Join this channel to get access to the perks: / @thepublicindia --------- Is the Supreme Court with the people or with the BJP? | Arun Agarwal
Пікірлер: 904
@akramkhan992319 сағат бұрын
ये पहली बार नहीं हुआ है हर चुनाव में यही तरीका अपनाया जा रहा है हरियाणा का चुनाव दोबारा होना चाहिए ये जनता के साथ बे ईमानी है
@ashoksingla66618 сағат бұрын
मामले की निष्पक्ष जांच हो और यदि कोई भी अधिकारी देश के लोकतंत्र को नुक्सान पहुंचाने का दोषी पाया जाता है तो उसको देशद्रोह के मामले में उम्रकैद की सज़ा होनी चाहिए ताकि सभी अधिकारियों को ऐसे हथकंडों से दूर से ही डर लगे।
@mahendraanand379119 сағат бұрын
EC के पदाधिकारीयों पर उसके गलत क्रियाकलाप के कारण मुकदमा कर जेल भेजना चाहिए।
@pramodmankar842519 сағат бұрын
लोकसभा चुनाव में धांधली रोक नही पाया सुप्रीम कोर्ट ना विपक्षी दल
@vishakhasingh320019 сағат бұрын
इसकी शुरुआत 2017 के उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों से हुई थी और तब से लगातार जारी है लेकिन पहले थोड़ा छिपकर गड़बड़ी की जाती थी और अब खुलेआम की जा रही है लेकिन जिस दिन देश की 95% आबादी का ग़ुस्सा फूट पड़ा उस दिन भारत में श्रीलंका और बांग्लादेश से भी बहुत बड़ा तख्तापलट होगा और उसे समस्त सुरक्षा बलों द्वारा भी काबू करना असम्भव है।
@RashmiSharma-bw8iv17 сағат бұрын
इसकी शुरुआत इनलोगो ने गुजरात से की है। गुजरात के अधिकांश चुनाव यह इसी तरह लुट रहे हैं ओर यही गुजरात माॅडल है।
@furygamingyt307115 сағат бұрын
मे भी चाहता हू बांगलादेश और श्रीलंका की तरह इस तानाशाह का भी तक्ता पलट हो जाय
@apuravkumarpal290312 сағат бұрын
@@RashmiSharma-bw8ivl love you so much too baby
@vishakhasingh320012 сағат бұрын
@@furygamingyt3071 बस सभी को सड़कों पर उतरने की जरूरत है सिर्फ एक दिन में ही हो जाएगा श्रीलंका में 70 हजार लोगों ने और बांग्लादेश में इससे भी कम लोगों ने ऐसा कर दिखाया हमारी आबादी तो 143 करोड़ है यदि 1% लोग भी दिल्ली पहुॅंच गए तो उसी दिन हो जाएगा।
@jamalnasir258418 сағат бұрын
मुख्यमंत्री सैनी जी का ब्यान याद है ना सारी व्यवस्था हमारे पास है हम फिर से सरकार बनाऐंगे
@raghubirmalik111119 сағат бұрын
सुपिृम कृोट ने जब चंडीगढ़ मेयर के चुनाव से भी चुनाव आयोग का चेहरा नही पहचाना तो फिर तो भगवान ही मालिक है।
@vishakhasingh320017 сағат бұрын
@@raghubirmalik1111 सुप्रीम कोर्ट जनता की आवाज से उपर नहीं है।
@Rgiri917 сағат бұрын
Right
@VBhutani-n7b16 сағат бұрын
Chandigarh mayor choonav me herferi kerne vale ko cji ne suie chubane vali saza nahi dee desh wasi ye samajh lee bjp ka kooch nahi beegar sukte
@kunalchhikara696019 сағат бұрын
ईवीएम मशीन से चुनाव बंद करवाना चाहिए कांग्रेस पार्टी ने 😭😭😭
@baijnathprasad176218 сағат бұрын
बूथों की अनेक मशीनें स्ट्रांगरूम में पहले ही फीड अप करके रख दी जाती हैं दिन भर चुनाव करने का नाटक किया जाता है।
@SalimParvej18 сағат бұрын
You are perfect right evm machine me vote advance me dal ker strong room me rakh diya jata hai DM ki dekh rekh me ye bat election commission ke ek official ne bataya
चुनाव आयोग में नियुक्ति के नए कानून को चुनौती देने वाली याचिका की सुनवाई नहीं हो रही और एक के बाद एक चुनाव हुए जा रहे हैं
@jpleelrain263817 сағат бұрын
Supreme bika hua hai.
