Made me Cry at end 😭 Premchand is not just a Writer he is Revolutionary
@anishfatma69872 жыл бұрын
You are right
@namansaraswat12 жыл бұрын
end is very emotional made me cry too😢
@Radheyramansir4 жыл бұрын
गुलज़ार जी आप great हो दूरदर्शन such में देश का अपना चैनल और प्रेमचन्द जी की तो महानता के क्या कहने
@pramodkumar-rm8ue4 жыл бұрын
मुन्शी जी की ये कहानी देखकर आंखे नम हो गई। मुन्शी जी ने आजादी से पहले के भारत की वास्तविक स्तिथि को दर्शाया है। 😭😭
@Hhhgmjvjjhgiij4 жыл бұрын
aaj ke bharat
@sarveshverma19773 жыл бұрын
Yahi sthiti aaj bhi hai , nahi to old age house ki jarurat na padti
@SantoshSharma-ms4kj3 жыл бұрын
Aaj bhi h Vardhaashrma sabhya samaaj ka aayinaa hi to h.......
@babarkhan17823 жыл бұрын
@@sarveshverma1977 wahan kam se kam khana to mil jata hai bhai....
@sangeetasawle45633 жыл бұрын
आखरी दृष्टांत देख के भी देखा न जाये,इतना मार्मिक इतना ह्रदयस्पर्शी,, इतना कठिन ,,प्रेमचंद जी की कहानियो का कोई सानी नही है।उत्कृष्ट रचनाकार,💐
@kumarmanasvikramaditya16303 жыл бұрын
21 तोपो की सलामी प्रेमचंद जी को 😭😭😭😭😭🙏🙏🙏🙏🙏
@सौरभतिवारी-द4ध3 жыл бұрын
वन्देमातरम वन्देमातरम पूज्य प्रेमचंद जी साक्षात कहानी के अवतार स्वरूप हैं।❤️🙏🙏
@msgardening52823 жыл бұрын
Prem chanj such a master piece in literature
@prakashbarnwal3694 жыл бұрын
दिल भाव विभोर हो गया जिस घर में बुजुर्ग हसते है वो घर स्वर्ग होता है पूरी मानव समाज से यही प्रार्थना है कि अपने घर में बुजुर्गो को प्यार भरी नजरो से देखे उनका आदर सम्मान करे
@nomadicgaurav64604 жыл бұрын
Same to bhai
@bhagwanpatidar18914 жыл бұрын
Prakash
@iqbalakhtarqureshi46153 жыл бұрын
Aashu o k siva kuch nahi ye dekhne k bad
@Nilesh_Yadav_Studio3 жыл бұрын
Sahi baat hai
@anandmishra97673 жыл бұрын
The new version was released from my iPhone
@gyancoachingclassesgunnoth15464 жыл бұрын
उंगली कांप रही है आखिरी सीन देख कर हे ईश्वर केसा दर्द से भरा दृश्य था काश कि भगवान ने ये पेट कि आग न बनाई होती कैसा कठिन
@rajeshverma85474 жыл бұрын
Sahi kahi
@ritturittu29514 жыл бұрын
मेरे तो आँखों से आँसू ही नहीं रुक रहे हैं,,,
@Lokdhun_873 жыл бұрын
@@ritturittu2951 👍👍
@aakashsinghthakur14063 жыл бұрын
Sahi bole..
@ManishKumar-wp3lw3 жыл бұрын
Mera to ro ro kar bura hal hua
@vijaybadwaik76034 жыл бұрын
I am 29 year old...& I don't remember when was last time I cried this much as I cried after watching this gem by Legend Munshigi directed by another legend Gulzar Saab
@kamalkumarsinghal31903 жыл бұрын
दूर दर्शन से प्रार्थना है कि मुंशी प्रेमचंद जी की इनकहानियों को दोबारा प्रसारित करें
@preetyanjul94292 жыл бұрын
9 bjae dordrshhan punjabi pae aata h daily Daekh sktae ho aap
@mansitiwari69892 жыл бұрын
ata hai yai durdarshan par
@A.T._MA4 ай бұрын
@@mansitiwari6989टाइमिंग?
