бұрын
@@satyamindnectar7052yes , lord shiva wife name Durga, Parvati, Uma etc. but these are one person name. Do you know about navaratri. In Navaratri we worship goddess Durga and hers forms Hare Krishna 🙏
@chaitanyak.c62775 күн бұрын
@@Backtokrsna-lg2dx Prabhu 🙏 Mata Durga and mata Parvati are same person.
@AdityaSisode-t6q5 күн бұрын
@@chaitanyak.c6277 नहीं दुर्गा माता की अवतार हैं पार्वती और दुर्गा माता भगवान सदाशिव की पत्नी हैं शिव(रूद्र) पार्वती भौतिक जगत में हैं और सदाशिव दुर्गा अध्यात्मिक जगत में हैं प्रमाण-शिव पुराण,ब्रह्म वैवर्त पुराण,देवी भागवत
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
यन्नखंदुरुचिरब्रह्म धेयं ब्रह्मादीभिः सुरेः गुणत्रयत्तिम् तम वन्दे वृन्दावनेश्वरम् (पद्मपुराण, पाताल खण्ड-77.60) वृंदावन के भगवान श्रीकृष्ण के चरणों के पंजों के नखों से प्रकट ज्योति परब्रह्म है जिसका ध्यान ज्ञानी और स्वर्ग के देवता करते हैं।
@Ranjanarajput20204 күн бұрын
Hari bol
@Mahipandey-e3s5 күн бұрын
यह कृष्ण चेतना बस आनंद से भरी हुई है। किसी को भी उदास नहीं होना चाहिए। अगर वह उदास महसूस कर रहा है, तो यह कृष्ण चेतना की कमी है। यह संकेत है। कृष्ण चेतना मुक्ति के बाद की अवस्था है। *श्रील प्रभुपाद पत्र,* *15 नवंबर 1968, लॉस एंजिल्स*
@shrutiguptaCMA5 күн бұрын
Hare Krishna Hare Krishna Krishna Krishna Hare Hare Ram Hare Ram Ram Ram Hare Hare ❤️🦚🪈🪷
@SubhashreeMohanty-oo6uqКүн бұрын
You are such an inspiration for me. Thank you so much for this knowledges about Shri Krishna 💖😍
ब्रह्म वैवर्त पुराण अध्याय ,1श्लोक 1 गणेशब्रह्मेशसुरेशशेषाः सुराश्च सर्वे मनवो मुनीन्द्राः । सरस्वती श्रीगिरिजादिकाश्च नमन्ति देव्यः प्रणमामि तं विभुम् हिंदी अनुवाद: गणेश, ब्रह्मा, महादेवजी, देवराज इन्द्र, शेषनाग आदि सब देवता, मनु, मुनीन्द्र, सरस्वती, लक्ष्मी तथा पार्वती आदि देवियाँ भी जिन्हें मस्तक झुकाती हैं, उन सर्वव्यापी परमात्मा को मैं प्रणाम करता हूँ।
@funnymemes97485 күн бұрын
Hare krishna hare Krishna krishna krishna hare hare Hare ram hare ram ram ram hare hare
@lazmisahu2560Күн бұрын
Thank you so much for this video I was also confused in this now all are clear thank you prabhu ji 😊
@Anonymous-hf9br5 күн бұрын
Well everything is cleared in my mind, but i guess we all have still one doubt which related to Lord Shiv, Shiv puran. Will be really greatfull to know about that🙏🏻
@offcialsundaygamer43385 күн бұрын
Bro don't worry shri mad bagwatam come in shrsti chakr. Acc. To this bhagwan vishnu is supprem that is definitely true keep in mind only in shristi chakr me okay. Jai sita ram Shiv mahapuran reference
@Spiritiualmarg3 күн бұрын
Bhai shiv ji or vishnu ji me koi bhed nahi he dono ek hi he shiv hi krishn or shiv hi ram or shiv hi vishnu or vishnu hi shiv he dono me abhed he ye mallech sanstha isckon or inke logo sabhi yahi kam karte he mahadev ka majak banane ka gita isckon ki me likha he shiv ji jiv he 2.2 and shiv ji kami he 2.63 me Mallech he sare or sanatan ka apman karne vale bhagwan shankrachary ki ninda karne wale Allah krishn crisht ko ek bolne wale or shiv krishn me bhed karne wale he ye mallech
