Being a doctor. Iska main reason h----- women in periods have blood flow and temple generally gav k ek traf bhar hote h aur uss smay jungle forests jyada thee . Toh animals like wolf and others have very good smelling power of blood from many kilometres so aise temple par unke attack ka fear hota tha. Ab sbko toh ye baat smj nhi aati toh unko iss trah se pesh kiya gya h. Ye main reason h.
@rushamitra3359 ай бұрын
Accha baaat
@Justafriend559 ай бұрын
@@mansigoel8813aapne lgta h doctor sahab ki baat nai samjhi 😅
@praveenkirsur9 ай бұрын
😂😂😂😂 kuch bhi
@rakeshaanchliya0079 ай бұрын
वैसे भगवान को इस चीज से अगर कोई दिक्कत होती तो ये (पीरियड)बनाते ही नही
@naturalworld56819 ай бұрын
But nowadays can we go temple in periods or not if we are not in soo pain...!!
@Manishamaurya160559 ай бұрын
Bahut bahut thanks jo apne ye questions puchh Jaya Kishori Ji se
@AswiniAryan7 ай бұрын
Wo khud gadhedi he kuch b fekta he jese more sambhog nehi karta isliye krishn usko sar pe lagate he
@dattatreysalunkhe39357 ай бұрын
यह झूठ है पुराणपढ़िए शबरी को शराब पिलाता उसने अपने पति को पीरियड खाना पड़ोसन था तब तो उसको उसके पति ने शराब दिया कि तुम अगले जन्म में भील समाज में जन्म होगा कुछ भी पढ़ने के बाद ही बोला करिए माताजी राम कृष्ण हरि
@MuftiAbdurRahman-rd1ke6 ай бұрын
कुछ लोग यह तर्क दे सकते हैं कि लोगों के बीच यौन मुठभेड़ हजारों वर्षों से होती आ रही है, और जब पिछली पीढ़ियों को अपेक्षाकृत आसानी से छोड़ दिया गया तो इस पीढ़ी को अप्रत्याशित उथल-पुथल और आतंक से क्यों पीड़ित होना चाहिए? तथ्य हम सभी के लिए काफी स्पष्ट रूप से बोलते हैं, जैसा कि हम देख सकते हैं कि पिछली शताब्दियों के दौरान, यहां तक कि छठी शताब्दी की शुरुआत में, जब जस्टिनियन प्लेग हुआ था और दुनिया को क्रूर ज्वालामुखी सर्दियों का सामना करना पड़ा था, पिछली शताब्दी तक। जिसने दो सबसे घातक विश्व युद्ध देखे, हमारे पूर्वजों को पीड़ा का सामना करना पड़ा, जो लगभग हमेशा यौन गतिविधियों में वृद्धि से पहले होता था। हालाँकि, इस युग में लोगों को निश्चित रूप से अकल्पनीय परिमाण की बहुत बड़ी आपदा का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि मानव इतिहास में पहले कभी भी लोग इतने अधिक यौन रूप से विकृत और कामुक रूप से रचनात्मक नहीं हुए थे। आज, प्रत्येक किशोर बच्चे की पहुंच सबसे गंदी अश्लील छवियों तक है और अधिकांश जोड़ों को सबसे गंदी फिल्मों और चित्रों के संपर्क में लाया जाता है, जबकि हमसे पहले की पीढ़ियों में, हमारे माता-पिता और दादा-दादी आम तौर पर विवाह में यौन कृत्यों को केवल इसलिए स्वीकार्य मानते थे क्योंकि इससे बच्चे पैदा होते थे। . क्योंकि उस समय दुनिया की जनसंख्या आज की तुलना में बहुत कम थी, हमारे दादा-दादी की पीढ़ियों के लोग हमारी तुलना में बहुत कम व्यभिचारी थे, और गर्भवती होने के डर से महिलाएं आम तौर पर पवित्र रहने की कोशिश करती थीं। विवाह में भी, पत्नियाँ प्रसव पीड़ा से भयभीत रहती थीं, और पचास प्रतिशत माताएँ बच्चे को जन्म देते ही मर जाती थीं। वास्तव में, लगभग कोई चिकित्सा विज्ञान उपलब्ध नहीं था और निश्चित रूप से आज की चिकित्सा प्रयोगशालाओं जितना उन्नत नहीं था, और प्रत्येक यौन मुठभेड़ का मतलब उन लोगों के लिए एक साफ मौत का अनुभव था, और प्रसव के दौरान मरना अपने आप में सबसे अधिक आत्म-बलिदान और भयावह बात थी। एक महिला के लिए ब्रह्मांड. शादी करके या किसी और के साथ यौन संबंध बनाकर बच्चे को जन्म देना लगभग उतना ही घातक था जितना कि यह डरावना था क्योंकि अधिकांश बच्चे शैशवावस्था में ही मर जाते थे, और मृत्यु दर 80% तक थी और हर परिवार में, औसतन एक तिहाई जोड़े की मृत्यु हो जाती थी। बच्चे किशोरावस्था तक पहुँचने से पहले ही मर जायेंगे। आह, उन लोगों का क्या हाल हो गया है जो लगातार खुद को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। इस्लाम जैसा धर्म महिलाओं का सम्मान करता है। औरतें जन्नत की जननी हैं. हमें कभी भी दूसरों के साथ अनादर का व्यवहार नहीं करना चाहिए, भले ही वह व्यक्ति किसी कारण से अपवित्र और अपमानित होने की इच्छा रखता हो। दरअसल, अगर आप अपने पति या पत्नी को यौन कल्पनाओं में लिप्त रखते हैं, तो आपको क्या लगता है कि आपके निधन के बाद क्या होगा? ऐसी आदतें नहीं जातीं और वह किसी अन्य व्यक्ति के पास जाने के लिए पागल हो जाएगा जो इच्छाओं को पूरा कर सकता है। यह याद रखना आवश्यक है कि हम इस दुनिया में बहुत कम समय के लिए हैं, और हमारा लक्ष्य सांसारिक सुखों और शारीरिक इच्छाओं का आनंद लेना नहीं है, बल्कि भगवान की पूजा करना है। भगवान ने हमें जीवन में एक विशेष कर्तव्य दिया है, और वह है भगवान की पूजा करना और दूसरों की देखभाल करना, और इसका मतलब है कि सांसारिक सुखों में अत्यधिक लिप्त न होना, जिसमें विपरीत लिंग के सदस्यों की संगति में बेकार घंटे बिताना भी शामिल है, भले ही वह ऐसा ही क्यों न हो। वैध विवाहित पत्नी. शारीरिक और यौन संबंधों का जुनून इंसान की आत्मा को नष्ट कर देता है। भले ही यह विवाह के अंदर वैध हो, यह एक विलासिता है और लोग किसी भी विलासिता में बहुत अधिक लिप्त हो जाते हैं, उन्हें इसके लिए गंभीर रूप से कष्ट उठाना पड़ता है। अगर कोई ज्यादा चीनी खाता है तो भी उसे डायबिटीज हो जाती है. लोगों के लिए शादी और सेक्स कभी भी जीवन का उद्देश्य नहीं होता। ईश्वर और मानवता से प्रेम करना ही मायने रखता है। भले ही किसी को शादी ज़रूरी लगती हो, लेकिन उसे हर किसी को सिर्फ इसलिए शादी करने के लिए नहीं मनाना चाहिए क्योंकि हमें लगता है कि यह सही है। इमरान की बेटी वर्जिन मैरी अविवाहित थी. ऐसे ही कई अन्य संत थे और हर कोई उनसे प्यार करता था।
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@Prritiy3 ай бұрын
और उत्तर गलत मिला!
