Gandhi is in soul of India, Gandhi is niether of Congress nor of BJP, he is of whole india
@मुद्राराक्षस6 жыл бұрын
क्या गाँधी को वो भी अपना मानता है जो गाँधी को एक चतुर बनिया बता रहा था ???
@vaibhavgupta67766 жыл бұрын
@@मुद्राराक्षस yeh to wohi jane par Gandhi ek soch hai na ki vykati jisne bharat ko ek progressive country banaya
@मुद्राराक्षस6 жыл бұрын
@@vaibhavgupta6776 थोड़ा बहुत तो तुम भजि जानते ही होंगे ??? वैसे सारे फेंकू भक्त तो कहते हैं भारत में 70 साल से कुछ हुआ ही नहीं है !!! फिर progress की बात जो आप कह रहे हैं वो सच है झूठ ???
@jituscalc32156 жыл бұрын
Vaibhav Gupta Support T Series . Go and subscribe T Series .
@vaibhavgupta67766 жыл бұрын
@@मुद्राराक्षस aap mujhe bakht na samjhe na slave, US aaj jaha hai uska reason 250 years ke capable leadership hai, India bhi aaj jaha hai usme Nehru Gandhi ke sath JP, ABV, Third front leaders ka contribution hai, baki US ki tarah indian media bhi bikau hai
@ushapatel47456 жыл бұрын
मैं 55 की हुं..... आपकी क्लास में 5 साल की उम्र की जिज्ञासा से सुनती हुं . ,सच में , मोटे मोटे तौर पे ' राष्ट्रपिता' ' ' ' 'महात्मा' या 'बापु' के नामों से गांधीजी को जानते है. इससे ज्यादा नहीं. गांधीजी की थोडी थोडी पहचान अब हो रही लगता है. बहुत अच्छा संवाद, शुक्रिया.
@adabadab8926 жыл бұрын
bahot bada prashansak hu main apoorvanand ji ka. sachche artho me ek vidvaan.
@wakilansary35346 жыл бұрын
Ghandhi ji is a great leader of our country
@arunsakalle70786 жыл бұрын
....YOU said : "DELHI me GANTANTRA-DIWAS kee taiyaariyaan chal rahee hain aur jagah-jagah RAASTE bund ho rahe hain...!!!" WOW... WHAT-A-TERRIFIC-SARCASM...!! ----waah, Apoorvanand ji, YOU are matchless.
@anuragshankhdhar24446 жыл бұрын
Gandhi can't be failed... His principles will remain and will be followed if humanity need to survive...
@mayankl6 жыл бұрын
Yes.... Like a soul..
@AbdusSalam-lr1tz6 жыл бұрын
😥😥😥 Thanks Apoorvanand Ji -- Bohot he Naayab Conversation 🇮🇳
@prakashchanddedha5266 жыл бұрын
डॉ सुधीर चंद्रा जी ने सही और सटीक जानकारी दी साथ साथ अपूर्वा नन्द को निरुत्तर भी कर दिया
@subodhjain52776 жыл бұрын
We have proved beyond doubt that the nation simply did never understood nor understands what Ahimsa means n its relevance. One of the finest of discussions I have ever watched. All thanks to both the learned prof. apoorvanand n Sudhir chandra.
@rizwansaifi39175 жыл бұрын
30 जनवरी आज के दिन गांधी जी को याद करते हुए यह वीडियो देखना अच्छा लगा😊 बापू को मगफिरत हो😊
@arunsakalle70786 жыл бұрын
Exactly, Apoorvanand ji, -----as par the failed status of GANDHI JI : "yadi GANDHI JI, aaj ke haalaat me jeevit hote toe unhe maarne ke liye kisee NATHURAM GODSE kee zaroorat nahee padti.... unhone khud hee AATM-HATYAA kar lee hotee....!!"
