वे लोग भाग्यशाली होते है जिन्हें माता पिता की सेबा करने का मौका मिलता है ।
@vipulbhardwaj15377 ай бұрын
Mata pita ko seva se jyada shanti chahiye
@scaiitk7 ай бұрын
आज के जमाने में वह मां बाप भाग्यशाली है जिनके बच्चे उनकी सेवा करते हैं आप जो कह रहे हैं शर्मा जी वह बीते जमाने की बात है सच्चाई वही है जो मैं लिख रही हूं बुरा ना मानेगा
@AjayPatel-xr6sz7 ай бұрын
Bita jamana kuch nhi hota, baat sirf adjust krne or love or emotion ki h. Maa baap kyu nhi rah sakte sath me? Waise to maa baap ki bhi bachho k liye koi jimmedari nhi honi chahiye. Paida Karo anathalaya me daal do. Bda to woha bhi ho hi jayenge. Maa baap ne apni jimmedari sahi se nibhai to bachhe bhi thoda adjust kr hi sakte h. Or ye jo gawar log bolte h na jamana bdala gya h. Waisa kuch kr k nhi hota. Aaj bhi karne wale apne maa baap ko aakhri dam tak seva krte h. Apne thinking or incapability ko generalized mat karo. Ye bolo ki tum me himmat nhi thi. Jamana ka rona mat ro.
कहीं भी दर्शन करने जाने की जरूरत नहीं है मां बाप की सेवा करो वही तीर्थ यात्रा है वही भगवान है जय श्री राम
@indrajeetsingh13846 ай бұрын
Ryt,,,agree with you sir
@Selen3046 ай бұрын
@@indrajeetsingh1384 Ar*y, na*y, airf*rce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरा*मी रां*ड और व्यभिचारी होती है | सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity😜" of armed forces. Civilized society can never accept defense career.
@vishnumishra4252 ай бұрын
Aap ka Comment अति सुन्दर ❤❤.
@JayHanumanDaghenta2 ай бұрын
Jay shree Ram 🙏
@jagdishdahiya58112 ай бұрын
Bhuat badiya vichar hai AAP Kay Sir Ji very very thankful
@RajgeetMusic7 ай бұрын
वृद्धाश्रम कोई बहुत अच्छा विकल्प नहीं है भारतीय संस्कृति में अपने परिवार के और समाज के संग समन्वय बनाकर रहना ही अधिक व्यावहारिक है 🙏
@harry90807 ай бұрын
This Uncle seems very much influenced by the western culture..
@twinklesomra80067 ай бұрын
Right 👍
@prasadgaikwad71087 ай бұрын
@@harry9080 pur desh ke yuva western Culture se prabhavit hai , aap dadaji ko Jyu dosh de rahe ho 🤔🤔
@Selen3046 ай бұрын
आर्मी, navy, airforce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरामी रांड और व्यभिचारी होती है | Civilized society can never promote defense career.
@Selen3046 ай бұрын
@@harry9080 आर्मी, navy, airforce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरामी रांड और व्यभिचारी होती है | सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity😜" of armed forces. Civilized society can never accept defense career.
@abdulmubarik58555 ай бұрын
संपन्न दादाजी की सोच को सलाम परंतु वृद्धा आश्रम में रहने वाले हर बुजुर्ग आपकी तरह pade लिखे और संपन्न नहीं होते अधिकांश बुढ़ापे में अपने बच्चों से ही उम्मीद रखते हे कि बुढ़ापे में हमारे बच्चे हमारा सहारा बनेगे जो सोच सही भी हे और होनी भी चाहिए परंतु दुर्भाग्य हे इस कलयुग में उन बच्चों का जो माँ बाप के होते हुए उनकी असल जरूरत के समय उनकी सेवा करने से बचने के लिए वृद्धा आश्रम का सहारा लेते हे साथ ही सलाम करता इनके संयोजकों को जो वृद्धा आश्रम में आने वाले बुजुर्गों की अपने ना होते हुए भी इनकी सेवा करते हें
@ruchiyadav40987 ай бұрын
अंकल जी की यह बात शहर के ही लोगों पर लागू हो सकती है। आमजन के गाँवों में नहीं। गाँवों में मैं मानता हूँ कि बड़ो से लड़ लेते है। लेकिन प्यार उतना ही रहता है। जो खाएंगे वह खिलाएंगे। जय हिंद।
@grish3167 ай бұрын
Bhai shehar me bhi nahi hoti aisi soch kisi ki ye uncle to Mangal garah se aye huye lagte hain
@kalkis33547 ай бұрын
भाई गांवों के हालात मैने देखे हैं। बुजुर्ग मां बाप को दिन भर निवाला नही देते की बिस्तर गंदा कर देंगे। एक परिवार ने तो अति बूढ़े बाप को कच्चे कमरे में बंद कर दिया, कुण्डी तब खोली जब वो मर चुके थे। मेरी नौकरी गांव में है, कितने घरों में अल्ग्योझी हो गईं है। तो कई में मां बाप बस रसोई ताकते है की कुछ खाने को मिल जाए।
@ajRAJ19977 ай бұрын
Yhi to mahol kharab krte he jawani me khud gav me kabhi gye nhi ...isliye inhe old age me bradhasram me aa gye
@JaipalSingh-fz1cb7 ай бұрын
@@grish316😂
@Raghunandan5357 ай бұрын
Vah kya baat kahi hai yaar❤❤❤
@ajaysharma82327 ай бұрын
बड़ी ही समझदारी से दादा ने अपनी बेबसी छुपा ली, स्पेस की जरूरत उनको होती है जिनके संस्कार कमजोर हों नही तो मां बाप से स्पेस की नही, जुड़ाव की जरूरत है।।
@Yo-yo-uu3wl7 ай бұрын
Baba ji bilkul glt bol rahae hai…
@vikki70497 ай бұрын
Bhai ye officer class hai ye har chiz paise se Pana chate hain. Aur yahan par bewkoofi ke tark de rahe hain
@nazimhussain30667 ай бұрын
Fir kya faida bacho se ummid lagana
@UmaYadav-bf8ss7 ай бұрын
अब समय बदल गया है और हमै भी बदलना होगा और इसमें बुराई ही क्या है
@vikki70497 ай бұрын
@@UmaYadav-bf8ss tumare andar ab bacha hi kya hai jo badloge tum already Badal gaye ho
@NiteshKumar-xq1be7 ай бұрын
सभी को इतना luxury वृद्धाश्रम नसीब नहीं होता, आपको पेंशन मिल रही सेविंग भी होगी, उन बुजुर्गो की दशा जिनकी जेब खाली पेट खाली और कोई घर नहीं
@Selen3046 ай бұрын
आर्मी, navy, airforce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरामी रांड और व्यभिचारी होती है | सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity(😁)" of armed forces. Civilized society can never accept defense career.
@ANTRAMPACHORI-im8xx6 ай бұрын
यह बुजुर्ग अंदर से बहुत दुखी है लेकिन उपर से वोल रहे हैं और आज कल 80% लोग भारत में सिर्फ गांव में लोग अभी भी सुखी है 🙏
@devdadwal5 ай бұрын
You are correct Village life is very sustainable. City Life is not
@karmveersingh68144 ай бұрын
बच्चों को संस्कार नहीं दिए
@satishkumarsingh36754 ай бұрын
बिल्कुल सही ✅ कहा है आपने। इन्होंने अपना निजी मकान गाजियाबाद में क्यों बेचा ? उसी में रहना था। बुढ़ापे की परिस्थितियों को वहीं स्वीकार करना था। गांव में कोई भी बुजुर्ग अपना घर मकान बेच कर वृद्धा आश्रम में नहीं जाता है। वे अपने गांव घर में ही खुश रहते हैं और बुढ़ापे की परिस्थितियों को स्वीकार करते हैं। यह समस्या शहरों में फ्लैट में रहने वालों के साथ होता है जहां किसी से भी कोई रिश्ता नहीं होता है।
@Shivam-Sharma-Digital-Marketer4 ай бұрын
Ye commissioner se retired hua hi bhai jhoot kyo bolega inke pension itni hogi k kitno parivar ko pal saktey hi
@mayadangi31163 ай бұрын
Sabki apni soch h villages mein bhi log parents ko bojh samjhte hain Apni age group mein rahne ka bhi alag mja h
@MunnaSingh-fn3qk7 ай бұрын
जितना पढ़ा लिखा समाज हो गया, उतना ही रिश्तों का पतन हो गया... मानव से मानवता ख़त्म हो रही है... जय श्री राम जी की
@KumariSona-d2v7 ай бұрын
Sahi bola uncle ji maa baap ki risto ki value nhi rahi
@vandana24ind7 ай бұрын
Too much "Independence" in relationships is killing the relations. Aajkal jo maa baap samartha hai, woh bahut tevar dikhate hain fir old age mein beta bahu wahi favors return karte hain. Agar pyaar nahin raha, to last stage mein koi seva karne nahin aayega. Rishte long term investment ki tarah hain.
