जगद्गुरु स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती, गोवर्धन पीठ, पुरी
Пікірлер: 73
@gurmailgiri9957 Жыл бұрын
संत तो संत महात्मा होते हैं योगी आदित्यनाथ जिन्दाबाद🚩🚩🚩🚩🚩
@vinodmishra288811 ай бұрын
Pandit Vo Badnasib..Baap He Jo Duniya par Raj Karte Unke Bachche par usko maar maar hi Sudr Sudr Se Atanki ban gaye Ramji ke bachche lav kush ki pidhiya Namaj Gulami kar Rahe he jo mallah Raja kol bhil Raja Vanvasi Raja Aaj Jinko Dalit bola Jata Vo bhi Raja
@prahaladprahalad-wv1su Жыл бұрын
जय योगी जय योगी जय योगी जय सत्य सनातन धर्म जय भगवान परशुराम रुद्र सैनी भवानी जगदंबा की जय महाकाल जय भारत सत्य भारत सशक्त भारत आत्मनिर्भर भारत
@Darsh815 Жыл бұрын
हमारे यहाँ राजर्षि संतो का उल्लेख मिलता है जो राजा होते हुए भी संतथेऔर उनसे दीक्षा लेने वाले बड़े बड़े ज्ञानी भी जाया करते थे।वर्तमान में राजनीति भी राज्य संचालन की एक प्रक्रियामात्र है
@virendradandekar71315 ай бұрын
उदाहरणके तौरपर, सीतामाईके पिताश्री महाराज जनक,
@surindermohan309 Жыл бұрын
Har Har Mahadev Swamije,KOTI KOTI PARNAM
@MritunjayKumarPandey-ky1bc Жыл бұрын
गुरु ग्रंथ गोविन्द गौंव माता पिता जी भगवान के चरणो मे कोटी कोटी प्रणाम
@kantiprakashjaiswal7264 Жыл бұрын
Har Har Mahadev ji Guru Dev Ji Ko koti koti pranam ji 🙏🙏🌹🌹💐💐
@laxmikantgupta92285 ай бұрын
कोई किसी भी पद पर हो और ज्ञान का अहंकार बुरी बात होती है औरऔर शंकराचार्य जी में भी यह अहंकार बैठा हुआ हैयोगी जी कर्मयोगी है धर्म योगी है
@sipurajpoot7708 Жыл бұрын
Charan sparsh Maharaj ji
@ashmitm.manitripathi4862 Жыл бұрын
जय हो 🙏🙏💐♥️
@HarshitPatel-ll3ebАй бұрын
❤❤❤🎉🎉
@rajeshbabastudio Жыл бұрын
मकर संक्रांति के पावन पर्व की बहुत बहुत शुभ कामना..
@kantiprakashjaiswal7264 Жыл бұрын
🙏🙏🙏🌹🌹🌹💐💐💐
@k.n.education Жыл бұрын
Jai gurudev 🙏🌹🙏🌹🙏
@narayantripathy8515 Жыл бұрын
धर्म शास्त्र और नीति शास्त्र के अनुसार कोई ब्राह्मण या संत साधु सन्यासी बी से राज्य का सुरक्षा के लिए देश मातृभूमि का सुरक्षा के लिए शस्त्र दंड सिंहासन धारण कर सकता है और राजा भी बन सकता है शासन भी कर सकता है त्याग भी कर सकता है सनातन हिंदू धर्म का नीति धर्म शास्त्र संस्कार है।
@chaitanyakashalikar3239 Жыл бұрын
सवाल ही घटीया है, संसार और अध्यात्म मे रहकर भी कुछ चीजो का परहेज हो सकता है तो राजनीती मे क्याँन हो,
@agristudent2247 Жыл бұрын
मैं गोरखपुर के पास का हूं, जहाँ तक मैं योगी जी को समझ पाया हूँ, योगी जी एक अच्छे सन्यासी हैं, परंतु एक अच्छे शाशक नहीं हैं, उनमें एक अच्छे संत के गुण नही हैं।
@shreyamgupta9880 Жыл бұрын
