मैं आगरा विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र विषय में P.hD रहा हूं, मेरा Topic भी धर्म और आस्था से जुड़ा हुआ है,इस video से मुझे काफी मदद मिलेगी आगे भविष्य में ऐसे वीडियो लाते रहे, अच्छा लगता है,lallantop team को बहुत बहुत बधाई
@user-do2dw5vg7k2 күн бұрын
Neurosociology
@Gkfactshindii2 күн бұрын
सेपियंस पढ़ लीजिए।।। नजरिया बदल जायेगा
@KuldeepChung2 күн бұрын
🇬🇧 Britisher's Education should be closed in India 📚
@XannieEditz2 күн бұрын
@@Gkfactshindii Haan bhai main bhi khareedne wala hoon Sapiens
@sourabhchandel36612 күн бұрын
Sapiens charles Darwin ki book hai?
@akhileshverma28352 күн бұрын
अच्छा लगा आकाश और कुलदीप सर का समाज सुधार के प्रति दार्शनिक दृष्टिकोण का निचोड़।
@nileshkamble1517Күн бұрын
ये धार्मिक लोगो के बजे से ना जाने कितनी जाने गई, देश ही नहीं पूरी दुनिया उजाड़ दी गई। फिर भी सुधरते नही। दुनिया का विनाश इन्ही लोगो के बजे से होगा।
@zalasanjaykumarКүн бұрын
दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं, यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है। हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है । जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है। मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है, पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा। उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा । जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है। कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो। सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं। भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी। हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है। वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है। क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो। कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए। डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !! में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये। आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी, 1.Arpit explains 2.Shakeel Prem कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है। आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है। जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ? हमारी समझदारी हमारा इश्वर है। Coma movie Hindi dubbed फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग। Xnadu computer. स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है। आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत Sarco suicide capsule ! इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए। नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी। इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है। मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं। इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा। दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं, ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है। में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।
@sk2171916 сағат бұрын
Tu kis dharm me manta hai ye bhi bata de bakwaas karna aasan hota hai😂
@jhaangjhaango393654 минут бұрын
Humanity ❤@@sk21719
@RajkumarTiwari-x5y2 күн бұрын
जनाब! धर्म को जीने के लिए स्वभाव से पार जाने की कला आनी चाहिए। स्वभाव के नीचे रहने पर सब राजनीति है, धर्म कदापि नहीं। सत्यमेव जयते।हर हर महादेव।।
@Onlinepharmacy973 күн бұрын
Bhai ne total right baat boli hai ❤ I am agree 👍💯
@RahulChaudhari-g9i3 күн бұрын
Ek bhi tarq bharat se nahi 😂
@shreyashp.66062 күн бұрын
Samajhdaar log samaj jaate hai, exact example ki jarurat nahi@@RahulChaudhari-g9i
@RahulChaudhari-g9i2 күн бұрын
@@shreyashp.6606 vo hi to Jo 5 logo ki thinking aur yeh video samjana chah rahe he vo tu samj rha he ... , Lekin tu dusre ke thinking kyu galat bata rha he fir ,tusre ke thinking sawal kyu utha rha he
@shreyashp.66062 күн бұрын
@RahulChaudhari-g9i koi galat nhi bol rha hai, vo apne side ka sach aur logic bata raha hai, aap sach aur logic se kyu Darr Rahi ho? And kya dharmik log apne vichar spread nhi karte. Non believers/Nastikwaad ko immoral nahi samajhte? Khud dusro k thinking ko respect nhi karte , ye hippocracy kyu?
@RahulChaudhari-g9i2 күн бұрын
@shreyashp.6606 vo to Channel ne kyu dala ye video ? Hypocrisy paida hi nahi hoti , channel hamko challenge karna chah rha he ,aur hamene apna point rakha he samjha ,to hamare point ko kyu galat bola ja rha ye video se
@chandangupta71232 күн бұрын
भगवान कहीं नही है केवल कल्पना मात्र है ।
@chetangawade5002Күн бұрын
Chal na 🤡
@zalasanjaykumarКүн бұрын
दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं, यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है। हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है । जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है। मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है, पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा। उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा । जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है। कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो। सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं। भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी। हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है। वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है। क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो। कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए। डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !! में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये। आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी, 1.Arpit explains 2.Shakeel Prem कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है। आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है। जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ? हमारी समझदारी हमारा इश्वर है। Coma movie Hindi dubbed फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग। Xnadu computer. स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है। आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत Sarco suicide capsule ! इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए। नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी। इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है। मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं। इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा। दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं, ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है। में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।
@VikrantSinghRanaut14 сағат бұрын
मूर्खो में आत्मविश्वस बहूत अधिक होता है अग्यन्ता वश वो ये नही जानते अल्बर्ट इस्टीन भी आत्मविश्वस से ये बात नही बोले कभी जो आप ने बोली
@amitghosh814012 сағат бұрын
Or allah, kaha hai
@chandangupta712312 сағат бұрын
@amitghosh8140 वो भी नहीं है
@yogendras04sm2 күн бұрын
बहुत खूब लिखा आकाश ने🎉
@icec331Күн бұрын
धर्म और ईश्वर अलग-अलग चीजें हैं.. धर्म वैज्ञानिक और अवैज्ञानिक हो सकता है लेकिन ईश्वर को अस्वीकार कर पाना असंभव है। कुछ लोग सामान्य रुप से ईश्वर को स्वीकार करते जबकि कुछ लोग तभी करते हैं जब वो जीवन के अंतिम क्षण में होते हैं।
@axiom95522 күн бұрын
सच में आसान भाषा में ❤ Mr.Kuldeep & Mr. Aakash - मेहनत खुब रंग लाई। ❤
@raimanvendrakumar2 күн бұрын
“Use the momentum, keep the energy and keep the flow” हम घूम चुके बस्ती बन मे-एक आस की फास लिए मन मे.. .
