यह सीधा धर्मांतरणका मामला है। तहकीकात करके दोषी तथा जगनमोहन रेड्डीकी जाँच करके दोषीको फासीही होनी चाहिये।
@hiteshswami2401Ай бұрын
Khsli black listvksrne seckya hoga us ghee wali compony se componsesetion lena chagiyecor us comoobyvko bandcksr dena chsgiye
@hiteshswami2401Ай бұрын
Ye planning thi scandle ki
@hiteshswami2401Ай бұрын
Jo culprit he insan ko Holi marni chahiye no case. Ji. Logobka dharm bhrsst husxuska kya
@hiteshswami2401Ай бұрын
Reddy se componsesetion liyaxjsye
@hiteshswami2401Ай бұрын
Hs centra level pe ek best lsb testing honi chahiye
@SanjeevKumar-xg2myАй бұрын
पवन कल्याण जी ने जो भी कहा है उसे लागू करनी चाहिए
@satyendrapalsingh9373Ай бұрын
भारत सरकार को सनातन बोर्ड बनाना।
@SandeepSharma-du3ydАй бұрын
Good ❤
@davajohn7151Ай бұрын
The temple money donation goes to state govt for haj subsidy and mualana salary and madarasa Maintenance.
@kayyumansari1197Ай бұрын
धर्म और आस्था से खिलवाड़ ठीक नहीं दोषी जो भी हो इस मामले मे कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए
@davajohn7151Ай бұрын
The temple money donation goes to state govt for haj subsidy and mualana salary and madarasa Maintenance.
@dilsediltak3796Ай бұрын
Aastha bhagwan se rakho dharm to koi tha hi nahi pehle...
@rajeshwarsaini7691Ай бұрын
सुशांत जी हमारे देश में खाने पीने की नहीं बल्कि कोई भी चीज ऐसी नहीं है जिसमें मिलावटखोरी नहीं है कोई देखने वाला नहीं है
@raghubarchaubey2400Ай бұрын
मन्दिरो को सरकारी नियंत्रण से मुक्त किया जाय जब मस्जिद और चर्च सरकारी नियंत्रण से बाहर है तो मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों
@chandrikasahani5943Ай бұрын
True
@anil011250Ай бұрын
सुशांत जी, इस सुंदर विश्लेषण के लिए धन्यवाद. मंदिरमें काफी अहिंदु लोग हैं उन्हे बाहरका रास्ता दिखाना चाहियेl सिर्फ हिंदुओंसे ही माल खरीदना चाहियेl
@jayshreesharma6839Ай бұрын
हां लेकिन शाकाहारी हिंदुओं से😊
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@KesariNandan-zx3rpАй бұрын
@@jayshreesharma6839😊😂
@virendrakumarpandey2949Ай бұрын
क्यों बाजार में जब ए देसी घी की मिठाई या देसी घी खरीदते हो उसे बनाने ओर बेचने वाले हिंदू है वे भीघटिया घी का इस्तेमाल करते है इसका एक मात्र समाधान घी से बनी मिठाई मत खरीदो प्रसाद में केवल फल का उपयोग करे घी की जरूरत हो तो दूध खरीद कर स्वयं घी तैयार करे करीब 30लीटर दूध से 1किलो घी बन जाता है अपनी आस्था की रच्छा स्वयं करे इसी लिए पहले लोग प्रसाद घर में ही बनाते थे
@seelaumhel8768Ай бұрын
Yes correct
@सत्यकीखोजपोस्टमार्टमАй бұрын
अब सवाल यह है कि आरोपियों को फांसी कब .......??दी जा रही है क्योंकि अगर ऐसे जगन्य अपराध पर भी फांसी न दी गई तो भविष्य में ऐसे अपराध होते रहेंगे
@seelaumhel8768Ай бұрын
Yes correct
@davajohn7151Ай бұрын
The temple money donation goes to state govt for haj subsidy and mualana salary and madarasa Maintenance.