@offcialsundaygamer43383 күн бұрын
@@Spiritiualmarg bilkul satya
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
श्रीमद्भागवतम् (1.3.28) “एते चांशकलाः पुंसः कृष्णस्तु भगवान् स्वयम्। इन्द्रारिव्याकुलं लोकं मृडयन्ति युगे युगे।।” हिंदी अनुवाद: श्रीकृष्णद्वैपायन वेदव्यास जी मत्स्य, कूर्म, राम, नृसिंहादि अवतारों के विषय में बोलने के पश्चात् कह रहे हैं कि ये कोई पुरुषोत्तम भगवान् श्रीहरि में अंशावतार, कोई कलावतार और कोई शक्त्यावेश अवतार हैं। प्रत्येक युग में जब भी जगत् असुरों से पीड़ित होता है, तब असुरों के उपद्रव से जगत् की रक्षा करने के लिए ये अवतार हुआ करते हैं। किन्तु, व्रजेन्द्रनन्दन श्रीकृष्ण तो साक्षात् स्वयं-भगवान् (अवतारी) हैं। श्री कृष्ण समस्त अवतारों के कारण--अवतारीं हैं, स्वयं भगवान् हैं।
@SouvikNandiFilms5 күн бұрын
Hare Krishna 🙏🙏🙏🙏
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
ब्रह्म वैवर्त पुराण ब्रह्मखण्ड (अध्याय १७) ब्रह्मा, विष्णु और शिव आदि देवेश्वर, देवसमूह और चराचर प्राणी- ये सब आप भिन्न-भिन्न ब्रह्माण्डोंमें अनेक हैं। उन ब्रह्माण्डों हैं और देवताओंकी गणना करनेमें कौन समर्थ है? उन सबके एकमात्र स्वामी भगवान् श्रीकृष्ण हैं,
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
भगवद गीता अध्याय 18, श्लोक 65 मन्मना भव मद्भक्तो मद्याजी मां नमस्कुरु। मामेवैष्यसि सत्यं ते प्रतिजाने प्रियोऽसि मे ॥65। सदा मेरा चिंतन करो, मेरे भक्त बनो, मेरी अराधना करो, मुझे प्रणाम करो, ऐसा करके तुम निश्चित रूप से मेरे पास आओगे। मैं तुम्हें ऐसा वचन देता हूँ क्योंकि तुम मेरे प्रिय हो।
@AbhishekSingh-t5w5 күн бұрын
Hare Krishna Prabhu ji Lord Shri Krishna is the supreme supreme supreme personality of Godhead He is the supreme friend supreme court supreme father supreme supreme teacher supreme controller Hare Krishna🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
ब्रह्म वैवर्त पुराण अध्याय ,1श्लोक 2 स्थूलास्तनूर्विदधतं त्रिगुणं विराजं विश्वानि लोमविवरेषु महान्तमाद्यम् । सृष्ट्युन्मुखः स्वकलयापि ससर्ज सूक्ष्मं नित्यं समेत्य हृदि यस्तमजं भजामि ।।2।। हिंदी अनुवाद: जो सृष्टि के लिए उन्मुख हो, तीन गुणों को स्वीकार करके ब्रह्मा, विष्णु और शिव नाम वाले तीन दिव्य स्थूल शरीरों को ग्रहण करते तथा विराट पुरुष रूप हो अपने रोमकूपों में सम्पूर्ण विश्व को धारण करते हैं, जिन्होंने अपनी कला द्वारा भी सृष्टि-रचना की है तथा जो सूक्ष्म तथा अन्तर्यामी आत्मा रूप से सदा सबके हृदय में विराजमान हैं, उन महान आदिपुरुष अजन्मा परमेश्वर का मैं भजन करता हूँ।
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
ब्रह्मसंहिता-5.48 यस्यैकनिश्वासितकालमथावलम्बय जीवन्ति लोमविलजा जगदण्डनाथाः।। विष्णुर्महान् सैहयस्य कलाविशेषो। गोविन्दमादि पुरुषं तमहं भजामि ।। हिंदी अनुवाद: "अनन्त ब्रह्माण्डों में से प्रत्येक ब्रह्माण्ड के शंकर, ब्रह्मा और विष्णु, महाविष्णु के श्वास भीतर लेने पर उनके शरीर के रोमों से प्रकट होते हैं और श्वास बाहर छोड़ने पर पुनः उनमें विलीन हो जाते हैं। मैं, उन श्रीकृष्ण की वन्दना करता हूँ जिनके महाविष्णु विस्तार हैं।"
