सृष्टी की उत्पत्ति कैसे हुई//विज्ञान ,धर्मशास्त्र व बीजक ग्रन्थ क्या कहते है//संत सत्यप्रिय दास

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Satypriye Sahib Rajasthan

Satypriye Sahib Rajasthan

3 ай бұрын

सभी ग्रन्थो मे कैसै बताया गया है सृष्टी की रचना कैसै हुई
वैज्ञानिक सृष्टी के विषय मे क्या कहते है
सभी संतमत क्या कहते है
सतगुरु कबीर साहब जी अपने मूल ग्रन्थ बीजक मे क्या कहते है
सत्यप्रिय दास जी ।। सतसंग ,कबीर बीजक सतसंग, गुरू भजन

Пікірлер: 358
@AjayKumar-wc7fk
@AjayKumar-wc7fk 3 ай бұрын
Sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb 🌹 sat saheb ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@LalChand-vi6sg
@LalChand-vi6sg 3 ай бұрын
सतगुरु सत्य कबीर साहेब की सदा ही जय हो मेरे मलिक
@Bijakbhajan
@Bijakbhajan 3 ай бұрын
Sat saheb ji 🙏🙏🙏
@teligram8
@teligram8 Ай бұрын
@@Bijakbhajan इस कविर्देव (कबीर प्रभु) ने सतपुरुष रूप में प्रकट होकर सतलोक विराजमान होकर प्रथम सतलोक में अन्य रचना की। एक शब्द (वचन) से सोलह द्वीपों की रचना की। फिर सोलह शब्दों से सोलह पुत्रों की उत्पत्ति की। एक मानसरोवर की रचना की जिसमें अमृत भरा। सोलह पुत्रों के नाम हैं :- (1) "कूर्म", (2)"ज्ञानी", (3) "विवेक", (4) "तेज", (5) "सहज", (6) "सन्तोष", (7) "सुरति" (8) "आनन्द", (9) "क्षमा", (10) "निष्काम", ( 11 ) 'जलरंगी' (12) "अचिन्त", ( 13 ) "प्रेम", (14) "दयाल", (15) "धैर्य" ( 16 ) "योग संतायन" अर्थात् "योगजीत"। कबीर साहेब ने अचिंत को कुछ सतलोक का भार सोपा बेटा श्रष्टि कर तो। अचिंत ने परम ब्रह्म के शब्द से अक्षर पुरुष को उत्पत्ति की और कहा अक्षर पुरुष तुम मेरी मदद करना अक्षर पुरुष मानसरोवर पर स्नान करने के लिए गया और बहा उसे आनंद आया और सो गया लंबे समय तक बाहर नहीं आया अचिंत की प्रार्थना करने पर अक्षर पुरुष को नीद से जगाने के लिए कबीर साहेब ने एक अंडा लिया कबीर साहेब ने उस अंडे में एक आत्मा प्रवेश की और पानी में छोड़ दिया पानी के अंदर अंडा जाने लगा गड़गड़ाहट की आवाज सुन अक्षर ब्रह्म की निंद्रा भंग हो गई और कच्ची निंद्रा होने के कारण उसने क्रोध से देखा अंडा फूट गया फिर अंडे से ज्योति निरंजन निकला अचिंत के दीप में वे रहने लगे तीनो क्षर पुरुष अक्षर पुरुष अचिंत क्षर पुरुष के मन में आया हमारे 15 भाई अलग अलग दीप में रह रहे है और हम तीनो एक दीप में क्षर पुरुष ने एक पैर पर खड़ा होकर तप शुरू कर दिया 70युग तप किया उस तप के बदले उसने कबीर साहेब से 21ब्रह्माण्ड ले लिए फिर उसका अकेले का मन नहीं लगा तो फिर से तप किया 70युग तक इसने कबीर साहेब से3गुड़ 5तत्व लें लिया फिर से तप शुरू कर दिया 64युग तक इसका अकेले का मन नहीं लगा। तो फिर इसने तप के बदले आत्मा मांगना चाहा तो कबीर साहेब ने स्पष्ट मना कर दिया और barhamnd दे सकता हूं पर आत्मा नही हा तेरे सात कोई अपनी इच्छा से जाना चाहती है तो जा सकती है कबीर साहेब के सामने कोन है बोलने बाला एक आत्मा ने हिम्मत की और बोली पिताजी में जाना चाहती हू फिर दूसरी आत्मा बोली में तीसरी ऐसे अरबों की संख्या में बोलीं हम जाना चाहते है कबीर साहेब बोलते है ज्योति निरंजन तू जा जिस आत्म ने स्वीकृति दी है उस सभी आत्माओं को में भेज दूंगा जिसने पहले कहा में जाना चाहती हू उसी आत्मा को एक लड़की बनाई उसके प्रजनन इंद्री नही लगाई कबीर साहेब तो लड़का भी बना सकते थे पर ज्योति निरंजन को ये भी देखना था की ये कितना गिर सकता है फिर उसी लड़की में सभी आत्मा प्रवेश कर दी और कहा क्षर पुरुष कहे उतनी आत्मा को तू प्रगट कर देना कबीर साहेब ने कहा जोगजीत से इस लड़की के सात चला जा दोनो पहुंच गए क्षर पुरुष के पास जोगजीत तो उस लड़की को छोड़कर आ गया अब क्षर पुरुष उस लड़की से गलत बर्ताब करने लगा लड़की ने मना किया जबरदस्ती करने लगा लड़की ने छोटा रूप बनाया उसके पेट में चली गई क्षर पुरुष के फिर कबीर साहेब को याद किया कबीर साहेब आए उस लड़की को उसके पेट के अंदर से निकाला और श्राप दिया एक लाख खाएगा सबा लाख पैदा करेगा आज से तेरा नाम काल होगा काल को सतलोक से भगा दिया 16शंक की दूरी पर आ आकर रुख गया कबीर साहेब अंतर्यामी परमेश्वर है उन्होंने पहले ही जान लिया था किसी भी जीव को ये मनुष्य शरीर नही देगा 84लाख योनियां बनाई है एक और बना देता इस की मजबूरी हो गईं है मनुष्य शरीर देने की अब इस काल ने us लड़की से जबरदस्ती शादी की और और उसने प्रजनन इंद्री लगा दी सिद्धि से तीन पुत्र पैदा हुए ब्रह्मा विष्णु महेश आज लोग उसे दुर्गा के नाम से जानते है इससे आगे की sharshti रचना KZbin पर सर्च कर संत रामपाल जी महाराज श्रृष्टि रचना
@Maheshwarprasad229
@Maheshwarprasad229 3 ай бұрын
Saheb bandagi satnam
@kurdaramverma7385
@kurdaramverma7385 2 ай бұрын
34:08
@user-xt7ky4hs7l
@user-xt7ky4hs7l 3 ай бұрын
सन्त सत्यप्रिय दास जी के द्वारा बीजक के माध्यम से बहुत ही सुन्दर ढंग से सृष्टि की उत्पत्ति का वर्णन किया गया है सराहनीय है. बहुत बहुत आभारी है. 🌹🌹🌹🌹🌹
@sasikv4255
@sasikv4255 3 ай бұрын
बकवास किया है।
@kalibuxsingh7073
@kalibuxsingh7073 Ай бұрын
So Nice And Great Satsang. Sadar Naman. Om Shri Sadguru Devay Namo Namah. Om Shri Kabir Devay Namo Namah. Sat Sahab.