@मुद्राराक्षस6 жыл бұрын
👌👌👌👌
@anwaransari96776 жыл бұрын
आप ने अक्षरशः सत्य बात बोले हैं ।
@arunsakalle70786 жыл бұрын
@bg s @BGS, -----nahee nahee, tum fake ID waale DOGLE-LOGO kee wajah se AATM-HATYAA .....karte....!!
@kiranagrawal8293 жыл бұрын
I don't believe in this he wouldn't suicide he would do protest until his death
@mohammedarif84716 жыл бұрын
Great programme Sir, Aisi hi aur gyanwardhak show ham Gandhi jee se sambandhit karen k kiye aap se niwedan karte hain
@AshokGupta-oq6hs4 ай бұрын
Sir,Mahatma Gandhi is a world icon of non- violence in politics. He was entirely focussed on Indian villages and cottage industries. Modernity,industrialisation, technology development urbanization was not his cup of tea.Mr Nehru was quite aware of these aspects and believed like Gandhi in hindu-muslim unity. But that did not prevent partition as well as 1947-48 india-Pakistan war over Kashmir.
@saurabhkrbh6 жыл бұрын
Aaj adhiktar log Gandhi ke baare utna hi jante hai jitna ki RSS dwara Whatsup University & Facebook University ke dwara galat aur adhi jankari batayi jati hai. Aur dukh to tb hota hai jb we inn jankariyo ko sahi mante hai aur unhe gali dete hai. Aur sabse jyada dukh tb hoti hai jb we un jankariyo ki haqikat sunne ko taiyar nhi hote hai. 😥😢😔
@Rajukumar-ix9rb6 жыл бұрын
Aap bilkul such kah rahe hain
@philosophicalsoul26103 жыл бұрын
Aree miyaa ye dukh Gandhi ka nhi h tumko .... Wo pain tumahare maansikk khatne ka ya jihadi baabasir hai jo tumko preshan kar rha h
@Kumarshyam6 жыл бұрын
अपूर्वानंद जी मैं आपसे सम्पर्क करने की कोशिश कर रहा हूँ लेकिन मुझे कोई जरिया नहीं मिल रहा। कृपया कोई सम्पर्क सूत्र सुझाएं। मेरा ईमेल पता- contact@kumarshyam.in
@AdvShivam-sq5ew6 жыл бұрын
Sahi kar rahe ho bhai ... Inhen bulao apne channel pe.. mai tumse milne ki kosis kr rha hu ...muje to aaj ke waqt mai bas apooravanand hi gandhibadi lagte hai.. unhe aur sunna chahta hu ..ap apne channel pe ek acha gandhi ko samjhne ke lie show laye.. jo aaj ke halat mai gandhiwadi nazariya de paye.. plz reply
@avinashdurge65126 жыл бұрын
So mesmerizing information about Mahatma Gandhi ji For lndian democracy. In those days how India hormone, Liberty, belife, justice, & all the democratic principles are justified very well. But now a days we see that our country is on very bad faith. Now a days we don't want listen political spokesperson of political parties. Our country youth want to listen such intellectual people those how are knowledgeable like professor of University. Like, Sudhir Chandra ji, kanchha illaya ji, urmilesh ji, Apoorvanand ji, Gouhar raja sir, Javed Akhtar, Vivek Kumar ji, Arfaji, Vinod dua ji, Varadarajan ji, Sujit Nair ji, Ravish Kumar ji, carvan magzin ke editor, such peoples speeches I want to like to listen. Thank you sir for knowledgeable information......
@aaziz116 жыл бұрын
विंसेंट शीन अद्भुत व्यक्ति था उसको पहले ही अंदाज़ा लग गया था की गांधीजी की हत्या होने वाली है वो २८ जनवरी को बापू से मिल लिया था दूसरी मुलाक़ात ३० जनवरी को होनी थी वो मौजूद भी था मगर उसके सामने ही गांधी जी की हत्या हो गयी आश्चर्य जनक
@mridulkumarshrivastava4306 жыл бұрын
A NATION WHICH WAS ABLE TO PROVIDE SECURITY TO IT'S FATHER THEN WE CAN UNDERSTAND WHAT IS SECURITY OF OTHER ACTIVISTS FROM MEDIA TO SOCIETY EVERYTHING ACTUALLY WHICH IS REALITY WHO R DOING THEIR WORK FINALLY! REALITY IS MOSTLY GANDHI JI IN JUST STATUES IN PRESENT WORLD!