मस्जिद जा कर शव पर चादर चढ़ाना किस प्रकार से किसी संत का गुण है? ये तो बड़ा पाप है । और भी अनेकानेक पाप कर्म इसने किए हैं और करता रहता है इसलिए ये म्लेच्छ सिद्ध हो सकता है।
@AjaySingh.Gaura3012 ай бұрын
Jy shree ram
@akhileshpandey12086 ай бұрын
जय हो
@sonis31226 ай бұрын
❤
@bhimraokolekar5383 Жыл бұрын
Yougi ji mahan sant Hai 🙏 bhagwan sabki Raksha jaise Ram darbar me karte Hai 🙏 vaishi Raksha oh sabhi logo ki lete hai jay Ho
@DKANIL-vh7jy5 ай бұрын
Aaj nahi to kabhi nahi JAISRIRAM
@bipreshtiwari18832 ай бұрын
Jay shree ram
@markandeytripathi95505 ай бұрын
धर्म धर्म चिल्लाने से धर्म की रक्षा थोड़े ही होती
@rakeshgupta2145 Жыл бұрын
Jay ho
@HarshitPatel-ll3ebАй бұрын
Jay yogi ji
@LIVEUPPatrika9 ай бұрын
🎉
@jijaramdortale6835 Жыл бұрын
एक राजकीय नेता संत हो सकता हैं लेकीन एक संत राजकीय नेता नाही हो सकता
@ektasharma3223 Жыл бұрын
पूर्णतः सत्य जो राजनीति में कूदा वो राजनीतिक सोच वाला हो जाता है इसलिए योगी आदित्यनाथ राजनेता हैं जो triptikaran कर रहे हैं मलेच्छो का।
@chungamunga9898 Жыл бұрын
tumhara papa bhi mlechh hai। thil se dekho।
@chungamunga9898 Жыл бұрын
@@Akankshachaube thikse dekho tumlogo ki purvaz humare badshao ki bistar garam karte the.
@EternalVoice11 Жыл бұрын
धर्म छोड़ने वाले को मलेच्छ कहा गया है
@harisinghbisht898 Жыл бұрын
परंतु साधारण स्वार्थी पाखंडी पदलोलुुप विश्वासघाती भ्रष्ट नपुंसक राजनेता के मुकाबले #गीता के कर्तव्य कर्म से सुसज्जित सज्जनता का विकास दुर्जनता विनाशक निर्भीक निष्कपट कर्मयोगी नेता मैं #आकाश_पाताल_का_अंतर ! #निर्भीक निष्कपट संत अगर #पथभ्रष्ट विश्वासघाती नपुंसक राजनीति को न्याय संगत मार्गदर्शन नहीं करेंगे तो और कौन करेगा और दूसरा कौन सक्षम है ???? अभयं शरणं
@binaykumar43005 ай бұрын
पूज्य श्री शंकराचार्य जी ने सही कहा है। धर्म और आज की कुत्सित राजनीति परस्पर भिन्न होते हैं।
@kantiprakashjaiswal726410 ай бұрын
🙏🙏🙏🌹🌹🌹💐💐💐👍👍👍👏👏👏
@AjaySingh.Gaura3012 ай бұрын
Jay yogi
@Gour_saaab5 ай бұрын
Baat sahi hai, karm ke hisaab se vo ek neta hi hai, bhale satta ka bhog he unhe or padd ka bhi, vo kaise sanyasi or sant hue?
@ramavtartulsyan5 ай бұрын
Karmath yogi h yogiji
@VedicSanatanDharma4533 ай бұрын
जगद्गुरु केवल और केवल श्री कृष्ण है कोई व्यक्ति जगद्गुरु नही हो सकता है। लेकिन कर्मकांडियो को कौन समझाये?
@rakeshtiwari337311 ай бұрын
Yogi ji ek achhache rajneta hen
@rthakur2847 Жыл бұрын
Yogi ji ko 🙏
@umarao17895 ай бұрын
After pratishtapan some people are feeling jealous because they were not given importance and nothing happened after their cursing of Modiji. And every thing went on smoothly.