@kashishhhh015 күн бұрын
Hare Krishna ❤️🦚🧿
@vaibhavkumar55825 күн бұрын
00:06 Discussion on the importance of Krishna in comparison to other deities. 01:03 Krishna is the supreme controller among all deities. 03:13 Krishna is the supreme deity, confirmed by Brahma and revered above all. 04:17 Krishna embodies the supreme eternal spirit beyond time and control. 06:50 Krishna embodies the essence of all Vedas and divine knowledge. 08:00 Krishna is regarded as the supreme being in Hindu scriptures. 10:18 Vishnu's divine presence and protection are central to understanding divine worship. 11:24 Krishna is acknowledged as the supreme God among all deities. 13:21 Exploring the diverse roles of deities in scriptures. Crafted by Merlin AI.
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
भागवत गीता अध्याय , 15 श्लोक 18 यस्मात्क्षरतमतीतोऽहमक्षरादपि चोत्तमः । अतोऽस्मि लोके वेदे च प्रथितः पुरुषोत्तमः मैं नश्वर सांसारिक पदार्थों और यहाँ तक कि अविनाशी आत्मा से भी परे हूँ इसलिए मैं वेदों और स्मृतियों दोनों में ही दिव्य परम पुरूष के रूप में विख्यात हूँ।
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
भागवत गीता अध्याय ,10 श्लोक25 महर्षीणां भृगुरहं गिरामरम्येकमक्षरम् । यज्ञानां जपयज्ञोऽस्मि स्थावराणां हिमालयः हिंदी अनुवाद: मैं महर्षियों में भृगु हूँ, ध्वनियों में दिव्य ॐ हूँ। मुझे यज्ञों में जपने वाला पवित्र नाम समझो। अचल पदार्थों में मैं हिमालय हूँ।
@rahulrahul-lj8xz5 күн бұрын
Sadaa Shiva = Maha Vishnu = Krishna Hara Hara Mahadev Hare Krishna
@dasoham55 күн бұрын
Nope
@AdityaSisode-t6q5 күн бұрын
@@rahulrahul-lj8xz बराबर पर महाविष्णु और सदाशिव का प्राकट्य आदिनारायण श्रीकृष्ण प्रभु से हुआ हैं
@Ganesh-saud5 күн бұрын
@@AdityaSisode-t6q ye sab kaha likha hai batao jara
@Neeraj-go2pv4 күн бұрын
@@AdityaSisode-t6q wrong knowledge
@usar4574 күн бұрын
@@AdityaSisode-t6qkus vi
@KshitijBawaskar-f4g5 күн бұрын
bhagvat gita chapter 9, verse 23 येऽप्यन्यदेवता भक्ता यजन्ते श्रद्धयान्विता: । तेऽपि मामेव कौन्तेय यजन्त्यविधिपूर्वकम् ।।23।। हे अर्जुन[1] ! यद्यपि श्रद्धा से युक्त जो सकाम भक्त दूसरे देवताओं को पूजते हैं, वे भी मुझको ही पूजते हैं, किंतु उनका वह पूजन अविधिपूर्वक अर्थात् अज्ञानपूर्वक है ।।23।।
@the_unfiltered_truth71815 күн бұрын
I am a Shaivaite and I find this video just good. Just one thing... the Shrimad Bhagwat itself mentions that the Supreme Lord NARAYAN is without name, form, gunas, characteristics. The Rigveda and Yajurveda to attest the same. Yajurveda *Ekam Sarvam Parambrahman Pavitram Paramam Param* *Narayana Parabrahman Tatvam Narayana Param*
@satyamindnectar70525 күн бұрын
Do Shaivite reject vedas ?
