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भीलवाड़ा (हलचल/सम्पत माली)। महात्मा गांधी अस्पताल में न डॉक्टरों के नाम पते सही है और न दवाईयां पूरी तरह उपलब्ध है। संसाधनों की कमी के साथ ही मरीजों को स्ट्रेचर भी समय पर नहीं मिल पाते है। साफ सफाई भी पुख्ता नहीं है।
ये खामियां आज जयपुर से स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा महात्मा गांधी अस्पताल का जायजा लेने के दौरान सामने आई है। टीम के प्रभारी सोमेश सिंह ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और मरीजों को सुविधाएं देने के लिए तत्पर है लेकिन टीम ने महात्मा गांधी अस्पताल में कई खामियां पाई है जिन्हें दुरूस्त करने के निर्देश दिए गए है। जांच के दौरान अस्पताल में आउटडोर परिसर में गन्दगी पाई गई है। जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट भी इस गन्दगी को लेकर कुछ समय पहले नाराजगी जता चुके है लेकिन हालात जस के तस ही है। यही नहीं टीम के सामने कुछ समय दवा काउन्टर पर तैनात एक नर्स हड़बड़ा गई जब उसे पूछा गया कि किस चीज की एंट्री की जा रही है तो वह कोई जवाब नहीं दे पाई। इस पर सिंह ने उसे खरी खोटी भी सुनाई।
जांच के दौरान एक मरीज ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि एक्सरे नहीं हो पा रहे है। उन्हें 11 बजे ही वापस लौट जाने को कह दिया गया। इस पर सिंह ने कहा कि आप एक्सरे रूम में जाओ अभी होगा। बाद में सिंह ने पीएमओ से भी इस बारे में चर्चा की।
अब बीड़ी-सिगरेट, गुटखा नजर आया तो होगा चालान
महात्मा गांधी अस्पताल में अब अगर कोई बीड़ी-सिगरेट पीते और गुटखा खाते हुए नजर आया तो उसका होमगार्ड कर्मी हाथों हाथ जुर्माना वसूलेंगे। सिंह ने होमगार्ड प्रभारी बालूसिंह को इस तरह के निर्देश भी दिये।
हेल्प डेस्क की होगी स्थापना
मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल में अब हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी। कोई सुविधा नहीं मिलने इस डेस्क पर शिकायत दर्ज करवाई जा सकेगी और अगर यहां सुनवाई नहीं होती है तो राज्य के हेल्प डेस्क नम्बर 104 पर शिकायत की जा सकती है। अगर वहां कोई शिकायत पहुंचती है तो अधिकारियों से जवाब तलब हो सकता है।
साईकिल स्टैण्ड का होगा सुधार
महात्मा गांधी अस्पताल के साईकिल स्टैण्ड पर पार्किंग की अव्यवस्था को लेकर सिंह ने ठेकेदार कैलाश पटेल से भी समस्या पूछी तो उन्होंने जगह की कमी होना बताया। चार पहिया वाहनों के लिए तो कोई स्थान ही नहीं है। इस पर पार्किंग स्थल को पक्का और डबल मंजिल बनाने का सिंह ने आश्वासन दिया।
संसाधन और स्ट्रेचर की कमी होगी दूर
महात्मा गांधी अस्पताल में लम्बे समय से संसाधनों की कमी बताई गई है जिसकी सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए है। इसी तरह स्ट्रेचर (मरीज ट्रोली) की कमी के चलते मरीजों को परेशानियां उठानी पड़ती है। इस पर सिंह ने इस कमी को दूर करने के निर्देश दिए है।
महात्मा गांधी अस्पताल और मातृ एवं शिशु चिकित्सालय को आपस में जोडऩे के लिए तैयार किये गए फुटब्रिज का निर्माण अधूरा पड़ा होने, इसी परिसर में नवनिर्मित केन्टीन के शुरू नहीं करने के मुद्दे भी सिंह के सामने उठे। इसी तरह लिफ्ट खराब होने की बात भी सामने आई। इस पर सिंह ने कहा कि इन समस्याओं को भी दूर किया जाएगा।
अस्पताल में टूटी हुई सड़कों और मुख्य प्रवेश द्वार के साथ ही माणिक्य नगर रोड के छोटे गेट पर अतिक्रमण और ठेलों के मामले भी उठे। इस दौरान पीएमओ एस.पी.अगीवाल, डॉ.चावला आदि साथ थे।