@rky1362 күн бұрын
❤❤
@FitElvishКүн бұрын
@@raimanvendrakumar momentum bnaa rehna chaiye bolte hai na kyuki jb tk momentum nhi bnega to destiny fix ho death bs yhi se hai khel maut satya hai but why??? Ans is (dar k bina preet khaa )
@gyanendrakumar73452 күн бұрын
मानवता ही धर्म है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन आदि को भी तभी धार्मिक कह सकते हैं, यदि उनमें मानवता है। आस्तिक, वास्तविक, नास्तिक तीनों ही प्रकार के लोग धार्मिक हो सकते हैं, यदि उनमें मानवता है।
@pushpindersingh4singh4082 күн бұрын
Facts
@rky1362 күн бұрын
👌👌👌👌
@FitElvish2 күн бұрын
That's the right way solving sorry( Finding) this mysterious ♾️ to ♾️ (सत्यमेव जयते)
@divysurana21222 күн бұрын
Fir to ye bandar 🐒 baap maanne waale jaanvar kis catagory me aayenge ???
@FitElvishКүн бұрын
@@divysurana2122💯✅ wo to hai hi Sch aap ko nfrt ne hm sbke baap btaa diya 🐵 -->Human -->♾️ but (अन्तः अस्थि प्रारम्भ ) tmhari nfrt bhi human ko hanuman ji k upr nhi ja payi or whi ive+ energy me ho hi gya or us k peeche jo hai wo tm or peeche jaoge tb ptaa chle 🐵🔄♾️ yhi solve kr lo nfrt khtm ho jayegi jisko baap bol rhe ho kisi ka to sbse pehle wha khud k papa dikhenge 🙏( Jai shree Ram 🔄 Satya mev Jayate) truth always be truth khaa tk le kr jaoge apni nfrt apne andr hi khtm kr lo to apne papa me bandar or unhi me bhgwaan mil jayenge take care 🙏
@YodhyavasiКүн бұрын
कर्म ही पूजा है ❤
@mushtaqhussain73652 күн бұрын
शब्दों का चयन बहुत अच्छी तरह से किया गया है, बहुत बढ़िया ❤
@avinashrajgure26072 күн бұрын
धर्म धर्म के लिए हजारो सालो से लढ राहा इन्सान. पर सबसे बडा मानव धर्म वही भूल गया हैं..... दुर्भाग्य हैं.
@rjsundi22532 күн бұрын
आपका रिर्पोटिग बहुत अच्छा लगा।
@aradhanasharma522Күн бұрын
ये प्रयास जारी रहे. ये बातें बहुत लोगों की आंखे खेलेंगी. 👍👍
@zalasanjaykumarКүн бұрын
दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं, यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है। हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है । जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है। मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है, पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा। उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा । जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है। कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो। सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं। भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी। हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है। वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है। क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो। कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए। डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !! में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये। आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी, 1.Arpit explains 2.Shakeel Prem कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है। आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है। जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ? हमारी समझदारी हमारा इश्वर है। Coma movie Hindi dubbed फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग। Xnadu computer. स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है। आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत Sarco suicide capsule ! इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए। नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी। इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है। मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं। इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा। दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं, ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है। में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।
@enigmatickrishna81882 күн бұрын
धर्म ने हमेशा ही इंसान का मार्ग प्रशस्त किया है। धर्म केवल आध्यात्म तक सीमित नहीं है उसका दायरा तो ज्ञान विज्ञान से भी कही ज्यादा विस्तृत है।
@chaudharysubhashchander13392 күн бұрын
प्रकृति ही सबसे बड़ा भगवान है 💯,,,,,
@sohailkhan-b2z6p2 күн бұрын
Nature God nahi hai. Balki God boh hai jisnai Nature 🌿🍃ko banaya.
@sandeeptiwari51892 күн бұрын
Aur ye bol kahn raha hai usi prakarti ka ansh ya ya prakrati ko banane wala
@dragoblazeeditz21422 күн бұрын
@@sohailkhan-b2z6pkon sa god hai jo Nature ko banaya bta de????....
@armanmaliktrt29022 күн бұрын
Nature ke pass consciousness nahi hai
@dragoblazeeditz21422 күн бұрын
@@armanmaliktrt2902 toh kon se allah ke pass hai 😂😂😂👍.....
@kishorwanjari93402 күн бұрын
सर आपने जो बाते बताई सब सही है. सिर्फ एक प्रोब्लेम है, और यह प्रोब्लेम पुरी दुनिया का है. और वह है धर्म और भक्ती मे के फर्क को समझना. आपने जाहा जाहा धर्म का नाम लिया है वहा असल मे भक्ती शब्द चाहिए था.
@FitElvishКүн бұрын
@@kishorwanjari9340 dharm without bhkti is not exist that's deep means jo spne me bhi nhi dekha uska prachar yha pure duniya me aisi koi cheez kbhi nhi dikhegi jo tum apni kalpna se bnaa skoo to bache ki nabhi se hi nikal skta h hwaa me hi to atm me hi upr jo hai wo i-ve energy k liye hai but lekin -ive hawy na ho jaye us kiye +ve 🔄 khel khelto rho
@kishorwanjari9340Күн бұрын
@FitElvish सबसे पहले भाईसाहाब धर्म क्या है? इसे समझ लो.
@anshupandey30012 күн бұрын
Dharm to logo ki help karna, Anger and greed ko control karna, apne kaam ko bina kisi ka ahit kiye apni puri lagan se krna hai. Baaki to sab Samooh hai alag tareeke se secure feel krne k liye.🙏
@sanjaymisra815Күн бұрын
इतिहास गवाह है जब जब आचार्य प्रशान्त जैसे समाज सुधारकों ने सनातन धर्म की रुढ़ियों, ढोंग और आडंबरों पर चोट की है, तब तब धर्म के ठेकेदार दर्द से बिलबिला उठे हैं।
@Royal-h8eКүн бұрын
शानदार वीडियो!!! Another star in Lallantop legacy! ❤
@visheshjain84943 күн бұрын
Beautifully crafted by Aakash. And presented by the host.