@balvantmakwana5832
@balvantmakwana5832 2 ай бұрын
🌍💫🌟 जा दिन सतगुरु भेंटिया, सो दिन लेखे जान। बाकी समय व्यर्थ गया, बिना गुरु के ज्ञान।। Sat 🥀🌹saheb 🥀🌹 ji 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
@teligram8
@teligram8 Ай бұрын
इस कविर्देव (कबीर प्रभु) ने सतपुरुष रूप में प्रकट होकर सतलोक विराजमान होकर प्रथम सतलोक में अन्य रचना की। एक शब्द (वचन) से सोलह द्वीपों की रचना की। फिर सोलह शब्दों से सोलह पुत्रों की उत्पत्ति की। एक मानसरोवर की रचना की जिसमें अमृत भरा। सोलह पुत्रों के नाम हैं :- (1) "कूर्म", (2)"ज्ञानी", (3) "विवेक", (4) "तेज", (5) "सहज", (6) "सन्तोष", (7) "सुरति" (8) "आनन्द", (9) "क्षमा", (10) "निष्काम", ( 11 ) 'जलरंगी' (12) "अचिन्त", ( 13 ) "प्रेम", (14) "दयाल", (15) "धैर्य" ( 16 ) "योग संतायन" अर्थात् "योगजीत"। कबीर साहेब ने अचिंत को कुछ सतलोक का भार सोपा बेटा श्रष्टि कर तो। अचिंत ने परम ब्रह्म के शब्द से अक्षर पुरुष को उत्पत्ति की और कहा अक्षर पुरुष तुम मेरी मदद करना अक्षर पुरुष मानसरोवर पर स्नान करने के लिए गया और बहा उसे आनंद आया और सो गया लंबे समय तक बाहर नहीं आया अचिंत की प्रार्थना करने पर अक्षर पुरुष को नीद से जगाने के लिए कबीर साहेब ने एक अंडा लिया कबीर साहेब ने उस अंडे में एक आत्मा प्रवेश की और पानी में छोड़ दिया पानी के अंदर अंडा जाने लगा गड़गड़ाहट की आवाज सुन अक्षर ब्रह्म की निंद्रा भंग हो गई और कच्ची निंद्रा होने के कारण उसने क्रोध से देखा अंडा फूट गया फिर अंडे से ज्योति निरंजन निकला अचिंत के दीप में वे रहने लगे तीनो क्षर पुरुष अक्षर पुरुष अचिंत क्षर पुरुष के मन में आया हमारे 15 भाई अलग अलग दीप में रह रहे है और हम तीनो एक दीप में क्षर पुरुष ने एक पैर पर खड़ा होकर तप शुरू कर दिया 70युग तप किया उस तप के बदले उसने कबीर साहेब से 21ब्रह्माण्ड ले लिए फिर उसका अकेले का मन नहीं लगा तो फिर से तप किया 70युग तक इसने कबीर साहेब से3गुड़ 5तत्व लें लिया फिर से तप शुरू कर दिया 64युग तक इसका अकेले का मन नहीं लगा। तो फिर इसने तप के बदले आत्मा मांगना चाहा तो कबीर साहेब ने स्पष्ट मना कर दिया और barhamnd दे सकता हूं पर आत्मा नही हा तेरे सात कोई अपनी इच्छा से जाना चाहती है तो जा सकती है कबीर साहेब के सामने कोन है बोलने बाला एक आत्मा ने हिम्मत की और बोली पिताजी में जाना चाहती हू फिर दूसरी आत्मा बोली में तीसरी ऐसे अरबों की संख्या में बोलीं हम जाना चाहते है कबीर साहेब बोलते है ज्योति निरंजन तू जा जिस आत्म ने स्वीकृति दी है उस सभी आत्माओं को में भेज दूंगा जिसने पहले कहा में जाना चाहती हू उसी आत्मा को एक लड़की बनाई उसके प्रजनन इंद्री नही लगाई कबीर साहेब तो लड़का भी बना सकते थे पर ज्योति निरंजन को ये भी देखना था की ये कितना गिर सकता है फिर उसी लड़की में सभी आत्मा प्रवेश कर दी और कहा क्षर पुरुष कहे उतनी आत्मा को तू प्रगट कर देना कबीर साहेब ने कहा जोगजीत से इस लड़की के सात चला जा दोनो पहुंच गए क्षर पुरुष के पास जोगजीत तो उस लड़की को छोड़कर आ गया अब क्षर पुरुष उस लड़की से गलत बर्ताब करने लगा लड़की ने मना किया जबरदस्ती करने लगा लड़की ने छोटा रूप बनाया उसके पेट में चली गई क्षर पुरुष के फिर कबीर साहेब को याद किया कबीर साहेब आए उस लड़की को उसके पेट के अंदर से निकाला और श्राप दिया एक लाख खाएगा सबा लाख पैदा करेगा आज से तेरा नाम काल होगा काल को सतलोक से भगा दिया 16शंक की दूरी पर आ आकर रुख गया कबीर साहेब अंतर्यामी परमेश्वर है उन्होंने पहले ही जान लिया था किसी भी जीव को ये मनुष्य शरीर नही देगा 84लाख योनियां बनाई है एक और बना देता इस की मजबूरी हो गईं है मनुष्य शरीर देने की अब इस काल ने us लड़की से जबरदस्ती शादी की और और उसने प्रजनन इंद्री लगा दी सिद्धि से तीन पुत्र पैदा हुए ब्रह्मा विष्णु महेश आज लोग उसे दुर्गा के नाम से जानते है इससे आगे की sharshti रचना KZbin पर सर्च कर संत रामपाल जी महाराज श्रृष्टि रचना
@creativekids3774
@creativekids3774 15 күн бұрын
सत साहेब जी।
@sitarambhagoriya6967
@sitarambhagoriya6967 3 ай бұрын
Satguru tera hi aasra hain ji, sat sahib bandagi satnam ji 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹♥️♥️♥️♥️♥️
@MeenaKumari-mt7ou
@MeenaKumari-mt7ou 3 ай бұрын
Sat sahib ji 🙏 kabir sahib ke charon main koti koti dhandbat pranam 🙏🙏 rampal bhagwan ke charon main koti koti dhandbat pranam 🙏🙏❤️❤️❤️❤️❤️
@shortchanges8160
@shortchanges8160 3 ай бұрын
😢 उमेश कुमार मौर्य साहेब बंदगी बहुत सुन्दर
@TarunKumar-fs6xz
@TarunKumar-fs6xz 3 ай бұрын
जय सतनाम, सप़ेम साहेब बंदगी।
@SureshPal-mg2iz
@SureshPal-mg2iz 3 ай бұрын
Kabirdas ji purn parmatma swaroop hai shristy ka nirmad aap ke dwara huaa hai
@teligram8
@teligram8 Ай бұрын
इस कविर्देव (कबीर प्रभु) ने सतपुरुष रूप में प्रकट होकर सतलोक विराजमान होकर प्रथम सतलोक में अन्य रचना की। एक शब्द (वचन) से सोलह द्वीपों की रचना की। फिर सोलह शब्दों से सोलह पुत्रों की उत्पत्ति की। एक मानसरोवर की रचना की जिसमें अमृत भरा। सोलह पुत्रों के नाम हैं :- (1) "कूर्म", (2)"ज्ञानी", (3) "विवेक", (4) "तेज", (5) "सहज", (6) "सन्तोष", (7) "सुरति" (8) "आनन्द", (9) "क्षमा", (10) "निष्काम", ( 11 ) 'जलरंगी' (12) "अचिन्त", ( 13 ) "प्रेम", (14) "दयाल", (15) "धैर्य" ( 16 ) "योग संतायन" अर्थात् "योगजीत"। कबीर साहेब ने अचिंत को कुछ सतलोक का भार सोपा बेटा श्रष्टि कर तो। अचिंत ने परम ब्रह्म के शब्द से अक्षर पुरुष को उत्पत्ति की और कहा अक्षर पुरुष तुम मेरी मदद करना अक्षर पुरुष मानसरोवर पर स्नान करने के लिए गया और बहा उसे आनंद आया और सो गया लंबे समय तक बाहर