@SanjivaniVyavahare9 ай бұрын
सही पुराणे रीवज बहोत खूब अच्छा लगता है राधे राधे अमृत बोध
@SeemaSharmaSangeetandSur2 күн бұрын
जया किशोरी जी हमें आप बहुत प्रिय हैं और आप हमसे बहुत छोटी भी हैं हमारे बड़ों ने जो हमें आज तक समझाया और बृहस्पति जी की कथा में भी रजस्वला होने पर पूजा न करने का कारण बताया वह सब मिथ्या नहीं है मैं आपके इस बयान से सहमत बिल्कुल भी नहीं हूं हमारी धार्मिक कथाओं में भी रजस्वला होने के बारे में बहुत सी जानकारियां दी गई है आपको तो अभी कुछ ही साल हुए हैं इस धरती पर आए हुए आपको इतना ज्ञान हो गया पता नहीं कहां से... आजकल बच्चे वैसे ही अपने धर्म को नहीं मानते धर्म परिवर्तन करवाते रहते हैं आपने कभी सोचा है आपके इस बयान से आजकल के बच्चों पर कितना गलतअसर पड़ेगा मैं भी एक मां हूं बेटी हूं हमारे बुजुर्गों और हमारी धार्मिक कथाओं के बारे में गलत तरीके से प्रस्तुत नही करें तो बेहतर होगा आप एक कथा वाचक है तो कृपया आप इस पर ध्यान दें l राधे राधे 🙏
@mukeshgohrani57597 ай бұрын
Superb ❤ This is what we call the transformation..... From a Spiritualist to a Motivational speaker😍
@Prritiy5 ай бұрын
Spiritual?? She was a dancer then became singer then reciter of religious books with no knowledge as her actions/words shows. She is actually a destroyer of sanatan dharma. Preaching wrong is more harmful than not speaking. The foolish example that is being given if a women is being disrobed the first priority is to save her. God didn't come as God but extended the saree infinitely. We as a layman know it and she who recited doesn't know
@AbhishekSatiVlogs9 ай бұрын
जिस मातृ शक्ति ने हमें जन्म दिया है वो अछूत कैसे हो सकती है। ❤❤❤
@sourabhrathore99239 ай бұрын
Matra shakti achut nhi he but mata ke 5 din achhut hote he
@atul30099 ай бұрын
Andhbhakt, achhoot sirf ek bahana hai baaki hume kuchh rules ko khud follow krne chahiye 😊@@sourabhrathore9923
@ganeshpatil95029 ай бұрын
,✌️👍
@Kundu879 ай бұрын
Its not abt achuth..its abt hiegene.
@anilmahajan46039 ай бұрын
@orcsainikacademy4816 agar period nah8 hota tu v nahi hota
@radhiyafv94588 ай бұрын
Jayaa ji ...bohot acchi bat kahi aapne.... swsth rhe khush rahe aap sada
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। मंदिर एक सकारात्मक स्थली है और वहां पे ऊर्जा भी सकारात्मक होता है , ओर periods के दौरान महिला के ऊर्जा नकारात्मक होता है और नीचे के flow करता है।अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@SwaraMane_169 ай бұрын
Thank u so much for this ♥️
@gaytridamor803824 күн бұрын
Good question. Thank you 🙏🙏🙏 for the answer
@SiddhiPandey-y1c3 ай бұрын
Thanks didi jo apne ye question ka answers batai ab mere sare confusion dur ho gai ❤❤ thankyou so much 😊😊
@NishaSinghRajputt9 ай бұрын
But she didn't answer the main question that the lady has asked "should we go to the temple or do worship at home? And do you personally practice such things?
@meetshrawanisarthak48409 ай бұрын
Same question .....
@palaktrivedi35709 ай бұрын
We should not,since we are not stable harmonically and mentally due to fluctations in mood and so. That's why it is best to jap name of god normally without going to temple. Because worship requires full attention and distorted attention due to unbalanced energy levels will not help to do a pooja.