@संतोष0012 күн бұрын
Launguage & body language, दिलचस्प है।😊
@akbarhussain9282 күн бұрын
Kuldeep Bhai aapka awaaz ke sath sath aapka samjhane ka tarika bhi bahut Dumdaaaaaaar hai
@Jatav-n7k2 күн бұрын
To kab band kr rha hai halala aur khtna
@rahulbharti44942 күн бұрын
सरल शब्दों एवं आसान उदाहरण में आपने जटिल विषय को समझा दिया अदभुत। ❤
@shanvita90243 күн бұрын
जय सियाराम
@hsna.labdayk.h3 күн бұрын
🤔🤔🤔
@ashish_astro733 күн бұрын
😂
@shehnawazansari87102 күн бұрын
Ram hamme se hi koi h
@karandangi21632 күн бұрын
Itna samjhne ke baad dimag me kuch ghusa nhi .....😅😅😅😅 To nikla jay shiya raam😅😅
@inquiringmind76172 күн бұрын
@@shehnawazansari8710और अल्लाह.. या मोहम्मद साहब वो आपमें से कोई नहीं है ..?
@bharatkasipahi403416 сағат бұрын
Aaj Tak ka sabse vegyanik drishti kon wala video well done 👍
@Raj_ksp1Күн бұрын
इसका मतलब इंसान बंदर जितना भी समझदार नहीं 😂😂
@sarojbehari64462 күн бұрын
Kuldeep ji का वीडियो बहुत ही सुन्दर और informative होता है. बहुत बधाई lallantop के psenters और deep researchers ....❤👍👍
@hardikpatel53682 күн бұрын
Bahut acha hai.👌👌👌Or video le ke aana. Philosophy pe.
@roshvichareКүн бұрын
Waah....one of the best episodes of Lallantop
@VivekSingh-si1ut3 күн бұрын
कुलदीप आपकी आवाज़ मे भाषा थोड़ी कठिन भी कभी कहीं हो जाय तो भी आसान ही लगती है। बहुत अच्छा बोलते हैं।
@Ashokaatoz-yu9mc2 күн бұрын
इसमें रिसर्च दिखा अच्छा लगा बहुत बहुत धन्यवाद लल्लन टॉप लगा
@meraj42262 күн бұрын
अज्ञानता ही ईश्वर और धर्म को जन्म करता है
@sanket1234ize2 күн бұрын
Achha Gyani Purushottam Aapne kis chiz ka Avishkar kiya h
@sandeeptiwari51892 күн бұрын
Kaunsi agyanta youTube video dekhkar hi gyan hoga ya apne aap mai jhankar gyan milega bolo
@Jatav-n7k2 күн бұрын
Khtna aur halala ko kisne jnm dia
@navinkumar43702 күн бұрын
जब एक परिवार किसी मुखिया के बिना नहीं चल सकता चाहे कोई देश दुनिया ही क्यों न हो सभी के लिए कोई न कोई नेतृत्व कर्ता होता है तो आप कैसे कह सकते ये दुनिया ओर ब्रह्मांड किसी नेतृतकर्ता के बिना चल रहा है मूर्ख जैसी बाते। न करे भले ही हम ईश्वर के नहीं देखें है पर कोई तो जरूर है जो सुकुछ कर रहा है🙏🙏🙏🙏
@atheist42642 күн бұрын
Agyanta ne sabse pahle kisso or kahanio pe dharm gadhe fir jab dharm ki kuchh baate ghalat sabit hone lagi to ye apni baato ko esi direction me le gaye jaha dharmik baato ko double meaning me badal diya😂😂😂😂or kaha iska matalab bilkul jesa likha ya bataya gaya he wesa nahi he alag he🤣😅
@sunnyray16612 күн бұрын
बेहतरीन! कुलदीप सरदार 🤙🤙
@vrcar26162 күн бұрын
Dharam nhi ye dar h jiska mind stable nhi reh pata uske liye h jo education ki value nhi samjhta adha dharam me h adha science me hamesha dar me rahega vo
@pushpindersingh4singh4082 күн бұрын
Facts mere Jessa 😂
@divysurana21222 күн бұрын
Jis din insan ka dar khatam us din insan bhi khatm ...... Dar insano ke jine ka sahara hai uske bina insaan survive nahi kar sakta
@sudhanshumaurya28602 күн бұрын
Sapiens is the best book I have ever read. It cleared my logic, improved my critical thinking and increased my ability to argue with logic. Especially with andhbhakts. Great episode, loved it❤❤.
@zalasanjaykumarКүн бұрын
दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं, यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है। हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है । जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है। मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है, पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा। उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा । जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है। कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो। सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं। भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी। हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है। वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है। क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो। कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए। डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !! में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये। आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी, 1.Arpit explains 2.Shakeel Prem कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है। आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है। जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ? हमारी समझदारी हमारा इश्वर है। Coma movie Hindi dubbed फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग। Xnadu computer. स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है। आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत Sarco suicide capsule ! इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए। नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी। इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है। मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं। इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा। दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं, ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है। में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।
@mujhreheenКүн бұрын
धर्म एक ही है सनातन बाकी सारे पंथ या मजहब है
@Engtara78419 сағат бұрын
The realist azad , Science journey, atheist army Kaa naam suna hai😂
@blackcoder560318 сағат бұрын
Mazhab sirf Islam hai …baaki sab panth aur dharm hai sirf
@wayof_annu2 күн бұрын
बहुत अच्छे से समझाया आपने, धन्यवाद 😊❤
@Jackal.762 күн бұрын
Great work.
@trendingtopic379Күн бұрын
बच्चे के दिमाग़ मे बचपन से यही धर्म और ईश्वर डाला जाता है जो की उसके दिमाग़ को मानसिक रूप से गुलाम बना देता है..