नहीं आया अचिंत की प्रार्थना करने पर अक्षर पुरुष को नीद से जगाने के लिए कबीर साहेब ने एक अंडा लिया कबीर साहेब ने उस अंडे में एक आत्मा प्रवेश की और पानी में छोड़ दिया पानी के अंदर अंडा जाने लगा गड़गड़ाहट की आवाज सुन अक्षर ब्रह्म की निंद्रा भंग हो गई और कच्ची निंद्रा होने के कारण उसने क्रोध से देखा अंडा फूट गया फिर अंडे से ज्योति निरंजन निकला अचिंत के दीप में वे रहने लगे तीनो क्षर पुरुष अक्षर पुरुष अचिंत क्षर पुरुष के मन में आया हमारे 15 भाई अलग अलग दीप में रह रहे है और हम तीनो एक दीप में क्षर पुरुष ने एक पैर पर खड़ा होकर तप शुरू कर दिया 70युग तप किया उस तप के बदले उसने कबीर साहेब से 21ब्रह्माण्ड ले लिए फिर उसका अकेले का मन नहीं लगा तो फिर से तप किया 70युग तक इसने कबीर साहेब से3गुड़ 5तत्व लें लिया फिर से तप शुरू कर दिया 64युग तक इसका अकेले का मन नहीं लगा। तो फिर इसने तप के बदले आत्मा मांगना चाहा तो कबीर साहेब ने स्पष्ट मना कर दिया और barhamnd दे सकता हूं पर आत्मा नही हा तेरे सात कोई अपनी इच्छा से जाना चाहती है तो जा सकती है कबीर साहेब के सामने कोन है बोलने बाला एक आत्मा ने हिम्मत की और बोली पिताजी में जाना चाहती हू फिर दूसरी आत्मा बोली में तीसरी ऐसे अरबों की संख्या में बोलीं हम जाना चाहते है कबीर साहेब बोलते है ज्योति निरंजन तू जा जिस आत्म ने स्वीकृति दी है उस सभी आत्माओं को में भेज दूंगा जिसने पहले कहा में जाना चाहती हू उसी आत्मा को एक लड़की बनाई उसके प्रजनन इंद्री नही लगाई कबीर साहेब तो लड़का भी बना सकते थे पर ज्योति निरंजन को ये भी देखना था की ये कितना गिर सकता है फिर उसी लड़की में सभी आत्मा प्रवेश कर दी और कहा क्षर पुरुष कहे उतनी आत्मा को तू प्रगट कर देना कबीर साहेब ने कहा जोगजीत से इस लड़की के सात चला जा दोनो पहुंच गए क्षर पुरुष के पास जोगजीत तो उस लड़की को छोड़कर आ गया अब क्षर पुरुष उस लड़की से गलत बर्ताब करने लगा लड़की ने मना किया जबरदस्ती करने लगा लड़की ने छोटा रूप बनाया उसके पेट में चली गई क्षर पुरुष के फिर कबीर साहेब को याद किया कबीर साहेब आए उस लड़की को उसके पेट के अंदर से निकाला और श्राप दिया एक लाख खाएगा सबा लाख पैदा करेगा आज से तेरा नाम काल होगा काल को सतलोक से भगा दिया 16शंक की दूरी पर आ आकर रुख गया कबीर साहेब अंतर्यामी परमेश्वर है उन्होंने पहले ही जान लिया था किसी भी जीव को ये मनुष्य शरीर नही देगा 84लाख योनियां बनाई है एक और बना देता इस की मजबूरी हो गईं है मनुष्य शरीर देने की अब इस काल ने us लड़की से जबरदस्ती शादी की और और उसने प्रजनन इंद्री लगा दी सिद्धि से तीन पुत्र पैदा हुए ब्रह्मा विष्णु महेश आज लोग उसे दुर्गा के नाम से जानते है इससे आगे की sharshti रचना KZbin पर सर्च कर संत रामपाल जी महाराज श्रृष्टि रचना
@OmPrakash-in9rq
@OmPrakash-in9rq Ай бұрын
जो संतो के शरण ग्रहण किया उनका सत्संग किया और उनसे नामदान लेकर अभ्यास किया वही इस रहस्य को जान पाता है। जय गुरु महाराज।
@arjunprasadgupta5687
@arjunprasadgupta5687 3 ай бұрын
साहेब बंदगी....🙏🕉️🌹
@sms1903
@sms1903 3 ай бұрын
Kabir sahib ki jay
@jawaharmusicalgroup1203
@jawaharmusicalgroup1203 3 ай бұрын
जय कबीर साहेब 🙏🙏🙏
@HariRam-fg5cl
@HariRam-fg5cl 3 ай бұрын
Sadguru ji ke charno me koti koti naman.. Saheb bandagi. Mujhe apne charno me rakhna
@ChattarSingh-fl8gi
@ChattarSingh-fl8gi 3 ай бұрын
Guru parmatma aeko jan. Blessing of Param sant Kabir . Radha soami and sahib bandaging ji
@ramprakashmaurya8892
@ramprakashmaurya8892 Ай бұрын
नमो बुद्धाय जय भीम बहुत ही सुन्दर विचार प्रस्तुत किया और ग्यान वर्धक वर्णन किया शाहब बंदगी प्रयागराज यू पी
@Ritasavitri12
@Ritasavitri12 3 ай бұрын
😢dhanyvad
@gharusandeep7231
@gharusandeep7231 3 ай бұрын
Jai kabir saheb ji ki
@Rajeshambedkarbadi
@Rajeshambedkarbadi 3 ай бұрын
सतगुरु कबीर दास जी महाराज जी की
@amretabind6774
@amretabind6774 3 ай бұрын
साहेब बंदगी
@JaganNath-wy2dv
@JaganNath-wy2dv Ай бұрын
SAT SAHIB🎉🎉❤❤
@mr.abhilashlahre4296
@mr.abhilashlahre4296 3 ай бұрын
Jai satnam 🤍 ji
@chintaram5545
@chintaram5545 3 ай бұрын
Saheb bandagi sahebji
@gyanendrakumar7345
@gyanendrakumar7345 Ай бұрын
Namo Buddhay. Jai Ravidas Ji. Jai Kabir Ji.
@rohitratre3043
@rohitratre3043 2 ай бұрын
Saheb bandagi sadhvi ji❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@NavinbhaiDarji-xw6rr
@NavinbhaiDarji-xw6rr 2 ай бұрын
वोहि सत पुरुष परमात्मा
@dopeladka2273
@dopeladka2273 2 ай бұрын
आज तक कबीर जी के जनम को कोई बता नही पाया विग्यान भी नही ओर न मरन को क्योकी परमात्मा कभी मरते नही न जन्म लेते है जो जैसा अनुभव किया वहि ईतिहास पढ दिया
@bhuroosay8558
@bhuroosay8558 Ай бұрын
Kabir koi parmeshwar nahi hai
@bhuroosay8558
@bhuroosay8558 Ай бұрын
Apne man ko padna bas pura ho jayega pusti karna man se
@peetamyadav1444
@peetamyadav1444 Ай бұрын
​@@bhuroosay8558लेल😅😅😅llलेलो😅
@teligram8
@teligram8 Ай бұрын