@gkprajapat9753 жыл бұрын
आज यदि प्रेमचंद जी होते साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिलता। साहित्य का नोबेल पुरस्कार भी स्वयं को गौरवान्वित महसूस करता।
@AnilKumar-mk4hm4 жыл бұрын
वास्तव में मुंशी प्रेमचंद्र जी ने इस कहानी को उस समय लिखा जब उन्हें लगा भविष्य में ऐसा होगा तो यह बिल्कुल सत्य है आज यह समाज मे घटित हो रहा है।
@dilprathod77733 жыл бұрын
उस समय भी होता था और अब भी होता हे
@Prakashvlogsuk4 жыл бұрын
ना जाने आज भी कितनी बूढ़ी काकी होगी हमारे समाज में 😥😥😥😥😥 नमन है प्रेमचंद को
@ashwinikumarupadhyay55553 жыл бұрын
Dhanya hai premchand hi
@hunerclasses95353 жыл бұрын
Realy I soo sad...I m vry emotional😢😢😢😢😢😢😢
@sachinkumarsingh57974 жыл бұрын
कितनी आगे की समझ थी प्रेमचन्द को बिलकुल आज की सामाजिक परिस्थतियों को उकेर दिया है वाह सोचता हूं कि आज के PhD वाले कहा है
@rajeshverma85474 жыл бұрын
77#
@praveshkumarsingh20814 жыл бұрын
Lekin tum chutiya lgte ho
@sachinkumarsingh57974 жыл бұрын
@@praveshkumarsingh2081 tum harami ho battamij
@lohitpant704 жыл бұрын
yahi hai bhai.....phd mai sab pata karna hota hai...apni reserch
@RadheRadhe-gl4jw3 жыл бұрын
आज के PHD वाले अपने गर्लफ्रैंड के आगे दुम हिला रहे है
@RaviKumar-nf2be4 жыл бұрын
सच कहते हैं साहब भूख का कोई ईमान धर्म नहीं होता 😢😢
@indiatoworldtalkies25793 жыл бұрын
Last time, while i remember, I watched this episode in 2003, & after 18 years I just watched today, I have recalled munshi premchand specially of this part, was trying to find out out always so today I find it, nice truth of life... Good inspiration for everyone to make a support of strong bond of pillars of our society, Take care of our all Elders.
@durgasharma9429 Жыл бұрын
Premchand ji ki kahaniyon me sada hi samaj ki vastvik aur marmik dasao ka varnana hota hai.❤❤❤
@deepakvishwakarmaeducation2 жыл бұрын
हमारे समाज का दर्पण प्रस्तुत कर दिया प्रेमचंद ने..... 🙏🙏🙏🙏दिल भर आया 😓😓
@vidyaneha30093 жыл бұрын
रुला दिया यार,क्या देख लिया मै,
@itzblaze91723 жыл бұрын
सच में भारत के कुछ परिवारों की परिस्थिति आज भी ऐसी ही है।
@dharmendrabarya64732 жыл бұрын
बडी ही अच्छी मार्मिक प्रस्तुति है।
@mjgyaan4 жыл бұрын
जिस घर में बूढो का सम्मान नही होता, वो कभी आबाद नही हो सकता। कहानी में सच्चाई दिखाई गयी है, आज का मानव कितना निष्ठुर हो गया हैं। कहानी के अन्त ने रुला दिया।
@Sarkarinaukariadda-bv2rj4 жыл бұрын
1st 10 seconds of starting of doordarshan gave me goosebumps 😯😯😯😯😯
@saurabhsrivastava4003 жыл бұрын
Oh my god last scene😭😭😡 salute the emperor of Hindi world MUNSHI PREMCHANDRA I can't even say a single word to this man he crossed all levels of writing🙏🙏.