@akashru39282 күн бұрын
ये सारी बाते लैक ऑफ इंफोर्मेशन की वजह से होती है, हम लोग कही कहाई और सुनी सुनाई बातो पर ज्यादा विश्वास कर लेते है, जबकि असली यत जानने के लिए काफी मेहनत लगती है, फिर भी आने वाली पीढ़ियों से हम अपेक्षा रख सकते है की उनमे हमारे जंगली पण की निशानियाँ कम, जबकि विकसित देशों मे भी ये चीजे दिख ही रही है क्योकि एक समाज विशेष अभी पिछडा हुआ है और उनके अंदर भी इंफोर्मेशन का अभाव है, इसके लिए सरकारें भी जिम्मेदार होती है जो इंफोर्मेशन को अपने हित के लिए इस्तेमाल करती है और सही समय पर सही इंफोर्मेशन लोगो मे पहुँचने नही देती जिससे समाज समझ के प्रति संशय निर्माण होता है, और कई बार समाज सही जानकारी होने के बावजूद विरुद्ध परिस्थिति उत्पन्न हो जाती है, क्योंकि मनुष्य प्राथमिक ता अपनी सुरक्षा के प्रति ज्यादा होती है, लालच और डर भी इसी से उत्पन्न होते है, जिसके वजह मनुष्य गलत निर्णय लेने के लिए प्रभावित होता है, और इसी धारणा ये बनती है, जबकि ईश्वर अस्तित्व क्वांतम् मेकैनिकस की उस पहेली के जैसा है जिसमे बिल्ली के मृत pq
@zalasanjaykumarКүн бұрын
दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं, यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है। हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है । जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है। मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है, पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा। उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा । जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है। कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो। सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं। भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी। हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है। वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है। क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो। कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए। डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !! में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये। आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी, 1.Arpit explains 2.Shakeel Prem कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है। आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है। जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ? हमारी समझदारी हमारा इश्वर है। Coma movie Hindi dubbed फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग। Xnadu computer. स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है। आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत Sarco suicide capsule ! इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए। नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी। इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है। मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं। इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा। दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं, ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है। में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।
@PoonamSingh-oz4gx2 күн бұрын
बहुत ही अच्छी जानकारी आकाश जी।
@mirror4820Күн бұрын
Knowledge ki kami aur insaan ki kamjori aur nakami hai religion ka base .
@zalasanjaykumarКүн бұрын
दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं, यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है। हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है । जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है। मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है, पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा। उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा । जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है। कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो। सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं। भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी। हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है। वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है। क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो। कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए। डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !! में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये। आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी, 1.Arpit explains 2.Shakeel Prem कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है। आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है। जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ? हमारी समझदारी हमारा इश्वर है। Coma movie Hindi dubbed फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग। Xnadu computer. स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है। आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत Sarco suicide capsule ! इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए। नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी। इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है। मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं। इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा। दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं, ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है। में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।
@shashikalagautam36522 күн бұрын
धर्म से दिक्कत नहीं है धर्म में जो भेदभाव है ऊच नीच है दिक्कत वहाँ है
@shreyashn18092 күн бұрын
Bhedbhav selfish logo ne kiya apne swarth ke liye.
@anoopsharma84612 күн бұрын
@@shreyashn1809fir to dunia ka sara dharm me ye h
@samarshaikh7598Күн бұрын
Islam m bhed bhav nahi h
@anoopsharma8461Күн бұрын
@@samarshaikh7598 dunia bhar ki jaat pat apke dharm me hai..jhut bolna band kro...😂 Aur ye lo apni jatiya dekh lo सुन्नी, शिया, सूफ़ी,अहमदिया, वहाबी, सलाफ़ी, देवबंदी ,पठान, रिजवी, शेख़, सिद्दीकी, खान, मिर्ज़ा, कायस्थ, सैय्यद, भरसैया, भरसो,, कादियानी, खारजी, कुर्द, बहाई.
@anoopsharma8461Күн бұрын
@@samarshaikh7598 सुन्नी, शिया, सूफ़ी, jhuth bolna band kro Aur ye lo apni jatiya dekh lo अहमदिया, वहाबी, सलाफ़ी, देवबंदी ,पठान, रिजवी, शेख़, सिद्दीकी, खान, मिर्ज़ा, कायस्थ, सैय्यद, भरसैया, भरसो,, कादियानी, खारजी, कुर्द, बहाई.
@YoutubePremium-rn1rc2 күн бұрын
रोमियों 1:22-25 HINOVBSI [22] वे अपने आप को बुद्धिमान जताकर मूर्ख बन गए, [23] और अविनाशी परमेश्वर की महिमा को नाशवान् मनुष्य, और पक्षियों, और चौपायों, और रेंगनेवाले जन्तुओं की मूरत की समानता में बदल डाला। [24] इस कारण परमेश्वर ने उन्हें उनके मन की अभिलाषाओं के अनुसार अशुद्धता के लिये छोड़ दिया कि वे आपस में अपने शरीरों का अनादर करें। [25] क्योंकि उन्होंने परमेश्वर की सच्चाई को बदलकर झूठ बना डाला, और सृष्टि की उपासना और सेवा की, न कि उस सृजनहार की जो सदा धन्य है! आमीन। Book of Romans 1:22-25 (The Bible)
@tularamdwivedi5832 күн бұрын
शानदार एपिसोड। बधाई।
@SushamaJaiswal-c7u3 күн бұрын
Nature is big god
@sirchaudhari28613 күн бұрын
Who made nature 😂
@mr.unoknown12732 күн бұрын
Hinaelf
@UmarKhan-vy4kl2 күн бұрын
Who made god 😂😂😂@@sirchaudhari2861
@dragoblazeeditz21422 күн бұрын
@@sirchaudhari2861you save nature and nature save you it is reality no one god save you....