@@bhuroosay8558 इस कविर्देव (कबीर प्रभु) ने सतपुरुष रूप में प्रकट होकर सतलोक विराजमान होकर प्रथम सतलोक में अन्य रचना की। एक शब्द (वचन) से सोलह द्वीपों की रचना की। फिर सोलह शब्दों से सोलह पुत्रों की उत्पत्ति की। एक मानसरोवर की रचना की जिसमें अमृत भरा। सोलह पुत्रों के नाम हैं :- (1) "कूर्म", (2)"ज्ञानी", (3) "विवेक", (4) "तेज", (5) "सहज", (6) "सन्तोष", (7) "सुरति" (8) "आनन्द", (9) "क्षमा", (10) "निष्काम", ( 11 ) 'जलरंगी' (12) "अचिन्त", ( 13 ) "प्रेम", (14) "दयाल", (15) "धैर्य" ( 16 ) "योग संतायन" अर्थात् "योगजीत"। कबीर साहेब ने अचिंत को कुछ सतलोक का भार सोपा बेटा श्रष्टि कर तो। अचिंत ने परम ब्रह्म के शब्द से अक्षर पुरुष को उत्पत्ति की और कहा अक्षर पुरुष तुम मेरी मदद करना अक्षर पुरुष मानसरोवर पर स्नान करने के लिए गया और बहा उसे आनंद आया और सो गया लंबे समय तक बाहर नहीं आया अचिंत की प्रार्थना करने पर अक्षर पुरुष को नीद से जगाने के लिए कबीर साहेब ने एक अंडा लिया कबीर साहेब ने उस अंडे में एक आत्मा प्रवेश की और पानी में छोड़ दिया पानी के अंदर अंडा जाने लगा गड़गड़ाहट की आवाज सुन अक्षर ब्रह्म की निंद्रा भंग हो गई और कच्ची निंद्रा होने के कारण उसने क्रोध से देखा अंडा फूट गया फिर अंडे से ज्योति निरंजन निकला अचिंत के दीप में वे रहने लगे तीनो क्षर पुरुष अक्षर पुरुष अचिंत क्षर पुरुष के मन में आया हमारे 15 भाई अलग अलग दीप में रह रहे है और हम तीनो एक दीप में क्षर पुरुष ने एक पैर पर खड़ा होकर तप शुरू कर दिया 70युग तप किया उस तप के बदले उसने कबीर साहेब से 21ब्रह्माण्ड ले लिए फिर उसका अकेले का मन नहीं लगा तो फिर से तप किया 70युग तक इसने कबीर साहेब से3गुड़ 5तत्व लें लिया फिर से तप शुरू कर दिया 64युग तक इसका अकेले का मन नहीं लगा। तो फिर इसने तप के बदले आत्मा मांगना चाहा तो कबीर साहेब ने स्पष्ट मना कर दिया और barhamnd दे सकता हूं पर आत्मा नही हा तेरे सात कोई अपनी इच्छा से जाना चाहती है तो जा सकती है कबीर साहेब के सामने कोन है बोलने बाला एक आत्मा ने हिम्मत की और बोली पिताजी में जाना चाहती हू फिर दूसरी आत्मा बोली में तीसरी ऐसे अरबों की संख्या में बोलीं हम जाना चाहते है कबीर साहेब बोलते है ज्योति निरंजन तू जा जिस आत्म ने स्वीकृति दी है उस सभी आत्माओं को में भेज दूंगा जिसने पहले कहा में जाना चाहती हू उसी आत्मा को एक लड़की बनाई उसके प्रजनन इंद्री नही लगाई कबीर साहेब तो लड़का भी बना सकते थे पर ज्योति निरंजन को ये भी देखना था की ये कितना गिर सकता है फिर उसी लड़की में सभी आत्मा प्रवेश कर दी और कहा क्षर पुरुष कहे उतनी आत्मा को तू प्रगट कर देना कबीर साहेब ने कहा जोगजीत से इस लड़की के सात चला जा दोनो पहुंच गए क्षर पुरुष के पास जोगजीत तो उस लड़की को छोड़कर आ गया अब क्षर पुरुष उस लड़की से गलत बर्ताब करने लगा लड़की ने मना किया जबरदस्ती करने लगा लड़की ने छोटा रूप बनाया उसके पेट में चली गई क्षर पुरुष के फिर कबीर साहेब को याद किया कबीर साहेब आए उस लड़की को उसके पेट के अंदर से निकाला और श्राप दिया एक लाख खाएगा सबा लाख पैदा करेगा आज से तेरा नाम काल होगा काल को सतलोक से भगा दिया 16शंक की दूरी पर आ आकर रुख गया कबीर साहेब अंतर्यामी परमेश्वर है उन्होंने पहले ही जान लिया था किसी भी जीव को ये मनुष्य शरीर नही देगा 84लाख योनियां बनाई है एक और बना देता इस की मजबूरी हो गईं है मनुष्य शरीर देने की अब इस काल ने us लड़की से जबरदस्ती शादी की और और उसने प्रजनन इंद्री लगा दी सिद्धि से तीन पुत्र पैदा हुए ब्रह्मा विष्णु महेश आज लोग उसे दुर्गा के नाम से जानते है इससे आगे की sharshti रचना KZbin पर सर्च कर संत रामपाल जी महाराज श्रृष्टि रचना
@AnujKumar-tg8un
@AnujKumar-tg8un 17 күн бұрын
❤​@@bhuroosay8558
@user-dq7yn5hw5d
@user-dq7yn5hw5d 3 ай бұрын
Koti 2 pranaam maiya Rani 😙🙏🙏🙏
@mihansingh4469
@mihansingh4469 2 ай бұрын
दुखो का कारण ईच्छा व बुरे कर्म है ।
@gwariakailash4443
@gwariakailash4443 2 ай бұрын
जय अचिंत्य...🌹🙏
@jaypatel8981
@jaypatel8981 3 ай бұрын
Very very nice satsag 🙏🙏🙏🙏 Saheb Bandgai. 🙏🙏
@deonandanparshadnayak5224
@deonandanparshadnayak5224 3 ай бұрын
Lxtp😮😮😅 Dr
@user-jd5xf4cs8h
@user-jd5xf4cs8h 2 ай бұрын
Good vichar ji shahiv
@lalmaitkumari5633
@lalmaitkumari5633 9 күн бұрын
Sat Saheb Ji 🌈🙏🙏🙏🌈
@user-ub5du5mp7j
@user-ub5du5mp7j 3 ай бұрын
जय श्री राम
@anyoneyouTube
@anyoneyouTube 3 ай бұрын
कबीर ही भगवान है। सही बात है।
@homprasadthapaliya1887
@homprasadthapaliya1887 Ай бұрын
प्रणाम जी!नमो तृगुणाय ब्रह्म ,वस्णु महेशाय। नमो भगवते सर्वव्यापकाय ज्योती निरन्जनाय ( वासुदेवाय) नमो नाराय णाय तत्पुरुसाय।नमो नारायणाय सर्वलोक प्रतिपालनाय सस्वतसत्य सतप्रभु पुर्णब्रह्म परमातमने नम:(हरि: ॐ तत्सत)🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌺🌺🌺❤️
@lakshmanchaurasiya1264
@lakshmanchaurasiya1264 3 ай бұрын
Satnam ki ist ichchha se jo adhar bramhand/bhumi aur jeevo ka srijan rachana ki gaee us ko sristi kahte hai❤
@ghanshyamjupta9516
@ghanshyamjupta9516 3 ай бұрын
Jay Shree Hari ❤️ say
@vijaybhadhur8194
@vijaybhadhur8194 3 ай бұрын
Bandi choodh Purn Brahm Parmeswar kabirdev saheb ki Jay ho
@RPSharmajikiKadbibatein
@RPSharmajikiKadbibatein 2 ай бұрын
Bahut acha hai rachna ka kathak bachal Jay shree Ram modi ji Yogi ji ko koti koti pranam Hindu temple of Hindu rast hona chahiye bahut bahut jaruri hai ❤❤❤❤❤❤❤
@teligram8
@teligram8 Ай бұрын