@jyotiszem55714 жыл бұрын
I'm moved....why prem chand is so good....and why these kinds of things still prevalent in this time too....totally loved it👌👌👌👌👌👌👌
@Useruytrw3 жыл бұрын
जैसे जैसे समय बीत रहा है मुँशी जी की कहानियों की लोकप्रियता व प्रासंगिकता दोनो बढती जा रही है
@shantibhushan78244 жыл бұрын
Who is watching this in 2020 give hi5
@rameshchandrapandey37294 жыл бұрын
All are real story. This is must be see by new generation
@arogyamrkbhati4 жыл бұрын
देख रहे है
@neelamyadav-wt5xw4 жыл бұрын
👋
@deepaksingh13404 жыл бұрын
I am watching
@rumanayak34184 жыл бұрын
Mei dekhrhi hu
@प्रशान्तचौधरी4 жыл бұрын
मुंशी जी ने बहुत आगे निकल कर लिख दिया था,लेकिन यह बात आज कल घटित हो रही है। प्रणाम 🙏🙏
@maneshmarkam63222 жыл бұрын
दूर दर्शन प्रारंभिक सॉन्ग बचपन की यादें ताजा कर देती है
@shaluskitchen99163 жыл бұрын
This master peice deserve an oscar
@adityasurve81063 жыл бұрын
एक दर्दनाक सच्च, मैं तो बस मुंशी प्रेमचंद जी को प्रणाम कर सकता हु, दूरदर्शन को तहे दिल से धन्यवाद दे सकता हु, और गुलज़ार साहब जी के पैर छू सकता। तहरीर: मुंशी प्रेमचंद की, यह भारत के महान लेखक मुंशी प्रेमचंद जी के महान साहित्यरचनाओं पर आधारित धारावाहिक मेरे दिल को छू गयी। सभी कलाकारों को परदे के ऊप्पर दिखने वाले परदे के पीछे छुपे हुए सभी को मेरा धन्यवाद और प्रणाम।🙏🙏🙏
@deepakkumar-ek7ft3 жыл бұрын
बहुत ही अच्छा कहानी है कृपया ढेर सारा लाइक करें और हो सके तो आपने बरो का सम्मान जरूर करें, धन्यवाद।
@imashishraj4 жыл бұрын
आज भी हमारे समाज में ना जाने कितने बुढे हैं जिनकी ऐसी ही प्रताड़ना हो रही है 🥺🥺
@rpsingh3003 жыл бұрын
Tu bhi kreega
@farhakhan95884 жыл бұрын
Last seen made me cry 😢 ..... Allah Mia no one live like this in old age 😑😥
@RahulRoy-op4eq3 жыл бұрын
Allah Mia no one live like this old age, if all girl think mother in law is one mother,
@musaddiquezare93752 жыл бұрын
@@RahulRoy-op4eq true
@RahulRoy-op4eq2 жыл бұрын
@@musaddiquezare9375 yes
@dhadkankiawaaz3 жыл бұрын
प्रेमचंद की ईस कहानी,काकी ईस ईस मार्मीक चित्रण हृदय स्पर्शी है। आखँ में आँशु आ गई ईस दृश्य को देखकर। बहुत ही सुंदर।
@anilharode23304 жыл бұрын
आशाए, उम्मीदे और मन कभी बुढा नहीं होता..... बस जिन्दगी समय के साथ बुढी हो जाती है 😥😥
@anoopchandra78134 жыл бұрын
Man ko chu gai aapki baate
@AshishGuptaflute3 жыл бұрын
क्या बोलूं मन की हालत भी कहानी के अंतिम दृश्य की तरह हो गयी है। शब्द नही है कहने को बस भावनाएं है जिन्हें बस महसूस किया जा सकता है। प्रेमचंद जी को शत शत नमन🙏🙏
@vidyaneha30093 жыл бұрын
प्रेमचंद्र ने तो सिर्फ कहानी लिखी थी, पर डायरेक्टर को बहुत बहुत धन्यवाद करना चाहता हूँ,जिसने इतनी अच्छी,वीडियो बना कर हमारे सामने पैस की आर्टिस्ट का रोल बहुत ही जबरजस्त है,
@mukeshkumargupta33183 жыл бұрын
Tum ne sirf dekh liya aur bata diya Munshi Premchand ne sirf kahani hi likhi thi. Kabhi is kahani ko padh ke dekho, fir kehna video achhi hai ya kahani. Jis tarah se kahani hai, is video me to kuchh chije usme ki daali hi nahi gayi hai. Padho ek baar. Aise bina soche samjhe compare mat kro.