@Ninanani-40857 ай бұрын
कौन से रिश्तों का पतन हुआ? इनका जमाई ही निकम्मा है। जिसे अपने सास ससुर को अपने साथ नही रखा।
@MunnaSingh-fn3qk7 ай бұрын
@@Ninanani-4085 apne Dil par hanth rakhkar boliye Aaj rishton ka Patan huaa ki nahi Jay Shri Ram ji
@thotslayer49497 ай бұрын
Madam beti toh inka khoon hai usne kyu na saath diya? Aisa bhi nahi hai padi likhi nahi h@@Ninanani-4085
@abhisheksinha39157 ай бұрын
गरीब के मां बाप को वृद्धाश्रम नही जाना पड़ता है। अमीरों के मां बाप हीं वृद्धाश्रम जाते हैं।
@niggaasingh6097 ай бұрын
ठीक है ग़रीब रहो
@JustAnAtheist7 ай бұрын
Ha toh gareeb raho aur gareeb hi rahoge.
@himattadavi7 ай бұрын
आप वृद्धाश्रम जाने को तैयार रहो🤣🤣🤣
@MastermindHacker777 ай бұрын
@@niggaasingh609तैयार रहो बूढ़े में तुम v जाओगे 😂😂😂
@AMPIFLIERART7 ай бұрын
Aisi amiri se acha garibi
@RajeshSingh-rd6xw7 ай бұрын
फ़ौज में ऑफिसर है इनकी बेटी,पर जवानों के माँ बाप उनके साथ ही रहते हैं
@vikki70497 ай бұрын
Correct
@Ninanani-40857 ай бұрын
इनका जमाई ही निकम्मा। घर जमाई लाते तो ऐसा न होता।
@VinodPatel-rc8tq7 ай бұрын
Officer Kisi ko Nahi mante
@Ninanani-40857 ай бұрын
@@VinodPatel-rc8tq आप घर जमाई लाए हो क्या? या घर जमाई बने हो? जब नहीं तो बेटी को दोष क्यूं?
@thotslayer49497 ай бұрын
@@Ninanani-4085you kepp crying over this stupf sheit. She's a freakin officer, doesnt she care about her family in case her husband doesn't. She has bad life choices choosing someone who doesn't care for her parents. Betiya ko toh jayega hi dosh.
@prakashnarayan5385 ай бұрын
बहुत अच्छा इंटरव्यू युटुब पत्रकार को ढेर सारा आशीर्वाद रिटायर अधिकारी को मेरी तरफ से सत सत नमन कोटि कोटि नमन ईश्वर आप लोगों का भला करें प्रस्तुति अकेला आजमगढ़ उत्तर प्रदेश
@manishrajanand7 ай бұрын
ये कैसी आज़ादी है बच्चो की,, मां बाप भी यही आजादी अपनी जवानी में सोचा होता तो ये बच्चे इतने काबिल ना बने होते।।
@sandeepdhanote50087 ай бұрын
bachchon se puchhkar paida kiya tha unhein maa baap ne ?
@maheshsingh25437 ай бұрын
@@sandeepdhanote5008isiliye sayad china me avi k date bachho k bare bahut log nahi sochte .and there the government worried about this
@made2tech7 ай бұрын
Ban jate bhai,thik thak hostel dedo Jyda better h
@gamesong66007 ай бұрын
Vriddhashram jyada acche hai ghar se. Waha saathi hote hai baat cheet gappe shappe hoti hai. Ghar me sab log mobile me busy hai poora din boodha insan chupchap bitata hai.
@ashutoshgautam32937 ай бұрын
Maa baap bachho ko lekar aaye he duniya me, ye unki jimedari he ki wo unhe paale poshe. Bachhe nahi lekar aaye maa baap ko duniya me. Itna hi swarth he, to bachhe peda mat karna. Ek wyakti ko bachho ka, khudka, samaz ka, sabka dhyan rakhna chahiye jitana ho sake. Purani pidhi jidd me padi rahe, nayi pidhi ke liye jagah nahi banayegi, to nayi piddi ke paas kabhi kuch aayega hi nahi. Kyuki jansankhya chahe Kam ho ya jyada, bahut si chize limited hi he.
@manonwheels61947 ай бұрын
अंकल ने अपने मां बाप का ख्याल नही रखा तो बच्चों से कैसी उम्मीद रखेंगे। कोई अपनी सच्चाई नही बताता। जवानी में आपने जो किया है आज आपके बच्चे जवान होकर वही कर रहे हैं।
@Starboy0517 ай бұрын
Tujhe bda pta h hutiye sbko apna jesa mt smjh bs do gyan ki bate jhad do or comment me jha jao kisi ke bare me acha nhi keh skta bura kehne ka hk bhi nhi h
@Varsha_abhi_ytshorts7 ай бұрын
Ak dam shai bole h khud nhi karege bacho se kaise ummid krege fir Jo jaisa karta h use vaisa hi bhogna pdta h
@Rahulsingh-dy6tm7 ай бұрын
Ladki h to Aisa bolega tu
@sureshchandrasharma52567 ай бұрын
Sir थोड़ा तो छोड़ दिया करो। आपने तो बिल्कुल धो दिया।
@Starboy0517 ай бұрын
किसी के बारे मे अच्छा नहीं बोला जाता तो बुरा भी कहने का हक नहीं है और तुझे बड़ा पता है की अंकल ने रहा होगा या नहीं सभी लोग तुम्हारी तरह नहीं होते जो अपने माँ बाप को गली बके
@masti_ka_technical7 ай бұрын
वृद्धाश्रम का इतना बखान।इससे अच्छा अपना गांव है । मां बाप दादा दादी, ,,,तुम क्या समझोगे नाती पोतों का प्यार ,, जीवन का सुख यही है😢😢😢😢😢😢
@sureshgautam77217 ай бұрын
Sab aapke jitna takdirwale nahi hain ! Aise aise beta bahu bhi hain jo apne bachchon ko dada dadi k paas nahi aane dete !
@ishantfunlandfamily15327 ай бұрын
Right👍
@ajantaarts72814 ай бұрын
Mera koi vai nehi hai.mai ekeli hu.shadhi k bad kiya sasural me mere papa mammi rahe sakte hai? Bataiye
@prabhatprajapati956 ай бұрын
धन्य है आप और आपके बच्चे जो प्राइवेसी के नाम पर, अपने मां बाप से दूर रहने पे खुश है, और बच्चे अपने मां बाप से दूर रह के खुश है लायक बने के बाद भी, हमसे ना हो पाएगा।🙏
@sayajibhosale72557 ай бұрын
जो बढे अफसर हे,उनके मा बाप आश्रम में है.यही ज्ञान की ताकत है
@vibhavdubey253 ай бұрын
अच्छा है हम कम पड़े लिखे है 😊
@sayajibhosale7255Ай бұрын
जो अनपढ है, आदिवासी है उनके मां बाप वहां नही है.पढे लिखे ज्यादा तर बिबीके गुलाम होते है
@dhirendrakumarjha64617 ай бұрын
हारे को हरिनाम । धिक्कार है ऐसे बच्चों को जो अपने बूढ़े मां-बाप को वृद्धाश्रम रहने के लिए मजबूर कर देते हैं।
@sapnagaur99827 ай бұрын
Ager Dada Dadi ji ko alag rahne me accha lag rha h. To dikkat Kya h.
@manmeetkaur30397 ай бұрын
Ye apni ko justify kr rhe h...I totally disagree with this uncle ji.... sanskar hi ni h inki beti ko....