@the_unfiltered_truth71815 күн бұрын
@satyamindnectar7052 Not at all. Only neo-gen whatsapp university leftist pseudo-shaivaites do.
@the_unfiltered_truth71815 күн бұрын
@satyamindnectar7052 Not at all. Only neo-gen whatsapp university leftist pseudo-shaivaites do.
@SOTSupremenchanter4 күн бұрын
Yes. Yajurveda confirms ekam sarvam parabrahman- Supreme narayana is one and only parabrahman and purest-pavitram. Which verse in Srimad Bhagavatam says Narayan is nirguna?
@the_unfiltered_truth71814 күн бұрын
@SOTSupremenchanter Multiple. *Aroopaayoruroopaaya Namah Aashcharya karmane* *Na Vidhyate yasyacha Janma Karma vaa Na Naama Roope Guna Dosha eva va*
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
भागवत गीता अध्याय , 14 श्लोक 27 ब्रह्मणो हि प्रतिष्ठाहममृतस्याव्ययस्य च । शाश्वतस्य च धर्मस्य सुखस्यैकान्तिकस्य च मैं ही उस निराकार ब्रह्म का आधार हूँ जो अमर, अविनाशी, शाश्वत धर्म और असीम दिव्य आनन्द है।
@muskankanyan91262 күн бұрын
Radhe Krishan
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
स्कंद पुराण वैष्णव खंड वासुदेव-महात्म्य अध्याय 16.46 वह स्थान भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए आये हुए अनेक ब्रह्माण्ड के देवताओं से भरा हुआ था, तथा ब्रह्मा और शंकर जैसे महान देवता भी अपने हाथों में पूजा की सामग्री लिये हुए थे।
@THEHARIBHAKT5 күн бұрын
Hare Krishna prabhuji 🙏 DANDAVAT PRANAM 🙏 ❤❤❤❤❤❤❤❤
@victors_lifestyle2 күн бұрын
Many of my Muslim friends asked me why you have so many Gods. And I never had an answer. I always wanted to know who's that one God and now I know, thank you so much 🙏🏻 Jai Shree Krishna 🕉️🚩
@samikshachaudhari89343 күн бұрын
Hare krishan hare krishan krishan krishan hare hare❤❤❤❤
@s.ks.k31005 күн бұрын
Radhe Radhe 🙏
@SrabaniNayak-b3g5 күн бұрын
Thank you prabhuji hare Krishna ❤
@KrishnasInspiration173 күн бұрын
SitaRam sitaRam, sitaRam, radhe shyam ❤❤❤❤❤
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
भागवत गीता अध्याय , 11 श्लोक 32 श्रीभगवानुवाच। कालोऽस्मि लोकक्षयकृत्प्रवृद्धो लोकान्समाहर्तुमिह प्रवृत्तः । ऋतेऽपि त्वां न भविष्यन्ति सर्वे येऽवस्थिताः प्रत्यनीकेषु योधाः परम प्रभु ने कहा-“मैं प्रलय का मूलकारण और महाकाल हूँ जो जगत का संहार करने के लिए आता है। तुम्हारे युद्ध में भाग लेने के बिना भी युद्ध की व्यूह रचना में खड़े विरोधी पक्ष के योद्धा मारे जाएंगे।"
@jaiminmali1973Күн бұрын
What's about the story of infinitive light beam of lord Shiva
@Harii555 күн бұрын
Hare Krishna 🙏 Dandvat Pranam Prabhuji thank you so so much 🙂🙇🙇🙏🙏
@jasvinderkaur14205 күн бұрын