@Rehankhan-nj4tq6 жыл бұрын
Thanks for this information
@arunsakalle70786 жыл бұрын
Apoorvanand ji, one urgent correction required...at 8.23, the guest says 2nd October 1948 was GANDHI's first BIRTHDAY after independence which is incorrect. It must be 2nd October 1947...!!! [...please RESPOND. ]
@luharannahk6 жыл бұрын
U r right. He spoke mistakenly.
@adabadab8926 жыл бұрын
jis tarah ekdum anpadh hokar aap koi chitthi nahi padh sakte usi tarah Gandhi jaise gyaan ko samjhne ke liye thoda gyaan toh chaahiye hi chaahiye.....dusre shabdo me aap ko agar Gandhi samjh nahi aa rahe toh nishchit taur pe maan lijiye ke aap ko gyaan chhoo bhi nahi paya hai
@IrfanAhmad-qb1ip6 жыл бұрын
सर प्लीज़ एक बड़ी बात ज्यादा टाईम का हो सर के साथ जिस से हम लोग बापू को और जाने जो कल हो चुका है प्लीज़ सर ऐसे विडियो बनाते रहिए
@farooqshaikhofficial79606 жыл бұрын
👍
@kuljitsingh33226 жыл бұрын
Modi need to go for the benifit of India.
@mdalam786886 жыл бұрын
Thanks the wire
@RahulKhandelwal.official10 ай бұрын
08:22 It should be 02 August 1947.
@aadilhussein69666 жыл бұрын
Great Apporvanand ji .
@vickysingh43876 жыл бұрын
In many fronts we have failed Gandhi
@adabadab8926 жыл бұрын
apoorvanand sir main Kya kisi bhi tarah aapse ek baar mil sakta hu? main Delhi se hi hu. haath jodkar vinti hai meri
@petermonteiro65096 жыл бұрын
Great talk
@Gurugramrahmat6 жыл бұрын
Eye opening introspecting
@shubhashlingade60183 жыл бұрын
Mahatma Ghandi was great social scientist
@indianbrother8146 жыл бұрын
Sir g u r a real professor..
@राधेलाल-र9ध6 жыл бұрын
माता शत्रु: पिता बैरी येन वालो न पवित: । न शोभते सभामध्ये हंस मध्ये वको यथा: ।। - चान्क्य नीति: उन माता पिता एवं गुरु को शत्रु क्यों ना माना जाये जो केवल अपने पूर्वाग्रह मत अन्ध्ता के द्वारा उत्पन्न स्वार्थ के वश होकर सन्तानो को उचित शिक्क्षा, समर्थ होते हुये भी नहीं दे रहे हैं । कभी कोई धर्म के नाम पर अधर्म, कभी जाती के नाम पर फुट, कभी कोई कर्म और पुरुषार्थ के नाम पर स्वार्थ, कुकर्म को सही सिध्द करने के गुन सिखा रहा है। हम स्वयं अपने समाज को उसके वर्तमान् को विषाक्त कर उज्वल भविष्य की कल्पना कैसे कर सकते हैं। सत्य का ज्ञान ना होने पर भी, सत्य का ज्ञान होते होने पर भी हम अपने ही भ्रस्त आचरण के द्वारा इस रास्ट्र के जीवन्त मूल्यों को क्यों नस्ट करने पर तुले हुये हैं। उक्त विषय पर कलम के महान सिपाही मुन्शी प्रेम चंद्र ने कर्म भूमी उपन्यास के शुरुवात में ही अपनी पीडा व सत्य व्यक्त किया था। " हमारे स्कूलों और कॉलेजों में जिस तत्परता से फीस वसूल