@lokendersingh12847 ай бұрын
Maja nahi iski majburi hai ok ye sab Drama hai
@Raghunandan5357 ай бұрын
Jay Shri Radhe❤❤❤
@riddhivlog6 ай бұрын
ये बात सही है अंकल जी की हर जगह बहू बेटे गलत नहीं बुजुर्ग भी गलत होते है।मेरा ये मानना है अंकल जी बुजुर्गों को स्पेस की नहीं अपनो का मन से आस पास होना जरूरी है। जवानी हम नौकरी करने में बच्चों की जिम्मेदारी उठाने में बिता देते है लेकिन बूढ़ापा पोता पोती दोहता दोहता के साथ बिताने में आनंदमय होता है जो समय हम अपने बच्चों को न दे पाए वो हम अपने पोता पोती के साथ व्यतीत करके उनके बचपन को जी सकते है। बच्चों और बुजुर्गों का मन एक जैसा होता है ये सुना भी है और देखा भी है। लेकिन ये भी देखा है कुछ बुजुर्ग पेंशन लेते है वो इसका गलत सन्देश भी दे रहे।उनको इसका घमंड भी होता है। जीवन का आनंद जो अपने बच्चों के साथ और पोता पोती दोहता दोहता के साथ बिताने में है वो और कहीं।आज के कुछ बुजुर्ग पेंशन ले रहे है उनसे कहीं अधिक खुशहाल जीवन बगैर पेंशन वाले जी रहे है। मैंने देखा है अपने आसपास और पेंशन वाले बहू बेटे का जीना हराम कर देते।बहू को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ते।बहू बेटे पोता पोती अच्छे से देखभाल करते है। घर में कोई भी चीज आये पहले बड़ों को दी जाती है बच्चों को बाद में पहला खाना गाय का निकालकर दादा दादी को दिया जाता है बाद में बच्चों को लेकिन फिर भी बहू गलत होती है। लेकिन मैं यह भी मानती हूं कि हर जगह सास ससुर गलत न होकर बहू बेटे भी ग़लत होते है ये समाज है सभी तरह के लोग रहते है। मैंने ये भी देखा है समाज में जिन बुजुर्गों का शोषण होता है वो अपने बच्चों की तारीफ करते है लेकिन जो सम्मान देते है उनका बुजुर्ग शोषण करते है।इसका मैं जीता जागता उदाहरण हूं आप मेरे चैनल पर जाकर मेरी सास ससुर का व्यवहार करते है और आवाज कुछ और निकालते मुझे तो दो तीन बार मारने की प्लानिंग भी की लेकिन मेरे सास ससुर कामयाब नही हुए।ये पेंशन उन्हें आराम से नहीं जीने देती और न ही औरों को जीने देते और एक बार हमेशा कहते है हम पेंशन लेते है हम तो कहीं भी रह लेंगे। लोगों को क्या पैसा चाहिए वो हमें रख लेंगे। क्या ये सही है मेरे चैनल पर आप सभी विजिट करना और बताना।इस विडियो को देखकर मैने कमेन्ट किया। बुजुर्ग बच्चों को संस्कार देते है ना कि अलगाव की बात करते है।
@law99channel7 ай бұрын
बिल्कुल असहमत हूँ । अगर परिवार के ऊपर निजता को तवज्जो दी जाने लगेगी तो वह दिन दूर नहीं जब शब्दोकोश से दादा दादी नाना नानी जैसे भावपूर्ण शब्द गायब हो जाएंगे । मुझे खेद है कि मैं इनकी बात से सहमत नहीं हूँ । हालांकि कुछ परिस्थितियों में जैसे नौकरी , दूर देश रहना इन सबमे साथ रहना मुश्किल हो सकता है लेकिन फिर भी यह बच्चों का दायित्व है कि वह माता पिता को जीवन के अंतिम दौर में सुख दें ।
@EPFOEXAM7 ай бұрын
थोड़ा समझिए यह व्यक्ति अपनी बेटी के घर नहीं रहना चाहता था और अधिकतर माँ बाप यही चाहते है
@rekharao91742 ай бұрын
😢
@learnwithsam114113 күн бұрын
This uncle is fabulous 👏👏...I am so so happy!! I have seen old people living with family or alone in their home and they are in pathetic situation !! Those who are living alone are in worst condition and at disposal of maids who absolutely mistreated them and I am talking abt cities like Delhi...this uncle is absolutely forward thinking!! Now kids who are not living in India or some other cities..its not feasible to take care of parents!! And never ever ever take property from parents till they are alive!! And old parents should not out of emotions should tranfer the properties!! This uncle is fabulous and I actually look upto him!! And at that age, he thinks how he can contribute to the society!! Esse badi baat hi nahi ho sakti...uncle is mentally younger than many young adults!! Blessed are the children who have parents like this 🙏 ❤️ He has kept his well being in his hands 💪💪
@srinaththakar2817 ай бұрын
अंकल सक्षम हैं और उन्हें पेंशन मिलती है। भारत में इनके जैसे कितने बुजुर्ग हैं? जहां तक संतान की बात है तो आपके संस्कार अपने आप बोलेंगे। मैं प्राइवेट सेक्टर से रिटायर्ड हूं और कोई पेंशन भी नहीं है। लेकिन फिर भी मेरी ज्वांइट फेमिली (३ जनरेशन) साथ रहते हैं और सुखी हैं। भगवान की कृपा है। ओंसारा
@prasadgaikwad71087 ай бұрын
Sirji apka bilkul sahi kah rahe hai. Jeevan mein sanskar hi kam ate hai. Aap kehte hai aap private sector mein retire hun, oension bhi nahi, fir bhi apke Joint family mein aap rehkar khush hai. Yeh apke karam hai. Aap apni young age mein jo pyar - sanman aone family Walo ko diyo hoga, wohi pyar abhi Kudrat apko lauta rahi hai. Kudtrat ka Niyam hai kuch donge to kuch paoge, isme bhagwan bhi khuch nahi kar sakta. Har dharam yahi kahta hai apne Paap aur punya khud hi bhogna hai. Is hisab se aap gine chune logo mein Se ho ke khud ko sukhi aur samadhani Mehsus karte ho. My god bless you And your family members. With love from Nashik maharashtra👃👃👃 Oasp au
@Baudh-sanatan-bhim-dy7fg7 ай бұрын
90% budhe ma Baap apne gusse or abhiman me pade hai. Time se batwara nahi karte.dukane kaam aajati but sayad apne sath lekar jayenge ab mile to ere kisi kaa ki nahi
@Selen3046 ай бұрын
आर्मी, navy, airforce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरामी रांड और व्यभिचारी होती है | Civilized society can never promote defense career.
@riddhivlog6 ай бұрын
@srinaththakar jiमै आपकी बात से सहमत हूं। लेकिन कुछ लोग सरकारी पेंशन लेकर न खुद आराम से जीते हैं और ना ही दूसरो को जीने देते है। जीवन का सबसे बड़ा सुख बुढ़ापे का पोती पोता नाती नातिन सबके साथ गुजारने में है।और अपने जीवन की अच्छी बातें बच्चों के साथ शेयर करो अपने समय और आज के समय की सुविधाओं के बारे में सही ग़लत के बारे में अपने पोता पोती को सिखाए। संस्कार देना बड़ों की जिम्मेदारी है। बच्चे अनुभवहीन होते है। जब घर के मुखिया की सोच गलत हो तो पूरा परिवार नष्ट हो जाता है।
@Platefromoflifechanging7 ай бұрын
क्यों ना हम ऐसी संस्कृति का निर्माण करें जहां बच्चे अपने मां बाप को कभी भी किसी वृद्धाश्रम में ना छोड़े बल्कि उनके बुढ़ापे का सहारा बने हमें ऐसे संस्कार युवा पीढ़ी में जगाने की आवश्यकता है तभी सही मायने में रामराज्य आएगा
@mehlakabanusayyed46367 ай бұрын
👍👍
@senapatihukamsinghbariyaar40977 ай бұрын
Kis sanskar ki bat aap kr rahe hain. Kaalpanikta se uth kar vaastavikta me aaiye. Aaj ka vartmaan samaj hi doglepan ki buniyaad pe tika hua hai. Sanskar sanskriti ab kisi pehle zamaane ki baaten ho chuki hain. Ek waqt tha auraten pariwar ke liye pati ke kehne par career chorti thin, aaj career ke liye pati ko hi chor deti hain. Pehle log apne professional life se aage apne neeji jeevan ko mahatv dete the, aaj logon ko pata hi nhi ki neeji jeevan bhi koi chiz hoti hai. Pehle log pehn-pehnava aisa rakhte the ki dusre asahaj na ho jaayen, aaj aisa rakhte hain ki khud sahaj hone chahiyen. Pehle logon ke liye izzat kamaana jyada jaroori hota tha, aur ab paisa kamaana jyada jaroori hai. Pehle gair-vyavahik ya najayaj sambandh galat hote the, aur ab jo pata na lage wo sab sahi hai. Pehle aadmi aurat ko kapde pehenne ke liye bole toh wah caring aur khayal rakhne wala kehlata tha, aur ab use insecure aadmi kehte hain. Pehle ke zamane me human rights hua karta tha, aur ab feminism aa gya hai. Pehle sahi sahi aur galat galat hota tha, aur ab sahi ya galat insaan ka point of view tay karta hai. Pehle aadmi aur aurat milkar ghar ki sari jimmedaariyan uthate the, aur ab aadmi aur aurat ek dusre ko hi jimmedaariyan samjhate rehte hain. Pehle clubon or pubon me ardhnagn ho kar keval bar-dancers naacha karti thin, aur ab saari aadhunik, aatmnirbhar aur sikshit mahilaaye naachti hain. Pehle ghar aur samaj me maanviya mulyon ki ek ahmiyat hoti thi, jise pichle kuch dashakon me bazaarvaad ne lagbhag samaapt kar dala hai. Aaj ke samay me inn sabki ahmiyat kaudi ke bhaav ki bhi nhi bachi hai. Kin aadarshon, mulyon aur sanskaar-sansktiti ki aap baat kar rahe hain. Samay hai, nind se uth jaayen aur apni aakhen khol len. 👁
@pushpapatel30397 ай бұрын
Ram apne ma- Bap ki Sega kiya tha utter nhi, Ram Kahani mein kapol kalpit Para hai
@SarthakRaghuvanshi-i1o7 ай бұрын
लक्ष्मी जी धन देती हैं और सरस्वती विद्या पार्वती जी दुर्गा के रूप में पालन और संघार करती हैं और विवेकानंद ने कहा है कि अगर किसी देश के विकास को देखना है तो वहां के स्त्रियों का विकास देखो. फिर आजकल के परिवार में तो इतने खर्चे हैं कि दो लोग जब तक कार्य न करें तब घर का खर्चा चल ही ना और आप बोलते हैं औरतें कैरियर देखते हैं वही औरतें खुद के लिए करियर नहीं देखते हैं आपके और आपके बच्चे के लिए ही देखते हैं वह पहले दूसरों के सुख को देखते हैं फिर अपने सुख को फिर भी स्त्री के बारे में ऐसा कहना ashobhaniya है@@senapatihukamsinghbariyaar4097
@Selen3046 ай бұрын
आर्मी, navy, airforce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरामी रांड और व्यभिचारी होती है | Civilized society can never promote defense career.