Jay Shri Radhe Krishna 🙏🏻
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
श्रीमद्भागवतम् (10.85.9) दिशां त्वम् अवकाशो 'सि दिशाः खम् स्फोट आश्रयः नादो वर्ण त्वम् ओंकार आकृतिनाम् पृथक-कृतिः हिंदी अनुवाद: हे भगवान कृष्ण आप दिशाएँ और उनकी समायोजन क्षमता, सर्वव्यापी आकाश और उसके भीतर रहने वाली मौलिक ध्वनि हैं। आप ध्वनि के आदिम, अव्यक्त रूप हैं; पहला अक्षर, ॐ; और श्रव्य वाणी, जिसके द्वारा ध्वनि, शब्दों के रूप में, विशेष संदर्भ प्राप्त करती है।
@Govt._of_Dwarkadhish2 күн бұрын
Krishna is the supreme personality of Godhead ❤🙏🏻 Hare krishna 💐
@RobinSarkar-o8d3 күн бұрын
Hare Krishna Hari bol Radhe Radhe ❤️
@promitamondol747537 минут бұрын
Hare Krishna ❤
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
श्रीमद्भागवतम् (10.14.19) अजन्तां त्वत्पद्वीमनात्म- न्यात्मात्मना भासि वित्त्य मायाम् । सृष्टाविवाहं जगतो विधान इव त्वमेषोऽन्त इव त्रिनेत्र: ॥ १९॥ हिंदी अनुवाद: हे भगवान कृष्ण, जो लोग आपकी अकल्पनीय शक्ति से अनभिज्ञ हैं, वे यह नहीं समझ सकते कि आप ही स्वयं को सृष्टिकर्ता ब्रह्मा, पालनकर्ता विष्णु और संहारकर्ता शिव के रूप में विस्तारित करते हैं। जो लोग चीज़ों के बारे में जागरूक नहीं हैं, वे यह सोचते हैं कि मैं ब्रह्मा ही सृष्टिकर्ता हूँ, विष्णु पालनकर्ता हैं और भगवान शिव संहारकर्ता हैं। वास्तव में, आप ही सब कुछ हैं: सृष्टिकर्ता, पालनकर्ता और संहारकर्ता।
@titli-bo8iw5 күн бұрын
Hariii bolll 🙏thank you Prabhu for this wonderful video 🙇♀️🙏
@SahilG-n7f5 күн бұрын
One request prabhu, Background music goes loud and loud as video goes on, a suggestion that lower the background music in end, Hare krushna 🤍🦚
@LakshmanRam1055 күн бұрын
Hare Krishna Prabhuji ♥️🙏🌿 Dandvat Pranam 🙏
@jagdishpatel5514 күн бұрын
Jai Ho Here Krishna prabhuji 🙏🌹🐄🌹🙏
@Aadhyatmik_Gyan_0985 күн бұрын
Hare Krishna prabhuji 😍📿
@SwagatBasu4 күн бұрын
Hare Krishna Radhe Radhe
@KrishnaKumar-v4q9y5 күн бұрын
हरे कृष्णा प्रभु जी
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
पद्म पुराण खण्ड ३ (स्वर्गखण्ड) अध्याय ५० पद्म पुराण पाताल खंड अध्याय 81 देवर्षि नारद जी से भगवान शिव कहते हैं- अन्तरंगैस्तथा नित्यविभूतैस्तैश्चिदादिभिः। गोपनादुच्यते गोपी राधिका कृष्णवल्लभा।। देवी कृष्णमयी प्रोक्ता राधिका परदेवता। सर्वलक्ष्मीस्वरूपा सा कृष्णाह्लादस्वरूपिणी।। ततः सा प्रोच्यते विप्र ह्लादिनीति मनीषिभिः। तत्कलाकोटिकोटयंशा दुर्गाद्यास्त्रिगुणात्मिकाः।। सा तु साक्षान्महालक्ष्मीः कृष्णो नारायणः प्रभुः। नैतयोर्विद्यते भेदः स्वल्पोऽपि मुनिसत्तम।। इयं दुर्गा हरी रुद्रः कृष्णः शक्र इयं शची। सावित्रीयं हरिब्रह्मा धूमोर्णासौ यमो हरिः।। बहुना किं मुनिश्रेष्ठ विना ताभ्यां न