की जाती है, शायद माल गुजारी भी उतनी सख्ती से नही वसूल की जाती। महीने के एक दिन नियत कर दिया जाता है, उस दिन फीस दिजीये या नाम कटवाईये या जब तक फीस जमा ना हो रोज कुछ ना कुछ जुर्वाना दिजीये। कहीं कहीं एसा भी नियम है की उसी दिन फीस दुनी कर दी जाती है और किसी दूसरी तारिख को फीस न दी तो नाम कट ही जाता है। ऐसे कठोर नियमौ का उद्देश्य इसके सिवा और क्या हो सकता है की गरीब के लडके स्कूल छोड़ कर भाग जाये। वही हृदय हीन दफ्तरी शासन, जो अन्य विभागों मे है, हमारे शिक्क्षाल्यो में भी है, वह किसी के साथ रियायत नही करता। चाहे जहाँ से लाओ, कर्ज लो, गहने गिरवी रख्खो, लोटा थाली बेचो, चोरी करो या डाका डालो, मगर फीस जरुर दो, नहीं तो दुनी देनी पड़ेगी या नाम कट जायेगा। जमीन और जायदाद के कर वसूल करने मे भी कुछ रियायत की जाती है पर हमारे शिक्क्षालयो में नर्मी को घुसने ही नही दिया जाता, वहां स्थाई रूप से मार्शल लॉ का व्यव्हार होता है। हर जगह बस रुपये पैसे का राज है, कचहरी में पैसे का राज है, अस्पतालो मे पैसे का राज है, स्कूलों मे भी पैसे का राज है, उससे कहीं कठोर, कहीं निर्दय। देर से आइये तो जुर्वाना, न आइये तो जुर्वाना, सबक याद न हो तो जुर्वाना, कपडे जुते झोला सही न हो तो जुर्वाना, शिक्षालय क्या हैं जुर्मानालय हैं। यही ज्ञान सभ्यता का आदर्श है, जिसकी तारीफो के पुल बाँधे जाते हैं। यदि एसे शिक्षाल्यो से पैसे पर जान देने वाले, पैसे के लिये गरीबों मजलूमों पर जुल्म, शोषण करने वाले, गला काटने वाले, पैसे के लिये अपनी आत्मा को, लोगों की आम जरुरतों का मोल करने वाले, क्षात्र व नागरिक निकलते हैं, तो हमें आश्चर्य क्यों है ।" (कोट बाय - कर्म भूमी, प्रेम चंद्र, प्रथम प्रष्ठ,) इन शब्दों को लिखे हुये 90 वर्ष बीत चुके हैं, पर आज भी यह मुद्दा कायम ही नहीं है बल्की और ज्वलन्त हो चुका है, एक ओर जहाँ सरकारी स्कूल-कालेज की खस्ता हालत किसी से छिपी नही है, वही प्रायवेट स्कूल-कालेज केवल धन कमाऊ फेक्ट्री बन चुके हैं, यह समस्या यहीं तक सिमित नहीं है बल्की और भी ज्यादा भयावह हो चुकी है, सरकारी स्कूल-कालेज से निराश, प्रायवेट स्कूल-कालेज से हारे लोग अपने बच्चो को लेकर एसे संसथानो मे लेकर पहुचते हैं जो बहुत मामूली शुल्क पर शिक्क्षा के नाम पर, भगवा रास्ट्रवाद, अन्धभक्ति, और परंपराओ के नाम पर जाती वाद, क्षेत्र वाद, और कट्टरता का पाठ पढते-पढाते हैं। ऐसे ही हजारो लाखो संस्थान, आज़ादी के पहले से इस मुल्क में चले आ रहे हैं । जरा सोचिए, एक अनुमान लगाईये की अगर हर 20 से 25 साल मे एक नई पीढ़ी पिछली पीढ़ी की जगह ले लेती है तो, अब तक कितनी पीढियाँ इन विषाक्त मानसिक्ताओ से प्रभावित होंगी। उनकी संख्या हर उम्र समूह मे होगी, वो किस किस महत्वपूर्ण स्थानो और पदों पर होँगे, और उन्होने कितने बडे वर्ग को अपनी मानसिक्ता से प्रभावित किया होगा। आज समाजिक, आर्थिक, सामरिक और राजनीतिक क्षेत्रों मे जो उथल-पुथल और संकट है, वो शिक्क्षालयो के पराजय और असफल होने का परिणाम है। धन्यवाद, जय हिन्द, --जय गुप्त - 24 जनवरी 2019 आपके पेज पर इस लम्बी टिप्पणि के लिए क्षमा चाहता हूँ, अगर आप नाराज हैं तो इसे हटा सकते हैं, दा वायर को धन्यवाद