@ramchandr30167 ай бұрын
मेरा मानना है कि आदमी जितना ज्यादा पड़ा लिखा होता है उतना ही स्वार्थी होता है
@binagupta33087 ай бұрын
स्वार्थी नहीं स्वाभिमान
@rocky-uv4nt7 ай бұрын
Kaisa swaviman janab.
@Yo-yo-uu3wl7 ай бұрын
@@binagupta3308Ismae kon saa sabhbimaan hai ki aap logo ko chutiaa samjo … mai punjab sae hoo burra haal hai educated logo kaa
@OnlineUniversity767 ай бұрын
ये बुढ़ा धूर्त और शातिर है।
@prashantmehta18047 ай бұрын
Padhai likhai ka matlab shikshit hona nahin hota sir .... Shiksha prapt karna or saksharta prapt karna do alag cheez hai..
@rajurangila2045 ай бұрын
बुजुर्ग ने अपनी बेटी की गलती को छुपा लिया इनकी बेटी तो फौज में अफसर है उनको तो अच्छा खासा घर मिलता रहने के लिए ....वो आराम से इनको अपने साथ रख सकती हैं... उम्र के इस आखिरी पड़ाव में आदमी को अपने परिवार की जरूरत होती हैं...कुछ वर्षों बाद ये इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह देंगे उससे पहले उन्हें अपने बेटे बेटियों व नाती पोतों के साथ खेलने व प्यार दुलार की जरूरत होती है...निश्चय ही इनकी बेटी अपने माता पिता के प्रति अपने कर्तव्य में फेल हुई हैं ......जहां तक बात स्पेस की है तो अफसर को फिर भी रहने के लिए बड़ा घर मिलता है ...जवान को तो इतनी facility भी नही मिलती फिर भी अपने माता पिता को साथ रखते है वो....
@AJAYKUMAR-of6kj5 ай бұрын
Bilkul sahi kaha bhai sahab
@archanashukla34103 ай бұрын
पूरा व्यापार बन गया है बुढ़ापा काटना भी 😂
@KrishChannel4117 ай бұрын
बस एक बात कोई ये बता दें कि वहां देखभाल कौन करते हैं बुजुर्ग या नौजवान।वो भी किसी की बेटी या बेटा हैं जिनसे तुम सेवा करवा रहे हो उनको भी स्पेस दो। सैल्यूट उन मां बाप को जिनके बच्चे आपकी सेवा कर रहे हैं।जो आपका इतना ख्याल रख रहे हैं वो अपने माता पिता की कितनी सेवा और चिंता करते होंगे।❤ से उनको प्रणाम
@ranjitsinghbarwalia14497 ай бұрын
Duniyan me har trah ke insaan hain kuch hain jo apno ki seva bhi nahi karte jabki kuch log dusron ki seva kartey hai hai.seva apno ki ho ya dusrrin ki ek pavitr karya hai jo chahe kare.
@sulochanasuraj81847 ай бұрын
वो उनकी जॉब है सैलरी लेते है सेवा नहीं उनकी नौकरी होती है
@prabhatprajapati957 ай бұрын
मैं भी यही बोलने वाला था, आपने बोल दिया।👍🙏
@ranogill73117 ай бұрын
Woh job kar the hai seva nhi kar the ji
@Selen3046 ай бұрын
सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity(😁)" of armed forces.
@yogaurgyan7 ай бұрын
मैं इनके बात से बिल्कुल भी सहमत नही हूँ ये अपने सौख से यहाँ आए हे मौज लेने के लिए उनसे पूछा इसका दर्द जिसको घर से अपने बच्चे निकाल देते हे अपना हवस और सौख पूरा करने के लिए
@Kumarmr78377 ай бұрын
साला एक बाप मां जन्म से शादी तक हर कष्ट सह के बड़ा करता ,और बेटा क्या करता है .......
@bhaktientertainment197 ай бұрын
Yeh apni jagah ek dum sahi hai humne humesha sikke ke ek hi pehlu ko dekha h yeh uncle dusra pehlu hai
@J.AnandaAvt.7 ай бұрын
Ye bujurg jhuth bol rahe haiin.. Mann me bahut dukh hai.. Khud ko busy rakhke apna dukh bhulan chahte haiin.. 😢 Aisa kya space chaiye bacchon ko..
@unnoticedfact677 ай бұрын
@@vivekchamparanvlogs3522 ha wo ek aadmi h tabhi na aise bol rhe ho agar ek aurat hoti tab tum hawas k poojari bahut dya karne lgte
@Hussain-dg7yw7 ай бұрын
Completely disagree with this old man Jo boyega wohi payega
@hiramanithapliyal20967 ай бұрын
यह इन महाशय जी से की अपनी सोच हो सकती है,आम आदमी की नहीं , अलग अलग लोगों की भिन्न भिन्न स्थिति होती है।
@navinbhobhal77385 ай бұрын
वृद्धाश्रम कोई इतनी भी बुरी बात नहीं है,,, उसमें same age group, सोच के लोग अपनी मर्जी से जिंदगी जीते हैं,,, अंकल जी की सोच बहुत अच्छी है
@poonamparashar22133 ай бұрын
Nahi bhai dada dadi apne Nati poto k beech hi achhe lagte h unko school chodne aur late hue 😢😢 unko khusi milti h apne grand children k chote chote Kam karne main
@artsyoxytocin3 ай бұрын
lekin ajkl logo ki priority marriage or bache mi rahe tab kya kre??@@poonamparashar2213
@kalpanabastola74323 ай бұрын
आच्छी बाते तो सिर्फ शिक्षा हि दे सक्ते हे।आपके सोचको सलाम ।
@importantquotes-ss8hd2 ай бұрын
Ye uncle dikhwa kar Rahae hai 😂😂😂😂😂
@SantoshKumar-ze6oj2 ай бұрын
Kesa jamana aa gaya hai mere dada 102 saal k hai mai army mai hun or wo mere pitaji k sath rahte hai or mujhe unke sath bahut maza aata hai
@pannalal79147 ай бұрын
आप की बैटी दामाद भी बहुत जल्दी ही वृक्ष आश्रम मै ही आने वाले हैं।
@laughter45376 ай бұрын
😂
@blaster445t6 ай бұрын
Wo apne bachon se bhi khush hain agr wo unke sath b rhte to itna khush nhi rhte bcz whn unhe poore tym logon ka sath nhi milta ...
@vaishnavikumar80906 ай бұрын
Uncle ne kitne achhe se burai ko chupa kr achhai bata di ..bachho ko padha likha rahe they tabhi soch lete ki in bachho ko anath ashram me patk dete ...sharm aani chahiye aisi beti ko aftr army running play school wat a talent 😂😂😂
हमारे पिताजी के पास तो द्रव्य था ही नही बाकी हम उनकी सेवा करते है हम उनको अलग करने का सोच भी नही सकते और अब हमारे बच्चे हमारे साथ वैसा ही व्यवहार करते है
@premlatajain52267 ай бұрын
You are lucky you have your parents and respect them l am not so lucky l always remember them
@RambabuKarkee7 ай бұрын
रहते वृद्धाश्रम में हे और पेन्शन की रकम अपने बेटी को भी देते हैं, काश आप जैसे लोग अपनी निधि उसी वृद्धाश्रम के नाम करदे जिसमें आप अपनी जिन्दगी के आखिरी दिन यहि गुजारने हैं 🙏🙏
@shamshulkamar52003 ай бұрын
Dete to hai
@shamshulkamar52003 ай бұрын
Think positive
@sandeepkumarpal65103 ай бұрын
Bilkul... jo bache rakh nhi skte inhe..... To paise bhi old age home ko dene chahiye
@sapnasrivastava5552 ай бұрын
बड़ी बड़ी पढ़ाइयां कर चुके बच्चों का भावना रहित होने जैसी बात ये अंकल बड़ी समझदारी से छुपा गए
@rekharao91742 ай бұрын
Sahi baat hai 😢
@chetannirmal85737 ай бұрын
ज्यादा पढ़ालिखा इंसान रिस्तों से दूर होता है । यह आपने आज साबित कर दिया हमारी मां भी 80 साल के ऊपर है हम लोग आज भी उनके साथ रहते है ।
@Selen3046 ай бұрын
सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity(😁)" of armed forces.
@icec3317 ай бұрын
परिवार परिवार होता है बूढ़े और बच्चे दोनों ही जरूरी होते हैं परिवार में जैसे किसी शरीर में हर अंग जरूरी है....