किंचन। चिदचिल्लक्षणं सर्वं राधाकृष्णमयं जगत्।। इत्थं सर्वं तयोरेव विभूतिं विद्धि नारद। न शक्यते मया वक्तुं वर्षकोटिशतैरपि।। “नारद जी! श्रीकृष्ण प्रिया राधा अपनी चैतन्य आदि नित्य रहने वाली अन्तरंग विभूतियों से इस प्रपंच का गोपन-संरक्षण करती हैं, इसलिये उन्हें ‘गोपी’ कहते हैं। वे श्रीकृष्ण की अराधना में तन्मय होने के कारण ‘राधिका’ कहलाती हैं। श्रीकृष्णमयी होने से ही वे ‘परा देवता’ हैं। सम्पूर्ण-लक्ष्मीस्वरूपा हैं। श्रीकृष्ण के आह्लाद का मूर्तिमान स्वरूप होने के कारण मनीषीजन उन्हें ‘ह्लादिनी’ शक्ति कहते हैं। दुर्गादि त्रिगुणात्मि का शक्तियाँ उनकी कला के करोड़वें का भी करोड़वाँ अंश हैं। श्रीराधा साक्षात महालक्ष्मी हैं और भगवान श्रीकृष्ण साक्षात नारायण हैं। मुनिश्रेष्ठ! इनमें थोड़ा-सा भी भेद नहीं है। श्री राधा दुर्गा हैं और श्रीकृष्ण रुद्र। श्रीकृष्ण इन्द्र हैं तो ये शची (इन्द्राणी) हैं। वे सावित्री हैं तो ये साक्षात ब्रह्मा हैं। श्रीकृष्ण यमराज हैं तो ये उनकी पत्नी धूमोर्णा हैं। अधिक क्या कहा जाय, उन दोनों के बिना किसी भी वस्तु की सत्ता नहीं है। जड-चेतनमय सारा संसार श्रीराधा कृष्ण का ही स्वरूप है। नारद जी !इस प्रकार सबको उन्हीं दोनों की विभूति समझो। मैं नाम ले-लेकर गिनाने लगूँ तो सौ करोड़ वर्षों में भी उस विभूति का वर्णन नहीं कर सकता।”
@RamakantaSahoo-b7g5 күн бұрын
Harekrishna prabhuji dandabat pranam 🌹🙌🙏
@_megcreations_18 сағат бұрын
We should pray any diety we feel drawn to because the source is the same, we will find our ishta devata automatically through our regular sadhana..
@yashvardhan769Күн бұрын
Bhagwan vishnu ❤ is supreme
@damayantisanpal86665 күн бұрын
Om Namo Bagvathe Vasudevaya Namah Hare Krishna 🙏🙏🙏
भागवत गीता अध्याय ,7 श्लोक 7 मत्तः परतरं नान्यत् किंचिद् अस्ति धनंजय मयि सर्वं इदं प्रोतं सूत्रे मणिगण इव हिंदी अनुवाद: हे अर्जुन! मुझसे बढ़कर कुछ भी नहीं है। सब कुछ मुझमें ही स्थित है, जैसे धागे में पिरोये हुए मोती। यहाँ भगवान श्री कृष्ण इस ब्रह्मांड में अपने प्रभुत्व और अपनी सर्वोच्च स्थिति के बारे में बताते हैं। वे ही वह आधार हैं जिस पर यह पूरी सृष्टि विद्यमान है; वे ही रचयिता, पालनहार और संहारक हैं। धागे में पिरोए गए मोतियों की तरह, जो अपनी जगह पर हिल सकते हैं, भगवान ने प्रत्येक आत्मा को अपनी इच्छानुसार कार्य करने की स्वतंत्र इच्छा दी है, फिर भी उनका अस्तित्व उनसे बंधा हुआ है। श्वेताश्वतर उपनिषद में कहा गया है:
@nehlatapinki89545 күн бұрын
Kripya mere vaishnav apradho ko chhama kare Prabhu Ji 🙏🙏🙏🙏🙏
@ujjwalsingh0802 күн бұрын
aur wo hi bhagwan krishna radha rani ke charno ki puja karte hai to kripya karke radha rani par ek video banaeye please 💖💖💖💖
@BibekPaudel-yb5hp4 күн бұрын
Hare Krishna Prabhu ji ✨️ 🪷 💐 🙏