@मुद्राराक्षस6 жыл бұрын
ये सब ब्राह्मणवादी व्यवस्था के कारण हुआ है
@राधेलाल-र9ध6 жыл бұрын
@@मुद्राराक्षस धन्यवाद् भाई साहब, आपने सही कहा, गान्धी जी की विचार धारा को इन्हीं लोगों ने धूमिल और बदनाम किया है
@anwaransari96776 жыл бұрын
देश में फिर से सामन्त वाद लाने का षडयंत्र रचा जा रहा है। धर्म का नाम एक चारा के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। देश फिर से गुलाम होने के कगार पर है ।
@bhupi26046 жыл бұрын
Bhai saab.....aap sach me scholar ho....hatke sochte ho.....aap jaise log is Desh ke liye bohat jaruri hain.....please take care of yourself...live long and share your views
@truthprevails49986 жыл бұрын
Gandhi's contribution can't be denied but he was racists and caste based system supporter.
@aumesania6 жыл бұрын
Please, recording high volume
@pirthiislam29636 жыл бұрын
Gandhi in my heart 💝
@jaanekyadikhjaye5 жыл бұрын
प्रो.सुधीर चंद्रा के महात्मा गांधी के सम्बन्ध में विचार 👉 kzbin.info/www/bejne/iGTOlYxqjsR0i6s
@sayednasir96 жыл бұрын
good
@serazulhaque88816 жыл бұрын
Nehru Gandhi ki party means Congress party . Congress party Ko jor kar rakhney may Gandhi Title jaruri hey. Aur BJP party Ko Bana Ney may Aur Jor kar rakhney may Ram Mandir Mudda maney rakhta hey. Advani aur Bajpai milkar BJP party Ko Bana yah. Bajpai p.m baan Gaye aur Advani ka jaab turn Aya. Tub BJP party may Ram Mandir Issue k sath . Modi Amit Saha jaisa leader Hindu MUSALMAN gay say Mudda Lakar . Modi p.m bangaye. Ab Yogi ka turn hey.
@ashishyadav39476 жыл бұрын
All the riots happened has the root to Gandhi
@sonubaba5166 жыл бұрын
नमाज़ बख्शवाने गए थे रोज़ा गले पढ़ गया - ये तो मज़ाक उड़ाया हुआ इस्लाम का और इतने बड़े बुद्धिजीवी से ये बात शोभा नहीं देती - क्योकि मोहम्मद साहब जब मेराज पर गए तब रोज़ा का ज़िक्र भी नहीं हे - इस तरह से तो हिन्दू धर्म के बारे में कई बाते हम भी बना सकते हैं पर संघियो का आंशिक ज़हर कम से कम हमारे मन में नहीं हैं
@mohammedarif84716 жыл бұрын
Kewal Gandhi nahin balke Gandhi Jee kaha jana chahiye
@classes9375 жыл бұрын
Mai sochta tha sir d.u. me class kam kyu lete hai. Yaha aajate hai na😂😂
@tanu33336 жыл бұрын
Not upload with balance volume.