@raghubirmalik111119 сағат бұрын
चुनाव आयोग ने खुलकर सरकार के पक्ष में काम किया है इसमें ज़्यादा पृमाणों की ज़रूरत नहीं होनी चाहिए।
@shashidubey505919 сағат бұрын
देश के बच्चे को नौकरी नहीं मिलने से आने वाले समय में बच्चें डिप्रेशन में चले जाएंगे और देश गरीब हो गया मोदी आर एस एस के सरकार में
@deveshkumarchaudhary81818 сағат бұрын
कहीं कुछ नहीं होने वाला है Gov., SC, EC सब मिले हुए हैं । कांग्रेस भी दोषी है, इसे EVM के विरोध में जनाआंदोलन करना चाहिए ।
@Rgiri917 сағат бұрын
Right
@shivshankarmehra428715 сағат бұрын
Problem , EVM में नही है प्रोब्लम सिस्टम में है , जो भी ऑफिसर काउंटिंग इंचार्ज है , वो बेईमानी कर रहा है , चाहे दबाव हो या कोई और कारण
@lrbharti667715 сағат бұрын
ईवीएम के मुद्देपर कांग्रेस की मिलीभगत है, ईवीएम मेकांग्रेस ने भी धांधली कर चुनाव जीते हैं इसलिए कांग्रेस ईवीएम के खिलाफ कोई आंदोलन नही करती है,कांग्रेस और बीजेपी दोनो एक है। जब जनता ईवीएम के खिलाफ आंदोलन कर रही थी तब कांग्रेस खामोश थी और आंदोलन को साजिश कर खत्म कराया ,बाद मे सुप्रीम कोर्ट से ईवीएम को पवित्र घोषित करा दिया और चुनाव आयोग को निष्पक्ष। कांग्रेस और बीजेपी दोनो का चुनाव जीतने का हथियार है ईवीएम।
@sangeetascookbook13 сағат бұрын
आपका भी देश है भाई आपका भी कुछ फर्ज बनता होगा निकलो सडक पर अकेले राहुल गांधी कया कया करेगे
@ssvichar642410 сағат бұрын
@@shivshankarmehra4287evm hi badala jata hai.chunav kisi se counting kisi se.
@pardeeptandon18 сағат бұрын
Courts are no longer to give justice.
@scientificthinker862418 сағат бұрын
सुप्रीम कोर्ट मे जाकर क्या करेंगे।CJI तो पहले ही PM से मिलकर सब सेट कर लिया है। और वैसे भी संघी संघी भाई-भाई होते है।
@SukhuGope18 сағат бұрын
जनता पर ब्लेम करना नहीं चाहिए, लेकिन मतदाता के दिलों दिमाग को झकझोर दिया है।
@AbdulSamad-qe9ee12 сағат бұрын
सबसे बड़ा आंदोलन करना चाहिए क्योंकि ये हर एक नागरिक का भरोसा और उसके दिये हुए मतदान का हक है इवीएम के खिलाफ दुनिया का , सबसे बड़ा आंदोलन करना होगा
@shivramverma402117 сағат бұрын
अग्रवाल साहब की प्रत्येक बात से सहमत।
@mohdshoaib662817 сағат бұрын
चुनाव आयोग मे माननीय टीएन शेशन साहब जेसे अधिकारी की आवश्यकता हे
@rathnakarm680618 сағат бұрын
*Arun Agrawal ji you are 💯✅ Right sir, Satyamev Jayate Jai Hind sir 🇮🇳🙏*
@ashoksingla66618 сағат бұрын
जब सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने ईवीएम के खिलाफ आंदोलन किया था तब किसी पॉलिटिकल पार्टी ने इनका साथ नहीं दिया। और अब जब खुद पर चोट पड़ी है तो ईवीएम ईवीएम चिल्ला रहे हैं। ऐसे ही अब दूसरी पार्टियां भी चुप बैठी हैं, शायद अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं। भगवान् सद्बुद्धि दे इस देश की पॉलिटिकल पार्टियों को।
@khalidhussain841315 сағат бұрын
बिल्कुल बिना जन आंदोलन के कुछ नहीं होगा सड़को पर उतरना पड़ेगा
@srmaurya550718 сағат бұрын
जन आंदोलन जरूरी है
@nilimapandey227318 сағат бұрын