@madhuribhardwaj14206 ай бұрын
अगर परिवार अशांति और कलहपूर्ण हो तो अलग रहना बेहतर है।
@dilipkumarpaswan55017 ай бұрын
आप तो बहुत धनी व्यक्ति हैं तभी आप ने आश्रम का चुनाव किया यदि आप गरीब होते तो आश्रम आप का चयन करता। दया, करुणा, प्रेम, रस , भावनाओं से वंचित व्यक्ति सामाजिक संबंधों की व्याख्या नहीं कर सकता। आने वाली पीढ़ियों के पास कहानी तो होगी लेकिन उनमें आप नहीं होगें आश्रम होगा....😢
@hariomshiv99485 ай бұрын
मतलब आपकी बेटी तो मीठी छुरी निकली... मकान तक बिकवा दिया... क्या बात है.. नमन है ऐसे बच्चों को 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@kuldeepkumartyagi-u8v7 ай бұрын
पद पर रहते हुए इसने मजबूर लोगों को बहुत दुख दिए होंगे,जब अपना दुख बुढ़ापे में आता है तो पता चलता है ।कर्मों का फल जरुर मिलता है,
@madhuribhardwaj14206 ай бұрын
ये उनका स्वयं का निर्णय है।आप काहे परेशान हो।
@Maruti_12-b5t4 ай бұрын
@@madhuribhardwaj1420घबराना मत जब तुम्हारा भी यही समय आएगा तब समझ में आएगा।
@archanakirodia34147 ай бұрын
मुझे तो ऐसा लग रहा है कि उनकी उनकी बेटी की यह सोच है की मां बाप को वृद्ध आश्रम में रखना चाहिए
@Selen3046 ай бұрын
सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity(😁)" of armed forces.
@Darsh_Yadav__20255 ай бұрын
Aaj ke time me jyadatar ladkio ka Aisa hi soch hai ,, mai aabhi college me hu , mere bhaiya ka shadi ho gaya hai ,, bhabhi ji ka kahna hai ki unhe maa aur pita ji se alag rahna hai
@OmprakashKashyap-je1fu7 ай бұрын
शहर में इंसान रहते हैं गांव में इंसानियत रहते है❤
@santoshtamhankar7566Ай бұрын
सच कहे है. संस्कृती जबाबदारी भुल कर इस उमर में स्वस्थ रहना बहुत जरुरी है. अपने ही उमर के लोगो के साथ दोस्ती जैसा रहना इससे अपनी उमर बढेगी और स्वस्थ खुश रहेंगे. बाकी सब मोह माया है.
@rampraveshvishwakarma92327 ай бұрын
अपने बीबी बच्चों को साथ रह कर जीवन बिता सकते हैं लेकिन माँ बाप को साथ रहने में समस्या क्यों हो जाती है ये बहुत बड़ा प्रश्न है
@indrajeetsingh13846 ай бұрын
Jo joru k ghulam bean vahan jyada problems aati hean
@Selen3046 ай бұрын
@@indrajeetsingh1384 आर्मी, navy, airforce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरामी रांड और व्यभिचारी होती है | सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity(😁)" of armed forces. Civilized society can never accept defense career.
@kamaleshkumar63356 ай бұрын
Aaj kal women law etney man against hin ki..... never supports husband and it's there family......ese leye ye old people bolte hin tum log apney jindagi main khoosh raho hum log ja rahin.....enko favour karney ka koi law nahi hin... today many women are missusing these law
@divinesoul13136 ай бұрын
Fauji hai dono..kaise sath rakhe?? May after their retirement sath aajayenge
@Selen3046 ай бұрын
@@divinesoul1313 आर्मी, navy, airforce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरामी रांड और व्यभिचारी होती है | सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity😜" of armed forces. Civilized society can never accept defense career.
@BalMukandMehra-q6z7 ай бұрын
जिन्होंने अपने बच्चों को ज्यादा पढा़या वही सब वृद्धा आश्रम में रह रहे हैं वाह वाह
@mohittomar95857 ай бұрын
G bilkul nahin jinhone padhaya magar apni sanskrati ke sanskar nahin de pay sanskari insan kahin bhi pahunch jay wo apna kartwaya or apni asal jindgi kabhi nahin bhulta h na badlta he jai hind
@thakursaab53067 ай бұрын
😂😂😂😂😂😂
@charusheelakoyande29147 ай бұрын
अपने बुढे मा बाप और सास sasur के लिये care taker घर मे रखकर उनको sambhal सकते है
@dayashankarsharma73697 ай бұрын
@@mohittomar9585आप कौन से संस्कार की बात करते हो ? क्या शिक्षा एक संस्कार में नहीं आता है ? आखिर शिक्षित होने का मतलब क्या है ? आप यों क्यों नहीं कहते कि आज संस्कार विहीन, संस्कृति विहीन और चरित्र विहीन समाज ही हो गया है। अब आज स्थिति यह हो गई है कि हर माॅं-बाप का यही सपना होता है कि उसके बच्चे अच्छी उच्च शिक्षा लेकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। लेकिन ऐसा तो बहुत ही विरले कोई लाखों में एकाध सौभाग्यशाली ही माॅं-बाप होते होंगे जिनके उच्च शिक्षित औलादें उनके मनोनुकूल मन-कर्म-व्यवहार वाले होते होंगे ? या फिर इसको कहते हैं प्रारब्ध। इसलिए भाई बच्चों को संस्कार देने के लिए किस पेंड़ फल-फूल-पत्ते उन्हें लाकर दिये जायें ?
@sujeetkumarpalak11757 ай бұрын
Pensan milti hogi
@rambilasyadav4627 ай бұрын
जैसा संस्कार का उपदेश दे रहे हैं समाज और देश के लिए कलंक है । जब अपना नहीं किया तो दूसरे पर बोझ बन कर अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं ।
@poorviyadav16637 ай бұрын
Hmesha se gaurvanvit jeevan jee aaye ab unke paas option hi kya bcha h negative thing ko bhi positive bna k paros rhe.....
@Selen3046 ай бұрын
आर्मी, navy, airforce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरामी रांड और व्यभिचारी होती है | Civilized society can never promote defense career.
@uklsr40536 ай бұрын
बेचारा बुढ्ढा बड़ी चुतियापा से बात कर रहा है 😂😂😂😂
@Selen3046 ай бұрын
@@poorviyadav1663 आर्मी, navy, airforce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरामी रांड और व्यभिचारी होती है | सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity😜" of armed forces. Civilized society can never accept defense career.
@nimishasharma65292 ай бұрын
@@poorviyadav1663 Yes UR right. Beti ne nhi rakha tb hi old age home me rah rahe hn. Becus ghar, makaan pesa hone ke baad bhi is age me sahare ki jarurat hoti, jo inko apne beti se nhi mila so ye old age home me rah rahe hn.
@pm-wk3yt4 ай бұрын
सच बताओ तो बुढ़ापा काटने के लिए घर से कहीं बेहतर जगह है वृद्धाश्रम। बुढ़ापे में घर वैसे भी रास नहीं आता। मोह माया सब बेकार ही लगती है। बस दुर्भाग्य ये है कि भारत के वृद्धाश्रमों की हालत बोहोत खराब है। ना सुख, ना सुविधाएं, ना स्वस्थ और ना जीवन शिक्षा। एक बार मौका मिला था नीदरलैंड्स में एक old age home देखने का, देखकर दिल खुश हो गया था। एकदम स्वर्ग जैसा। मेरा तो बड़ा मन है अपना बुढ़ापा वृद्धाश्रम में बिताने का ❤
@Romangirl2344 ай бұрын
Sahi baat hai budhape mein naye naye dost bana kar apna budhapa kato bhad mein jaaye beta beti naati pote
@pm-wk3yt4 ай бұрын
@@Romangirl234 बिल्कुल भाई। बुढ़ापा जीवन की लास्ट इनिंग्स होता है, दुनिया भुलाकर अपने लिए खुल के जीना चाहिए।
@NJ------7 ай бұрын
Wow, what a man. Health mind, health mind, healthy thinking= healthy life.
@eshtdeosingh88827 ай бұрын
बहुत ही ज्यादा प्रेक्टिकल हैं सब के बस कि बात नहीं हैं ये समझना मेरा एक दोस्त का याद आया वो भी ऐसा ही बात करता था लेकिन सच्चाई यही है बहुत ही पॉजिटिव आदमी है
@Rudra_om7 ай бұрын
aapne bachho Ko bhi bahar bharti kardo aur Family Ko sabhi ko Bahar alag alag private Jagah bharti hojana chahiye aur Positive Ban jata chahiye ye Rudi baadi soch hai
@eshtdeosingh88827 ай бұрын
@@Rudra_om भाई आप को नही समझ में आएगा
@shobhamishra97617 ай бұрын
सही संस्कार देंगे बच्चों को तो ऐसी नौबत नहीं आयेगी चाहे वो गांव हो या शहर ❤❤❤
@Darsh_Yadav__20255 ай бұрын
Toh kya beti aur damad apne maa baab ko ek hi Ghar me kaise rakh sakte hai
@KiranKumbharkar-j2m4 ай бұрын
@@shobhamishra9761 👌👍
@ArpitPatel-ri3pk5 ай бұрын
By Arpit Patel, Absolutely Truth and Right.