@devprasthdas3501 Жыл бұрын
महाराज की उत्तर से हम खुश नहीं हैं , कियु की गीता के अनुसार और राम ओर सुग्रीव कथा के अनुसार योगीराज कर्म योगी है। सन्यासी भी है
@shreyamgupta9880 Жыл бұрын
😂
@taraalone7740 Жыл бұрын
@SANATAN KA SHER 🦁 isko gita padhne se nhi balki TV k ramayan mhabharat dekhne se ye chindi gyan prapt hua hai.
@ayush854 Жыл бұрын
क्षत्रियों के लिए सन्यास नहीं है। श्रीराम भगवान मन से वैरागी थे न कि परिवार को छोड़ दिया। सुग्रीव भी विवाहित हैं, दो पत्नी थीं।
@shreyamgupta9880 Жыл бұрын
ये भी बता दो की किस प्रकार श्रीमद्भगवद्गीता एवं भगवान श्री राम जी और सुग्रीव जी की कथा के अनुसार आदित्यनाथ कर्म योगी और सन्यासी सिद्ध है। और हम बता दें तुमको की , योगी आदित्यनाथ ( अजय सिंह बिष्ट) क्षत्रिय है , और अपने वर्णाश्रम धर्म का त्याग कर वो संत वेश में है , अर्थात उसने स्वधर्म का त्याग कर परधर्म को स्वीकार किया , अर्थात दुर्गति निश्चित है क्योंकि ( स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः )( श्रीमद्भगवद्गीता के तीसरे अध्याय जिसका नाम कर्मयोग है) उससे ही योगी आदित्यनाथ स्वधर्म का त्याग करने वाला सिद्ध हो गया तो इसकी दुर्गति निश्चित है । ऐसे कृत्रिम ब्राह्मणों से ही धर्म की हानि होती है। दूसरी बात , क्षत्रिय का सन्यास आश्रम में अधिकार नहीं है , केवल ब्राह्मण ही सन्यासी हो सकता है। (जो वर्णाश्रम व्यवस्था को न माने, वो नीच तो अपने पतन का कारण बनता है , और समाज के लिए भी वह एक बोझ है) । श्रीमन्नारायण
@pcm54155 ай бұрын
@@ayush854maharshi viswamitra khatriya the Raja the guru vashistra se kamdhenu gay ke liye yuddh ki vajah se sanyasi huye maharshi huye ,maharshi balmiki baheliya the sanyas lekar maharshi hi nahi devarshi ka darja prapt tha ,bhagwan buddh kshatriya the sanyas me gaye
@aadeshsrivastava5057 Жыл бұрын
Yogiji jindabad
@dayananddhyani44665 ай бұрын
याद रखें योगी आदित्य नाथ काल भैरव के अवतार हैं और भगवान् भोलेभण्डारी के प्रतिनिधि हैं और ईश्वर के सत्य सनातन धर्म के प्रहरी हैं । इनका लक्ष्य : " मैं भक्तों के लिए शांत व शीतल हूँ और दुष्ट व हरामखोरों का काल हूँ " यह सत्य है किसी भी भ्रम में ना रहें
@hantoh_.boliye Жыл бұрын
kuch kaam sanatan ke Rajneet ke daldal me utar karne se koi harz nhi
@NarendraKumar-bo5jr5 ай бұрын
दखल सब में देते हैं कर कुछ नहीं सकते ब्रह्म शक्ति है तो संसार में कुछ कर के दिखाऔ
@amarnathjha83196 ай бұрын
२२ जनबरी को राम जन्मभूमि मंदिर के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि अघोरी बाबा से भोगानन्द बाबा का गपसप ! काल्पनिक हास्य-विनोद कथा का परिबेश: इस कथा के सारे पात्र काल्पनिक हैं। अर्ध निर्मित राममंदिर का उद्घाटन क्यों हो रहा है? वहां PM महा-भोगेन्द्र मोदी जी के साथ इतने उनके भोगी साथी क्यों आ रहे है? ये लोकार्पण धार्मिक समारोह नहीं, बल्कि बीजेपी/RSS की पोलिटिकल pre-election