Sare political party or aam janta ko sadak par uttar kar aandolan karne ki jarurat hai time came hai ab har chunaav ka bahishkaar hona chahiye
@chamanthakur835214 сағат бұрын
I request all citizens of this country to please follow Sh Arun Agrawal ji❤❤
@sumanmehta182719 сағат бұрын
Very true interpretation 👍
@kumaryogi200518 сағат бұрын
अगर चुनाव परिणाम की EVM,VVPAT की पर्चियों से मिलान नहीं ,और कुल गिनी गई वोटों का फॉर्म 17-C में डाली गई वोटों से मिलान नहीं तो जीत संदिग्ध है । 100% फर्जी है 🙏🌹🙏🌹
@anilmishra39919 сағат бұрын
अब सरकार EVM 65 से 75% ही चार्ज रखने के लिए चुनाव आयोग को बोल देगी।
@sangeetascookbook13 сағат бұрын
महाराष्ट्र और झारखंड में भी गड़बड़ जरूर होगी सुप्रीम कोर्ट मोदी के इसारे पर काम कर रहा है।
@SukhuGope18 сағат бұрын
बिल्कुल जमीनी हकीकत अभी भी निकाला जा सकता है।
@pravinshetty131019 сағат бұрын
why Cong is not demanding Counting of 100% VVPAT slips. ?????
@sunilsaxena960917 сағат бұрын
बहुत हैरानी की बात हैं। कांग्रेस इन अबैध सरकारों के लिये जिम्मेदार हैं।
@viralshorts500616 сағат бұрын
Vvpat ki parchi ki ginti se kuch nhi hoga, usme bhi gadbad ki jaa sakti hai
@Govindarajan-rf5kk9 сағат бұрын
Returning officers are not doing it
@sunilsaxena96095 сағат бұрын
@@viralshorts5006 भाई VVPAT की पर्ची वोटर्स के हाथ में दी जाये। वो उसे देखकर एक सील बॉक्स में डालें। उसकी गिनती हों। यहीं एकमात्र तरीका हैं फेयर चुनाव का।
@ProGaming-yq7fe19 сағат бұрын
Bjp. Palti. Modi. Evm. Chor
@birendrabirua39736 сағат бұрын
राजीव कुमार लोकतंत्र का खुलेआम धज्जियां उड़ा दिया है
@v.p.gautam189617 сағат бұрын
पिछले कुछ फैसलों से प्रतीत होता है सुप्रीम कोर्ट भाजपा के प्रति सौफ्ट है । अब जज न्याय नहीं नौकरी करते हैं।
@RajkumarSingh-fm1mh18 сағат бұрын
एक सुप्रीम कोर्ट के जज को भी ceo की नियुक्ति में होना चाहिए
@rafat_masood_official19 сағат бұрын
हरियाणा में जो लोग कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणीयां कर रहे थे उन्हें कोई माफ़ी वाफ़ी नहीं मांगनी चाहिए क्योंकि ऐसा करके वो चुनाव आयोग की धांधली और बेईमानी को वैधता प्रदान करने का पाप कर रहे हैं डॉ रफ़त मसऊद पत्रकार
@ramswaroop232118 сағат бұрын
❤😂🎉😢😮😅😊 16:12
@baijnathprasad176218 сағат бұрын
बहुत से ख्यातिप्राप्त पत्रकार और जर्नलिस्ट और सम्पादक भी जो अपने आप को गोदी मीडिया से अलग होने का नाटक करते हैं संदेश के घेरे में हैं। व्यक्तिगत मेरा मानना है आर एस एस की धुर दक्षिण पंथी सरकार सी आई ए का एजेंट है। जिस ढंग से संवैधानिक संस्थाओं और राज मशीनरी को तोड़ कर केन्द्रीय सरकार काम कर रही है इससे सत्ता पक्ष से विरोधी विचार कभी भी सत्ता में नहीं आ सकती। गलती से कोई राज्य सरकार विरोधी पक्ष का बन जाए तो मुख्यमंत्री के समानान्तर राज्यपाल वहां राष्ट्रपति की भूमिका में आ जाता है।
@SukhuGope18 сағат бұрын
फोर्म 17 एक प्रति सभी राजनीतिक दलों बुथ पर ही दे दिया जाना चाहिए।
@naveenchanderbhaghat240918 сағат бұрын