@JustAboutEverythingAnything9 ай бұрын
She did answer....she said that earlier women didnt have the facility to go out and hence they were asked to not go to temples because primarily that was the reason for women to step out
@newvlogger97419 ай бұрын
Aram krney k liey
@eatstudy45769 ай бұрын
She replied that yes we can go
@Sup966489 ай бұрын
बिल्कुल सत्य बात है सारा संसार विचारों पर निर्भर है आप मानो तो दुनिया में सब कुछ पवित्रहै ना मानो तो दुनिया में कुछ भी पवित्रनहीं है😊
@SanketJain3279 ай бұрын
Achha to khoon ko doodh samjhkar pavitra maan sakte ho kya
@manuramnishad30289 ай бұрын
Sahi hai👍माता कामख्या इसीलिए जानी जाती हैं तीन दिन के बाद जो कपड़ा मिलता है वो प्रसाद के रूप में घर में और तिजोरी में रखा जाता है, न कि उस कपड़े को अशुद्ध समझा जाता है।
@manuramnishad30289 ай бұрын
माता कामख्या इसीलिए जानी जाती हैं तीन दिन के बाद जो कपड़ा मिलता है वो प्रसाद के रूप में घर में और तिजोरी में रखा जाता है, न कि उस कपड़े को अशुद्ध समझा जाता है।
@manuramnishad30289 ай бұрын
माता कामख्या इसीलिए जानी जाती हैं तीन दिन के बाद जो कपड़ा मिलता है वो प्रसाद के रूप में घर में और तिजोरी में रखा जाता है, न कि उस कपड़े को अशुद्ध समझा जाता है।
@RAJKUMAR-vl2pp9 ай бұрын
Yadi manne se hi sab kuchh ho Jaata to sari duniya ki taklif khatam ho jati.
@1008MaataSemra9 ай бұрын
आज कल लोग लोकप्रिय होने के लिए, जनता के हिसाब से चलते हैं, और फिर उसके बाद गिरगिट की तरह अपने असली चहरे में आते हैं।
@alltimebhakti56029 ай бұрын
100,% Right👍
@sureshsaini33209 ай бұрын
बिल्कुल सही कहा है आपने यह हिंदु धर्म ही है जहां कुछ भी बोल दो टीआरपी बढ़ाने के चक्कर मै आप कितना गलत बोल रहे हो 100000 सालो की
@1008MaataSemra9 ай бұрын
@@alltimebhakti5602 धन्यवाद
@dishasoneji83989 ай бұрын
sabko modern banna hai bas. aur freedom chahiye aur kuch nai.
@vyankateshpundlik18519 ай бұрын
सृष्टी तयार करते समय तो भगवान ने आगे क्या परिस तिथी बदलणे वाली है ये सोचकर ही नियम तयार किये है उनके बारे मे आप उन नियमो को बदलकर जिना सिख लो ऐसा तो नही कही लिखा है शास्त्र मी इन नियमोका पालन करते समय कौन सी परिस्थिती मे बंधन जरुर है और कौन्से परिस्थिती मे इन नियमो को छुट दी जाती है ये भी तो लिखा है अर्थात हमे क्या स्वीकार करना है ये अपनी अपनी मर्जी की बात है लेकिन शास्त्र के नियम नियम होते है
@KajalKumari-ln2fn2 күн бұрын
Jay Shri Ram❤❤❤❤❤
@JyotideviJyotidevi-rf8pk4 ай бұрын
Thanks for you apne meri pareshani dur kar di
@dikshadhiman110410 ай бұрын
Jaya Kishori Ji isiliye achi lgti hai kyuki bhut jyda practical baate krti hai tbhi hr baat mei Satya lgta hai ❤ .. Periods mei mandir mei Pooja nhi krni aur alg alg trah ke myth bna diye gye Jo ki samaj se htane jruri hai ... Jai Hind ❤🙏
@ram_ram_jayshreeRam9 ай бұрын
कमल कीचड़ में खिलता है भगवान को कमल ही चढ़ता है कीचड़ नहीं 😢 लेट्रिन भी अनाज ही है उसे खाते क्यों नही चुंकी पवित्रता जरूरी है उससे मन पवित्र होकर ईश्वर से जुड़ता है😊
@banditapathy51039 ай бұрын
Jo galat karta ho t wohi uttar hoga Aap ko agar sahi ho sahi uttar doge per galat ho uttar sahi keise hoga Santhan dharam m har prasanno ka uttar granthon m hai per aap padte Khanh ho Ye khud mariyada hin kariya karti hai tabhi t mariyada hin uttar hai......
@radhikamahawar17769 ай бұрын
Jab iski shaadi hogi tab pata chalega ki sasural mein period mein se mandir bhej denge kya iske sasural wale 😄😄😄
@Hind-fn1xb10 ай бұрын
Her every words influence society ❤ with religious thought she is also very much scientifically working .
@ram_ram_jayshreeRam9 ай бұрын
कमल कीचड़ में खिलता है भगवान को कमल ही चढ़ता है कीचड़ नहीं 😢 लेट्रिन भी अनाज ही है उसे खाते क्यों नही चुंकी पवित्रता जरूरी है उससे मन पवित्र होकर ईश्वर से जुड़ता है😊
@rishabhmishra94629 ай бұрын
😂😂😂😂😂 Worst logic ever
@shashiprabhaverma66649 ай бұрын
जया जी बहुत मार्डन बन गई है आज की पीढ़ी को गुमराह कर रही है हमें फालोवर्स मिलना चाहिए दुनिया जाए भाड़ में वाली स्थिति है चल रही है देश में ज्ञान किसी के पास नहीं है और ज्ञान सभी बांट रहे हैं। जय श्री राधे कृष्णा
@AnuragK-hd5ui5 ай бұрын
Aap ye bata de jaya ji kya galat keh rhi hai
@AnuragK-hd5ui5 ай бұрын
Aap bich wale log hai 😂😂
@AnshuMeshram-g7c3 ай бұрын
Kaam kharab krne wale
@Shivaniiii2043 ай бұрын
Ap chakki ho kyy apko nii hota 😂 ap insan ho ya nii ap bhi vo he khun ki bni ho ya gu ki bni ho
@varshasaini99293 ай бұрын
Hinjra bn jati tu fir nhi ate periode .....Jaya Kishori bilkul shi bol rhi h
@SangeetaSingh-wf1xi9 ай бұрын
Jaya kisori ji ne sahi kaha mai himalaya gyi thi us samy mai piriyed me thi maa ne drsan fiye bilkul sahi kaha full spot hai mera❤❤❤❤❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
@jgd94357 ай бұрын
Aap bilkul galat hain.
@tollywoodadda24626 ай бұрын
Jaya kisori ne kuch sahi nii kaha ... Iske picche bhi Karan hai ... Samye mile toh puch len hmse ... Answer aata nii hai ..aur kuch bol diti hai
@Siddharth-Sharmaa5 ай бұрын
Ye. Aagayi ek aur pakhandi supportar 😂😂
@Prritiy5 ай бұрын
क्या आप सुसु करते करते मंदिर में जाएंगी?