पार्टी है। श्री राम के जन्मस्थान को hijack किये जाने का बिरोध कीजिये। यह मंदिर सनातन और सीख संप्रदाय का है। ट्रस्ट के द्वारा सिर्फ हिन्दू-सीख को ही बुलाया जाना चाहिए। सभी संप्रदाय के धर्माचार्य के संयुक्त निर्णय, कार्यक्रम प्लान के मुताविक ही सारी प्रक्रिया होनी चाहिये। सनतानिओं के ५०० बर्ष के संघर्ष में सिर्फ हिन्दू-सीख समाज का रक्त बहा है । मन्दिर,कोर्ट के फैसले से बन रहा है, ना कि PM के किसी राजनितिक मदद से। हिन्दू के इस इंटरनल मामले में भला सेक्युलर पद के PM का क्या काम है? वो क्यों बुलाये गए हैं और वो क्यों आ रहे हैं? उनको नहीं आना चाहिए। ट्रस्ट का मोदी जी को जजमान बनाना और उदघाटन के लिए बुलाना, मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का अपमान है, जो जाने -अनजाने में हो रहा है। ऐसा पाप तो ना करें। मोदी ने अपने निर्दोष सनातनी पत्नी का त्याग और अपने गुरुओं का अपमान भी किया है, इसलिए वे सनातनियों के आदर्श नहीं हैं।
@rajeshdabas74935 ай бұрын
ये है कौन, जो सबको प्रमाण पत्र बांट रहे है, पहले अपने अंहकार को समझे तो बेहतर होगा, वरना अब तक का इनका जीवन व्यर्थ ही है| ये अंहकार शिरोमणि है, शंकराचार्य तो ये अगले सैकड़ों जन्मों में भी नही हो सकते| अति निम्न चेतना है इनकी|
@hittu_hindustani Жыл бұрын
Only modi yogi 🚩
@vipinshakya2038 Жыл бұрын
माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोई संत नहीं है वह एक राजनेता हैं ग्यान की वास्तविकता योगी आदित्यनाथ को है ही नहीं
@arvybo7956 Жыл бұрын
Hahahaha
@arvybo7956 Жыл бұрын
अपना ज्ञान बताइए प्रभु
@hittu_hindustani Жыл бұрын
U r also jehadi
@shreyamgupta9880 Жыл бұрын
योगी आदित्यनाथ ( अजय सिंह बिष्ट) क्षत्रिय है , और अपने वर्णाश्रम धर्म का त्याग कर वो संत वेश में है , अर्थात उसने स्वधर्म का त्याग कर परधर्म को स्वीकार किया , अर्थात दुर्गति निश्चित है क्योंकि ( स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः )( श्रीमद्भगवद्गीता के तीसरे अध्याय जिसका नाम कर्मयोग है) उससे ही योगी आदित्यनाथ स्वधर्म का त्याग करने वाला सिद्ध हो गया तो इसकी दुर्गति निश्चित है । ऐसे कृत्रिम ब्राह्मणों से ही धर्म की हानि होती है। दूसरी बात , क्षत्रिय का सन्यास आश्रम में अधिकार नहीं है , केवल ब्राह्मण ही सन्यासी हो सकता है। (जो वर्णाश्रम व्यवस्था को न माने, वो नीच तो अपने पतन का कारण बनता है , और समाज के लिए भी वह एक बोझ है) । श्रीमन्नारायण
@shreyamgupta9880 Жыл бұрын
आदित्यनाथ ( योगी तो हर कोई बन बैठा है आज कलिकल में , जैसे ये और रामदेव ) मस्जिद जा कर चादर चढ़ाए, और विकास के नाम पर काशी , विंध्याचल , अयोध्या , वृंदावन को नष्ट करे , काशी में सैकड़ों पौराणिक मंदिर जिनका वर्णन स्कंद पुराण में है , उनको तुड़वा दिया , काशी में बह रही दिव्य और पवित्र भगवती माँ गंगा की पवित्र को नष्ट करने का श्रेय भी इस अधर्मी को ही जाता है। इसी प्रकार अन्य कई कारणों से आदित्यनाथ म्लेच्छ सिद्ध होता है।