Your discourse explains in simple words of a common man that we are all spiritual souls having a human body experience for some time on earth. We are eternal immortal part of the supreme divine soul parmatma.
@jyotichowdhry8006 Жыл бұрын
Millions of thanks giving us such Amezing knowledge Guruji ❤🙏💐
@BhaitiDoley-ec6kr2 ай бұрын
Hare krishna ❤❤❤
@gautamsingh99144 ай бұрын
💐 🙏 🙏 🙏 💐 प्रणाम sir ji
@himatbhaindesaihimatbhaind78612 жыл бұрын
सर आप को सुनना सुखद लगता है सर आप को हमें सुनना हमारे जीवन का सबसे बहुत बहुत बड़ा भाग्यशाली हु
@indranighosh179210 ай бұрын
❤️🙏
@bhagyasethi8325 Жыл бұрын
Ati sundar prabhu ati sundar😍
@manojvarma2575 Жыл бұрын
Hariom Tatsat namah Shivay
@anupdubey52512 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏app ke anant rupe ko mera koti koti pranam
@nitisinha90372 жыл бұрын
🙏😇🙏adbhut
@sharadnehate2 жыл бұрын
Thanks
@madanmohan72632 жыл бұрын
मार्गदर्शन के लिए आपको बहुत धन्यवाद गुरु जी
@NandLal-zo4jp2 жыл бұрын
Many many thanks Yogesh Ji
@niranjanasoni64742 жыл бұрын
Muje apaka meditation bahut pasand hai
@kesarivenu89443 жыл бұрын
Pranaam paramaatma
@श्रीप्रतापविद्यानिकेतनसरदारनगर4 жыл бұрын
मनोबुद्धय्हंकार चित्तानि नाहं श्रोत्रजिव्हे न च घ्राणनेत्रे न च व्योमभूमिर्न तेजो न वायुः चिदानन्दरूपः शिवोऽहम् शिवोऽहम ॥1॥ मैं न तो मन हूं‚ न बुद्धि‚ न अहांकार‚ न ही चित्त हूं मैं न तो कान हूं‚ न जीभ‚ न नासिका‚ न ही नेत्र हूं मैं न तो आकाश हूं‚ न धरती‚ न अग्नि‚ न ही वायु हूं मैं तो मात्र शुद्ध चेतना हूं‚ अनादि‚ अनंत हूं‚ अमर हूं। न च प्राणसंज्ञो न वै पंचवायुः न वा सप्तधातुः न वा पंचकोशः न वाक्पाणिपादं न चोपस्थपायु चिदानन्दरूपः शिवोऽहम् शिवोऽहम ॥2॥ मैं न प्राण चेतना हूं‚ न ही ह्यशरीर को चलाने वालीहृ पञ्च वायु हूं मैं न ह्यशरीर का निर्माण करने वालीहृ सात धातुएं हूं‚ और न ही ह्यशरीर केहृ पाँच कोश मैं न वाणी हूं‚ न हाथ हूं‚ न पैर‚ न ही विसर्जन की इंद्रियां हूं मैं तो मात्र शुद्ध चेतना हूं‚ अनादि‚ अनंत हूं‚ अमर हूं। न मे द्वेषरागौ न मे लोभ मोहौ मदो नैव मे नैव मात्सर्यभावः न धर्मो न चार्थोन कामो न मोक्षः चिदानन्दरूपः शिवोऽहम् शिवोऽहम ॥3॥ न मुझे किसी से वैर है‚ न किसी से प्रेम‚ न मुझे लोभ है‚ न मोह न मुझे अभिमान है‚ न ईष्र्या मैं धर्म‚ धन‚ लालसा एवं मोह से परे हूं मैं तो मात्र शुद्ध चेतना हूं‚ अनादि‚ अनंत हूं‚ अमर हूं। न पुण्यं न पापं न सौख्यं न दुःखं न मन्त्रो न तीर्थो न वेदा न यज्ञः अहं भोजनं नैव भोज्यं न भोक्ता चिदानन्दरूपः शिवोऽहम् शिवोऽहम ॥4॥ मैं पुण्य‚ पाप‚ सुख और दुख से विलग हूं न मैं मंत्र हूं‚ न तीर्थ‚ न ज्ञान‚ न ही यज्ञ न मैं भोजन हूं‚ न ही भोगने योग्य हूं‚ और न ही भोक्ता हूं मैं तो मात्र शुद्ध चेतना हूं‚ अनादि‚ अनंत हूं‚ अमर हूं। न मे मृत्युशंका न मे जातिभेदः पिता नैव मे नैव माता न जन्म न बन्धुर्न मित्रं गुरुर्नैव शिष्यं चिदानन्दरूपः शिवोऽहम् शिवोऽहम ॥