@swati2824 Жыл бұрын
Purani kahaniyo ko dekhker Purane din Yaad Aate h jo ki bahoot achche the
@kulwindersingh-id6xj Жыл бұрын
Aaapne shi kaha jii un dinno ko phir se jeene ki isha hoti hai jii
@Lokdhun_873 жыл бұрын
कितनी मार्मिकता है, भला कौन देखता है इनको l जो देखता है वो जी सकता है इस जीवन को l आज हम पैसे कमा रहे हैं नैतिकता नहीं l पूंजीवाद की दौड़ ने हमें मानव से दानव बना दिया है l बच्चों को संस्कार देने के लिए दिखाओ इनको l🙏🙏
@vidhi77403 жыл бұрын
Laadli Kitni Achi hai betiyan aisi hi Hoti Hain bechari budhi kaaki rooh kaap jaati hai yeh video Dekh ke na Jane dunia me Kaha Kaha aisa hua Hoga or ho rha Hoga aansu aa Jate hai har bar ise Dekh ke 😥😢😢
@raghunandantiwari72913 жыл бұрын
वाह, कहानी का अंत दुखांत था, लेकिन मुंशी प्रेमचन्द जी आप महान हो, आपने भविष्य का एकदम सटीक अनुभव किया, है।😢
@Anuragsingh-bo2wn3 жыл бұрын
प्रेम चंद्र ने जो लिखा वो अमर हो गया
@prav55544 жыл бұрын
".... Acha karte ho, jo upar rehte ho, mat aana dharti par,... Narak hai narak..!!.. "
@santoshverma58823 жыл бұрын
Really bro ....very emotional scene
@khanliyaqat35542 жыл бұрын
Kahani dekhkar dil roya aur aankhein nam hogayi Munshi Premchand ki sabhi kahani bahot achhi hai mai school mein tha jab se unki kahaniyan padhta wo Urdu ke ek bahot bade musannif they unki ek aur kahani jiska naam hai Zindagi ke modh par bahot achhi hai .
@enfieldlover33753 жыл бұрын
Big respect for laadlii❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
@dubbingo3 жыл бұрын
Hare Krishna sabko sakti dena iss jeevan roopi dukh se bahar nikal sake 🙏
@shaikhsamraanisahmed89977 жыл бұрын
Heart touching story 👌👌
@AjayKumar-tl4hz4 жыл бұрын
🙏🏻
@anandmishra97673 жыл бұрын
Its very sad story
@rajansharma80174 жыл бұрын
Last seen ne pura dil jhakjhor diya......