@dilsediltak3796Ай бұрын
Bhagwan h naa tum logo ko ky karna h bhagwan ka prasad h lena na lena aapki aastha h
@सत्यकीखोजपोस्टमार्टमАй бұрын
@@dilsediltak3796 yah Ham hinduon Ka Kanoon per Vishwas hai नहीं तो इतना बड़ा अपराध करने वाले अब तक जीवित न होते अगर यही काम मुसलमानो की आस्था के खिलाफ कर दिया होता शायद बात आपको समझ में आ गई होगी इसलिए टिप्पणी सोच समझ कर किया करो
@MeenaFaujdar-bi2shАй бұрын
फांसी होनी चाहिए जो भी आरोपी हो कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो 😡😡
@kodaranduaАй бұрын
Bhutni ke kalkata me rappits ko Abhi tak fansi nahi diya to ye to bahut chhoti baat hai 😅😅
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@katter_sanatani_brahman._.Ай бұрын
@@kodaranduabecause waha per Mamta begam hai
@saurajchakraborty3539Ай бұрын
Hurting Hindu astha is equally intolerable
@saurajchakraborty3539Ай бұрын
We hindus minimising our problems on exercising our faith is too big a crime. India needs intolerancehere
@kamleshwaridevi6650Ай бұрын
सीधी सी बात है मंदिर में भगवान को फूल समर्पित करें सर्व व्यापक ईश्वर से क्या छुपा है प्रसाद का झंझट खत्म नकली घी का झंझट अपने आप खत्म ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@vivekdoddamani2082Ай бұрын
पिछले 50 साल से कर्नाटक का नंदिनी ब्रांडगी तिरुपति मंदिर को सप्लाई कर रहा था लेकिन 2020 में जगन मोहन रेड्डी के सरकार के बाद नंदिनी से हटवा दिया था तभी यह सब मिलावटी हुआ है
@raiswalvlogАй бұрын
जिसने भी ये कृत किया है सनतान धर्म को ठेस पहुंचाई है उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए चाहे वो किसी भी धर्म का हो 😡😡😡
@raiswalvlogАй бұрын
@@davindersingh4057 hindu dharm is tarh se kisi ko ijajat nahi deta hindu hai to wo bhi pap ka bhogi hai sidha fasi jitne log bhi isme kasurwar hai sabko sja milni chaiye
@davajohn7151Ай бұрын
The temple money donation goes to state govt for haj subsidy and mualana salary and madarasa Maintenance.
@Raghuraj474Ай бұрын
भगवान के नाम पे धर्म के नाम पे जाति के नाम पे नेता ऐसे ही भारत वासियों को बेवकूफ बनाते रहेंगे पहले मुगल फिर अंग्रेजो ने अब मन से अंग्रेज नेता फायदा उठा रहे हैं । भारत के लोगो को गुलामी और ladchatai पसंद है 😂😂😂🤣🤣। महादेव🙏🔱🚩
@asfakkhan5326Ай бұрын
Ye karne wala bhi sanatan se hi hai
@VikashKumar-xs9zhАй бұрын
जब इतना करोड़ो रूपए मन्दिर से आ रहा है तो क्यों ना दो चार हजार गऊ शाला खोल दिया गया जो सुध घी का श्रोत बनता। जय श्री कृष्ण 👋👋
@shantiprakashchouhan9727Ай бұрын
Bhai gau shala vanha h
@krn4237Ай бұрын
सही कहा आपने ❤
@aakashdhiman924Ай бұрын
Right me bhi yaha bolna chah raha seva bhi hoge ghee bhi sudh milega
@FaisuraajАй бұрын
Bhaiya ji fir electrol bond mai kaise dega 😢
@yatriandvloger4108Ай бұрын
@@Faisuraaj तिरूपति का सबसे ज्यादा पैसा मुस्लिम को जाता है
@amittoysunboxer3088Ай бұрын
320रू हो या 475रू इस रेट पर शुद्ध देसी घी मिल ही नही सकता। फालतू का ज्ञान बन्द करो, जो व्यक्ति या संस्था इस रेट को स्वीकार कर रहा और सप्लाई का आदेश दे रहा है सबसे बड़ा दोषी वहीं है।
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@ramakantsudhanshu7310Ай бұрын
बिलकुल सही। चर्बी से निकले वसा को ये व्यापारी लोग घी बनाकर बेच रहे है
@sriforfutureАй бұрын
How many supports for "SANATAN DHARM RAKSHA BOARD"
@vimleshmishra7909Ай бұрын
साजिश ही है और जो ठेकेदार है उसको ठेका दिया गया और सब कांटेक्ट जिसे बनाया गया है वो मुस्लिम ही है इसको फांसी की सजा होनी चाहिए
@Kavita_Kahani_KRANTI16Ай бұрын
विष्णु भगवान हैं। चक्रवृद्धि ब्याज से वसूली करवाएंगे हर पापी को सजा मिलेगी।
@anushkachowdhary3670Ай бұрын
unhone he to bheja sandesh k jao dekho aur dikhao duniya ko aaj hum sab dekhi rahe hai...itna sab jaane k baad b logo ko phool pata he bhagwan ko chdahna chahiye aur gharse mithai bnake le jaye ..
