Thanks to all the people who work into producing such important videos. No nonsense, perfect volume, black background, lighting. Simple thing that puts such content at par with top media house documentries.
@nakulgote Жыл бұрын
Thank you very much, Upword for bringing out this interview, and thanks a lot Madhu ji for your scholarship and journalism.
@AS-mm4pn Жыл бұрын
Madhu Kishwar ji never fails to set such examples of intellectual honesty. Thank you ma'am🙏
@shravyaamin8346 Жыл бұрын
Upword should be more active...
@ashachanta Жыл бұрын
To be more active they need free flow of funds, which they don't receive from Hindus. So they do projects which allows them to earn money & that impacts their activity frequency, yet they come with the most ingenious ways of putting their PoV in motion. Upword is not content driven, it is idea driven and that idea is Dharma.
@aneeshbhardwaj2649 Жыл бұрын
I second that.
@kashmiridoggesh9343 Жыл бұрын
Asish Dhar is back 🚩🚩
@rahulpathare12345 Жыл бұрын
Commenting for improving Algorithm.
@dimple7267 Жыл бұрын
Write something better than this 😅
@Sunny-rh6ik Жыл бұрын
#Sport's & #Art has no boundaries. Hate for #KA'FIRS also has no boundaries. 🤗 Tera mera rishta kya LA ILAHA ILLALLAH
@veenadhar8665 Жыл бұрын
Very good👍 glad to watch Ashish as usual shedding light on this case so that everyone comes to know the reality 👌👌👌
@sunilbhat7126 Жыл бұрын
Thanks dear Ashish ji for picking up issues related to hinduphobia
@Iwashere_333 Жыл бұрын
Upword should post more often. It was a good discussion.
@mohitaggarwal7583 Жыл бұрын
Lands allocated under roshni act should be taken back for kashmiri Hindus
@Warrior-ew2nb Жыл бұрын
Huge respect to those people jo desh ki seva karte hain...
@LP-iy2nw Жыл бұрын
No words😶😶 How innocents are implicated No one is safe here
@MrRahul6464 Жыл бұрын
Bahut hi sundar charcha.
@sankalp3513 Жыл бұрын
Upword deserves to have 1 million subscribers. Hope everyone that appreciates the high quality civilizational content will donate money to them.
@Sunny-rh6ik Жыл бұрын
ALGORITHM.
@JASIRORBOY Жыл бұрын
Every one should read this book.
@PRAKASHKUMAR-pl6gj Жыл бұрын
Such a good discussion...be more active and more vocal for Hinduism.
Why doesnt any established lawyer takes up this case?
@shravyaamin8346 Жыл бұрын
🔥🔥🔥🔥
@shravyaamin8346 Жыл бұрын
🔥
@learn_ina_flash Жыл бұрын
great video
@Warrior-ew2nb Жыл бұрын
Mam pray for your good health nd happiness nd prosperity...you r a goddess...I have ordered your book...definitely want to meet you in future...huge huge fan of you....huge huge respect to you..nd to Ashish sir as well..Nirdoshi parivaar ko insaaf dilayaa hai aapne...aapko mera pranaam..bas ek baar vivek agnihotri ji is par ek film banaye to yeh maksad Pura hoga...bollywood tumne bahut galat kiya hai jammu ke dogras ke saath ..karm ka fal to milta hai yaad rakhna ..
@sanjibnath9509 Жыл бұрын
More content like this, should be posted.
@vijaykumarreddyt3287 Жыл бұрын
I am a member 💫💫
@pallavikumari7028 Жыл бұрын
Eye opener 😮
@abhinavkarkare Жыл бұрын
🙏🏼
@VVG185 Жыл бұрын
Thanks
@rohaansahu2924 Жыл бұрын
Are the accused still in Jail?
@অরুণাভদাস Жыл бұрын
I'll be buying her book soon.
@Innocentengg Жыл бұрын
Sahi hai
@zroth3734 Жыл бұрын
42:17 A so called dalit news reporter on youtube said that semen shouldn't be necessary to establish rape after this news and the hathras case result came out
@shajivk7104 Жыл бұрын
This girl..... Hindu orphanage girl..... "in Islam no adopt".