इस कविर्देव (कबीर प्रभु) ने सतपुरुष रूप में प्रकट होकर सतलोक विराजमान होकर प्रथम सतलोक में अन्य रचना की। एक शब्द (वचन) से सोलह द्वीपों की रचना की। फिर सोलह शब्दों से सोलह पुत्रों की उत्पत्ति की। एक मानसरोवर की रचना की जिसमें अमृत भरा। सोलह पुत्रों के नाम हैं :- (1) "कूर्म", (2)"ज्ञानी", (3) "विवेक", (4) "तेज", (5) "सहज", (6) "सन्तोष", (7) "सुरति" (8) "आनन्द", (9) "क्षमा", (10) "निष्काम", ( 11 ) 'जलरंगी' (12) "अचिन्त", ( 13 ) "प्रेम", (14) "दयाल", (15) "धैर्य" ( 16 ) "योग संतायन" अर्थात् "योगजीत"। कबीर साहेब ने अचिंत को कुछ सतलोक का भार सोपा बेटा श्रष्टि कर तो। अचिंत ने परम ब्रह्म के शब्द से अक्षर पुरुष को उत्पत्ति की और कहा अक्षर पुरुष तुम मेरी मदद करना अक्षर पुरुष मानसरोवर पर स्नान करने के लिए गया और बहा उसे आनंद आया और सो गया लंबे समय तक बाहर नहीं आया अचिंत की प्रार्थना करने पर अक्षर पुरुष को नीद से जगाने के लिए कबीर साहेब ने एक अंडा लिया कबीर साहेब ने उस अंडे में एक आत्मा प्रवेश की और पानी में छोड़ दिया पानी के अंदर अंडा जाने लगा गड़गड़ाहट की आवाज सुन अक्षर ब्रह्म की निंद्रा भंग हो गई और कच्ची निंद्रा होने के कारण उसने क्रोध से देखा अंडा फूट गया फिर अंडे से ज्योति निरंजन निकला अचिंत के दीप में वे रहने लगे तीनो क्षर पुरुष अक्षर पुरुष अचिंत क्षर पुरुष के मन में आया हमारे 15 भाई अलग अलग दीप में रह रहे है और हम तीनो एक दीप में क्षर पुरुष ने एक पैर पर खड़ा होकर तप शुरू कर दिया 70युग तप किया उस तप के बदले उसने कबीर साहेब से 21ब्रह्माण्ड ले लिए फिर उसका अकेले का मन नहीं लगा तो फिर से तप किया 70युग तक इसने कबीर साहेब से3गुड़ 5तत्व लें लिया फिर से तप शुरू कर दिया 64युग तक इसका अकेले का मन नहीं लगा। तो फिर इसने तप के बदले आत्मा मांगना चाहा तो कबीर साहेब ने स्पष्ट मना कर दिया और barhamnd दे सकता हूं पर आत्मा नही हा तेरे सात कोई अपनी इच्छा से जाना चाहती है तो जा सकती है कबीर साहेब के सामने कोन है बोलने बाला एक आत्मा ने हिम्मत की और बोली पिताजी में जाना चाहती हू फिर दूसरी आत्मा बोली में तीसरी ऐसे अरबों की संख्या में बोलीं हम जाना चाहते है कबीर साहेब बोलते है ज्योति निरंजन तू जा जिस आत्म ने स्वीकृति दी है उस सभी आत्माओं को में भेज दूंगा जिसने पहले कहा में जाना चाहती हू उसी आत्मा को एक लड़की बनाई उसके प्रजनन इंद्री नही लगाई कबीर साहेब तो लड़का भी बना सकते थे पर ज्योति निरंजन को ये भी देखना था की ये कितना गिर सकता है फिर उसी लड़की में सभी आत्मा प्रवेश कर दी और कहा क्षर पुरुष कहे उतनी आत्मा को तू प्रगट कर देना कबीर साहेब ने कहा जोगजीत से इस लड़की के सात चला जा दोनो पहुंच गए क्षर पुरुष के पास जोगजीत तो उस लड़की को छोड़कर आ गया अब क्षर पुरुष उस लड़की से गलत बर्ताब करने लगा लड़की ने मना किया जबरदस्ती करने लगा लड़की ने छोटा रूप बनाया उसके पेट में चली गई क्षर पुरुष के फिर कबीर साहेब को याद किया कबीर साहेब आए उस लड़की को उसके पेट के अंदर से निकाला और श्राप दिया एक लाख खाएगा सबा लाख पैदा करेगा आज से तेरा नाम काल होगा काल को सतलोक से भगा दिया 16शंक की दूरी पर आ आकर रुख गया कबीर साहेब अंतर्यामी परमेश्वर है उन्होंने पहले ही जान लिया था किसी भी जीव को ये मनुष्य शरीर नही देगा 84लाख योनियां बनाई है एक और बना देता इस की मजबूरी हो गईं है मनुष्य शरीर देने की अब इस काल ने us लड़की से जबरदस्ती शादी की और और उसने प्रजनन इंद्री लगा दी सिद्धि से तीन पुत्र पैदा हुए ब्रह्मा विष्णु महेश आज लोग उसे दुर्गा के नाम से जानते है इससे आगे की sharshti रचना KZbin पर सर्च कर संत रामपाल जी महाराज श्रृष्टि रचना
@karanchadha2550
@karanchadha2550 19 күн бұрын
आप का ज्ञान अल्प है
@ujjagarsingh6553
@ujjagarsingh6553 3 ай бұрын
❤😂🎉satguru maharaj charn singh ji to all satguru beas wale ji radha soami ji Saad sangat ji radha soami ji❤😂🎉
@karambirsharma8435
@karambirsharma8435 3 ай бұрын
जीव आत्मा को साहिब बंदगी जी श्रष्टि रचना के बारे में धर्म और ग्रंथ कुछ भी नहीं जानते ये अनुभव ज्ञान का विषय है सतनाम जी
@indianquantumai
@indianquantumai 3 ай бұрын
A granth pahle ke hai or kabir ji abh abhi ke hai. Tum samajhne me murkh karte ho.😂😂 sudra log nahi samjhenge.😂
@daluatram3715
@daluatram3715 2 ай бұрын
परम शक्ति ने अपने साकार रुप पुर्ण परमेश्वर श्री मुख से बताया है कि परम शक्ति ने सोचा, मैं हुँ तो सब कुछ लेकिन मुझे जानने वाला कोई नही है । तो मेरे अकेले होने का कोई अर्थ है । फिर सोचा कि मैं एक एसे जीब की रचना करू जो मुझे जाने भी, माने भी, और मुझ से प्यार भी करे। यह सोच कर परम शक्ति ने पहले सृष्टि की रचना की। सृष्टि की रचना होने के बहुत देर बाद जब इन्सान के लिए उचित पलेट फ़ार्म तेयार हो गया। जो इन्सान के लिए जरुरी था वह इन्सान के लिए पहले तेयार किया। उचित समय देख कर इन्सान को धरती पर उतारा। परम शक्ति ने इन्सान को अपने मक्सद के लिए बनाया है कि इन्सान इन्सान उसके बारे में जानकारी हासिल करे, फिर उस को माने कि सृष्टि को बनने वाला है और उस से प्यार करे, जो इन्सान एसा करता है परम शक्ति उस से प्यार करती है ।
@bhagunayka-nk7pq
@bhagunayka-nk7pq Ай бұрын
Murkh keise smjhe ga
@Manishrikajal
@Manishrikajal 3 ай бұрын
Satnam
@sarveshvardalal8160
@sarveshvardalal8160 11 күн бұрын
Guru mere sabhi bare apni apni Thor sabad viveki so mathe ka mor.😊
@NavinbhaiDarji-xw6rr
@NavinbhaiDarji-xw6rr 2 ай бұрын
सत साहेब कबीर बदगि
@shyamdeopaswan4597
@shyamdeopaswan4597 21 күн бұрын
परमात्मा का अर्थ है दुसरे का आत्मा
@diliprajak7281
@diliprajak7281 3 ай бұрын
साहेब बंदगी साहेब ❤
@vishankaviindokha7450
@vishankaviindokha7450 Ай бұрын
कबीर साधारण कवि और भक्त थे राजपूतों के घर में खूब ऐसे भक्त हुवे थे जिनकी गिनती उनके पास ह ही नहीं
@kailashchandrameena8559
@kailashchandrameena8559 19 сағат бұрын
शास्त्रों में उल्लेख किया गया है, कबीर जी को मात्र चोदह जन्म की स्मृति थी, जबकि रैदास जी को आदि अनादि जन्मों की स्मृति थी!!
@BasantDhurve-kl8xr
@BasantDhurve-kl8xr 3 ай бұрын
Hamare sant Rampal Ji Maharaj batate Hain ki Srishti Rachna mein
@PankajKumar-ej8zc
@PankajKumar-ej8zc 2 ай бұрын
Sahab bandgi
@nonu866
@nonu866 14 күн бұрын
Aap dhanya hai.Satya Sahebji.