@philosophicalsoul26103 жыл бұрын
Gandhi may be ur father or of Pakistan not of India ... India existence is timeless in history .. It is Gandhi mutated nonviolence which resulted in too much violence . Gandhi is irrelevant if he is not on currency
@ashvanikumar63054 жыл бұрын
ye pagal ho jayga modi ko gali dete hue
@laxmikantanayak71186 жыл бұрын
Jai Hindu Hindi and Hindustan. Down down Nehur
@ushapatel47456 жыл бұрын
फिर कोमेंट अंग्रेजी में ?
@sarafatahemad6 жыл бұрын
Gandhiji aap amar ho ...
@moshahid97605 жыл бұрын
गाधी बराहम्ण माइन्ड थे
@sameersameet39886 жыл бұрын
Thanks sir
@notohate77246 жыл бұрын
We failed him when we voted for his killers
@siddharthsinha1416 жыл бұрын
Political Master sahab ...3-4 month ke lie class bunk kar ke youtube youtube khel rahe hai ... ladke tab campus me free ghoom ghoom tukde gang and gouraksha khelnge kar lijie time pass
@mdsaifjamil73246 жыл бұрын
Gandhi jii samwidhan sabha me obc ka leader they. Magar OBC KO na kuchh dya or na dilaya OBC ko dhokey me rakhaaa
@Piaaaaaaaa245 жыл бұрын
Gandhi was not a member of constituent assembly.
@sumitkumar-md1ox6 жыл бұрын
Lakho hindu ka katil Gandhi ahansi badi tha .
@worlockthorn96716 жыл бұрын
kzbin.info/www/bejne/qqnJoJ6VqrVoorc इस वीडियो में एक ऑडियो सुनायी गयी है जिसमें जज लोया की मौत की ऑडियो है सबूत के तौर पर और EVM का सयैद शुजा भी है LIVE
@malikzada5616 жыл бұрын
Video thoda chhota banaya kijiye
@diliparora3066 жыл бұрын
Gandhi ji aksamay jina nahi chate the kyo nahi jeena chate is par hme vichar karna chahiye
@KhalidMehmood-mj3by6 жыл бұрын
bhagwan shi r modi ky sath bhagwn shri godse ki yaad desh kodilayee jay
@Neeharsha6 жыл бұрын
Is this red sweater guy from JNU, his face looks JNU chap...
@zuberpatel93156 жыл бұрын
Batwara ghandhi ne hi kiya he
@ImranKhan-wd1lh6 жыл бұрын
Just terha say Gandhi mardiya gayatha using terha Gandhi ki soch rakhnaywala logoko marnaywala hay halat batata hay
@kuldipkumar22076 жыл бұрын
अपूर्वानंद जी आप भी गाँधी के भक्त निकले जान कर दुःख हुआ. गाँधी वह व्यक्ति था जिस ने राजनेताओं को "कथनी और करनी " में अंतर् करना सिखाया. लंगोटी पहन कर बिरला की हवेली में रहना सिखाया. मेरी लाश पर पाकिस्तान बनेगा का वादा करके लाखों लोगों को मरवाया. एक बार पहले इतिहासकार गुहा जी को अपना चैलेंज दे चूका हूँ आप चाहें तो स्वीकार कर सकते हैं अपना घर आप मेरे कब्जे में दे दें फिर जो जो स्टंट गाँधी ने देश आजाद करवाने के नाम पर किये डंडी यात्रा बिना मरे मरण व्रत आदि आप सब कर लेना अगर आप का घर अगर आप खाली करवा पाएं तो हम मान लेंगे की गाँधी की स्टंटबाजी से अंग्रेज भारत खाली कर गए थे. गाँधी मर लिया उसे मरा रहने दो. गाँधी का मतलब है वह कांग्रेसी लीडर िजस ने ६५ साल देश को सेवा के नाम पर लूटा
@piyushyadav18896 жыл бұрын
Sahi bole hai jai hind
@sahikahaapne6786 жыл бұрын
Ugc roster ki baat Kar? Warna chup baith
@ashvanikumar63054 жыл бұрын
koi kam to aisa hoga jo is gov ne sahi kiya hoga vo bhi bta diya kr pagal ya bas modi ko hi gali deta rehta hai pagal