@shreyashp.66062 күн бұрын
@@sirchaudhari2861 who made god then? 😁🤣
@GamingPro-q2m23 сағат бұрын
Behtreen ❤❤❤❤❤❤❤
@Guru-j2r3 күн бұрын
India should be a spritual hub.
@ishan.183 күн бұрын
It was. But invaders made India poor. And people made those invaders their daddy.
@jayant302 күн бұрын
जहां तक सत्य क्या है यही जानने का प्रयास करना ही सबसे बड़ा धर्म है धर्म मतलब वह भगवान से मतलब होता है हीरो से समाज के महापुरुष कार्य से जो महापुरुष है जो न्याय के विरुद्ध लड़ता है जिसके अंदर जल से नहीं हो कोई भी किसी वस्तु के प्रति आ सकती नहीं हो लगाओ नहीं हो अटैचमेंट नहीं हुआ अटैचमेंट हो तो ऐसा अटैचमेंट हो जिसमें आपके दुख खत्म होते हो आनंद की प्राप्ति होती है अटैचमेंट किसी के प्रति स्वार्थ नहीं होना चाहिए 20 वॉट भावना होना चाहिए त्याग होना चाहिए प्रेम होना चाहिए होनी चाहिए तब आप भगवान है महापुरुषों से सुपर हीरो है भगवान शब्द सुपर हीरो शब्द महापुरुष शब्द एक ही है कोई गुरु बोल दे सच्चा गुरु सत्य की प्रतिमा आकर्षित होना प्रकृति ही अंतिम सत्य प्रकृति को किसी ने नहीं मनाई प्रकृति ही है किसी ने प्रकृति को बनाया तो वह भी प्रकृति है क्योंकि प्रकृति का काम है ही है जो प्राकृतिक घटनाएं होती है बनाना यानी प्राकृतिक घटना प्राकृतिक घटना तो कोई बोले कि भगवान ने प्रकृति को बनाया तो किसी भगवान ने प्रकृति को बनाया है तो वह भी प्रकृति हैक्योंकि प्रकृति अंतिम सत्य प्रकृति के बाहर कुछ नहीं प्रकृति अच्छी भी होती है बुरी भी होती है प्रकृति घर के अंदर अगर डस्टबिन है यानी डस्ट पड़ जाती है 1 साल तक अगर कैमरा बंद है तो वहां पर गंदगी पड़ जाएगी मकर जरा लग जाएगा तो वह भी प्रकृति है वह हम जो बाहर देखते हैं कितना सुंदर प्राकृतिक ना जा रहा है तो वह एनवायरमेंट कहलाता है आपका वामन कहलाता है यह भी पर करती है आपको कमेंट कर रहा हूं बोल रहा हूं मोबाइल में ऐसा फंक्शन करती है प्रकृति प्रकृति अनंत है प्रकृति को कृत्रिम भी बना सकते हैं अंतिम सत्य कृत्रिम बारिश की जवाबी प्रकृति ही है क्योंकि प्रकृति ने इंसान को चेतना दी है सूचना संबंधी शक्ति दे दीजिए वायुमंडल बना रहा हूं पर्यावरण बारिश करवा रहा आगे बना रहा यह भी प्रकृति प्रकृति से बड़ा कुछ नहीं है यह जान लो वह लोग मूर्ख है जो संप्रदाय यानी आपके यह मान्यताओं के लिए आपस में लड़ते आए हजारों साल से ट्रिप्स लड़ती रही कोई लड़ना भी एक प्रकृति ही है ऊपर उड़ जाता को ऊपर करती उसको शिकार करती है कि आप महापुरुष बन गए आप सत्य की तरफ आकर्षित हो गए आप पर करती की तरफ जाते हैं जिनको हमारे यहां क्लोज करने से बोला है वहां पर अब्राहम धर्म में उसको खुद बोला है उसकी तरफ जाना हमारा सत्य है बस और कुछ नहीं बाकी गलत फिलासफी एंड अंधविश्वास बढ़ता गया और कटता बढ़ती गई खास तो इब्राहिम रिलिजन में इस्लाम में वही हिंदुओं में देख लो तो ब्राह्मणवाद आता क्या लगातार ब्राह्मणवाद ऊंची नीची बढ़ती गई यहां पर भी करता था पूरी बढ़ रही है क्रिश्चियनिटी में करता काम हो गई इसलिए क्रिश्चियन कपड़ा लेना वह बेस्ट है
@vinaykella87802 күн бұрын
"Religion is the sigh of the oppressed creature, the heart of a heartless world, and the soul of soulless conditions. It is the opium of the people" Whole statement of Karl Marx
@shreyashn18092 күн бұрын
Marx💩
@devkuldeep2 күн бұрын
बेहतरीन जानकारी है
@EnglishWallah-SubhashShukla2 күн бұрын
Wow what a explanation ❤
@PankajKumar-cv8veКүн бұрын
Thank you Kuldeep bhai
@saurabhrathor51452 күн бұрын
Awesome explaination ❤
@nasirhussain82462 күн бұрын
0:40 Kya Line Hai😮
@shivamchaudhary43743 күн бұрын
Great writing Aakas.
