गुरूदेव सच है भौतिक सुखवाद । वर्तमान समय में केवल धन धान्य समृद्धि को ही अच्छा माना जा रहा। मनुष्य का अस्तित्व केवल धन।माता पिता को वृद्धाश्रम का सहारा
@davendrakaushik489910 сағат бұрын
,,पूज्य गुरु जी साष्टांग दण्वत,आपकी अभिव्यक्त शैली बडी प्रभावशील है मैंस्वथ्थ नही रह पाता हूं मुझे आपके सत्सग में आने बहुत इच्छा करती हैपर कुछ नकुछ परेशानी होती रहती है।