5॥ न मुझे मृत्यु का डर है‚ न जाति का भय मेरा न कोई पिता है‚ न माता‚ न ही मैं कभी जन्मा था मेरा न कोई भाई है‚ न मित्र‚ न गुरु‚ न शिष्य मैं तो मात्र शुद्ध चेतना हूं‚ अनादि‚ अनंत हूं‚ अमर हूं। अहं निर्विकल्पो निराकार रूपो विभुत्वाच्च सर्वत्र सर्वेन्द्रियाणाम् न चासंगत नैव मुक्तिर्न मेयः चिदानन्दरूपः शिवोऽहम् शिवोऽहम ॥6॥ मै निर्विकल्प हूं‚ निराकार हूं मैं विचार विमुक्त हूं‚ और सर्व इंद्रियों से पृथक हूं न मैं कल्पनीय हूं‚ न आसक्ति हूं‚ न ही मुक्ति हूं मैं तो मात्र शुद्ध चेतना हूं‚ अनादि‚ अनंत हूं‚ अमर हूं। ∼ आदि शंकराचार्य
@premkumariyadav85452 жыл бұрын
बहुत सुंदर व्यख्या, सादर प्रणाम धन्यवाद
@jkd69692 жыл бұрын
These videos are worth listening again and again . Each time, one discovers new Gems, deeper understanding and clarity. Thank you 🙏
@jkd69692 жыл бұрын
I have not come across a clearer or better explanation than this, worth listening over and over again! Endless Gratitude 💖💖💖…. Your knowledge shines through your peaceful smile 😊
@Psahu9902 жыл бұрын
Bahut bahut dhanyabad 🙏🙏🙏
@bhaskarjani74354 ай бұрын
Best knowladge
@neerajbg6 жыл бұрын
Sir एक और अति दुर्लभ ज्ञान जो आप सहजता से ही समझा देते है। आपको कोटि कोटि प्रणाम। वस्तुतः समस्त जगत ही शिवमय है और समस्त वस्तु में ही शिव तत्व का वास है। sir एक छोटा सा प्रश्न है। जब ये समस्त विश्व ही ज्ञेय है इसका अर्थ हुआ कि चैतन्य सभी ज्ञेय में है। चेतन की बात तो स्पष्ट है, पर मुझे लगता है कि जड़ में भी शिव तत्व होना चाहिए क्योंकि वो भी तो ज्ञेय है। अर्थात जड़ व चेतन सब मे चैतन्य शिव स्थित है। कृपया मार्गदर्शन करें।
@kamaljitpurewal936 Жыл бұрын
🙏🌷💖 Real Jogi
@niharsaini1232 жыл бұрын
❤️🙏 thanks
@jayakalsariya87083 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏 धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏
@pankajlande.622 жыл бұрын
Thank you , for this video, I am close to it
@DeleepKrBhat3 жыл бұрын
Om Namah Shivay 🙏
@IrfanAli-db6kb4 жыл бұрын
Beyond par excellence The methodology unique , appreciable. " मै कोन हूं? आदि काल से यह प्रश्न एक पहेली बना हुआ है, The sources of knowledge चार्वाक, बौद्ध, जैन,सांख्य योग,पूर्व मीमांसा,उत्तर मीमांसा, न्याय वेसेसीक्,वेदांत, विशिष्टता द्वैत वाद,सूफीज्म,ओशो,और बहुत सी branch of knowledge इस पहेली को सुलझाते रहे हैं और अपनी अपनी आस्था से संतुष्ट होते रहे हैं।विज्ञान पर बहुत भरोसा है लोगों का 1882 में German physician Paul ने BBB (blood brain Barrier) की खोज की neuron privacy में रहते हैं और ब्लड बैरियर की वजह से privacy leak nhi होती।