@Siddharth-Sharmaa5 ай бұрын
@@Prritiy perfect bola ye jai kishori kuch bhi bolati hai 🤣🤣
@Neelimasen-ps5vdАй бұрын
Wow, right answer, Thanks 🙏❤❤❤❤
@Krishna_thinks_010 ай бұрын
Radhey Radhey Radhey 😊
@ram_ram_jayshreeRam9 ай бұрын
कमल कीचड़ में खिलता है भगवान को कमल ही चढ़ता है कीचड़ नहीं 😢 लेट्रिन भी अनाज ही है उसे खाते क्यों नही चुंकी पवित्रता जरूरी है उससे मन पवित्र होकर ईश्वर से जुड़ता है😊
@reenagupta7799 ай бұрын
Mujhe bhi ye baat sahi lagti h ✨💐💟 I think this is the logic behind it 🌸👏👏👏👏👏👏👏👏🌹🌹😊🙏
@reenagupta7797 ай бұрын
😄💟 to Someone 💕 Radhe Radhe 🙏💐💐🌸💐
@MonikaJaitley9 ай бұрын
According to Ayurveda: Our body has three main energies called Doshas: Vata (air), Pitta (fire), and Kapha (water). These energies help our body work properly and keep us healthy." "Each Dosha has a main job: * Vata (air) helps us think, move, and communicate * Pitta (fire) helps us digest and process things * Kapha (water) helps us stay strong and stable" During periods, Vata is in charge. A part of Vata called Apana vayu helps your body shed blood properly. So, it's important to avoid things that might disrupt this natural flow, like strenuous activities or straining, to make your periods easier and more comfortable. Temples are sacred spaces filled with positive energy. When a woman enters during her period, it can disrupt the energy balance. This is because the temple's energy flows upwards, while a woman's energy is naturally flowing downwards during menstruation. This contrast can affect Her subtle body. It's like two opposite energies meeting. So it's best to respect the temple's energy and your own energies by waiting until after her periods.
@Prritiy5 ай бұрын
@@MonikaJaitley बहुत ही सटीक
@SN-ec1xi5 ай бұрын
Yr to phli baar suna hai ki positive energy ya upward energy can disrupt the flow... Bcoz mandir me negative insan ya low energy wale bhi jate h but that energy uplifts us give us positivity... Also in periods the flow is not downwards kyuki uterus neeche hi hai... Or uski lining shed ho rhi h bas I think this was mainly for resting purpose. But I don't understand and follow the kitchen thing ki don't cook ..
@Prritiy5 ай бұрын
@@SN-ec1xi विज्ञान का ज्ञान नहीं है लगता आपको या कभी ध्यान नहीं दिया। positive energy यानी कि सकारात्मक ऊर्जा ऊपर की ओर जाती वैसे ही हमारे रक्त संचार होता है। किंतु माहवारी के समय रक्त उर्ध्वगामी न होकर अधोगामी होता है यह उस समय की प्रक्रिया है क्योंकि रक्त के साथ खंडित अंड का निष्कासन हमारा शरीर करता है। आशा है ये समझ आ गया होगा। अब दूसरी बात। क्या आप शौच करते हुए भोजन बनाएंगी? नहीं! उस समय हमारे शरीर से रक्त प्रवाह स्वतः होता है इसलिए हम पैड आदि का प्रयोग करते। भोजन बनाना एक सात्विक प्रक्रिया होती है। कहते हैं "जैसे खाये अन्न वैसे बने मन" बनाने की प्रक्रिया में बनने वालों का भाव भोजन में समाहित होता। दूसरा सनातन संस्कृति में भोजन सर्वप्रथम भगवान को अर्पित किया जाता रहा है इसलिए निषेध किया गया। जब कोई बनाने वाले न हों तब तो क्या किया जाए। किन्तु पहले संयुक्त परिवार से यही लाभ होता था। रजस्वला स्त्री को पीड़ा भी होती व बार बार शौच जाना पड़ता। इसमें या तो भोजन जल जाएगा या ( विशेषतः पूर्व में) लकड़ियों या तो बुझाना जलाना पड़ता उससे समय की भी हानि होती, जले रहने देते तो लकड़ी की हानि या दुर्घटना होने की सम्भावना (स्मरण रखना पहले घर में शौचालय attached toilet नहीं होते थे)। ये है दोनों प्रकार के कारण।
@CommerceFloor4 ай бұрын
😂😂😂 ..zoot keliye struggle Kamal ka hota hai
@Prritiy4 ай бұрын
@@SN-ec1xi जब आप शौच त्याग करते हैं तो किस दिशा में होता, नीचे की। उसी प्रकार माहवारी के समय होता। यूटेरस नीचे की ओर है किंतु योनिमार्ग जहां से मूत्रत्याग होता उससे ऊपर है। मूत्रत्याग को आप कुछ समय रोक सकते किन्तु रक्तस्राव को नहीं। नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा उन्नत करती है वहाँ ऊर्जा प्रवाह होता, रक्त का नहीं। जो @monika ने कहा सही कहा है।
@anilagrawal73277 ай бұрын
बिलकुल सही बातें कही है जयाकिशोरीजी ने वेरी नाइस ।।
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@Crazy_Girl_z8 ай бұрын
जया जी आपने काफी अच्छी बात बोली। मै सहमत हूँ इस बात से।😊
@jgd94357 ай бұрын
Aap ke sehmat hone se kya matlab hai. Aap toh galat baat par sehmat ho rhe hai.
@archuvlogs-7Ай бұрын
Mai bhi
@archuvlogs-7Ай бұрын
Mai bhi sahmat hu
@AuthorBooksReader9 ай бұрын
What she said is completely true!!! Every person in the universe is a result of the period blood that she shed every month. If period blood is impure then every person is impure. It is high time that we should break some taboo. Also in the Shree Bhagavad Gita Shree Krishna says that I am present everywhere.
@truthfortruth4309 ай бұрын
She is totally wrong.She is not a kathavachak. Woh Krishna nam karke nam kamayi owr abhi celebrity banke kathavachak chor diya wahh... Accha apko mein ek qustion karta hu.. Ap geeta ka example diya..ki bhagwan sab jage hain..Uske naate ek Qustion puchta hu.. Bhagwat geeta mein "Bibhuti yoga" mein Bhagwan Krishna ji kehe rehe hain Pashuyoon mein Singh "Lion" hu.. To fir jangli sher dekhte hi ap unko touch karne jana woh apko ashirbad dete hain kya nahi dekhte hain.