चुनाव कैशिल होने चाहिए चुनाव आयोग के राजीव कुमार को जेल होना चाहिए
@heerasinghrawat99916 сағат бұрын
कांग्रेस पार्टी को आगे आना चाहिए, पता नहीं क्यों डर रही है काग्रेस, चुनाव का बहिष्कार होना चाहिए👌
@srmaurya550718 сағат бұрын
जनता का भरोसा चूना आयोग और न्याय पालिका से हट रहा है
@ishtiyaq27ahmed8118 сағат бұрын
39 लाख में से 19 लाख ईवीएम गायब है,, वो कहा है आजतक चुनाव आयोग सरकार की तरफ से खुलासा नहीं किया गया,, वही ईवीएम से खेल होता रहता है,,
@v.p.gautam189617 сағат бұрын
विपक्ष को मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ सामूहिक इंपीचमेंट मोशन लाना चाहिए
@KM-xw1dh6 сағат бұрын
गणेश पूजा में PM और CJI मिल चुके हैं, फिर घपला तो होना ही था।
@dr.madhavjigajera464619 сағат бұрын
BJP ke samarthan me. 19 lakh EVM jiska hisab nahi milta uski janch nahi hoti !
@aloklover549315 сағат бұрын
हरियाणा में वही हुआ है पहले से ही सेट किया हुआ था । जैसे चण्डीगढ़ में एक रिटर्निंग ओफिफर अनील मशीह ने किया था सीसीटीवी कैमरे में बीजेपी आर आर एस ओर मोदी बहुत ही बेईमानी कर रहे हैं सविधान के साथ।
@KUMARZ8G19 сағат бұрын
Recounting is not justified require fresh elections under strict nuetral administrators.
@elliven1713 сағат бұрын
Re election under strict independent surveillance and voting with ballot papers only.
@shankargupta577113 сағат бұрын
बेईमान चुनाव आयुक्तों के बच्चे तो उनसे भी बड़े बेईमान , मक्कार , झूठे, धोखेबाज, निर्लज्ज, लालची, और हरमखोर होते होंगे अतः देश के उन लोगो को थोड़ा ज्यादे ही सतर्क होकर इनके बच्चो से दूरी बना लेनी चाहिए जो उनके साथ काम करते है या जिनका किसी भी तरह का इनके बच्चो से संबंध है।
@baldevsingh86219 сағат бұрын
That is very true.E.V.M kela
@JavedAhmad-q9y11 сағат бұрын
सुप्रीम कोर्ट हो या अन्य वैधानिक संस्थान उच्च अधिकारी हो या कर्मचारी सब भगवमय हो गए हैं अब शोर मचाने से क्या फायदा है
@vsbhandari686718 сағат бұрын
हर चीज या बात की एक सीमा होती है । सरकार अभी अपनी जीत और ख्याति का डंका भले ही पीटती रहे, लेकिन वह श्रीलंका और बांग्लादेश की घटनाओं से सबक नहीं ले रही है । जब जनता हर माध्यम से उकता जायेगी और न्याय मिलने से नाउमींद हो जायेगी तो जनता अपना धैर्य खो देगी और भारत जैसे विशाल देश में पड़ोसी देशों में घटी घटनाओं से भी बढ़ कर अपना कोई फैसला सुना सकती है ।
@furygamingyt307111 сағат бұрын
@@vsbhandari6867 yes you are right
@MukeshLamba-i1t10 сағат бұрын
जय-जय सविंधान जय-जय भारत जय-जय कांग्रेस
@deveshkumarchaudhary81818 сағат бұрын
अब अपने देश में सत्य और न्याय मारा जा चुका है ।
@BhupenderSharma-f4z15 сағат бұрын
वोटों की चोटी तो राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी हो चुकी है परन्तु सुप्रीम कोर्ट ने सब कुछ सामने देखते हुए भी आंखें बंद करके ही बैठा रहा था
@bapusahebjawlekar897318 сағат бұрын
आपकी बात सही है! ऐसे आदमी को चुनाव आयुक्त की पोस्ट पर रहने का कोई अधिकार नही! उन्हे तुरंत हटा देना चाहिए... नही तो देश बिखर जायेगा....