लेकिन बाद के प्रयोगों से पता चला कि circumventricular organs ie pititury gland medience eminence OVLT area of postrema pineal gland etc BBB को break कर देते हैं । ह्रदय हर information के लिए अपडेट रहता है। कुछ साधकों का मत है कि मै पंच भूत (मिट्टी, जल, वायु, अग्नि आकाश का बना एक पुतला हूं इसमें जब आत्मा व नफस (lower self/ego) प्रविष्ट कर दी जाती तब " इंसान" कहलाता हूं यही हूं ( मै)। अस्तित्व सिर्फ ईश्वर का है और इस के अतरिक्त किसी का नहीं। पुतले से " मन" उत्पन्न होता है और नफस से सब तरह की " बुराइयां" उत्पन्न होती हैं। मन व नफस यह संसार के दास हैं । मै साछी तौ हूं परन्तु जब मेरा नियंत्रण मन व नफस पर नहीं होता तब मै और आत्मा दुखी हो जाते हैं। हे परमात्मा समस्त जन का भला करना ⚡🌐🪐
@vishalkadam64613 жыл бұрын
Sir aapke shath dyan me gotalagate he to pura anubhav hota he. Hamarari chetna aapke anubhav ko apne andar mehsush hota he
@rajeshkorachgoan53284 жыл бұрын
Perfect आत्म चिंतन sir ji धन्यवाद ओम नमः शिवाय
@sapnavilas81015 жыл бұрын
सत सत प्रणाम आत्मबोधि आत्मन,,
@sapnavilas81015 жыл бұрын
💐
@conceptualphysicsbypunitbh99524 жыл бұрын
pleasure and sorrow dont go with us bt d contentment of touching d self and experience d self must go with us bcz it can onlybe experience in turiya state which is d state of oneness mrans d experience and d one who is experience is not two bt its one actually and d experience is in heighest dimension by heighest body
@hardeepkaur27532 жыл бұрын
World needs truth strong life lessons knowledge reach global all healing all Diseases Get well soon forgiveness universe gifts nature gifts myself silence thankyou thankyou thankyou
@hemabarve10185 жыл бұрын
कोटि-कोटि नमन सहस्त्र वंदन शत् शत् प्रणाम गुरु देव
@leelakanoi79913 жыл бұрын
Gratitude sir ji. Too good . You are awesome. I don't have words for you. The way you explaine is ultimate. Lots of gratitude. I m newly connected with you
@namanbaghel097 ай бұрын
Aise hi aur video chahiye😊😊
@MandeepKumar-gs4ee4 жыл бұрын
waah prabhu🕉🛐💐
@govindprasadnema69023 жыл бұрын
शत-शत नमन
@ArunSharma-pc1mo4 жыл бұрын
🕉🌷🌷शत शत नमन 🙏🙏🌷🌷
@eklingmbhaktisagar34715 жыл бұрын
Saty vchan om nmo bhagwate vasudevay
@kesarivenu89443 жыл бұрын
Chaitanya flowers of joy on ur lotus feet chaitanya
@santoshchoubey86513 жыл бұрын
Nice vichar
@chaitanyadarshan3 жыл бұрын
🙏
@rajendraprasadrastogi70913 жыл бұрын
Nice explanation thank you
@shambala...26444 жыл бұрын
Sat chit Anand😌🙏👍
@vishalkadam64614 жыл бұрын
Apnka Danya vad karne ke liye me khali mehsush karta hu
@amritkaur62634 жыл бұрын
Thank you v much . V happy to about I
@parashurampoudel92035 жыл бұрын
Thanks Chaitanya sir. Ji for imp. Vdo.