@ram_ram_jayshreeRam9 ай бұрын
कमल कीचड़ में खिलता है भगवान को कमल ही चढ़ता है कीचड़ नहीं 😢 लेट्रिन भी अनाज ही है उसे खाते क्यों नही चुंकी पवित्रता जरूरी है उससे मन पवित्र होकर ईश्वर से जुड़ता है😊
@rishabhmishra94629 ай бұрын
Kuch bhi matlab 😂😂😂 itna to pakka ho gaya na aapne na apki tathakathit kathavachika ji ne gita ji ko padha hai Padha bhi hai to samjh nahi paya Multiple reading makes men and women both perfect 😂😂😂😂 Hey Prabhu
@kattarshivbhaktayushi20002 ай бұрын
हर जगह की एक मर्यादा होती है पीरियड में मंदिर नहीं जाया जाता 🙏🏻❤ मन खुद नहीं मानता पीरियड में मंदिर जाने को शुद्ध रहो फ़िर जाओ ❤🙏🏻
@Rakhimauryastudy9 ай бұрын
Shi baat boli ho maim❤❤
@ram_ram_jayshreeRam9 ай бұрын
कमल कीचड़ में खिलता है भगवान को कमल ही चढ़ता है कीचड़ नहीं 😢 लेट्रिन भी अनाज ही है उसे खाते क्यों नही चुंकी पवित्रता जरूरी है उससे मन पवित्र होकर ईश्वर से जुड़ता है😊 Inko dharm ne uper chadaya ab ye dharm ko apne hisab se badelenge
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। मंदिर एक सकारात्मक स्थली है और वहां पे ऊर्जा भी सकारात्मक होता है , ओर periods के दौरान महिला के ऊर्जा नकारात्मक होता है और नीचे के flow करता है।अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@AnushkaShukla-s7y8 ай бұрын
Mai jya ji ke vichar se shmat hu
@Kiruu-x7c2 ай бұрын
Aaj phli bar my aapse sahmat hu. Right 👍👍
@FUTUREBANKER-hh2dw10 ай бұрын
Ma'am ki jhumka mujhe behat pasand aye kintne cute lag rahe hai aur awaj bhi kitni madur hai❤❤😊😊😊
@malkhansinghkulhare10 ай бұрын
Saale hawasi
@kundan_kumar35510 ай бұрын
I am seeing a lot of hate comments, I don't think she said anything wrong , the point she gave is quite logical .
@Radhakrish-i5c10 ай бұрын
But not medical & scientifical
@oneplusnordce3Mobile10 ай бұрын
Are mandir me kyu nhi Jana chahiye ab bata bata n
@Name_tell_religion10 ай бұрын
@@oneplusnordce3Mobilebcz periods m pain aur seekness kafi jyada hoti h ..... Aur kahi bhi aane jaane m problem hoti h aur populous crowd m unhe uncomfortable feel hota h.... Isliye "only for female comfort" unhe mandir jaane se mna kr diya ..... But Pooja vo kr skti h house vgera m unhe Pooja krn🎉e k liye koi restriction nhi h periods m....
@goviljoson519210 ай бұрын
Mandir jaane me hi problem hoti h itni 😂😂,,,
@EasyToCrackPCS10 ай бұрын
@@Name_tell_religion ye bakwas logic he,, sarii ladkiyo ko pain nhi hota he,, kuchh ko hota he, kuchh ko bilkul nhi hota he,, lekin mandir jana Pooja karna sabhi ko mnaa hota he,,
@DigitalNani9 ай бұрын
बहुत ही सुन्दर बात कही🙏🙏
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। मंदिर एक सकारात्मक स्थली है और वहां पे ऊर्जा भी सकारात्मक होता है , ओर periods के दौरान महिला के ऊर्जा नकारात्मक होता है और नीचे के flow करता है।अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@SupreetTheGamer4663 ай бұрын
Ek dam sahi kaha....puri duniya jisse bani hai wohh kaise achut ho sakta hai...agr achut manne wale mante hain toh kisiko touch mat karna etne baat wale ho toh...😅 Radhe radhe🙏🏻
@sushiladevi91388 ай бұрын
Bilkul shi boli jaya ji😊❤राधे-राधे 🙌🏼
@jgd94357 ай бұрын
Galat
@RikiRiki-eo9km9 ай бұрын
You are right didi meri bhi yahi soch hai ❤❤❤❤ se thanks dusro ko samjane ke liye
@ram_ram_jayshreeRam9 ай бұрын
कमल कीचड़ में खिलता है भगवान को कमल ही चढ़ता है कीचड़ नहीं 😢 लेट्रिन भी अनाज ही है उसे खाते क्यों नही चुंकी पवित्रता जरूरी है उससे मन पवित्र होकर ईश्वर से जुड़ता है😊
@ravindrajain49379 ай бұрын
Ye galat soch hai, shatro ka adhayan Karo, fir apni soch rakho
@RikiRiki-eo9km9 ай бұрын
@@ravindrajain4937 aap muje us shatar ka name bataiye jisme likha hai mai read kar lugi
@RikiRiki-eo9km9 ай бұрын
@@ram_ram_jayshreeRam kamal kichad me khilta hai to use poshan prapt karta hai is karn vo bhi dusit hona chahiye
@RikiRiki-eo9km9 ай бұрын
@@ravindrajain4937 muje us shatr ka name bataiye jisme likha hai mai read kar lugi
@sarveshgautam91299 ай бұрын
जय हो देवी जी आपकी आप और आपके लॉजिक अपनी 30 दिनों कथा बेचने के लिए कुछ भी कहेगी आपके ज्ञान के आगे सारा ब्रह्मांड फीका पड़ गया। जय हो कलयुगी किशोरी अवतार
@jgd94357 ай бұрын
Avtaar nhi ye toh Patiton wali baat kar rhi hai
@joshinisha91614 ай бұрын
Aisa nhi bolegi to iska business thup ho jayega isliye kuch v bkwash kr rhi h
@joshinisha91614 ай бұрын
Aisa nhi bolegi to iska business thup ho jayega isliye kuch v bkwash kr rhi h
@GovindSingh-xb3nf10 ай бұрын