@Jin.Moon7Ай бұрын
हिन्दूओं को मंदिरों में दान देना बंद कर देना चाहिए
@darknesstolight6423Ай бұрын
Khud kuch kro har bar woh krenge ki mentality thik kro
@Kavita_Kahani_KRANTI16Ай бұрын
@@darknesstolight6423 करो.... फिर किसने रोक है? रोककर दिखाओ ...कोई सुधर जाए तो बतानां।।।
@darknesstolight6423Ай бұрын
@@Kavita_Kahani_KRANTI16 virodh bol kr toh kro hameshs bhagwan krenge yeh kesi mentality h bhagwan ne muh nh diya h bolne k liye toh muh se virodh kro
@balkrishnamishra352Ай бұрын
चर्बी वाले लड्डू को खाने के बाद तो हिन्दुओ में आक्रोश होना था परंतु नही, वो अभी भी सो रहा है😮
@akyvloggsАй бұрын
Yes bilkul रोड पर उतरना चाहिए।
@abduljabbarsayyed3175Ай бұрын
Kyun k abhi tak koi muslim nahi Mila warna hamara buldozer kab ka aa jata
@anantpandit3070Ай бұрын
Aur sota hi rahega
@chandrajain347Ай бұрын
Black list krne ki bajaay seedha suplair ko suli pr latkayo
@SAURABHMEHRA-tx9bvАй бұрын
Bhai Ji Hindu Kabhi Nahi Jagega Jab Inpar Bhari Padegi Tab Bhi sote Rahege.
@Mashhurchannel-nv6lhАй бұрын
कौन-कौन चाहते हैं कि ऐसे आदमियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए😢😢😢
@akyvloggsАй бұрын
@@Mashhurchannel-nv6lh yes I agree 💯 with you
@personal2personalАй бұрын
शुद्ध का प्राइस 800 - 1200 rs / kg हैं कभी गांव आ कर पता करो 500rs में तो हाफ kg मिलेगा 😂😂😂
@anujamarathe8339Ай бұрын
Fasi honi chahiye.
@vinodnishad3609Ай бұрын
Saja nhi aise insan ko usi ke charbi se laddu bana kr usi ko khilana chahiye
@sachinpundhir2452Ай бұрын
With you
@KanchanSingh-e5iАй бұрын
जो भी दोषी है। उसको फांसी होनी चाहिये
@shankarpareek3371Ай бұрын
सप्लायर को ब्लैक लिस्ट नहीं फांसी देनी चाहिए
@ArunaSingh-bf5uqАй бұрын
इस तरह के कार्यो में सरकार और मंदिर दोनो जिम्मेदार है मंदिर सरकार के अधिकार से मुक्त कर मंदिर अपनी गौशाला स्थापित करना चाहिए जिसमे मंदिर आर्थिक रूप से सक्षम जिसमें सरकार स्वयं भी जिम्मेदार और बाधा है इस प्रकार🙏
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@dnynashwaradagal1365Ай бұрын
भारत में सनातन बोर्ड होना चाहिए जय मां भारती 🕉️🚩🇮🇳❤️
@trutr2530Ай бұрын
Put both milk and urine in a cup, even a dog will drink milk and not urine, but some Hindus in India are less intelligent than dogs...!!
@satyendrapalsingh9373Ай бұрын
100%हिन्दुओ का बोर्ड बनना चाहिए।
@Southindian-e5nАй бұрын
@@dnynashwaradagal1365🙏🙏मुसलमान के, वक बोर्ड,, से प्रेरणा लेकर ,,, सनातनबोर्ड ,वह, इस्लाम के सारे नियम हिंदू धर्म में लागू करना चाहिए,😂😂,
@AjitKumar-pz1ymАй бұрын
@@Southindian-e5n tuuu Indian nahi hai South Indian hai... Gajab dogla hai
@Fortunate-o3uАй бұрын
Jisme 1 aadmi muslim hona chahiye .