@bhaushabhil5046
@bhaushabhil5046 2 ай бұрын
Sat saheb ji
@joharmoments.5071
@joharmoments.5071 2 ай бұрын
Sristi ke baare m,Buddha hi satya h,
@dhaneshtandan5454
@dhaneshtandan5454 2 ай бұрын
शब्द द्वारा परमपिता परमेश्वर ने धरती आकाश की रचना की थी उसके बाद शब्द द्वारा काल निरंजन और अष्टांगी की रचना की थी उसके बाद अष्टांगी और काल निरंजन के गर्भ से ब्रह्मा विष्णु महेश का जन्म हुआ था यही सच है आप क्या बक रहे हो आप जाने
@NavinbhaiDarji-xw6rr
@NavinbhaiDarji-xw6rr 2 ай бұрын
अत समय देनो बडे हय गुरू के गोविद
@sky69250
@sky69250 3 ай бұрын
Sat Gurusaheb bandgi
@ishmuneom572
@ishmuneom572 27 күн бұрын
Om nam sabsai bada hai
@satyapalsharma3129
@satyapalsharma3129 Ай бұрын
जब सभी ग्रंथ आपके लिए झूठे लगते हैं सभी संत झूठे लगते हैं।तो कबीर दास जी कमल के फूल पर कैसे बैठ सकते हैं। चाहे कबीर दास जी हों चाहे अन्य कोई संत हो सभी के विचार काल्पनिक हैं।सुने हुए पर तो केवल विश्वास ही कर सकते हैं।वास्तविक सत्य देखा हुआ ज्ञान ही है ।
@teligram8
@teligram8 Ай бұрын
इस कविर्देव (कबीर प्रभु) ने सतपुरुष रूप में प्रकट होकर सतलोक विराजमान होकर प्रथम सतलोक में अन्य रचना की। एक शब्द (वचन) से सोलह द्वीपों की रचना की। फिर सोलह शब्दों से सोलह पुत्रों की उत्पत्ति की। एक मानसरोवर की रचना की जिसमें अमृत भरा। सोलह पुत्रों के नाम हैं :- (1) "कूर्म", (2)"ज्ञानी", (3) "विवेक", (4) "तेज", (5) "सहज", (6) "सन्तोष", (7) "सुरति" (8) "आनन्द", (9) "क्षमा", (10) "निष्काम", ( 11 ) 'जलरंगी' (12) "अचिन्त", ( 13 ) "प्रेम", (14) "दयाल", (15) "धैर्य" ( 16 ) "योग संतायन" अर्थात् "योगजीत"। कबीर साहेब ने अचिंत को कुछ सतलोक का भार सोपा बेटा श्रष्टि कर तो। अचिंत ने परम ब्रह्म के शब्द से अक्षर पुरुष को उत्पत्ति की और कहा अक्षर पुरुष तुम मेरी मदद करना अक्षर पुरुष मानसरोवर पर स्नान करने के लिए गया और बहा उसे आनंद आया और सो गया लंबे समय तक बाहर नहीं आया अचिंत की प्रार्थना करने पर अक्षर पुरुष को नीद से जगाने के लिए कबीर साहेब ने एक अंडा लिया कबीर साहेब ने उस अंडे में एक आत्मा प्रवेश की और पानी में छोड़ दिया पानी के अंदर अंडा जाने लगा गड़गड़ाहट की आवाज सुन अक्षर ब्रह्म की निंद्रा भंग हो गई और कच्ची निंद्रा होने के कारण उसने क्रोध से देखा अंडा फूट गया फिर अंडे से ज्योति निरंजन निकला अचिंत के दीप में वे रहने लगे तीनो क्षर पुरुष अक्षर पुरुष अचिंत क्षर पुरुष के मन में आया हमारे 15 भाई अलग अलग दीप में रह रहे है और हम तीनो एक दीप में क्षर पुरुष ने एक पैर पर खड़ा होकर तप शुरू कर दिया 70युग तप किया उस तप के बदले उसने कबीर साहेब से 21ब्रह्माण्ड ले लिए फिर उसका अकेले का मन नहीं लगा तो फिर से तप किया 70युग तक इसने कबीर साहेब से3गुड़ 5तत्व लें लिया फिर से तप शुरू कर दिया 64युग तक इसका अकेले का मन नहीं लगा। तो फिर इसने तप के बदले आत्मा मांगना चाहा तो कबीर साहेब ने स्पष्ट मना कर दिया और barhamnd दे सकता हूं पर आत्मा नही हा तेरे सात कोई अपनी इच्छा से जाना चाहती है तो जा सकती है कबीर साहेब के सामने कोन है बोलने बाला एक आत्मा ने हिम्मत की और बोली पिताजी में जाना चाहती हू फिर दूसरी आत्मा बोली में तीसरी ऐसे अरबों की संख्या में बोलीं हम जाना चाहते है कबीर साहेब बोलते है ज्योति निरंजन तू जा जिस आत्म ने स्वीकृति दी है उस सभी आत्माओं को में भेज दूंगा जिसने पहले कहा में जाना चाहती हू उसी आत्मा को एक लड़की बनाई उसके प्रजनन इंद्री नही लगाई कबीर साहेब तो लड़का भी बना सकते थे पर ज्योति निरंजन को ये भी देखना था की ये कितना गिर सकता है फिर उसी लड़की में सभी आत्मा प्रवेश कर दी और कहा क्षर पुरुष कहे उतनी आत्मा को तू प्रगट कर देना कबीर साहेब ने कहा जोगजीत से इस लड़की के सात चला जा दोनो पहुंच गए क्षर पुरुष के पास जोगजीत तो उस लड़की को छोड़कर आ गया अब क्षर पुरुष उस लड़की से गलत बर्ताब करने लगा लड़की ने मना किया जबरदस्ती करने लगा लड़की ने छोटा रूप बनाया उसके पेट में चली गई क्षर पुरुष के फिर कबीर साहेब को याद किया कबीर साहेब आए उस लड़की को उसके पेट के अंदर से निकाला और श्राप दिया एक लाख खाएगा सबा लाख पैदा करेगा आज से तेरा नाम काल होगा काल को सतलोक से भगा दिया 16शंक की दूरी पर आ आकर रुख गया कबीर साहेब अंतर्यामी परमेश्वर है उन्होंने पहले ही जान लिया था किसी भी जीव को ये मनुष्य शरीर नही देगा 84लाख योनियां बनाई है एक और बना देता इस की मजबूरी हो गईं है मनुष्य शरीर देने की अब इस काल ने us लड़की से जबरदस्ती शादी की और और उसने प्रजनन इंद्री लगा दी सिद्धि से तीन पुत्र पैदा हुए ब्रह्मा विष्णु महेश आज लोग उसे दुर्गा के नाम से जानते है इससे आगे की sharshti रचना KZbin पर सर्च कर संत रामपाल जी महाराज श्रृष्टि रचना
@Swamiranjeet
@Swamiranjeet Ай бұрын
अति सुन्दर
@laxmikantmota9879
@laxmikantmota9879 3 ай бұрын
જય ગુરુદેવ
@GaganDeep-iz6bz
@GaganDeep-iz6bz 2 ай бұрын
Bhut sunder.
@harshdbhamat7783
@harshdbhamat7783 3 ай бұрын
सतनाम को जाने.
@pranaykc9093
@pranaykc9093 3 ай бұрын
Sat saheb Ji 🙏🏻🙏🏻🌹🌹❤️❤️❤️
@ramaybankira419
@ramaybankira419 Ай бұрын
साहेब बंदगी सतनाम जी
@rameshworphuyal3151
@rameshworphuyal3151 2 ай бұрын
सत् साहेब 🙏🙏🙏🙏🙏कबिर साहेब पूर्ण ब्रम्ह हे 🙏🙏🙏🙏🙏 सत् गुरु संत रामपाल जी माहाराज हे बिश्व मे एक मात्र हे 🙏🙏🙏🙏🙏 और जित्ने गुरु हे काल के पंथ हे यैसे लोग नक्ली गुरु हे यैसे लोगोंको पूर्ण ज्ञान नही हे ! श्रिफ हल्दी की गाँठसे पन्साऱी बन् गय हे !!!