@chetangawade5002Күн бұрын
🍆
@AdityaSingh-sh2vxКүн бұрын
Bahut sahi kaha aapne
@karandangi21632 күн бұрын
Very nice topic .....badi baat chhote lafzo me .....bhut khoob..🎉🎉❤❤❤
@@ashish_astro73Lala ,Ham to nahi manenge ,par ham ye bhi nahi jatey he earth kaise bani,Ye suraj kese bana , jupitar kaise bana ,tu kaise bana ,brain kaise bana ,Trees kaise bane , animals kaise bane ,Pani kaise bana ,aakash kaise bana ,bramhand kaise bana , Multiple universe kaise bane , sab Materials sona ,chandi, bronze,steel, Cement,Fattar,pahad,himalayas ,Baraf, atmosphere, oxygen, carbon dioxide,mythen ,propen ,Proton , neutron, galaxy, Starts ,black hole he ,tera matlab insaan ne banaye brahmand me jake 😂
@RahulChaudhari-f4s3 күн бұрын
@@ashish_astro73 ,Ham to nahi manenge ,par ham ye bhi nahi jatey he earth kaise bani,Ye suraj kese bana , jupitar kaise bana ,tu kaise bana ,brain kaise bana ,Trees kaise bane , animals kaise bane ,Pani kaise bana ,aakash kaise bana ,bramhand kaise bana , Multiple universe kaise bane , sab Materials sona ,chandi, bronze,steel, Cement,Fattar,pahad,himalayas ,Baraf, atmosphere, oxygen, carbon dioxide,mythen ,propen ,Proton , neutron, galaxy, Starts ,black hole he ,tera matlab insaan ne banaye brahmand me jake 😂
@RahulChaudhari-g9i3 күн бұрын
@@ashish_astro73Lala ,Ham to nahi manenge ,par ham ye bhi nahi jatey he earth kaise bani,Ye suraj kese bana , jupitar kaise bana ,tu kaise bana ,brain kaise bana ,Trees kaise bane , animals kaise bane ,Pani kaise bana ,aakash kaise bana ,bramhand kaise bana , Multiple universe kaise bane , sab Materials sona ,chandi, bronze,steel, Cement,Fattar,pahad,himalayas ,Baraf, atmosphere, oxygen, carbon dioxide,mythen ,propen ,Proton , neutron, galaxy, Starts ,black hole he ,tera matlab insaan ne banaye brahmand me jake 😂
@RahulChaudhari-g9i3 күн бұрын
@ashish_astro73 Ham to nahi manenge ,par ham ye bhi nahi jatey he earth kaise bani,Ye suraj kese bana , jupitar kaise bana ,tu kaise bana ,brain kaise bana ,Trees kaise bane , animals kaise bane ,Pani kaise bana ,aakash kaise bana ,bramhand kaise bana , Multiple universe kaise bane , sab Materials sona ,chandi, bronze,steel, Cement,Fattar,pahad,himalayas ,Baraf, atmosphere, oxygen, carbon dioxide,mythen ,propen ,Proton , neutron, galaxy, Starts ,black hole he ,tera matlab insaan ne banaye brahmand me jake 😂
@Teenknees2 күн бұрын
Good " Food for Thought"!😉👍
@kaycee97472 күн бұрын
क्योंकि अधिकांशतः लोग डरपोक हैं
@JaiSanyasiBabaji3 күн бұрын
Jai shree ram ❤
@hsna.labdayk.h3 күн бұрын
🤔🤔🤔
@SanjuKumar-qd7bq3 күн бұрын
😢😢 क्योंकि बड़े पूंजीपतियों को धर्म से फायदा होता है। रोटी के बदले हम मजदूर काम करते रहे और जब अपने हक की बात हम मजदूर करते हैं तो आप जैसे अमीर लोग कहते हैं कि गरीबी कर्मों का फल है धर्म के अनुसार जियो तो अगले जन्म में तुम्हें अच्छा जीवन मिलेगा.... जब तक गरीबी है तब तक धर्म है...
@RahulChaudhari-g9i3 күн бұрын
It's cycle mere jaan ,😢
@SanjuKumar-qd7bq3 күн бұрын
कोई चोरी क्यों करता है??? क्योंकि किसी के पास अकूत दौलत है और किसी के पास कुछ नहीं हत्या क्यों करता है? क्योंकि समाज में न्याय की व्यवस्था नहीं..
@YashbirSinghNegi2 күн бұрын
Kisi Ameer ne aisa nahi bola.. tujhko kaam karna hai nahi or yaha nautanki kar raha hai
@dragoblazeeditz21422 күн бұрын
Khud Ke mehnat se bhi Amir Ban sakte hain....
@dragoblazeeditz21422 күн бұрын
@@SanjuKumar-qd7bqbhai Tum Rona dhona band karo.. 😂😂😂 Hardwork or Smart work karo Tum kaun se centure Mein Jee rahe ho....
@Gbp-v3j2 күн бұрын
पुरी दुनिया मे अबतक धर्म के नाम पर ही इन्सानो का खून ज्यादा बहा है.
@ayushkrishna67022 күн бұрын
Jai shri Ram ❤
@rupeshkasugai2 күн бұрын
Happy to see them talking about those books. People need to know.
@sanjaykumarpodar55122 күн бұрын
Right 👌👍
@sikendrakumar6509Күн бұрын
Jabardast analysis 👌👌
@AmitSolanki-xl7le2 күн бұрын
Great information
@bhaskarchoubey6312 күн бұрын
@kuldeep ji ko namaskaar. Ye episode bahut acchaa laga. In kitaabon pe bhi koi episode banaiye.
@Harry_Rambo2 күн бұрын
बहुत बढ़िया समझाया
@deepakjain8515Күн бұрын
आचार्य प्रशांत को सुनिये बिल्कुल क्रिस्टल क्लियर हो जायेगा मज़ा ही आ जायेगा उनके साथ गीता और उपनिषद पढ़कर। 😊😊
@hemantsharmaupreti76102 күн бұрын
Superb documentation
@RahulChaudhari-g9i2 күн бұрын
@@hemantsharmaupreti7610 only vedeshi theory,jinko Guru man bethe ye log 😂 vo bole to bat sacchi baki sab jhothe
@SanjayPaswan-hh5pb2 күн бұрын
मैं नही मानता की भगवान होता है ये सिर्फ कुछ इंसान अपने फायदा के लिए भगवान का रचना किया और दुःख इस बात की कुछ विषेस जाति के लोग भगवान नाम लेकर कुछ लोगों को सताते भी हैं 😢😢
@TheBongEntertainer3 күн бұрын
I believe there's a distinction between faith and religion. Faith is personal-it’s about trust, hope, and a connection to something greater. Religion, on the other hand, is an organized system of beliefs, often shaped by institutions. One can have deep faith without subscribing to a specific religion, and one can follow a religion without truly feeling faith. The two may overlap, but they are not the same.