@priyankavashishtha31914 күн бұрын
Hare Krishna 🙏 Prabhu ji infinity Dandwat pranam unto your lotus feet
@Sawankankhare5 күн бұрын
Hare Krishna Prabhuji
@rahulfalak30518 сағат бұрын
1) Shri Krishna shri Vishnu ji ke avtar hai ya Shri Vishnu ji Shri Krishna ke??????? 2) Baki devtao ki puja kyu kare. Toh fir Mahabharat me shri krishna ji ne Pandavo ko Mahadev ji, Indra ji, Maa Durga ko kya prasanna karne ko bola tha????? Please clarify above 2 Question. ❤️Hare Krishna❤️
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
(ब्रह्मवैवर्तपुराण-उत्तरभाग श्रीकृष्णजन्मखण्ड अध्याय - ४- श्लोक-१९४-१९५- नारायण-नारदमुनि का संवाद) गोलोक ब्रह्माण्ड से बाहर और उपर है। उससे उपर दूसरा कोई लोक नहीं है। उपर सब कुछ शून्य ही है। वही तक सृष्टि की अन्तिम सीमा है। सात रसातलों से नीचे सृष्टि नहीं है। रसातलों से नीचे जल और अन्धकार है, जो अगम्य और अदृश्य है।
@शास्त्रप्रमाण4 күн бұрын
ब्रह्म वैवर्त पुराण ब्रह्मखण्ड : अध्याय 3 श्रीकृष्ण से सृष्टि का आरम्भ, नारायण, महादेव, ब्रह्मा, धर्म, सरस्वती, महालक्ष्मी और प्रकृति[1]-का प्रादुर्भाव तथा इन सबके द्वारा पृथक-पृथक श्रीकृष्ण का स्तवन सौति कहते हैं - भगवान ने देखा कि सम्पूर्ण विश्व शून्यमय है। कहीं कोई जीव-जन्तु नहीं है। जल का भी कहीं पता नहीं है। सारा आकाश वायु से रहित और अन्धकार से आवृत हो घोर प्रतीत होता है। वृक्ष, पर्वत और समुद्र आदि से शून्य होने के कारण विकृताकार जान पड़ता है। मूर्ति, धातु, शस्य और तृण का सर्वथा अभाव हो गया है। ब्रह्मन! जगत को इस शून्यावस्था में देख मन-ही-मन सब बातों की आलोचना करके दूसरे किसी सहायक से रहित एकमात्र स्वेच्छामय प्रभु ने स्वेच्छा से ही सृष्टि-रचना आरम्भ की। सबसे पहले उन परम पुरुष श्रीकृष्ण के दक्षिणापार्श्व से जगत के कारण रूप तीन मूर्तिमान गुण प्रकट हुए। उन गुणों से महत्तत्त्व, अहंकार, पाँच तन्मात्राएँ तथा रूप, रस, गन्ध, स्पर्श और शब्द-ये पाँच विषय क्रमशः प्रकट हुए। तदनन्तर श्रीकृष्ण से साक्षात भगवान नारायण का प्रादुर्भाव हुआ, जिनकी अंगकान्ति श्याम थी, वे नित्य-तरुण, पीताम्बरधारी तथा वनमाला से विभूषित थे। उनके चार भुजाएँ थीं। उन्होंने अपने चार हाथों में क्रमशः - शंख, चक्र, गदा और पद्म धारण कर रखे थे। उनके मुखारविन्द पर मन्द मुस्कान की छटा छा रही थी। वे रत्नमय आभूषणों से विभूषित थे, शांर्गधनुष धारण किये हुए थे। कौस्तुभमणि उनके वक्षःस्थल की शोभा बढ़ाती थी। श्रीवत्सभूषित वक्ष में साक्षात लक्ष्मी का निवास था। वे श्रीनिधि अपूर्व शोभा को प्रकट कर रहे थे; शरत्काल की पूर्णिमा के चन्द्रमा की प्रभा से सेवित मुख-चन्द्र के कारण वे बड़े मनोहर जान पड़ते थे। कामदेव की कान्ति से युक्त रूप-लावण्य उनका सौन्दर्य बढ़ा रहा था। वे श्रीकृष्ण के सामने खड़े हो दोनों हाथ जोड़कर