@teligram8
@teligram8 Ай бұрын
इस कविर्देव (कबीर प्रभु) ने सतपुरुष रूप में प्रकट होकर सतलोक विराजमान होकर प्रथम सतलोक में अन्य रचना की। एक शब्द (वचन) से सोलह द्वीपों की रचना की। फिर सोलह शब्दों से सोलह पुत्रों की उत्पत्ति की। एक मानसरोवर की रचना की जिसमें अमृत भरा। सोलह पुत्रों के नाम हैं :- (1) "कूर्म", (2)"ज्ञानी", (3) "विवेक", (4) "तेज", (5) "सहज", (6) "सन्तोष", (7) "सुरति" (8) "आनन्द", (9) "क्षमा", (10) "निष्काम", ( 11 ) 'जलरंगी' (12) "अचिन्त", ( 13 ) "प्रेम", (14) "दयाल", (15) "धैर्य" ( 16 ) "योग संतायन" अर्थात् "योगजीत"। कबीर साहेब ने अचिंत को कुछ सतलोक का भार सोपा बेटा श्रष्टि कर तो। अचिंत ने परम ब्रह्म के शब्द से अक्षर पुरुष को उत्पत्ति की और कहा अक्षर पुरुष तुम मेरी मदद करना अक्षर पुरुष मानसरोवर पर स्नान करने के लिए गया और बहा उसे आनंद आया और सो गया लंबे समय तक बाहर नहीं आया अचिंत की प्रार्थना करने पर अक्षर पुरुष को नीद से जगाने के लिए कबीर साहेब ने एक अंडा लिया कबीर साहेब ने उस अंडे में एक आत्मा प्रवेश की और पानी में छोड़ दिया पानी के अंदर अंडा जाने लगा गड़गड़ाहट की आवाज सुन अक्षर ब्रह्म की निंद्रा भंग हो गई और कच्ची निंद्रा होने के कारण उसने क्रोध से देखा अंडा फूट गया फिर अंडे से ज्योति निरंजन निकला अचिंत के दीप में वे रहने लगे तीनो क्षर पुरुष अक्षर पुरुष अचिंत क्षर पुरुष के मन में आया हमारे 15 भाई अलग अलग दीप में रह रहे है और हम तीनो एक दीप में क्षर पुरुष ने एक पैर पर खड़ा होकर तप शुरू कर दिया 70युग तप किया उस तप के बदले उसने कबीर साहेब से 21ब्रह्माण्ड ले लिए फिर उसका अकेले का मन नहीं लगा तो फिर से तप किया 70युग तक इसने कबीर साहेब से3गुड़ 5तत्व लें लिया फिर से तप शुरू कर दिया 64युग तक इसका अकेले का मन नहीं लगा। तो फिर इसने तप के बदले आत्मा मांगना चाहा तो कबीर साहेब ने स्पष्ट मना कर दिया और barhamnd दे सकता हूं पर आत्मा नही हा तेरे सात कोई अपनी इच्छा से जाना चाहती है तो जा सकती है कबीर साहेब के सामने कोन है बोलने बाला एक आत्मा ने हिम्मत की और बोली पिताजी में जाना चाहती हू फिर दूसरी आत्मा बोली में तीसरी ऐसे अरबों की संख्या में बोलीं हम जाना चाहते है कबीर साहेब बोलते है ज्योति निरंजन तू जा जिस आत्म ने स्वीकृति दी है उस सभी आत्माओं को में भेज दूंगा जिसने पहले कहा में जाना चाहती हू उसी आत्मा को एक लड़की बनाई उसके प्रजनन इंद्री नही लगाई कबीर साहेब तो लड़का भी बना सकते थे पर ज्योति निरंजन को ये भी देखना था की ये कितना गिर सकता है फिर उसी लड़की में सभी आत्मा प्रवेश कर दी और कहा क्षर पुरुष कहे उतनी आत्मा को तू प्रगट कर देना कबीर साहेब ने कहा जोगजीत से इस लड़की के सात चला जा दोनो पहुंच गए क्षर पुरुष के पास जोगजीत तो उस लड़की को छोड़कर आ गया अब क्षर पुरुष उस लड़की से गलत बर्ताब करने लगा लड़की ने मना किया जबरदस्ती करने लगा लड़की ने छोटा रूप बनाया उसके पेट में चली गई क्षर पुरुष के फिर कबीर साहेब को याद किया कबीर साहेब आए उस लड़की को उसके पेट के अंदर से निकाला और श्राप दिया एक लाख खाएगा सबा लाख पैदा करेगा आज से तेरा नाम काल होगा काल को सतलोक से भगा दिया 16शंक की दूरी पर आ आकर रुख गया कबीर साहेब अंतर्यामी परमेश्वर है उन्होंने पहले ही जान लिया था किसी भी जीव को ये मनुष्य शरीर नही देगा 84लाख योनियां बनाई है एक और बना देता इस की मजबूरी हो गईं है मनुष्य शरीर देने की अब इस काल ने us लड़की से जबरदस्ती शादी की और और उसने प्रजनन इंद्री लगा दी सिद्धि से तीन पुत्र पैदा हुए ब्रह्मा विष्णु महेश आज लोग उसे दुर्गा के नाम से जानते है इससे आगे की sharshti रचना KZbin पर सर्च कर संत रामपाल जी महाराज श्रृष्टि रचना
@-SANATANI248
@-SANATANI248 Ай бұрын
नकली हे वो खुद काल जाल मे हे। इतना अच्छा ज्ञान जान ने के बाद भी नहि समज रहे हो। यह अंधभक्ति नहि तो ओर क्या हे? कबीर बीजक का ज्ञान संत रामपालजी के पास हे हि नहि। परमात्मा को कोइ जेल मे नहि बंध कर शकते महामुर्खो अपना विवेक का भी उपयोग कीया करो। कबीर साहेब ने कभी भी तांत्रिक मंत्र जपना नहि बताया हे ओर संत रामपालजी काल की तांत्रिक भक्ति ॐ ,ब्रह्मा,विष्णु,महेश,गणेश, दुर्गा की भक्ति उनके मंत्र जपाते हे जबकी कबीर साहेब ने इन के मंत्र जपने को मना कीया हे। भेदी गुरु को ढुढने कहा हे ना की तत्वदर्शि को नहि। कबीर कहते हे मे कहता आँखर की देखी तु कहेता कागज की लेखी। संत रामपाल सिर्फ कागज की लेखी बताते हे। कबीर कबीर क्या करे, सोचो आप शरीर। पाँच इंद्रियाँ वश कर। आप हि दास कबीर।
@jskushwaha7961
@jskushwaha7961 3 ай бұрын
Saheb bandagi saheb bandagi saheb bandagi.
@dilkhushraj6313
@dilkhushraj6313 Ай бұрын
Danevad devi apka
@hiralal3517
@hiralal3517 Ай бұрын
AAP brhmakumarisebakendr prjaye saribate smjh miljayegi Om Shanti good morning Baba
@NavinbhaiDarji-xw6rr
@NavinbhaiDarji-xw6rr 2 ай бұрын
5 वेद गुप्त हय
@sureshchand7493
@sureshchand7493 2 ай бұрын
जिसने भी स्वयं को जान कर प्रकृति की खोज की है ऐसा इंसान ही ब्रह्मांड के बारे में जानकारी प्राप्त करा सकता है
@HeeraLal-pv8be
@HeeraLal-pv8be 3 ай бұрын
Saheb bandagi ji
@manojmandal9150
@manojmandal9150 2 ай бұрын
❤saheb bandagi Saheb jee
@GaganDeep-iz6bz
@GaganDeep-iz6bz 2 ай бұрын
Guru nanak kehte h .pehale keval ek hi Parmatma tha .usse kaal ki utpati Hui kaal or yog Maya ne onkaar se shrishti ki .teen gun prakat huye . Brahma Vishnu and Shiv satogun rajogun or tamogun.or sare Devi Devta prakat huye
@user-yy6hi5sq7o
@user-yy6hi5sq7o 2 ай бұрын
सत नाम साहेब सादगी🙏🏻🙏🏻 कबीर साहेब वाणी में केह गये हे कि कलयुग मे मेरे नाम पर ओर शिव ओर विष्णु जी के नाम पर लोग धंधा करेगे मन मानी ओर अपनी अलंप बुद्धि द्वारा लोगो मे परमात्मा के नाम पर भ्रम ही फैला ये गे पह समय बहुत बुरा चलरहा हे सिर्फ ओर सिर्फ आप परमात्मा पर विश्वास रखे जिस रुप भी मानते हो बाकी का सच अपने आप पता चल जाये गा उसने चाहा तो🙏🏻🙏🏻 पर कुपया इधर उधर ना भटके ओर ओर पंथो को बुरा भला ना कहे
@annamundik1542
@annamundik1542 2 ай бұрын
अमर लोक कहासे बनाया
@babarupadhyaypushkarna9468
@babarupadhyaypushkarna9468 18 күн бұрын
सुंदरियां का खजाना ❤🎉
@VeerSingh-vt5ss
@VeerSingh-vt5ss 3 ай бұрын
सारे धर्मगुरु, जगतगुरु, विश्वगुरु, स्वयंभूगुरु, स्वयंभू जगतगुरु अपने आप को सच्चा गुरु कहते हैं। क्या एक आम आदमी सच्चे-झूठे गुरु की पहचान कर सकता है। अगर आपको पता हो तो हमें भी बताएं कि कैसे पहचानें।
@sasikv4255
@sasikv4255 3 ай бұрын