@jobpearl98413 жыл бұрын
Wow aapki samajaneka tarika gajab Hai ho
@theelixir93915 жыл бұрын
Pranam Chaitanya ji
@ushatarsariya62042 жыл бұрын
Sitaram
@jyotichowdhry8006 Жыл бұрын
Amazing sirji❤
@jyotichowdhry61823 жыл бұрын
Sirji Amazing experience 🙏🙏🌷🌷
@savitapandey66704 жыл бұрын
ॐ प्रभु।
@ankitkvlog073 жыл бұрын
Very nice vichar
@shambhavi20606 жыл бұрын
Very nice, Simple and direct Om Chaitanyam Namah 🙏
@lilabatitiwari5185 Жыл бұрын
Thank you very much
@kusumgoyal66913 жыл бұрын
Thank you master
@nirmalavijayapur30312 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@kusumgoyal66913 жыл бұрын
Beautifuly explain 🙏
@Psahu9902 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏💐
@jyotichowdhry61824 жыл бұрын
Great 🙏🙏🙏🙏🙏
@shobha14145 ай бұрын
🌸🌸🌸❤️
@bipinprajapati9404 жыл бұрын
Very much clarity Who I Am? Pranam Guruji
@praveshdhawan38426 жыл бұрын
Ultimate discourse chaitanya ji. Thanks alot
@ramchandraprabhune7034 жыл бұрын
Excellent 🙏🙏🙏
@vinodbhandari39484 жыл бұрын
Namaste guru g. Bahut kuchh sikha aapse
@anamikachaudhry61734 жыл бұрын
🙏🏿🙏🏿🙏🏿
@BabySinjo3 жыл бұрын
So great
@sumanbiswal9764 жыл бұрын
Thank you
@surendradixit55592 жыл бұрын
जब मैं शास्वत हूं स्वयं के अनुभव से आनंदित हूं तो फिर मैंने जन्म लिया ही क्यों? कृपया बताएं।🙏🙏
यह बात सही है कि मै वर्तमान हूं। क्योंकि मै कोई जब सोचता है तब मै अपने आप को अनुभव नहीं कर सकता वो विचार का शाक्षी बनकर रह जाता है। वर्तमान में रहने प्रयत्न स्वयं की अनुभति कराता है इसलिए मै की अनुभूति और वर्तमान में रहना दोनों एक ही है। स्वयं की अनुभूति में समय और स्थान का पता नहीं रहता इसलिए " मै हूं " वर्तमान है।
@sunilprajapati64445 жыл бұрын
St.saheb.g.kae.o.hm.hae
@sarojbharati28874 жыл бұрын
आत्मज्ञान प्राप्त करने के लिये मार्गदर्शन करे| धन्यवाद सर
@dipakdave32304 жыл бұрын
@@sarojbharati2887 कुछ प्राप्त कर लेने की इच्छा मन की मांग है। मन सदा जो है उससे ज्यादा की मांग करता रहता है। पूर्ण होने के बजाए खालीपन की अनुभूति बहेतर रहेगी क्योंकि मन को कोई भी पूर्णता में आेर पूर्णता की जरूरत लगेगी जब कि खालीपन की अनुभूति के बाद अोर खाली होने की जरूरत नहीं लगेगी । अन्यो के अनुभव की बात खुद के लिए सिर्फ मन तक सीमित जानकारी है जब कि हमारे द्वारा की गई हमारे अस्तित्व की अनुभूति सच्चा आत्मज्ञान है। आत्मज्ञान जैसे सुने हुए शब्दों के बजाए सिर्फ अपने होने पन का एहसास ही काफ़ी है।
@dipakdave32304 жыл бұрын
@@sarojbharati2887 ईश्वर की शरण में सदा के लिए बस जाना खाली हो जाने की और पवित्रता की सर्व श्रेष्ठ अनुभूति है। इसके सिवा कोई ओर उपाय ज्यादा असरदार नहीं है क्योंकि मन को टिकने के लिए कोई आधार के बिना नहीं चलता । ईश्वर ही सबसे पवित्र आधार है । बाकी के सभी अनुभव रस हीन मालूम होगे।
@tannmayamohapatra403 жыл бұрын
🙏
@madhavsingh38364 жыл бұрын
Sirji mujhe ek baat ka antar samjhna hai ki aatma ek hi hai ya aatmayen .jo anant hai shantiswarup hai aandswarup hai vahi aatma hai yani aatma parmatma ek hi hai ya inka koi bhed hai kripya spasht margdarshan krne ki kripa kare dhanyavad
@balram1976-s6r2 жыл бұрын
मुक्ति का नाम लेकर, फिर बंधन में ले गए
@niranjanasoni64742 жыл бұрын
Pune Maharashtra niranjana soni sabhiko Aum Chaitanya mahaprabhu
@SANJAYGUPTA-um3xt4 жыл бұрын
🌸🌸🌸🙏
@amritkaur62634 жыл бұрын
Thank you . I have no words to express my fee. I really v glad to know. In v simple why? Who I am. Thank you sir . I really need you guide line. 🙏🙏
@vishnuprasadpaudyal71823 жыл бұрын
👏👏
@saraswathiab59956 жыл бұрын
Hari om. very beautifully explained.wish you make a video on how to reflect on the teachings to see ourself as the Chaitanya. The idea that iam the nameless formless subject,n all else is an object including the body/mind/ego.let this relativity go on.what have we got to do with it.as Sri Ramana's teachings say with the rise of the " I " a world rises outside us n we wrongly identify with the body as me.something's we say is outside n something's are inside, but there's no such limitation as Chaitanya. Chaitanya has no mind,so there are no thoughts no actions because it is formless n has no limitations.the Sat, n chit aspects are recognisable. I exist, n i know I exist.this is never forgotten.all other knowledge may be forgotten but not this.it's so beautiful to dwell on this subject. Thank you. Om Namah Shivaya.