विधिवत रूप से कार्य करने से ही पवित्रता होगी कुछ शब्द सीखने से कथा वाचक नहीं बनते
@Gopalgill3439 ай бұрын
जय श्री राधे राधे राधे राधे श्याम
@MSAIYAMАй бұрын
जो रक्त भ्रूण का निर्माण करता है जो अंदर होता है वह शुद्ध व ताजा होता है लेकिन जो टूट कर बाहर आता है वह अशुद्ध व खराब होता है
@krishnasdham42368 ай бұрын
Great भावना महेत्वपर्ण हे ।जेसे गोपियों का प्रेम ।
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। मंदिर एक सकारात्मक स्थली है और वहां पे ऊर्जा भी सकारात्मक होता है , ओर periods के दौरान महिला के ऊर्जा नकारात्मक होता है और नीचे के flow करता है।अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@ambrishpriyadarshi98810 ай бұрын
नमन है आप जैसी महान सोच वाली
@mohitshastriji79229 ай бұрын
इनको तो व्यासपीठ में नहीं बैठना चाहिये
@ajayupscaspirants57159 ай бұрын
Kyu mahoday
@bhavuksharvesh31439 ай бұрын
Wow kya explanation diye h jaya kishori jii
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। मंदिर एक सकारात्मक स्थली है और वहां पे ऊर्जा भी सकारात्मक होता है , ओर periods के दौरान महिला के ऊर्जा नकारात्मक होता है और नीचे के flow करता है।अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@devkala69484 ай бұрын
Bahut hi achha btaya aapne ji Baaki sb mahatma tau anaap shnaap bolte hein Aap ko sht sht nmn❤👌👍🙏👏
@SureshRajasthanivlog8379 ай бұрын
Very nice advice bahnaji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@jeewanmarg37809 ай бұрын
Sikhism ne aisa koi rok tok nai hai .. I proud to be a Sikh ❤
@ManishLamba-k3s2 ай бұрын
भाई sikh भी सनातन Dharam का hissa है
@RaviSingh-xx9srАй бұрын
@@ManishLamba-k3sकैसे हिस्सा हो गया भाई सिखों में लड़किया गुरुद्वारे जाती है महीना आने के समय। सनातन में मना है पाठ पूजा करना करना मंदिर जाना महीना आने पर।
@ManishLamba-k3sАй бұрын
@@RaviSingh-xx9sr फिर भाई aapne guru vani का path नहीं किया अगर kiya होता तो smajh गए होते हिन्दू or sikh एक है
@tejuajuajuteju9 ай бұрын
Thank you for clarifying ❤
@ram_ram_jayshreeRam9 ай бұрын
कमल कीचड़ में खिलता है भगवान को कमल ही चढ़ता है कीचड़ नहीं 😢 लेट्रिन भी अनाज ही है उसे खाते क्यों नही चुंकी पवित्रता जरूरी है उससे मन पवित्र होकर ईश्वर से जुड़ता है😊
@kiransharma48279 ай бұрын
Mujhe ye to pta tha ki draupadi ji rajaswla m thi us samay pr ye baat mujhe nhi pta thi shri krishna ji ki thnx for this , or log apne aap ko bhagwaan se bhi upar samajte h
@brajeshsingh24039 ай бұрын
lekin bhagvan ke kaha chua dropdi ko unhone to apni maya se unka chir badya tha
@kiransharma48279 ай бұрын
@@brajeshsingh2403___________
@HariomChauhan-m5k2 ай бұрын
Didi apni acchi baat Ke Dil Ko Chhu gai❤❤❤
@dancevideo45684 ай бұрын
💯 right 🔥👍Jaya Didi ☺️🤗
@chowdharysaab16738 ай бұрын
100% agreed with you Jaya ji. Right 👍🏻🙏🏻
@AswiniAryan7 ай бұрын
Ghatiya logo ki ghatiya soch 100% wrong murkha kanhi k
@satyaprakashmishra129110 ай бұрын
जब हम मन वचन कर्म से शुद्ध रहने पर मंदिर जाते हैं
@radhanigam-nx8gw10 ай бұрын
logical understanding good 💯❤
@EasyIAS110 ай бұрын
Ghanta logic diya he esne,, Ye khud mandir jati,Pooja karti he ki nhii kyo nhi btayiii😂😂😂😂
@rishabhmishra94629 ай бұрын
😂😂😂
@sumanraut30085 ай бұрын
लॉजिकल नहीं है ये तुम्हारे हिसाब से दिया है इस लिए तुम्हे अच्छा लग रहा है
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। मंदिर एक सकारात्मक स्थली है और वहां पे ऊर्जा भी सकारात्मक होता है , ओर periods के दौरान महिला के ऊर्जा नकारात्मक होता है और नीचे के flow करता है।अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@Mukund-w9l4 ай бұрын
Aap ka jabab ❤❤❤ chhu liya
@Vegcooking8426 ай бұрын
Ek dam sahi 😊❤
@bindurani97799 ай бұрын
Thanks di Bhut hi achey se smjaya aapne GBU di
@VandanaKurmi-d8b3 ай бұрын
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत है आप सलाम करते हैं चरणो कमलों की वंदना करते हैं जय हिन्द जय भारत।
@1sonu1010 ай бұрын
भगवान का दिया हुआ अगर हर चीज अच्छा होता है इसीलिए हमारे शरीर के हर अंग सुद्ध है क्युकी ये पूरा शरीर भगवान जी ने दिया है🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@Gopalgill3439 ай бұрын
जय श्री राधे राधे राधे राधे
@vijendrakumarchaubey77079 ай бұрын
Bhagwan ka diya huaa tumhara mutr bhi hai aur kuchh bhi to kha lo
@vandanabhawsar52579 ай бұрын
फिर करना में क्यों परहेज किया सभी के हाथ शुध्द थे
@gudiyagond72358 ай бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद मेरी जया किशोरी दीदी
@neetakamble36219 ай бұрын
👍👌 मस्त खूप सुंदर बताया
@manishmeratiya96539 ай бұрын
Aaj achha lga aapki baatein sunke.