@Tathstha Жыл бұрын
Cfbr
@Yoursinsareme Жыл бұрын
Katua😂😂😂
@monoj3299 Жыл бұрын
*भारत देश में हिंदू पुरुषों पर बढ़ता उत्पीड़न* विवाह एक पवित्र बंधन है, प्राचीन काल से विवाह को ईश्वर द्वारा निर्धारित एक अटूट बंधन माना गया है जिसमें पति पत्नी अपना संपूर्ण जीवन एक दूसरे के सुख-दुख बांटने में लगा देते हैं | जब लड़की मायके से विदा होती है तो उसकी मां अपनी बिटिया को शिक्षा देती थी की ससुराल को ही तू अपना असली घर समझ, पति को ईश्वर तुल्य मान, सास- ससुर को माता पिता तथा नंद देवर को बहन -भाई मानना | उनकी सेवा करना ही तेरा परम धर्म तथा कर्तव्य है | उस समय की लड़कियां भी छोटी उम्र की हुआ करती थी तथा अपनी मां की इस आदेश को जीवन पर्यंत निभाती थी| अपने ससुराल के ऊपर आने वाली प्रत्येक विपत्ति का यथासंभव दूर करने का प्रयास करती थी चाहे उनको उसमें कितना ही कष्ट क्यों ना हो | परंतु बड़े दुख के साथ कहना पड़ता है कि आज के इस आधुनिक परिवेश में विवाह की परिभाषा ही बदल गई है | लड़कियों की आधुनिक सोच ने इस पवित्र बंधन को एक समझौता समझ लिया है | जब तक पति उसकी हर इच्छा को पूरा करता रहेगा तब तक तो वह पति के घर में रहेगी, कोई भी इच्छा पूर्ण ना होने पर वह अपने पति पर अलग होने का दवाब बनाने लगती है | पति को धमकी दी जाती है कि यदि उसके परिवार के सदस्यों ने उसका कहना नहीं माना, तो वह घर छोड़ कर चली जाएगी तथा उसे तरह-तरह के मुकदमो में फंसा देगी | ना तो वह अपने पति के माता-पिता की इज्जत करती है ना ही वह उसके भाई बहन से प्रेम पूर्वक बर्ताव करती है | बेचारा पति अपनी पूरी कमाई पत्नी पर लगा कर भी उसे संतुष्ट करने में सक्षम नहीं हो पाता | पत्नी की यह तृष्णा कभी शांत नहीं होती, निरंतर बढ़ती हुई आवश्यकताएं पति को बेहाल कर देती हैं | एक तरफ तो उसके माता-पिता का अपमान भाई बहनों का निरादर और दूसरी ओर पत्नि के द्वारा दी गई धमकियों से उसका जीना मुहाल हो जाता है | यह लड़की के कुसंस्कारों का परिणाम होता है, और सबसे बड़ी बात तो यह है की इस अत्याचार में लड़की के माता-पिता भी बराबर के भागीदार होते हैं | ऐसी महिलाएं सरकार द्वारा बनाए गए अनेक कानून जैसे दहेज प्रथा, घरेलू हिंसा, भरण पोषण इत्यादि कानून को माध्यम बनाती हुई पुरुषों का शोषण करती हैं | उनको अनेक प्रकार के झूठे केसों में फसाकर मनचाहा मुआवजा चाहती हैं| अब तो इस तरह के केस एक व्यापार की तरह होते जा रहे हैं| इस तरह की महिलाएं समाज के लिए एक अभिशाप है | ऐसे माता-पिता जो इन लड़कियों को जन्म देते हैं वह इस समाज को तहस-नहस करने वाले एक राक्षस है | यदि ऐसी महिलाओं के प्रति हमारा कानून तथा समाज जागरूक नहीं हुआ तो हमारे भारतीय संस्कृति का जो ध्वज पूरे विश्व पर लहरा रहा है वह अपमानित हो जाएगा | जरूरत है आज देश को एक निष्ठावान पत्नी के रूप में एक निष्ठावान नागरिक की जो अपने परिवार को जोड़ने के साथ-साथ इस समाज में भी एक मर्यादित परंपरा कायम कर सके, ना कि दूसरों के द्वारा भड़काए जाने पर एक निंदनीय कुकर्म कारण बने | यदि महिला द्वारा इस व्यापारिक क्रियाकलाप को ना रोका गया तो जो एक संस्कारी महिला है उसकी सोच भी अमर्यादित होने लगेगी | अब सोचने का समय गया, कुछ करने का समय आ गया है, सब एक साथ उठो और ऐसी कलंकित परंपरा को, ऐसी शूर्पनखाओ को समाज से तिलांजलि दो | उठो जागो और ऐसी शूर्पनखाओं के विरुद्ध आवाज उठाओ जो अपने हिंदू पति को कानून की आड़ में सताने का प्रयास करती हैं, और उनसे पैसे लेकर दूसरे विवाह की तैयारियों में जुट जाती हैं और यह प्रचलन यूं ही चलता रहता है... लेखिका आशा अरोड़ा, वरिष्ठ अध्यापक (MA, B. Ed) हिन्दुओं के पतन का कारण: 1. हम दो हमारे दो (~1990) 2. हम दो हमारा एक (~2000) 3. हम दो हमारा कुत्ता और बिल्ली (~2011) 4. केवल हम दो (~2021) 5. केवल मैं और कोई नहीं (passion वाले) जो समाज अपनी संख्या तक नहीं बढ़ा सकता उसको क्यूँ कोई राजनीतिक दल महत्व देगी!!! जोकतंत्र में तो संख्या महत्व रखती हैं!!! भारत की कुल जनसंख्या में मुस्लिम आबादी 2001 में 13.4% थी जो 10 साल बाद बढ़कर 14.2% हो गई। वहीं, इस एक दशक में हिंदुओं कुल जनसंख्या में आबादी 80.45% से घटकर 79.8% हो गई। 2021 की जनसंख्या का census तो हुआ ही नही ...या जान-बूझकर किया नहीं???cut copy paste kuvidhan हटाओ, भगवद्गीता अपनाओ, भारत बचाओ 🙏🙏🙏इस्लाम- मैं अल्लाह के सिवा किसीको मानूँगा नहीं pujunga नहीं Christianity- मैं jesus के सिवाय किसीको मानूँगा नहीं pujunga नहीं जय भीम (नकली बौद्ध)- मैं अम्बेडकर के सिवाय किसीको मानूँगा नहीं pujunga नहीं Sick'ular हिंदू- मैं सबको मानूँगा