@vinodjaiswal22915 жыл бұрын
🙏🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🙏
@awadheshsingh27906 жыл бұрын
Sukh. dukh. Ye sab mere man ka swabhaw hai.. Mera nahi.. Om chaitanya.
@dhanashrigaikwad21292 жыл бұрын
Naman muze sab kuch samaz aa raha hai mai ye astitv our ye anubhav magar abhi tak mai last sentence tak nahi pahunch pa rahi hu jagananand tak ye sab ek hi hai ye sab janevala ek hai har sharir us anubhav karane ki usaka instrument hai ye sab samaz aa raha hai magar last step abhi bhi nahi ghat rahi kripaya margadarshan kare
@debobhai71186 жыл бұрын
Nice sir.
@वैद्यखेमचन्दगुप्तागुप्ता5 жыл бұрын
मैं आपके प्रत्यक्ष दर्शन करना चाहता हूं ये सौभाग्य किस तरह से प्राप्त होगा --
@chaitanyadarshan5 жыл бұрын
I am not based in India but We will meet🙏
@vishalkadam64614 жыл бұрын
Sir me dyan ki prectis kartatha par aaj mene aapke shath me time our spes se pare he ye mehsush kiya , par aapka siv tatva kese me he kuch kuch shamaj aya par jo aapne bodhik me ki bat ki ki jo skti Swarup he ushko shmaj nhi paya
@MyNarayan1233 жыл бұрын
Naman ! May I know about your Guru !!!
@nipulgogoi87446 жыл бұрын
Aum..........
@raviBABA-r6p4 жыл бұрын
Aapne jo question likha hai us per bat nhi ker rhe ho balki usake charo taraf ghuma rhe ho es sansar ki bato me. Kya aapko eska jabab pata hai ? Ya nhi ? Aap mujhe rshankar448@gmail.com. per contract ker sakte hai....
@PARVEENKUMAR-eb5ck5 жыл бұрын
सर मैं कौन हूँ इसपर कोई मेडिटेशन है क्या?
@sonijisir90564 жыл бұрын
Did you receive your ans. If yes also, give me the answer. I am also interested in who am I, Guided meditation. Have a nice life.
@vishalkadam64614 жыл бұрын
Sir ekbar muje dyan me om kaar sunai diyatha mene use 2 yaa 3 minutes tak una our sune k bad mere man me ek kayal aya kya me ye shahi me Sun rahahu ki ye meri kalpana he meme ake kholi our chek karne ke liye firse dekha par me jaj nhi kar paya kr vo meri kalpana thi ki hakikat.
@Luckysingh-vq9vu5 жыл бұрын
Aapke Chehre per Jo atmik Muskan Hai vah bahut hi Khubsurat hai . Aisa lagta hai aap Chehre Se Nahin Atma se Hans rahe hain.
@gulshankumarkashyap62373 жыл бұрын
Mai hi aatma hai kya chaitany ji
@niranjandas85443 жыл бұрын
Main kaun hun? Mera swaroop kyaa hai? Answer:Mein ek anadi abinasi swatantrata chaityna satta Atma hun. Mein Atma pavitra swaroop, shant swaroop, prem swaroop, anand swaroop, sukh swaroop, gyaan swaroop aur shakti swaroop hun. Pavitrata ka Sagar, Shanti ka Sagar, Prem ka Sagar, Anand ka Sagar, Sukh ka Sagar, Gyaan ka Sagar aur Shakti ka Sagar nirakar Patit Pavan Parampita Paramaatma Shiv Babaka santaan hun
@conceptualphysicsbypunitbh99524 жыл бұрын
untill d one who is experiencing and d one whom is experienced is not one nothing goes with us only d heighest experience by our heighest body in heighest dimension in turiya state where their is no two goes with us
@rajeshkorachgoan53284 жыл бұрын
Sir ji एक request हे योगी लोग स्व इच्छा से शरीर का त्याग करते हे और बाकी लोगोको किसीं कारण शरीर छोडना पडता हे इसके उपर विडिओ बनाइये this is request thank you