@adsinha20012 күн бұрын
Good 💯
@adsinha20012 күн бұрын
People like you are needed in this ignorant world. Thank you for being a well read person.
@SuperMrj0072 күн бұрын
Great work... highly appreciated
@karanmaheshpanthi97002 күн бұрын
Good Massage
@atpbooster2 күн бұрын
Excellent content and presentation ✌️👌👌👌💯
@SanjeevKumar-ye3zk2 күн бұрын
Thanks Sir.
@HamidKhan-bn1cf2 күн бұрын
Religion is the placebo in humanities, Drs also practice in our patients 🎉
@दिपांशुशर्मा-ट3न2 күн бұрын
इसलिए ये मत सोचना कि यह कार्य मै क्यो किया जहां जो सटीक बैठे वहां वही करना होता है। कारण + मजबुरी कार्य
@geniusjitendra912 күн бұрын
Bahut badhiya 👌👏
@rajatsharma4852 күн бұрын
Kuldeep Bhai explains very well 👍🙏🙏
@TanyaKnp3 күн бұрын
Concept bahut accha tha bahut acche se samajh aaya
@dhirajkarwade76773 күн бұрын
Nice Topic 👍
@pankajyadav-nf6bj2 күн бұрын
Bahut sundar dhanywad kuldeep bhai
@shravansinghchouhan-i4z3 күн бұрын
Bahot badiya 👍
@Bubblesss.7xo2 күн бұрын
Best channel for all knowledge ❤
@innoxentshubham86952 күн бұрын
I am very happy to know that heaven is not above but it is established here in this India when the era of Kaliyug ends. That is why India is called the golden bird.
@ashokchaudhary5160Күн бұрын
बहुत अच्छा लगा
@ajaysinghkarki85162 күн бұрын
Correction- Max Weber was not a Phenomenologist, he was an Hermeneutic thinker who followed Verstehen Approch.
@seemagupta-n1p2 күн бұрын
Very well explained sir, thank you ❤ Plz make next vdo on how to get rid of religion conflicts?
@user-do2dw5vg7k2 күн бұрын
Chinese academy of sciences institute of psychology
@user-do2dw5vg7k2 күн бұрын
Biological psychology
@zalasanjaykumarКүн бұрын
दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं, यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है। हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है । जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है। मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है, पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा। उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा । जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है। कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो। सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं। भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी। हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है। वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है। क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो। कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए। डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !! में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये। आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी, 1.Arpit explains 2.Shakeel Prem कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है। आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है। जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ? हमारी समझदारी हमारा इश्वर है। Coma movie Hindi dubbed फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग। Xnadu computer. स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है। आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत Sarco suicide capsule ! इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए। नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी। इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है। मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं। इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा। दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं, ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है। में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।
@supriyadutta38752 күн бұрын
Bahut jaruri hai insan ko jagaruk hone ka ........ dharma kya ishe samjhne jaruri hai na ki insano ke batayi gayi darane vali dharma ko batake apsa ne khali ladaya ja raha aur baki jo hai vo niyantran duniya pe kar rahe....jago insan jago
@InamKhan-fj4mdКүн бұрын
मैने समाजशास्त्र में मास्टर की है। मेरी मानसिकता हमेशा इसी सोच को लेकर रहती है। धर्म हमे तर्क पर पहुंचने के बजाय संतुष्टि देता है।
@zalasanjaykumarКүн бұрын