@sharanshetty371613 сағат бұрын
हरियाणा में लोकतत्र हारा हुवा है । इसलिए जन आंदोलन करना जरुरी है। कब तक के. छु. आ. में ऐसा अधिकारी रहेंगे तब तक एसा ही गोलमाल होते रहेंगे और मतदाता बेवकूफ बनते रहेंगे । क्या बिना जन आंदोलन न्यायालय से कोई निष्पक्ष न्याय का उम्मीद हम रख सकते है ?
@dilipkumarkalwar974519 сағат бұрын
ईवीएम मशीन जब तक है बीजेपी वाले लोगों को हराना मुश्किल है हमने चुनाव से पहले ही सुझाव दिया कि ईवीएम मशीन का खेला लोकसभा चुनाव में किया गया था और विधानसभा में भी बीजेपी करेगी लेकिन विपक्षियों ने नहीं सुना।
@narendrapalsingh459913 сағат бұрын
EVM में वोट कही दिखता ही नही है,यह मतदाता के साथ अन्याय है 😊😊😊
@asharam158318 сағат бұрын
People's movement is required.
@RamNaresh-z1i3b8 сағат бұрын
सुप्रीम सुनवाई पांच साल से अधिक जाएगी क्या होगा 😭😭😭😭
@SukhuGope19 сағат бұрын
क्या EVM बनाने वाले कम्पनी भी गड़बड़ी कर सकता है?
@narendrapalsingh459913 сағат бұрын
चुनाव से सिर्फ पेपर मत से ही होना चाहिये 😊😊😊
@raghubirmalik111119 сағат бұрын
अगृवाल जी बातें बहुत ही विचारणिय हैं, मोदी ने कॉंग्रेस की कमजोरी का फ़ायदा तंतृ के माध्यम से उठाने का काम किया है जो वह गुजरात में करते रहे हैं।
@manojkripal77318 сағат бұрын
क्या कमजोरी कांग्रेस के कार्यकर्ता की कृपा करें स्पष्ट करें आम जनता आम लोगों की क्या कमजोरी है बता दें
@anilsinha207710 сағат бұрын
अगर भाजपाई चंडीगढ़ में मेयर चुनाव में 8 वोट की गड़बड़ी कर सकते हैं तो ये कुछ भी कर सकते हैं
@SanjuYadav-cg1kb18 сағат бұрын
सर जी evm को बंद कर दिया जाए और ballet पेपर पर इलेक्शन करवाए जाएं👏👏👏
@k.balunibaluni173211 сағат бұрын
देश आपके साथ है दोस्त । आपको , दोनो दोस्तों को नमन ....
@meruvane111618 сағат бұрын
साफ साफ बोल रहे हैं कि चुनाव आयोग ने ईवीएम बदल दिया।घुमा कर मत बोलिए
@virendrapatil851813 сағат бұрын
आज गांधीजी होते तो evm बंद करा के ही मानते ...! आज उस कद के नेता नहीं है ....!
@sureshkaul255218 сағат бұрын
Thanks for your critical information sharing
@rameshwarprasadyadav620616 сағат бұрын
19 लाख EVMs गायब है उन्हीं EVMs के दुरूपयोग से ऐसी अनियमितताएं हो रही हैं। उत्पन्न समस्याओं का निराकरण का एक निदान है EVMs के प्रयोग पर BAN और Ballot papers से voting.