@lawshiksha18064 жыл бұрын
My tears are not stop at last scene. It's so emotional
@shikhakumari20754 жыл бұрын
दिल भाव विभोर हो गया
@vikramsharma92005 жыл бұрын
Kya acting ki h bhudia kaki ne Really mei bahut emotional kr diya Ue bhi kadavi sachai h humare bharat ki Bujargo ka anadhar kaise kr lete h log chee dhikar h aise samaj pr
@nadhanaaswin95415 жыл бұрын
Yb
@workforselfdevelopment55533 жыл бұрын
आज उन बुढ़ी काकी की रियल में बहुत परिस्थिति खराब है
@mukulasthana31414 ай бұрын
इस रूपांतरण में अंत दुखदायी दिखाया है । प्रेमचंद जी ने इस कहानी का अंत ऐसा किया था जिससे पाठक का काकी के प्रति दुःख थोड़ा कम हो जाता है। प्रेमचंद जी के वास्तविक लिखे अनुसार काकी को यूँ देख रूपा भय से काँप जाती है और किये हुए पाप के लिए भगवान् से क्षमा-याचना करने लगती है की भगवान् उसे और उसके बच्चो को इस अधर्म का दंड न दें । वो थाली सजा कर काकी को देती है जिसे काकी " भोले-भाले बच्चों की भाँती" खाने लगती है।
@anusingh51333 жыл бұрын
Who is watching this story in 2️⃣0️⃣2️⃣1️⃣
@rakeshkumarsha43 жыл бұрын
Munsi premchand ki Kahani dil ko touch bkrti h ... thanks to doordarshan and munsi premchand .....aaj bhi kai sal bad ye Kahani aaj ki bhi ek sacchaai
@swapansengupta77564 жыл бұрын
It will be the highest respect for Munshi Prem chand if someone learns something from this story.
@RamKumar-md6se4 жыл бұрын
I learned . dhanyabad munshi prem chand ji 🙏🙂
@lalsinghkanwar12264 жыл бұрын
काकी का अपना दुखडा सुनने वाला कोई नहीं था, फिर भी बुढापे मे खाने खजाने का अपना अलग ही रूवाब थी,प्रेम चंद की कहानी मे ये कहानी की अपनी अलग ही पहचान है, जो समाज के लोगों को सीख देती हैं, दुरदर्शन प्रसारण प्रभाग को बहुत बहुत शुभकामनाएँ, जय छैया भुईंया छ.ग.2020
@ashishjaiswal98754 жыл бұрын
ये जो घर के बूढ़े किसी भी चीज को खुद खाने से पहले आप को खिलाते हैं ना । इसका मतलब ये नहीं कि उन्हें भूख नहीं या उनका स्वाद मर जाता है वो तो बस समय के साथ खुद को बदलना चाहते हैं और जरूरी नहीं की हर कोई अपनी भूख को बर्दाश्त कर सके, भूख लगना और न लगना शरीर की एक साधारण प्रक्रिया है किसी को ज्यादा लगती है किसी को नॉर्मल या किसी को कम । सिर्फ शरीर बूढ़ा होता है जीभ और पेट नहीं । 😓😓
@sumanjha50763 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद जी समाज को दर्पण दिखलाते हैं। धन्य है मुंशी प्रेमचंद जी।👍👍
@HemantKumar-jk2ph3 жыл бұрын
Last scene left me cried...
@angelpari84593 жыл бұрын
2021 me firse dekhne Chali aayi is Kahaani Ko ....Baar Baar dekho tab bhi har baar ye Kahaani aparichit si lagti hai aur Dil gadgad ho uthtaa hai ...
@rashtrwadiarbindmishra51803 жыл бұрын
समाज को मुंशी प्रेमचंद की तरफ से अनमोल भेंट।
@krishnapandey56393 жыл бұрын
धन्यवाद आदरणीय मूँशी प्रेमचंद जी को
@हिंदीस्टिकीनोट्स3 жыл бұрын
वर्तमान समय में यह स्थिति और भी प्रासंगिक हो जाती है, जब यह वर्ग उपेक्षा का शिकार हो जाता है।
@Niteshkumar-dj7hh3 жыл бұрын
अतीत के समाज का दर्पण, वास्तविक परिस्थितियो का परिदृश्य होते थे उस समय के ये TV Serials दिल को सुकून देते थे और ये सीख देते थे कि हम कभी अपनों के साथ ऐसा नहीं करेंगे। आजकल के टीवी serial to bs TRP और ऊल जलूल ki बनावटी कहानियो से बस इंटरटेनमेंट करने का काम krte hai
@kumarbambamclasses74473 жыл бұрын
👍👍One like for Guljar sahab 👏👏
@mehndiglobe68373 жыл бұрын
Ladkiya hamesha ladkiya hi rahegiii.....soft hearted .....caring.....chahe umar ka koi bhi padhav kyu naa hoo....