@anjalibhavsar76718 ай бұрын
Bahut achha laga aapka answer sun kkk...wrna sab log to aur kuch nayi kahani bta dete he.....me to periods me bhi bhagwan ko touch krti hu....koi paap nhi lgta
@Desi_boy_shivansh8 ай бұрын
y abhi nhi baad m ota chlega
@anjalibhavsar76718 ай бұрын
@@Desi_boy_shivansh tum to ladke ho...tumhe kya pta...apna kaam kro....ladki ki baato me bolne ki koi zrurat nhi he...... andhvishwasi
@Princekumar-pp7hc2 ай бұрын
Please sister periods mein bhagwan ko mtt chuna yai parpara sant bhagwan or mahabharat granth mein v diya hua aage aapki marji
@hirenparmar229810 ай бұрын
मनुस्मृति के महान विचार 😂 थे ये अभी विज्ञान के विचार❤
@vkrindian10 ай бұрын
To jaatiwadi bhi manusmriti ki mahan vichar hai
@aashutripathi549710 ай бұрын
सनातन धर्म किसी एक किताब, ग्रंथ, पुराण अथवा विचार आदि से बंधा नही है।
@AbhishekPanwar-yo7jj10 ай бұрын
Tere periods aate hai kya 😂😂😂
@DevendraKumar-kg2mb10 ай бұрын
मनुस्मृति में एक भी जाति का नाम हो तो बता दो
@the...devil..10 ай бұрын
@@aashutripathi5497 Sanatan dharm Buddha dharm hai ..... islamic invasion ke bad aaya hua hindu dharm nahi hai ....😂😂😂
@Iamliarliar9 ай бұрын
❤❤❤ what a explanation
@ArjoonKoosul2 ай бұрын
Extremely correct. That depends on prevailing time.
@manjulavishwakarma33949 ай бұрын
बहुत सुलझा समाधान किया आपने ऐसे प्रश्न का। बहुत बहुत आभार ❤❤❤❤
@PriyaRani-ot2qb9 ай бұрын
बहुत ही सुन्दर उदाहरण से समझाया। जय श्री कृष्ण
@reetaprajapati73619 ай бұрын
Iski bato m mat aao ye orat adharmi h logo ko bhatkane ka kam kar rahi 4 din bahot hi ashish hote hai
@Sdffffgd8 ай бұрын
Purane log shi the
@happysharma11038 ай бұрын
First women in india who support women❤
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। मंदिर एक सकारात्मक स्थली है और वहां पे ऊर्जा भी सकारात्मक होता है , ओर periods के दौरान महिला के ऊर्जा नकारात्मक होता है और नीचे के flow करता है।अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@SiddhiPandey-y1c3 ай бұрын
Apka bhi bhut dhanyawad jo apne ye question puchha thankyou didi 🥰
@RaoGovindbhai6 ай бұрын
राधे राधे कृष्णा प्रभु कोटि कोटि प्रणाम बहन ❤❤
@Vrajvasi_kanya9 ай бұрын
Han sach me Achaar kharab ho jata hai, Nail paint kharab ho jati hai 🙋 Maine practical Kiya hai abhi Jan-Feb me 2 Dibbe achhar kharab Kiya Maine😩 radhe radhe 🙏🙌 Hari bol🙌
@krishna_diwani_8 ай бұрын
Bilkul Maine v 7 years pehle kiya tha
@mukeshgohrani57598 ай бұрын
Jo baat aapko aapke comfort zone me le jaye wo baat laakh rupay ki ho jaati hai.
@JaspalSingh-od5fg9 ай бұрын
पुरूष या पति कभी भी परमेश्वर नहीं हो सकता !! परमेश्वर ही सबका पति (रक्षक)है ।।।
@DK-po9nr8 ай бұрын
👉 तब मां बाप भी भगवान नहीं हो सकते
@VandanaPatel-d8t4 ай бұрын
Thank you so much ma'am ❤ to answer our questions very clearly
@deepair76125 ай бұрын
Good advice for new genration
@Geet_Sangeet9069 ай бұрын
ऐसे लोगों की बातों पर ध्यान मत दो जो शास्त्र के अनुसार सही है वही करें
@thegamerzstyle9 ай бұрын
शास्त्र क्या कहता है?
@Nikhil-fm2lq9 ай бұрын
@@thegamerzstyle during periods, women should take some rest. That's why she should not go to the temple. If she really Want to worship, then she can do puja in home. Otherwise do other methods like jaap etc
@poojakumari-tf3kz4 ай бұрын
भगवान ने कहा है क्या ये। आपसे
@varshasaini99293 ай бұрын
Tumne fde h kya sastra khud kuch kr nhi skti or gndgi fela rhi h ....Jaya Kishori bilkul shi h 😊
@chandrikakushwaha73738 ай бұрын
बिल्कुल सही कहा ।जो कभी बच्ची थी वही बहन होती है फिर वही किसी की पत्नी होती है । और वही फिर माँ बनती है ।इसमें प्रतिबंध की कोई बात नहीं है ।
@rituarora-s4k8 ай бұрын
True perfectly described.well said
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। मंदिर एक सकारात्मक स्थली है और वहां पे ऊर्जा भी सकारात्मक होता है , ओर periods के दौरान महिला के ऊर्जा नकारात्मक होता है और नीचे के flow करता है।अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@pa057 ай бұрын
Periods मे energy flow शरीर से बाहर की तरफ होता है..और जब हम मंदिर जाते है तब positive energy अपने मूलाधार चक्र से अंदर जाती है ..तो ऐसे समय पर energy clash होनेकी संभावना होती है..इसलिये मना किया जाता था..
@ShakuntlaDevi8 ай бұрын
बहुत ही सुंदर 🙏🙏जय श्री राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे कृष्णा 🏵️❤️🌼🕉️🙏🙏
@needelhi8 ай бұрын
Bilkul Sahi! ❤
@kuldeepjoshi8478 ай бұрын
Jaya Kishori ji me bilkul sahi kaha hum aapki baat se purntaya sahmat hun.