@vijaisharma450619 сағат бұрын
अकेली कांग्रेस क्या करेगी। सभी पार्टियों को आगे आना होगा। जनता को भी समझना होगा की उनके सवेधनिक अधिकारों का कैसे हनन हो रहा है। अब देश की सभी संस्थायो से लोगों का विश्वास खतम होता जा रहा है।
@ramdaschandramore857914 сағат бұрын
देश के दुष्मनो को अब सबक सिखाने के लिए तैयार हो जाए जनता .
@tejinderpalsingh338118 сағат бұрын
जनता अंदोलन क्यों नहीं कर रही
@GIRJADiwakar-jo4ps15 сағат бұрын
बांकी चुनाव के लिए बैलेट पेपर पर जोर दो. नहीं तो ऐसा ही होगा।
@mojoomla17 сағат бұрын
Thank you Neelu ji and Arun Agarwal ji. Our country is in grave danger. Only people like you are our hope.
@AbdulSamad-qe9ee12 сағат бұрын
हर एक चुनाव का नतीजा ये ही होंगा जब तक इवीएम रहेंगी तब तक
@anilsinha207711 сағат бұрын
अगर केचुआ ने गड़बड़ी की है तो राजीव कुमार को जेल भेजो
@jpleelrain263817 сағат бұрын
Gujarat election me ek gaon me logon ne bataya tha ki unhone vote congress ko diye aur jab ginti hui to saare vote BJP ko mile. Tab bhee kuchh nahi hua. 2019 ke loksabha me democracy ko ronda gaya tha. Uske baad har election lootaa gaya hai BJP dwara.
@smitajain51726 сағат бұрын
विपक्ष को चुनाव का बहिष्कार ईवीएम मशीन से करना चाहिए अन्यथा कह सकते हैं कि विपक्ष सिर्फ चुनाव लडने की औपचारिकता पूरी कर रहा है आम जनता को ठग रहा है
@rajuchouhan821119 сағат бұрын
आप लोग भी इन सारी पार्टियो को पीछे लग कर पब्लिक को समाधान मीले ईवीएम किसी भी हालत में बंद होना चाहिए
@RajeshSingh-dv2rb17 сағат бұрын
पूर्व सुनियोजित रूप से खेल किया गया है EVM से इसमें चुनाव आयोग पूरी तरह से लिप्त है l
@samiratirkey410018 сағат бұрын
ईवीएम हटाओ हमें इस पर रत्ती भर भरोसा नहीं
@KISHANLALMAURYA-cs2wu15 сағат бұрын
सुप्रीम कोर्ट प्रत्यक्ष रूप से दिखता तो दीये के साथ है लेकिन परोक्ष रूप से है हवा के साथ। यह सवाल क्यों पैदा हुआ सुप्रीम कोर्ट किसके साथ है। अगर यह सवाल पैदा हुआ है तो स्पष्ट है सुप्रीम कोर्ट सरकार के साथ है वरना यह सवाल पैदा ही नहीं होता
@klgharde301818 сағат бұрын
There is a question in the mind of people whether in fact Supreme Court is with people of India.
@birendrabirua39736 сағат бұрын
राजीव कुमार को क्यों बर्दास्त किया जा रहा है इतना संवेदनशील पद में
@alkatripathi829419 сағат бұрын
बेइमानी तो हुई ही है निश्चित रूप से।
@rishipalraine58596 сағат бұрын
20सीटों पे दोबारा चुनाव होने चाहिए
@rambabusharma11519 сағат бұрын
गारंटी है महाराष्ट्र भी MVA चुनाव हारेगी। हरियाणा से महाराष्ट्र ज्यादा BJP को जरूरी है। जनता बस चर्चा करती रह जाएगी।
@KM-xw1dh6 сағат бұрын
EC का तो आजीवन कारावास होना चाहिए।
@ashokghai947417 сағат бұрын
SC JUDICIARY RELIABILITY??