@anilpandit2074 жыл бұрын
यह कहानी सीधे मेरे दिल में उतर गई । मेरा सलाम मुंशी प्रेमचंद्र को।
@shantanupatel97163 жыл бұрын
मैंने कक्षा 9 वी मे पढ़ा था ये कहानी. बड़ी मार्मिक है. मुझे आज भी याद की हमारे शिक्षक भारती मैडम जी 🙏 ने कितना मार्मिक तरीके के साथ बूढ़ी काकी की कहानी को हम लोगो सामने मे पढ़ी थी. तो हम सभी के आँखों मे आँसू आ गया था. उनके जैसे हिंदी का Teacher मिला बहुत मुश्किल है.......... 🙏
@ravindragangole4445 жыл бұрын
रुला देती हैं ईन साहब मुंशी प्रेमचंद जी की कहानीया,,
@rajuborhade1775 жыл бұрын
सच मे रुला देती है ये कहाणीया
@abhishekshahu79483 жыл бұрын
आज हम पैसे कमा रहे है संस्कार नहीं। केवल अपने बारे मे सोचते है दुसरो की नहीं। हम एक सैटेलाइट की तरह है जो रॉकेट की सहारे अंतरिक्ष मे जगह तो पा लेते है लेकिन रॉकेट की अहमियत को भूल जाते है अपने जीवन माता -पिता बड़े बुजुर्गो को परिश्रम और अहमियत को भूल कर अपने मे ब्यस्त हो जातेहै कलम के बेताज बादशाह मुंशी प्रेमचंद जी को सादर प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@Cineinsaner3 жыл бұрын
i am 25 years old and watching in 2021.. munshi premchand is best writer ever...
@sanjay82804 жыл бұрын
रुला दिया कहानी ने कितने दूरभाषी थे प्रेमचंद 🙏🙏
@Kumar.M_TinE-20234 жыл бұрын
What is the depth of emotion in that last poignant seen...I think no one can hold his/her tears to flow at that moment😢😪😪
@chirag30823 жыл бұрын
Yes
@saketkumar4885 Жыл бұрын
These stories are Very realistically presentd by Gulzar saab and What to say about munshi premchand he's stories are just mesmerizing and reflecting the true reality of our society........
@bhavna39944 жыл бұрын
This episode is one of my favorite😍💕 budhi kaki
@Lalapetshoppetshopbazzar2 жыл бұрын
10bar Dekhi he .mene
@VivekanandUpadhyay1233 жыл бұрын
घर में बूढ़े लोग भगवान के समान होते है उनकी यह दुर्दशा देखकर आंखो में आंसू निकल आए
@mohdshakil44344 жыл бұрын
HEART TOUCHING STORY TRUE IN PAST PRESENT &FUTURE GREAT INTELLECTUAL .SALAM MUNSI PREM CHAND JI
@manishsoni23173 жыл бұрын
Dil dahla Diya is kahani ne
@AminFCMobile3 жыл бұрын
These stories looks really simple but touching and give strong messages to society.
@shreyashivansh27223 жыл бұрын
Munsi hi kahaniya dil ko jhak jhod deti hain
@AzmatKhan-ds1is5 жыл бұрын
my tears are not stoping...in last 😢😢😢
@firdausidrisi37934 жыл бұрын
same here bro
@socialexpert-siddhantraj22634 жыл бұрын
😭😭😭😭😭
@samantsahu083 жыл бұрын
Munshi premchand ke liye ek like to banta hai👍💯
@SudhirKumar-sk3yn4 жыл бұрын
Munshi premchand every story are hard tachcing salam sir
@ramnarayanjatav59543 жыл бұрын
संसार में मां बाप से बड़ा कोई भगवान नही होता है,जो लोग अपने बुजुर्गों की देख भाल सही तरह नही करते बे कभी सुखी नही रहते। भारत के महान साहित्यकार को कोटि कोटि नमन।
@Vipulvarshney20104 жыл бұрын
Modern days serial never replace old day serial...very meaningful ...
