आप के गजल को कयआं कहें गंगा-जमुना ई की धारा की तरह तरह के भंवर और रफतआर की पहचान है दंनयबआद
@raghuraj296710 ай бұрын
Host saab, thora kam bolein, shayar ko bolne dein
@Bajrang-zp9eu Жыл бұрын
भारत में कितने पतथर की पहचान को हमारी भऊल और धर्म और जाति को बआटनआ कोई सईखए दिल्ली के तकखत की पहचान मउगल और भऊत की सरकारों को कोसना ही आज गुनाहगार है दंनयबआद
@syedifteqarullahussaini788 Жыл бұрын
دس سال سے دو چار غزلیں ہی؟؟ شاکر مرحوم کے بعد شاہد نیا کلام۔نہیں ملا رہا ھے شاعر صاحب کو
@Bhadwamataji28 Жыл бұрын
भाई मुझे भी बुला लेते यार मुझे तो पता ही नही है मुसाइरे का में नीमच से हू और शायरी लिखता हूं 🥺