यह सवाल बहुत अच्छा किया है। किसी को भी पहचान ने के लिए उस का कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं होना चाहिए। मैं किसी को और किसी के साथ तुलना नहीं करूंगा। मैं सिर्फ एक का (उसको मनुष्य कहे या ईश्वर) विषय में कहूंगा। उसको यीशु मसीह कहते हैं।जो 2000साल पहले धरती के बीचो बीच इस्राएल के एक गांव बेतलाहेम में पैदा हुआ। यदि आप को जानने का इश्चा है तो बाईबल नया नियम के लूका रचित सूं समाचार के दुसरा अध्याय को पढ़ सकते हैं। यीशु का जन्म से हजारों सालों पहले ही भविष्य वाणी थी कब कहां किस खानदान में किस गांव में पैदा होगा। ऐसा शायद ही किसी मनुष्य का जन्म का भविष्य वाणी हुआ हो। यीशु मसीह अपने जीवन काल में कूछ ऐसा अद्भुत कार्यों को किया जो कोई भी भगवान ने स्वयं भू गूरू,साधू सन्तों ने नहीं किया और न कर सकते हैं। एक मनुष्य जिसका नाम लाजर था जो मर गया वह यीशु के प्रिय था। उसके बीमारी के विषय में यीशु मसीह को खबर दी पर वह मिलने नहीं आया तीन दिन के बाद यीशु अपने चेलों को कहते हैं कि लाजर मर गया है चलो चलते हैं। जब वहां पहूंचते है लाजर को कब्र में रखे चार दिन हो चुके थे। वह क़ब्र के पास जाकर,बहूत भीड़ भी था, ऊंचे शब्द से कहा कि है लाजर बाहर आ तो लाजर जिन्दा होकर कब्र से बाहर निकल आया। एक और यूवक एक विधवा का एकलौता बेटा मर गया दफ़न करने ले जा रहे थे। विधवा रो रही थी। यीशु लाश को ढोने वाले लोगों को कहा नीचे रखें। उस यूवक का हाथ पकड़कर कहा उठो वह उठ गया।एक लड़की एक अफसर कि बेटी मर गई बीमार थी तो यीशु को बताया था वह जा रहा था तो रास्ते में कोई बोला वह मर गई है अब वहां जाने से मतलब नहीं है। यीशु गया उसका हाथ पकड़ कर उठो बोला उठ गई। एक बार यीशु नाव में बैठकर सो रहे थे। बीच समुद्र में था भयानक तूफान आया समुद्र के लहरें आसमान तक उठ रहे थे । चेले लोग डर गया यीशु को जगाया कहा कि गुरों हम मर जाएंगे तुम्हें कोई चिंता नहीं। उसने तूफान को डांटा। तूफान रुक गया समूद्र के लहरें थम गया। इन दोनों घटनाएं बताती है कि यीशु को जीवन पर अधिकार है। प्राक्रतिक शक्ति उसके कहना मानते हैं। यह मत बोलना कि सब गढ़ी गई कहानी है। बाईबल में कहानी एक भी नहीं है जो लोग साथ में थे अपने आंखों से देखी घटनाएं हैं। कोई भी बीमारी, जन्म से अंधे, लंगड़े, जिनके अंग पूर्ण रूप से विकसित नहीं था दुष्टात्माएं सब को यीशु ठीक किये। और यीशु स्वयम अपने क्रूश पर मारे जाने के विषय में कहा। और तीसरे दिन जी उठने के बारे में भी कहा था। वैसा ही हुआ। क्या दूनिय में कोई है ऐसा व्यक्ति जो अपने ही म्रूत्यु का और पूनरजीवित होने का घोषणा किया हो। कोई नहीं है एक भी नहीं है। यीशु ने जब स्वर्ग कि ओर जा रहे थे कहा मैं लौटकर आऊंगा । सारे संसार में जाकर प्रचार करो कि जो कोई यीशु मसीह पर विश्वास करते हैं उनको स्वर्ग में अनन्त जीवन मिलेगा जो विश्वास नहीं करते हैं वह लोग नरक में तड़प तड़प कर अनन्त काल रहेगा। यीशु के तूल्य कोई नहीं है। यीशु मसीह स्रष्टी करता है।और कोई नहीं है।
@sultanlimba4366
@sultanlimba4366 14 күн бұрын
सच्चे गुरु को कोई नहीं पहचान पाते हैं। स्वयं परमात्मा ही कृपा करें तो ही सतगुरु से मिलाप हो सकता है। आजकल क्या पहले भी 9:24 लोग गुरु होने का दावा करते थे । सतगुरु हर कोई नहीं हो सकता। सच्चा गुरु एक समय में एक या दो ही होते हैं। महाराज सावन सिंह जी कहते थे कि एक पूर्ण सतगुरु को अगर एक या दो सच्चे शिष्य मिल जाए तो वे अपने आप को भाग्यशाली मानते हैं। लेकिन फिर भी उनका कहना था कि एक जिज्ञासु को कभी हार नहीं माननी चाहिए। अगर सारा जीवन भी गुरु की तलाश में लग जाए तो भी कोई बात नहीं। क्योंकि जहां आशा तहां वासा।ऐसे खोजी को फिर मनुष्य जन्म मिलेगा और उसकी तलाश जारी रहेगी और एक दिन अवश्य प्रमात्मा की कृपा होगी। दुनिया में नकली गुरु भरे पड़े हैं एक बार गलत रास्ते लग गये तो मनुष्य जन्म बर्बाद गया। अतः नेक जीवन व्यतीत करते हुए सत्य की खोज में लगे रहें और अपने मन में गुरु प्राप्ति की आग यानी लगन पैदा करें। इससे बड़ा और कोई काम नहीं।
@KamarlalDas-vi8ms
@KamarlalDas-vi8ms 3 ай бұрын
Purn Bram srishti ke rachnebale Kabeer parmpita ki Jay ho
@PhulKumari-pl3ch
@PhulKumari-pl3ch 3 ай бұрын
Saheb bandagi Guruji ji 🌹🤲🤲🤲
@PawanKumar-qo7cw
@PawanKumar-qo7cw 2 ай бұрын
80/. Sahi bataya h
@vivekkushwaha8736
@vivekkushwaha8736 3 ай бұрын
🙏🏻🌹💐🌹🙏🏻
@user-zs8fw1pu7r
@user-zs8fw1pu7r 2 ай бұрын
❤🎉यह पृक्रति कैसे बनी कोई सही नहीं जानता।सब अनुमान है। 😮😅पृथ्वी में जीवन कैसे आया यह भी किसी को नहीं मालुम। विज्ञान भी अभी तक सटीक तथ्य नहीं मिले हैं।😢😮 पृथ्वी में पहले हवा , पानी वगैरह बने हों।जब उपयुक्त वातावरण बना होगा बाद में जीवन आया ।
@gaundsanjay
@gaundsanjay 3 ай бұрын
🙏साहेब बंदगी जी 🙏
@neetabindrani7609
@neetabindrani7609 22 күн бұрын
Sat sahebji
@bhagunayka-nk7pq
@bhagunayka-nk7pq Ай бұрын
Didi saheb hmari aatma Amar lokse mrityu lok me kese aaye bataneka kast kare saheb bandagi saheb
@prabhuchandan1016
@prabhuchandan1016 3 ай бұрын
Very very nice didi
@indianquantumai
@indianquantumai 3 ай бұрын
Radhe radhe🙏
@dkgamingyt2937
@dkgamingyt2937 Ай бұрын
Satnam saheb ji
@dwarkaprasadsahu130
@dwarkaprasadsahu130 6 күн бұрын
परमात्मा सत कबीर साहेब जी ने ये दुनिया को 6 दिन में बनाया और सातवे दिन सतलोक/अमरलोक में राजा के समान सशारिर नुरी रूप में जा बिराजा है जिसका प्रमाण कबीर ग्रंथ बाइबिल कुरान गुरु ग्रंथ साहेब में संत रामपाल जी महाराज ने स्पष्ट किया है 19:27 सत साहेब
@user-kl1jk3md9k
@user-kl1jk3md9k Ай бұрын
Partham😊barham❤parkat😊huaji❤
@stclaresinnovationgroup
@stclaresinnovationgroup 14 күн бұрын
Murakhta se bhari kahania
@kailashchandrameena8559
@kailashchandrameena8559 18 сағат бұрын
कबीर बांणी में गर्भाधान से जीव के जन्म होने तक की यात्रा को सृष्टि की रचना से तुलना की गई है!!
@prakashsubhedar1149
@prakashsubhedar1149 3 ай бұрын
दुनिया पहले से ही है।इस पर चार युग पास होते हैं।अमरलोक स्वर्ग को कहते हैं।आयु बड़ी होती है। सतयुग अमरलोक है।यह अभी मृत्युलोक है।
@LalsinghNishad-gc8ur
@LalsinghNishad-gc8ur Ай бұрын
Sat saheb😂
@chudamanigautam-uh9hq
@chudamanigautam-uh9hq 3 ай бұрын
अपनाकाना सही है। सब झुटका पाजा भासकार दिया जय हो 25:10 25:11
@dopeladka2273
@dopeladka2273 2 ай бұрын
आड्मबर खंडन रामायन मे भी हुवा नल नील अपने गुरू को भी भुल गये
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Jin and Hattie
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Luck Decides My Future Again 🍀🍀🍀 #katebrush #shorts
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