@seemasingh45682 жыл бұрын
कोई भी इतना सजीव और वास्तविक चित्रण किसी ने नहीं किया जितना कि मुंशी प्रेमचंद जी ने। उन्के लेखन का मुख्य पात्र सामाजिक जीवन से जूझ रहा व्यक्ति होता है
@reenadhar93534 жыл бұрын
No words to express feel😢😭
@Shravan_sunderkand3 жыл бұрын
क्या बोलूं शबद नहीं है मेरे पास अंदर तक झ झखजोर के रख दीया माँ की हलात देखकर जो अपने बच्चे के लिए पुरी जिन्दगी दाव पर लगा है और कदर करो जो धरती पर भगवान का रूप है ........💓💓💓💓💓💞💞💞🎊🎉💐
@vikashjain76026 жыл бұрын
🐣🐣 Good story
@bhaswatisaikia55873 жыл бұрын
I suddenly remind the last scene of budi kaki after listening to the short story from Manoj muntasir sir.I saw this series when I was in class 2 or 3 I guess.I did not understand the importance munchi premchand ,but now I understand that DD national chennel is the only chennel which shows our true indian literature and culture ❤️❤️
@sks80263 жыл бұрын
बूढ़ी काकी की जगह चटोरी काकी होना चाइए था 😂😂😂😂
@ambujtripathi96953 жыл бұрын
आजकल के सामाजिक वातावरण में ऐसे धारावाहिक बहुत ही अनमोल , अविस्मरणीय है..(बहुत ही आभार _दूरदर्शन 🙏♥️
@reetpal32994 жыл бұрын
I have no word for this story
@dineshkarna39263 ай бұрын
अपने जीते जी अपनी पूरी ज़मीन- जायदाद कभी अपने बच्चों के हवाले नहीं करना .....थोड़ी बहुत अपने हिस्से में बचा कर रखना नहीं तो झूठी पत्तलें चाटना पड़ेंगी☝️ क्योंकि जब तक ज़मीन-जायदाद हमारे कब्जे में होती है तब तक बहु- बेटे आगे पीछे पूँछ हिलाते फिरते है ☝️☝️
@हिंदीहैवतन4 жыл бұрын
इस धरती पर मुंशी प्रेमचंद की कहानियों और उनके समय के सभी लेखक, कवि, साहित्यकार की कहानी क्यो नही होती। जिस समय पैसे चलते थे लोग गरीब होते थे फिर भी अपने बच्चों को संस्कार और शिक्षा देते थे। अब जमाना रुपये का आ गया लेकिन पैसे वाली बात वो बात नही। बस लोगो को मुफ्त में लेने की आदत और लड़ने वाली बातें।
@mobilesfuel78154 жыл бұрын
Right
@virenderdhillor18194 жыл бұрын
रोना आ गया देख के पूरा सीरियल रोटी खाने के लिए कितनी तपस्या करनी पड़ी बूढी काकी को
@saheba12904 жыл бұрын
Maa baap ko apni Jo bhi property hogi marte dam tak koi bhi aulad ko Nahi deni Chahiye. Unke baad kithne b unke aulad honge unko barabar se share milna Hoga. Future me sab ko aisa hi Karna Hoga. Nahi toh sab ki halath aise hi hogi.
@malkeetsinghkamboj62044 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद जी हमारे दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे मुंशी प्रेमचंद जी का एक उपन्यास पूस की रात प्रस्तुत करने की कृपा करें
@SmartySh6 жыл бұрын
Hamesha jaydad ka aadha hissa Marne Tak apne hi pas rakhna chahiye..duniya me kisi ko b nhi Dena chahiye
@mayachodankar44574 жыл бұрын
Very true
@xaj772 жыл бұрын
Main to last wala seen dekh k roo gya Dil Chu Lia👍👍❤️❤️