@anshjain-tv4gu7 ай бұрын
agar mere father ko old age ke baare mein sochna bhi pad gaya to lanat hogi mujh par aur mujh jaise baccho par.. parents bhagwan hote hai aur bhagwan ko ghar se kabhi nhi nikala jata.. 🙏🙏🙏
@Aaa-mv6rd7 ай бұрын
right
@syedshahbazuddin98127 ай бұрын
Very true..
@JacintaRebello-jm9gm7 ай бұрын
The first man is hiding alot. With his good health and wealth as he claims , he could live well on his own.
@anything.every.thingss7 ай бұрын
True
@AYUSHKUMAR-gj3sb7 ай бұрын
what if agar unki khud ki choice ho like him ?
@shivgovindpandey31937 ай бұрын
Uncle ji by mistake born in 1950 but have thoughts of 2050
@FactFinder19887 ай бұрын
Koi 2050 ki soch nahi jindgi bhar apni roob chalaya hoga ab dusro ke hisab se jeena padde raha... To takleef hogi..... Sir ye humari sanskriti nahi hai..... Maa baap divorce leke dusro se shdi kar lenge unko bhi justify kartey Firengey..... Modern life mie jaaye par apne sanskaar na bhule
@manmeetkaur30397 ай бұрын
Bilkul sahi kaha aapne
@hariomjaiswar73127 ай бұрын
Correction:- born in 1940
@Selen3046 ай бұрын
सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity(😁)" of armed forces.
@sacing35124 ай бұрын
Dada g forward
@zeero80687 ай бұрын
Wah mere bujurg. Dil ka dard kitni khoobsurti se chupaya....kya yhi sb sochte hue bachche paida kiya the.
@vidyaarvind44584 ай бұрын
Jab tak khud buzurg na ho jaao aur jab tak tumahre parents 75-80 saal ke nahi ho jaate, tippani na karo. Jab uss stage mein pahunch jaaoge tab iss uncle ki baat samajh aane lagegi.
@jayantdagore16093 ай бұрын
The best thing i like when this old uncle mentioned that in this Old Age Ashram people from ALL RELIGION/CASTE living together.This is what India needs.If i ever get a Chance in future i will definitely visit such a good place.Thanks.Jayant, Melbourne.
@pappupradhan77127 ай бұрын
अंकल के बातों से सहमत नहीं हूं ये बिलकुल गलत है ऐसी सोच समाज को बिगाड़ने का काम करेगा कोई कितना पैसा कमा ले या शोहरत कमा ले अगर मां बाप को वृद्धा आश्रम में भेज दे उसपे लानत है
@Selen3046 ай бұрын
आर्मी, navy, airforce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरामी रांड और व्यभिचारी होती है | Civilized society can never promote defense career.
@dilbahadurthapa50446 ай бұрын
Bilkul जी
@Selen3046 ай бұрын
@@dilbahadurthapa5044 आर्मी, navy, airforce वाले लोग और खासकर लड़कियां कमाल की हरामी रांड और व्यभिचारी होती है | सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity(😁)" of armed forces. Civilized society can never accept defense career.
@VCreate_UWatch6 ай бұрын
Aur lallantop is soch ko badava de rha h
@madhuribhardwaj14206 ай бұрын
अगर देखभाल के समय ही न हो तो जहाँ सुविधा मिले, वहाँ रहना ज़्यादा सही है। आजकल बड़ी बड़ी कंपनियों में 24x7 काम करने वाले बच्चों के पास पैसा तो है पर समय तो खुद उनके अपने लिए ही नही है।उल्टे माँ बाप ही उनकी गृहस्थी और बच्चे सम्हाल रहे हैं।नाती पोते भी थोड़े बड़े होने पे स्कूल और कोचिंग,हॉबी क्लास आदि में व्यस्त हो जाते हैं।बदलते समय का ये नया दस्तूर है।
@ankit_the_achiver7 ай бұрын
अंकल जी जैसे प्रतिभा शाली और महत्वाकांक्षी व्यक्ति सिर्फ़ वही रह सकता है जहां उनकी बाते सुनने वालो १० आदमी हो और उनसे नीचे रहे पोस्ट पे हो ।। इसलिये अंकल जी ने आश्रम चुना अपना ख़ुद का घर बेच के ,,, वरना कौन घर बेच के आश्रम में आके रुकेगा ।। अंकल जी को उनकी बाते सुनने वाले १० लोग और वाह वाह सुन्नी है । यही कारर है की वो आश्रम में है ।।
@batmannots7 ай бұрын
Abe akal ke andhe sara din haveli band rah ke ek dusre ko taakne se acha h apni umra ke logo ke bich me rah ke khushi ke pal bant ke rhe !!
@ankit_the_achiver7 ай бұрын
@@batmannots और तेरे घर में अगर पैसों की तंगी हो तेरे माँ बाप ना सुनते हो तो मुझे msg कर तेरी जॉब लग वाता हूँ 12th तो पास है ना तू ।। तेरी ज़िंदगी में भी ख़ुशी के पल आयेंगे ।। जब तेरी बेरोज़गारी ख़त्म हो के अपने घर वालों के लिए कुछ खरदीने की औक़ात हो जाएगी तेरी - कुछ कर ले ज़िंदगी में बेरोज़गार इंसान ।।
@ravirana20215 ай бұрын
@@batmannotslekin uske liye apna ghar bechna kya shi h . Time pass krne k liye day m b ja skte h old age home
@raviyadav95557 ай бұрын
मुझे अच्छा लगा दादा जी ने सच बोला, काश दादाजी ने अपनी जवानी में बच्ची को अच्छी परवरिश दी होती,उसके साथ भी समय दिया होता, तो आज दादाजी को सच्चाई नही बोलना पड़ता, इसे दादाजी को ऐसे जगह ही होना चाहिए😊
@himanshusaxena86397 ай бұрын
Inki beti hai isliye yaha hain beta hota to yaha nai hote
@hemagupta998225 күн бұрын
महोदय का दृष्टिकोण बिल्कुल साफ सुथरा औरशुद्ध है आधुनिक युग की स्थितियों को देखते हुए वृद्ध आश्रम एक आवश्यक अंग हो गया है समाज के लिए बच्चों को उनकी अपनी जिंदगी उनके ही ढंग से जीने दे इस तरह साफ सुथरा दृष्टिकोण वाले लोग वृद्ध आश्रम में भी सुखी रहेंगे और दूसरे को सुख व प्रसन्नता बाटेंगे भगवान इन्हें 100 वर्ष से अधिक जिंदा रखें
@nawazahmedsenanivlogs50897 ай бұрын
मैं सेना चिकित्सा कोर में ३० साल सेवा करके रिटायर हुआ मेरे तीन बेटे हैं और उनमें होड़ लगी है की हम दोनो उनके साथ रहें । हम अधिकतर छोटे बेटे के साथ रहते हैं दूसरा बेटा दुबई में सेटल है उसके पास भी दो तीन महीने रहता हूं और तीसरे के पास भी रहता हूं फिर अपने गांव भी चला जाता हूं महीने भर के लिए हम दोनों अकेले रह लेते हैं।
@rajendragurjar45302 ай бұрын
आप सौभाग्यशाली हैं सर आपने संस्कार दिए हैं बच्चों को
@BhimSingh-gq1xk7 ай бұрын
कमिश्नर साहब की सोच बहुत ही सकारात्मक और स्वम के प्रति सोच के लिए भी बहुत बहुत धन्यवाद।
@devendrasinghparihar63727 ай бұрын
Sahab har chij thokar kaahke seekhen toh life choti rah jayegi.isse best h ki bujurgo ke saath rahne se unka guidance aur experience aapko un chijo se bacha leta aur 100 kadam aage pauncha deta h
@kulbirhooda84647 ай бұрын
घंटा सही सोच है। जरूर तू भी यही करेगा।
@chaudharysubhashchander13397 ай бұрын
सो बात की एक बात ये है कि गांवों में बूढ़े बुज्राग दादा जी और दादी जी आज भी परिवार के मुखिया है 💯☑️,,,सबसे ज्यादा मात्रा में शहर में वृद्ध आश्रम खुल चुके हैं,, एकल परिवार में रहना ज्यादा पसंद करते हैं और जो बूढ़े हो गए हैं माता पिता और दादा और दादी सबको बुजरग आश्रम में रहने को मजबूर किया जाता हैं,,,यही सच है एक बात और बताओं की गांव और शहर की लाइफ में दिन और रात जैसा फर्क है गांवों में दादा जी पिता के नाम से जाना जाता है और शहर में कोई किसी का पता पूछे तो लोग पड़ोसी को भी नहीं जानते हैं ,,, इकलखोर सी जिंदगी है शहर की ,,और गांव में कोई अंजान मेहमान आ जाता है रिश्तेदारी में जो पहली बार आया है किसी का पता पूछता है तो पहले चाय पानी पिलाई जाएगी और बाद में जिनका पता पूछा है उनके घर तक छोड़ने जाते हैं 💯☑️,,,,
@sandeepchoudhary65527 ай бұрын
Sahi kaha bhai aapne 😂
@PawanVerma-qj7jm2 ай бұрын
आपने सही कहा अंकल मैं नही चाहता की देश में कोई वृद्धाश्रम हो। मां बाप। की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।
@nimrod21957 ай бұрын
अंकल , अपने बच्चे तो पढ़ाये पर संस्कार नहीं दिये । अपने दुख को अच्छा छुपाया आपने। पर गंदगी अच्छे शब्दों में नहीं छुपति। हम भी सरकारी अधिकारी है पर अपने माता पिता को कैसे टाइम देना है हमे आता है । और ये सब मुझसे मेरे बेटे भी सीख रहे हैं ।
@seeker70907 ай бұрын
उनकी बेटी है। दामाद को रखना चाहिए अपने सास ससुर को। पर अक्सर दामाद भाग लेते हैं।
@devendersinghrawat52527 ай бұрын
In present time, all jobs are private, so children don't have time to look after their parents. They don't get leave like govt employees. So old age home is the remedy.
