यह रागिनी मेरे पिता श्री देव सिंह स्वर्गीय श्री देव सिंह की बनाई हुई है और इसमें कई जगह छाप मेहर सिंह की लगाई हुई है बहुत गलत जिला हिसार का रहने वाला हूं यह मेरे पिताजी की बनाई हुई रागनी है लेकिन इसमें बहुत गलत किया हुआ है किसी की छाप काटना बहुत गलत है मेहर सिंह की गलती थोड़ी है जो हमारे यहां बैठे हैं गलत कर