उनकी स्तुति करने लगे। नारायण बोले- जो वर (श्रेष्ठ), वरेण्य (सत्पुरुषों द्वारा पूज्य), वरदायक (वर देने वाले) और वर की प्राप्ति के कारण हैं; जो कारणों के भी कारण, कर्मस्वरूप और उस कर्म के भी कारण हैं; तप जिनका स्वरूप है, जो नित्य-निरन्तर तपस्या का फल प्रदान करते हैं, तपस्वीजनों में सर्वोत्तम तपस्वी हैं, नूतन जलधर के समान श्याम, स्वात्माराम और मनोहर हैं, उन भगवान श्रीकृष्ण मैं वन्दना करता हूँ। जो निष्काम और कामरूप हैं, कामना के नाशक तथा कामदेव की उत्पत्ति के कारण हैं, जो सर्वरूप, सर्वबीज स्वरूप, सर्वोत्तम एवं सर्वेश्वर हैं, वेद जिनका स्वरूप है, जो वेदों के बीज, वेदोक्त फल के दाता और फलरूप हैं, वेदों के ज्ञाता, उसे विधान को जानने वाले तथा सम्पूर्ण वेदवेत्ताओं के शिरोमणि हैं, उन भगवान श्रीकृष्ण को मैं प्रणाम करता हूँ।[2] ऐसा कहकर वे नारायणदेव भक्तिभाव से युक्त हो उनकी आज्ञा से उन परमात्मा के सामने रमणीय रत्नमय सिंहासन पर विराज गये। जो पुरुष प्रतिदिन एकाग्रचित्त हो तीनों संध्याओं के समय नारायण द्वारा किये गये इस स्तोत्र को सुनता और पढ़ता है, वह निष्पाप हो जाता है। उसे यदि पुत्र की इच्छा हो तो पुत्र मिलता है और भार्या की इच्छा हो तो प्यारी भार्या प्राप्त होती है। जो अपने राज्य से भ्रष्ट हो गया है, वह इस स्तोत्र के पाठ से पुनः राज्य प्राप्त कर लेता है तथा धन से वंचित हुए पुरुष को धन की प्राप्ति हो जाती है। कारागार के भीतर विपत्ति में पड़ा हुआ मनुष्य यदि इस स्तोत्र का पाठ करे तो निश्चय ही संकट से मुक्त हो जाता है। एक वर्ष तक इसका संयमपूर्वक श्रवण करने से रोगी अपने रोग से छुटकारा पा जाता है।
@Krishnakumar187005 күн бұрын
Bahut sundar Prabhu ji dandwat Pranam hare Krishna 🙏🏻🙏🏻
@harshkher59773 күн бұрын
Maturity is when,when you realise Krishna is the complete form of god that came on Earth in a human form, nor any form of god claim to be god Only he said I M endless time I M god,
@sanatanihindu747710 сағат бұрын
Lord Shiva is Supreme, Krishna aur itayadi Dev, Shiv ki aaradhna karte hain.
@vidhyaladiestrends40345 күн бұрын
Om hari haray namah:: ... hari aur har ek hi hai... vishnu aur shiva dono ek hi hai❤❤❤❤❤... om namah shivay...🎉🎉🎉
@chetnagupta97755 күн бұрын
Jai jai shree RadhaRaman❤
@Mr._prem-o3m3 күн бұрын
Hare krishna Hari bol ❤❤❤
@usar4574 күн бұрын
Har Har Mahadev..Jai Maa AdiSakti Maa Ki Jai...Jai Maa Kali Maa Ki Jai....Devo Ka Dev Mahadev Apko Kouti Kouti Pranam...
@girirajkanade123452 күн бұрын
Thank you prabhuji for Making this video.
@abhinavd3695 күн бұрын
Beautifully explained prabhuji
@Aman_Kumar_Sharma.......9095 күн бұрын
Hare krishna prabhuji apne bahut achchhe se explain Kiya hai thank u prabhuji