@komalnegicuj22847 ай бұрын
Bilkul correct.....inki daughter ke kids kya seekh rahe honge.....ki hamare Nana Nani old age home chale Gaye rehne.......
@Ninanani-40857 ай бұрын
@@komalnegicuj2284 इनका दामाद निकम्मा है.
@Ninanani-40857 ай бұрын
ये घर जमाई लाए होते तो ऐसा नही होता।
@Bhaskar-c5j7 ай бұрын
बात सही है इनकी, मां बाप को अपने लिए भी रखना चाहिए, रोने धोने दयनीय बनने से कुछ नहीं मिलता
@vikki70497 ай бұрын
Apne lie rakhna toh thik hai par ye personal space kya hota hai.
@pawanchoubay85787 ай бұрын
this old man is an epitome of pride self reliance and clear headedness...great
@Selen3046 ай бұрын
सारी आर्मी वाली औरते ओपन marriage करती है | There is no place for such people in civilized society. Governments hide this facts very well to maintain "dignity(😁)" of armed forces.
@mohanlal-eh8si6 ай бұрын
बहुत सुंदर। असिस्टेंट कमिश्नर साहब को नमन। बच्चों को दोष देने के बजाए आत्मनिर्भरता के लिए वृद्धाश्रम सबसे उचित स्थान है।
@santoshkumari13757 ай бұрын
ज्यादातर अमीर लोग ही वृद्धआश्रम में होते हैं, गरीब आदमी अपने मां बाप को।साथ रखते बड़े प्यार से
@prasadgaikwad71087 ай бұрын
Afar sarkar vrudashram khol de to Vaha pehle garib log hi apne ma bap Ko lakar chodenge. Sarkari vrudashram Free me honge. Private mein paisa Lagta hai. Voh kisiko dena nahi hai For example mathura vrundawan mein Budhi mahila me se 80 percent to poor Family se hoti hai. Yeh bhi to kisiki Ki maa hogi hi naa ? India mein kai Gine chune charitable old age homes Milenge eaha par sabhi bujurg girib Ghar ke hote hai. Vaha par keval Basic amenities hi hoti hai. Yeh charity Par chalti hai. Vaha par apko koi amir Nahi milenge kyonki voh jyada amenities Wale old age homes prefer karte hai jo Jyada costly hote hai. Isika matlab Yeh nahi ke girib log apne maa baap ko Vrudashram mein nahi chodte. Free Options bahut kam hai. Aur koi pay Nahi karna chahta. Amir log cosly Vridashram mein rehte hai to ye sabke Nazar mein ata hai yeh bat hai baki Sab faltu ke soch hai .
@prakashgupta46627 ай бұрын
अंकल आप से ऐसे उत्तर की आशा नहीं थी अच्छा है कि मैं गांव से हूं और गांव की संस्कृति सीखा हूं आपकी विचार आप तथा आप जैसे लोगो को मुबारक हो
@devanandpandey32077 ай бұрын
बहुत चालक है
@sanjaysingh-ss6xn7 ай бұрын
अति सुन्दर, वर्तमान समय में ये भी ठीक है। बहुत से लोग लड़की के साथ नहीं रहना चाहते। सन्यास आश्रम की व्यवस्था इसीलिए की गई है।
@gaurikumar575127 күн бұрын
What a beautiful way towards life... uncle aapki soch bahut hi clear hai life mein
@umeshchandra62637 ай бұрын
पैसा आपने बेटी को दिया तो कौन सी बड़ी बात है अपने जैसे असहाय और गरीब लोगों को देते तो अच्छा होता
@seeker70907 ай бұрын
उनका पैसा उनकी मर्जी। तुम कमा कर दूसरो को दान दे देना। दूसरो को फालतू का ज्ञान नही देना चाहिए। खुद कर रहे हो तो बात अलग है। उनको अच्छा लग रहा होगा इसलिए रह रहे वहा। क्या दिक्कत है।
@umeshchandra62637 ай бұрын
@@seeker7090 नहीं भैया हमें कोई दिक्कत नहीं सब कुछ होने के बाद भी दिक्कत तो उनको है वृद्धाश्रम में रहना पड़ रहा है हमारे बुजुर्गो ने तो सिखाया पृथ्वी पर भगवान से बढ़कर माता पिता हैं उनकी सेवा ही ईश्वर की सेवा पूजा है
@Rahulsingh-dy6tm7 ай бұрын
Agar beti ki jagah bete ko de deta to tujhe bahut mirchi lagti
@umeshchandra62637 ай бұрын
@@Rahulsingh-dy6tm अरे मिर्ची तो उसको लगी है जो बेटी हो या बेटा उनको पैसा बांट रहा है जिन्होंने वृद्धाश्रम भेज दिया किसी जरूरतमंद गरीब असहाय लोगों में खर्च करता पुण्य का काम होता बांटी उसकी मर्जी कुछ भी करे
@vinodsinghyadav52467 ай бұрын
अरे इनको इस आश्रम मे घोटाला करने को मिल जाए तो से भी अपने बच्चो को दे देंगे।
@Lifeofpahad7 ай бұрын
हम तो अपने गांव में ही अपने मां बाबा के साथ खुश है❤❤ कम खाओ सुखी रहो 🎉 तुम्हारी संपत्ति तुमको हीमुबारक हो
@vishwas22khare7 ай бұрын
Bura lagega but aap alsi hain... Pesa kamao taaki parents ko khush rakh sako tb tk jb tak wo chal fir skte hain swasth hain ....Jb wo bimar ho jaye pareshan ho tb unke saath reh skte hain
@Lifeofpahad7 ай бұрын
@@vishwas22khare bhai acha kama bhi rhe he or ache se ma baba ki sewa bhi kr rhe he
@vishwas22khare7 ай бұрын
@@Lifeofpahad achi baat h ...Hain aise bhi log jo apne gaon m hi acha kama lete hain aur parents k saath bhi reh lete hain
Bhain ajj edaan nehi hai.. bahoot muskil aaa chuki hai samaaj ch.. punjab ch jehdae bihar ton jaa up ton log rehndae nai tuci note kota hona oh loki united rehndae nae mgr punjab ch bilkul ult ho reha hai…. Mgr united family good concept hai
@bimlakaur87797 ай бұрын
सही कहा आपने
@Programmer_cum_Designer7 ай бұрын
@@Yo-yo-uu3wl veere....bnda bahr nikal k dusri thaa te united hi rhnda aa... jive k sare punjabi jdo bhr jnde aa ta sirf ohi thava najr aundiaa jithhe apni community vaadu hove jive k canada de vich j saare javange ta ya ta brampton ch ya surrey ch ehojia kuchh lokka ne bnai hoyi hgia jithhe sare varh gye ne.....eh ta normal aa...bihar wale dusre states ta rhna chahunde ne quki ohna nu changa environment milda rhn nu wrna apne state ch ta oh v ikk dujje to akad k hi rhnde ne.....
Space देने के पहले, संस्कार और जिम्मेदारी उठाने की समझ देना ज़्यादा सही होगा.........
@rajendarsain64207 ай бұрын
शिक्षा ही प्रगति का आधार है शिक्षा ही विनाश हैं। वर्धा आश्रम में पहुंचना या पहुंचाना यह शिक्षा की मेहरबानी है।
@binodbiharisharma10027 ай бұрын
घोर कलयुग का प्रभाव है🙏🙏।। वंदेमातरम्।।
@prajv120 күн бұрын
What a person! Such clarity of thought! So pragmatic in applying the ideals.