@priyadixit28689 ай бұрын
Mai aapka 100% samarthan karti hu jaya ji bhagvan ne kisi ko impure nhi bnaya kuch purusho ne samaj me apna varchasva sthapit karne ke liye aisi bate khi or likhi or bhagvan ka nam de diya ki bhagvan ne aisa bola hai 😡 Rajodharm visva ke nirman ke liye bnaya gya hai n ki striyo ko nicha dikhakr unko impure consider krke unke adhikaro ko chhinane or unko pratadit karne ke liye , dhanya hai aap jaya ji bilkul shi trk rkha apne aj se mai sirf apko follow krungi 🙏🚩
@NavyaPrajapati-ny8wx2 ай бұрын
Bhn sirf male nhi ab hmari mummy bhi mnaa krti h kitna bhi samjha lo humko hi glt bol dete h tu tujhe kuch pta na ho to jyda bola mt kr 😢...
@priyadixit28682 ай бұрын
@@NavyaPrajapati-ny8wx koi bat nhi sis esiliye bhagwan ne sbko dimag diya h hr chij apne dimag se socho ak din mummy bhi smjh jayengi 👍
@AartiDs-cr7bl5 ай бұрын
Jaya kisori❤❤and best ❤❤❤❤❤❤
@Krishnacartoon-mq2ex8 ай бұрын
Bahut bahut dhanyawad ❤❤❤❤
@suvarnarathod44039 ай бұрын
1 दम बेस्ट बोला हे आपने दिदी लेकीन हमारे समाज मे अभी भी ये होता 4दीन किचन ओर कही भी टच नहीं करणे देते ओर अंध विश्वास हे आप इस विषय पे जण जागृती करे
@ankushthakur682410 ай бұрын
She definitely said some words of wisdom others doing same work as her readily says so
@ram_ram_jayshreeRam9 ай бұрын
कमल कीचड़ में खिलता है भगवान को कमल ही चढ़ता है कीचड़ नहीं 😢 लेट्रिन भी अनाज ही है उसे खाते क्यों नही चुंकी पवित्रता जरूरी है उससे मन पवित्र होकर ईश्वर से जुड़ता है😊
@SikhaBose-yb7ee7 ай бұрын
Cll
@SikhaBose-yb7ee7 ай бұрын
P
@aashutripathi549710 ай бұрын
ये सब बाते जिन पर हम अंधविश्वास कर रहे थे उस समय के हिसाब से थी, जैसे प्राचीन समय में जब इतनी एंटीबायोटिक दवाएं नही थी तब लोग इसी तरह से अपने परिवार को इन्फेक्शन आदि से बचाने का प्रयास किया करते थे।
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। मंदिर एक सकारात्मक स्थली है और वहां पे ऊर्जा भी सकारात्मक होता है , ओर periods के दौरान महिला के ऊर्जा नकारात्मक होता है और नीचे के flow करता है।अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@snehlata-wg8li3 ай бұрын
Wah true mam🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@komalmahajan52879 ай бұрын
खूप सुंदर भाषेत सांगितलं ताई तुम्ही नाही पटकन समजेल असं सांगितलं
@SwetaTiwari-o5n9 ай бұрын
Bhot shi bola apne
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। मंदिर एक सकारात्मक स्थली है और वहां पे ऊर्जा भी सकारात्मक होता है , ओर periods के दौरान महिला के ऊर्जा नकारात्मक होता है और नीचे के flow करता है।अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@RohitYadav-d9t5z10 ай бұрын
The best answers
@sumanraut30085 ай бұрын
आज कल के लोग ज्यादा चालाक दिखाने के चक्कर में बेफकूफ बन ते जा रहे है... मासिक धर्म से कोई नारी अछूत नहीं होता है। बल्की असौच होता है । पहले आप ये बात को समझे। जब इन्सान असौच होता है, तब वो मंदिर या रसोई मे नहीं जाता है, उतने दिन कोई मर्द या घर के कोई अन्य महिला पूजा और खाना बनाता है।और बात रही उस खून से बचे को पोषण नहीं मिलता कियू की वो dead cells है, बचे को living cells से पोषण मिलता है,कियू की dead cells में कोई पोषण नहीं होता है। अगर फिर भी आप नहीं समझे तो क्या आप उस खून को donate कर सकते है? और जितने भी औरतों को sexually deases (PCOD,PCOS) होता है 90% TIME periods मे संभोग के दैरान ही होता है।और रही बात श्री कृष्ण जी के वो द्रौपदी को छुए नहीं थे। कोई परंपरा यू ही नहीं बनाए गए थे। पहले अपने शास्त्र को अच्छे से पढ़िए। मंदिर एक सकारात्मक स्थली है और वहां पे ऊर्जा भी सकारात्मक होता है , ओर periods के दौरान महिला के ऊर्जा नकारात्मक होता है और नीचे के flow करता है।अछूत और असौच का फर्क जानिए। फिर भी आप नहीं मानते हो तो जब पीरियड होता है तुलसी के पौधे को छू कर देखिए क्या होता है। इन जैसे feminist के चकर में नहीं आइए।
@raaz_therebel923610 ай бұрын
जिन्हें मोर की संतान कैसे होते है ये नही पता उनसे प्रश्न पूछना मूर्खता है
@MaheshSingh-v6s3 ай бұрын
Jay kishori ji radhe radhe 💯🌈🌄📚🦋💐🌹💕
@SumanYadav-bn7td8 ай бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌹🌹🌹
@Vikashjnv10 ай бұрын
Mai inse kbhi prabhi t nhi hua tha because it could be my personal prejudices thinking but after this video you've changed my mind ma'am 🙏🙏🙏 radhe radhe ❤
@priyankadhiman74139 ай бұрын
Same pehle bar muje ye achi lagi hai
@JanviDwivedi-rc3wp9 ай бұрын
Wow bilkul sahi kaha kise n first time ❤❤
@ravindrajain49379 ай бұрын
Bilkul galat kaha
@ShivHarimishra-s1t10 ай бұрын
❤❤❤❤❤ may love jaya preet sarma radhe radhe jay shree krisna
@sudhashri42199 ай бұрын
Very well explained Jaya 👍🏻👍🏻👌🏻👌🏻🥰🥰
@iam_MuskanLinesQueen4 ай бұрын
Thank you didi! Meri Maa rokti thi lekin ab nhi sayad...😍❤❤😊😊