@meenasaxena583116 сағат бұрын
सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए और जहां पर 99%बैटरी से चार्ज ईवीएम पायी गयी है वहां की सब सीटें नंबर 2 पर आने वाले विधायकों को देना चाहिए।।।
@mdzama566219 сағат бұрын
Supreme court jao shapath pe stay lagao jaanch karwao
@khalidhussain841316 сағат бұрын
जब तक सरकार नहीं बदलती इस की तह तक नहीं पहुँचा जा सकता है
@neerajpandit979414 сағат бұрын
सुप्रीम कोर्ट जुमलेबाज के खिलाफ नही जायेगा।
@razzakmemon346918 сағат бұрын
कुछ नहीं होनेवाला है, सरकार बनगयी,थोडे दीन ये सब बातें होती रहगी,कुछ दिन बाद सब जैसा का वैसा हो जायेगा,
@shivramverma402117 сағат бұрын
ऐसे बहादुर और देशप्रेमी सच्चे पत्रकार महापुरुष को कोशिश:नमन
@sunilsaxena960917 сағат бұрын
हैरानी की बात हैं कि कांग्रेस 2017 से हों रहें EVM रिगिग को देख रहें हैं और चुप हैं। एक राष्ट्रीय पार्टी तो रिगिग को सूंघ लेती हैं। UP का 2017 चुनाव में हुये उलट फेर को ही सूँघ लेना था और जनता को जागृत करना था। इस के लिये कांग्रेस / सपा जिम्मेदार हैं।अन्य विपक्षी दल भी जिम्मेदार हैं।
@RamkripalSahani-hv4vp16 сағат бұрын
सुप्रीम कोर्ट को ईवीएम मशीन बंद कर देनाचाहिए अगर इतना जानता आवाज उठाती है भीम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट को भी जनता के बाद को सुनना चाहिए कॉल एवं को बंद कर देना चाहिए
@mahendraseth763218 сағат бұрын
यह आपने सही बोला अगर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से लड़ाई नहीं लड़ा तो जनता का विश्वाश कांग्रेस उठ जाएगा वजह जनता ने वोट कांग्रेस को दिया है
@texd_12317 сағат бұрын
कोंग्रेस को जब तक हरियाणा के नतीजों के तह तक नही जाते तबतक आगे के चुनाव रोक देना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट को evm मशीन से चुनाव कराने पर विविपेट पर्चियों का 100% मिलान किया जाय। और मतदान प्रतिशत के आंकड़े उसी दिन 1 घंटे में डिक्लेर कर देने चाहिए।
@k.balunibaluni173211 сағат бұрын
जनता का विश्वास कोर्ट पर नहीं रहा ....
@vishwanathprasadsrivastava9815 сағат бұрын
कांग्रेस पार्टी को अपने सभी सहयोगियों के साथियों के साथ सडकों पर उतरना पडेगा।
@shailendrajain309114 сағат бұрын
सुप्रीम कोर्ट में भी कुछ नहीं होना है CJI retirement से पहले कुछ नहीं करेंगे सब बिका हुआ है
@neeleshchavan52715 сағат бұрын
१) जिस देश में, EVM, काउंटिंग के समय ९९ % प्रतिशत चार्ज पाई जाती है… २) जहाँ पर्चियाँ सिर्फ़ दिखावे के लिए होती है, वें गिनी नहीं जाती, उनका मिलान नहीं किया जाता… ३) डाले गए वोटों से, गिने गए वोट ज़्यादा होते है.. ४) कितना वोटिंग हुआ ये बताने के लिए २ से ११ दिन लगते है .. और हर बीते दिन के बाद, लाखों वोट बढ़ने के आँकड़े चुनाव आयोग प्रसिद्ध करते रहेता है.. ५) जहाँ काउंटिंग के समय चुनाव आयोग की वेब साइट हैंग होती है.. ६) ये सब खुली आँखों से देखते हुए भी, देश के न्यायाधीश ईवीएम पर, न्याय न देते हो.. वहाँ किसको कितने वोट मिले ये सुनने का कोई मतलब नहीं. क्यों की आँकड़ो में खुली तरह से हेराफ़ेरी होते दिख रही है. यहाँ चुनाव तो दिखावा है.. जनता को किनारे कर, सब संवैधानिक संस्थाएँ मिलकर, देश को लूटनेवालों का साथ देने में, अपना योगदान दे रही हैं.