@laxmi_the_mathematician7 ай бұрын
कम लोग है,जो स्वेच्छा से वृद्धाश्रमों में रहने के लिए जाते हैं।
@ibrahimkhalifa53967 ай бұрын
Sun ke dukh bhi hota hai aur Khushi bhi hoti hai uncle ki soch se
@Shivaye7947 ай бұрын
Dard chupane ke liye bolna padta hai ki baccho ko azadi deni chiye
@Aaa-mv6rd7 ай бұрын
azadi nahin,parvarish deni chahiye,yeh betuki baat hai
@vipulsingh94197 ай бұрын
Yes , In Italy too parents live with their children in old age .This old man really trying to justify himself even though he is wrong. Or he is crack head
@colorzcrochet7 ай бұрын
Beti thi na..isliye uski azadi ki fikar thi..beta hota to bahu kharab thi...😅😅
@sandeepkumar-we5sf7 ай бұрын
Baccho ke sath rhna accha h
@Aaa-mv6rd7 ай бұрын
@@colorzcrochet haan,yeh to theek hai😂😂😂
@GeetaDevi-p9f4d5 ай бұрын
आपकी सोच बिल्कुल अलग है आपकी सोच बहुत strong है आप समाज को एक संदेश देना चाहते हैं आपकी एक बात बहुत सही है कि अकेले रहते हुए इंसान डिप्रेशन में जा सकता है। बाकी सुख हमारी सोच का होता है
@dineshnagwekar31737 ай бұрын
Hats off! Very pisitive thinking! God bless you!
@sahilkumar-sz3cg7 ай бұрын
Agr ap zindgi me success ho gye. To uska matlb ye nahi k ap ache insaan ban gye ho. Ye dono alag alag baate hai..❤❤❤
@avinashg82167 ай бұрын
ऑफिसर दादाजी के विचारों को सलाम 🎉👍
@ayubbhatti55942 ай бұрын
इनकी बात से 100%सहमत,, हूं,,सिर्फ हालात इन जैसे हों।।
@Anjali-26087 ай бұрын
अगर अंकल को बेटा होता तो शायद ये भी अपने पोता पोती के साथ रहना ही पसंद करते
@vipersnake36227 ай бұрын
Ladkiyo ko sampatti barabr ya jyada bhi de di jaye to bhi maa baap sewa nhi karegi beta bahuo me sabse jyada kami inhi ne nikali.
@satyawannasir49847 ай бұрын
Sahi kaha. Uncle ko agar ek ladka hota to isko kahi jaane ki jarurat nahi hoti. Ladka hi apne maa baap ki seva karta hai. Issiliye ladki ko praya dhan bola jata hai.
@zulupastatus97177 ай бұрын
कहा गए वो लोग जो बोलते है लड़का लड़की में कोई फर्क नही है।
@gklmnop2057 ай бұрын
Ldkiyan agr shadi k baad b apne ghr m rhneko mile to zrur apne mata pita ko seva m hmesha rhaskti h
@SukhwinderSingh-dq2xt7 ай бұрын
Badi harani ki baat hai। Hamare Village me asa kuj nahi hota or Sara kuch ma bap jawani me bacho ko hi de dete hai। Or bache khub sewa karte hai।
@mamatananda29357 ай бұрын
I disagree with you sir. I believe children should take care of their parents, the way parents took care of the children. I truely despise those children who left or let their parents in old age home.
@RaoAkash217 ай бұрын
I agree with u mam... Same age walo k saath rhne ka concept ajib hai alag alag generation k log sath rhe to baccho k liye bhi accha hai aur budho k liye bhi
@polaris197347 ай бұрын
Not sure if you saw the full video, I, in fact, agree with him completely. But rather than just spending time in these senior places, make use of their time. But don't stay with children as the age gap will show up and it will cause more heartburn than patience
@krish_xvxv7 ай бұрын
Take care of your in laws then
@bullinvestor26967 ай бұрын
What about the abusive parents who destroy their children's life by their behaviour
@Cylinderstruck7 ай бұрын
But nowadays companies want you to stay in the office 24x7 so. Sometimes it hardly seems possible for some people to take care of the parents.
@upendrachaudhary9077 ай бұрын
एक बात हमको बहुत अच्छा लगा कि सारा कुछ पहले ही बच्चो के नाम न करना चाहिए और न ही किसी को करवाना चाहिए!
@shaikhahamadahamad28913 ай бұрын
वृद्ध दो प्रकार के होते हैं एक शब्र (धैर्य) वाले, दुसरा जब्र (बोलने वाला)! मज़े से रहते हैं प्रेम से सुनने वाला और प्रेम से बोलने वाला।
@scaiitk7 ай бұрын
वृद्धावस्था में हर मां बाप अपने बच्चों के साथ रहना चाहते हैं अगर बच्चे मान सम्मान और प्रेम के दो बोल बोलकर रखते हैं तो असलियत तो यही है कोई नहीं रहना चाहता वृद्ध आश्रम में अगर बच्चों का हाथ और साथ होता है तो खुशी वही होती जो सुकून बच्चों के साथ होता है वह कहीं और नहीं मिल सकता वृद्धावस्था में पैसा रूपया नहीं चाहिए किसी को बस दो प्यार के शब्द के भूखे होते हैं और वही आज की दुनिया में मुश्किल हो गया है मां आप के लिए सुख साधन जुटा देते हैं लेकिन 2 मिनट का वक्त नहीं है बैठने के लिए हलचल पूछने के लिए
@radheradheradhe18057 ай бұрын
Sir vry good..and... slam krti hu m inko ...inki thanking ko ..lv u dadu..❤🎉😊
@sameemgazigazi3227 ай бұрын
Uncle Ji ki baat se sahmat nahin hun bilkul bada dard bhari kahani Suna rahe hain
@prakashnarayan5385 ай бұрын
राष्ट्र और सब समाज हित में आपका वीडियो काफी अच्छा और सच्चा ढेर सारा आशीर्वाद वृद्धाश्रम में रह रहे सभी महिलाओं सभी पुरुषों को मेरी ओर से सत सत नमन कोटि कोटि नमन मैं आप सभी लोगों के उज्जवल भविष्य मंगलमय की कामना करता हूं आप लोगों का शुभचिंतक पीएम श्रीवास्तव उर्फ अकेला पूर्व अध्यक्ष पी डब्लू डी कर्मचारी संघर्ष समिति आजमगढ़ उत्तर प्रदेश राष्ट्रवादी समाजसेवी राष्ट्रवादी समाजसेवी
@KUHUSUPERTV.7 ай бұрын
lallantop वालों आप लोगो ने ये अच्छा नहीं किया अंकल की आवाज हटाकर अखलेश यादव से dub करवाया।😂
@MNSSHARMA7 ай бұрын
Very well said😅
@timeloop8217 ай бұрын
😂😂😂😂
@cameliavlogs28177 ай бұрын
😂😂😂
@anythingeverything69977 ай бұрын
सेम टू सेम टोटी चोर 😅
@bastariyababupankaj42137 ай бұрын
Points be noted
@prabhakargupta93087 ай бұрын
बेटा गुल्लू तुम लोगों का दृष्टिकोण ठीक है तो वृद्धाश्रम में भी मस्त रहोगे मेरा आशीर्वाद है
@SantoshKumar-ze6oj2 ай бұрын
Right
@raimanvendrakumar7 ай бұрын
अपना घर बेच रहे हो व पेंशन दान कर रहे;तो इसकी क्या जरूरत है?आप अपने बच्चो को जब आज़ाद कर रहे हो;तो अपना घर बेच कर-उन्हे रुपए दे की क्या जरूरत है?.. .. इससे बढ़िया तो 'ये होता की आप अपने बच्चो को घर और जिम्मेदारी से आज़ाद कर के नौकर को रख लेते और अपने बच्चो एक पैसा भी नही देते;जिस वृद्ध आश्रम मे आप जगह लेकर बैठे हो वहाँ किसी गरीब बूढ़े लोगो के काम आ जानी थी।।
@hanishjaspal78077 ай бұрын
Bhai haram ka khanne ki Addat hai or kuch nhi ..
@NJ------7 ай бұрын
भाई तेरी पोस्ट पढ़ते पढ़ते ऐसा लग रहा था , end में तू कहेगा जीने की क्या जरूरत है मर जा तो घर किसी के काम आ जाएगा।
@neerjabhargava54517 ай бұрын
Apko beti ko Dena zarooree nahee hona chahiye aur doosrosn challenged Logoan ko Dena chahiye..
@01.haapvegas7 ай бұрын
Completely wrong
@Kumarnilesh45477 ай бұрын
बिलकुल सही फरमाया आपने पर इसका मोह तो बचो से अभी भी है l
@Baratkayuva26 күн бұрын
खाक है ऐसी दौलत पद और संपत्ति को जो सहारा की टाईम बेसहारा बन जाते। अच्छे वे लोग हैं जो गरीब पर भीतर से बहुत अमीर है।
@pradeepbagde6297 ай бұрын
मै अंकल की बात से पूरी तरह से सहमत हूं । आत्म सम्मान और आत्म निरीक्षण को ध्यान में रखकर ही निर्णय लिया जाना चाहिए।
@molananasirabbasyoutubecha68997 ай бұрын
मां बाप के साथ होने से बच्चों को पूरा स्पेस नहीं मिलता।। ये भी अजीब बात है।
@civilengineer00077 ай бұрын
वाह क्या बात है.. आज मुझे काफ़ी अच्छी जानकारी मिली.. धन्यवाद lallantop😊