दुनिया में भगवान नहीं है लेकिन राक्षस जरूर है। लोग खराब दुर्दशा के अनुसार खराब कृत्य करें तब तक सही है, लेकिन वह स्वयं भी खराब कृत्य करें और दुसरे ना करे उसे परेशान करते हैं, यह बर्दाश्त नहीं हो सकता। राक्षसों का यही एक अवगुण है। राक्षस वह है जों दुष्ट विचार रखता है। भगवान हमारे मन का भ्रम है। हमारा दिमाग कीसी अधुरे को पूरा करने के लिए बहुत अग्रेसर रहता है । जैसे, कोई अधुरी बात,अधुरा मकान, अधुरा धंधा पुरा करने के लिए हमारा शरीर भले एक प्रयास ना करें, लेकिन दिमाग लाख प्रयत्न करके कोई एक सही निर्णय तक पहुंचता है। मानव सभ्यता कितनी पुरानी है, इसका ठोस प्रमाण नही है लेकिन वह बहुत बहुत पुरानी है, पहले किसी व्यक्ति ने आकाश में देखकर तारों के देखाव के अनुसार नाम नक्की किया होगा। उसकी विचार रचना के आधार पर ,दुसरे व्यक्ति के दिमाग में नया विचार आया होगा। उसने वहां की स्थिति की कल्पना की होगी। ऐसे बहुत लोगों की कल्पनाएं इकठ्ठी होकर कागज़ पे छपकर कीसी और एक इंसान के दिमाग में द्रष्टि द्वारा दिमाग में उतरकर नयी कल्पना ने आकार लिया होगा। एसा होते होते आज दिमाग ने वास्तविकता का अनुमान करने की कला को जान लिया होगा । जैसे, कोई मशीन का नया अपडेट आता रहता है। कोई कहता है कि मैं ब्रह्मांड की यात्रा करता हूं, यह सपना हो सकता है, जो पहले से दुसरे लोगो के बनाए गए विचारों और देखें गए द्रष्यों की स्मृतियों को मिलाकर कोई वास्तविक भ्रम पैदा करता हो। सपने विचारों पर निर्भर रहते हैं। भ्रम नक़ली भी होता है और वास्तविक भी। हमारा दिमाग गुरुत्वाकर्षण, तापमान, गंध का अनुभव करके उनकी सुचनाओं का संग्रह करता है। वह भुत और वर्तमान के आधार पर पर्दे के पीछे की वास्तविकता का भी सटीक अनुमान लगा सकता है। क्या पता हम जिसे दिव्य द्रष्टि मानते हो,वह हमारे दिमाग का अनुमान, स्वप्न हो। कोई कहता है कि मेडिकल विज्ञान मे उतनी ताकत नहीं है, की वह कीसी इंसान को गंभीर से गंभीर रोग को ईश्वर कृपा के बीना ठीक कर पाए। डोक्टर पैसे कमाने के बजाय मरीज़ को ठीक करने के लिए दवा करते तो मौत को भी रोक सकते हैं !! में जितना आस्तिक बनने के लिए आगे बढ़ता जा रहा हूं, उतना नास्तिक बनता जा रहा हु । भगवान हमारे मन का भ्रम है। लगता है, स्वयं हाथ में हथियार उठाकर भगवान बन जाये। आधुनिक विज्ञान की सीमाएं ,मर्यादाएं खतम नहीं हुई है, उसकी सीमाएं दुर दुर तक फैल रही है, सुक्ष्म से सुक्ष्मतम की और भी और विशाल से विशालतम की ओर भी, 1.Arpit explains 2.Shakeel Prem कुछ मुख्य नास्तिक युटुबर है। आस्था के नाम पर होने वाली लुट placebo effect . मनोकामनाएं हमारी साहसिकता , महेनत और परीस्थितयो के अनुसार पुर्ण होती है, लेकिन हम किसी इश्वर को इसका जिम्मेदार मानते हैं, यह एक भ्रम है। जिस भगवान या अल्लाह,गोड ने पुरी दुनिया, पहाड़,नदींया, ज़मीन,पेंड जीव,जंतु और जानवर बनाएं !! उसने मंदिर मस्जिद चर्च क्यों नहीं बनाएं ? हमारी समझदारी हमारा इश्वर है। Coma movie Hindi dubbed फोटोनिक चीप,कवोंटम कमपयुटींग। Xnadu computer. स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए समुद्र में ocean core power energy और ज़मीन पर छोटी-छोटी पवन चक्कियां जों कम से कम पवन गति पर भी चल सके वह बहुत जरूरी है। उर्जा संग्रहण के लिए Gravity energy battery बहुत अनुकूल है। आत्महत्या मशीन ,हायपोकसिया सिद्धांत Sarco suicide capsule ! इसे में स्वयं बना सकता हूं, इसमें आसानी के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ेगा। लकड़ी की एक पेटी बना सकते हैं। यह पेटी पैरों के ओर झुकी हुई होनी चाहिए । ताकि फेफड़ों में से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गैस जो की एक भारी गैस है,वह नीचे जमा हो जाए। नाइट्रोजन गैस 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अंदर भेजा जाएगा,यह एक निष्क्रिय गैस है। फेफड़ों के जरिए ओक्सीजन की जगह नाइट्रोजन खुन में मिलेगा , इससे शरीर की कोशिकाएं बीना ओक्सीजन के मृत हो जाएगी। इस प्रक्रिया को बीना नींद की दवा लिए नहीं करना है। मरने के लिए आसान तरीके है कि दिमाग को दर्द का संकेत पहुंचे उसके पहले नष्ट कर दिया जाएं। इसके लिए बडा विस्फोट होना या शक्तिशाली लेसर किरणों के जरिए शरीर को भाप में बदलना होगा। दुनिया में कुछ कपटी,कूकरमी लोग(वो आर्थिक,राजकिय क्षेत्रों से जुड़े हुए है।) हैं, ऐसे लोगों का संसार से सफाया होना जरूरी है। में बंदुकें बनाना चाहता हूं, यह बंदूकें पेट्रोल और डीजल से चलेंगी । मानवतावादी लोगों को हथियार देकर दुनिया में समानता लाने के लिए प्रेरित करुंगा। मैंने बहुत मजदुरी करके थोडे़ औजार खरीदें है,अब एक मजबूत दस पंद्रह हजार वाला ड्रील स्टेंड मशीन खरीदना है।आप कुछ पैसे की मदद कर सकते हैं।
@divysurana2122Күн бұрын
Haa to bhai dam hai to dharm ko galat saabit karde tarko se ,, hajaaro tarkwaadi aaye, hajaaro chale gaye dharm ko kuchh fark nahi pada ... Hamesa ulta Dharm majboor huwa hai tarkvadiyo se
@rajukashyap38462 күн бұрын
कभी समझौता नहीं है यीशु और शैतान से लड़ाई है पुरी दुनिया मैं ,🎉🎉🎉🎉
@sudhirgamit46092 күн бұрын
रा.वन में राम बोध उत्पन्न हो , कंस रूपी विकारों मे और धृतराष्ट्र रूपी मोह में कृष्ण रूप बोध उत्पन्न हो - उंगलि माल में बुद्ध रूपी बोध उत्पन्न करदे, चेतना की उस अवस्था को धर्म कहा जाता है। ● आदर्शों ने कोई पंथ सम्प्रदाय नहीं बनाया उनके जाने के बाद पाखंड ने संप्रदाय बनाए, लोगों को उनके नाम गुलाम किया, जो स्वतंत्रता देकर गए उनके नाम आज लोग मानसिक गुलाम है।
@sudhirgamit46092 күн бұрын
रा.वन में राम बोध उत्पन्न हो , कंस रूपी विकारों मे और धृतराष्ट्र रूपी मोह में कृष्ण रूप बोध उत्पन्न हो - उंगलि माल में बुद्ध रूपी बोध उत्पन्न करदे, चेतना की उस अवस्था को धर्म कहा जाता है। ● आदर्शों ने कोई पंथ सम्प्रदाय नहीं बनाया उनके जाने के बाद पाखंड ने संप्रदाय बनाए, लोगों को उनके नाम गुलाम किया, जो स्वतंत्रता देकर गए उनके नाम आज लोग मानसिक गुलाम है।