@ramupadhyaya4423Ай бұрын
होटलों में परोसी जाने वाली घी की गुणवत्ता भी परखनी चाहिए
@tejpalsingh-ry7yfАй бұрын
होटलों में क्यों खाते हो।होटल्स में खाना बंद कर दो।आज के दौर में यदि शुद्ध खाना है तो अपने घर पर बना ही खाइए।
@akyvloggsАй бұрын
@@tejpalsingh-ry7yf yes bilkul sahi kaha sir ji
@JayantSharma-e6lАй бұрын
sab mai aapko milawat milegi
@ShagunSharmaProfileАй бұрын
Free our temples!! We must protest to protect our dharma. धर्मों रक्षति रक्षितः 😡😡
@dharampalsaroha8399Ай бұрын
Very good. Sushant Sinha sir
@hemant5701Ай бұрын
ऐसे सभी मंदिरों के प्रसाद की जांच होनी चाहिए जहां कांग्रेस या वामपंथी सरकार है या थोड़े समय पहले थी। ऐसे मंदिरों का प्रसाद लेना या खाना भी नही चाहिए।
@BhaktiSangeetYatraАй бұрын
तिरुपति में कैसे पकड़ा गया गड़बड़ घोटाला? लड्डू में मिलावट का जिम्मेदार कौन?
@KuldeepSingh-cm3oeАй бұрын
bhai tum nashe karte ho kya ? Means ye kaam bjp govt mein ho raha hai magar tumhe congress hi dikhti hai >?
@iloveyouindia1430Ай бұрын
BJP beef company Chanda paise Liya hai b bhakt 😂😂😂🤣😅
@Southindian-e5nАй бұрын
आंध्रा में पहली सरकार और अबकी सरकार दोनों भी बीजेपी से मिली हुई सरकार,, इस्कॉन का बीजेपी और मोदी से संबंध हो सकता है,, पर कांग्रेस का नहींहो सकता😂😂😂
@riteshsingh-ww1usАй бұрын
@@KuldeepSingh-cm3oepahle pta kro
@itishagupta2034Ай бұрын
हिन्दू आस्था के साथ जानबूझकर किया गया है, भावनाओं को आहत किया गया है। ब्लैक लिस्ट करने से कुछ नहीं होगा। फांसी चाहिए
@hsrai7241Ай бұрын
केवल हिंदू आस्था नहीं विदेशों से पाम आयल का आयात किया जा रहा है जिसमें चर्बी का प्रयोग हो रहा है बहुत दिन पहले डालना में चर्बी की बात आई थी आज हर घर में पाम तेल के नाम पर लोग चर्बी का इस्तेमाल कर रहे हैं
@avinashsahu2026Ай бұрын
मंदिर संचालक पवित्रता के लिए स्वयं की गाय पालन गौशाला का संचालन करें हाई वे में दुर्घटना से मरने वाली गाय बैल बच भी पाएगें सेवकों को रोजगार के साथ सनातन का हित प्रभु श्रीहरि कृपा
@premlatashahi3982Ай бұрын
Bahut pahle Aisa hi tha
@naitikpatidar1861Ай бұрын
माननीय मुख्यमंत्री महोदय योगी जी ने दुकानदारों से नेम प्लेट लगाने को कहा तो सुप्रीम कोर्ट को तकलीफ़ हो रही थी अब घी में चर्बी की मिलावट पर सुप्रीम कोर्ट और जो भी विरोध कर रहा था उनको अब सांप सूंघ गया। मेरे भाईयो अब भगवान को श्रीफल ही भेंट चढ़ाओ क्यों कि १०००/१२०० रूपए किलो से कम में देसी घी नहीं मिलता है
@virendrakumarpandey2949Ай бұрын
सुप्रीम अंधा है वो केवल सुनता है जो अब बहरा हो गया है
@Musicclub1274Ай бұрын
Laddu me Gaye ki charbi khilane wala bhi tumhara hindu bhai hai supreme court ka isme koi chakkar nhi hai😅😅😅
@kumaridivya2684Ай бұрын
SC महोदय तो पिछली गली से दोषियों को बाहर निकालने की जुगत में होंगे उनसे कैसी उम्मीद?satyamevjayte
@davajohn7151Ай бұрын
The temple money donation goes to state govt for haj subsidy and mualana salary and madarasa Maintenance.
@dharampalsaroha8399Ай бұрын
Jay Hind. Sushant Sinha sir
@vijaykumarkaushik1449Ай бұрын
500 रुपए वाला घी भी शुद्ध नहीं हो सकता।
@akyvloggsАй бұрын
@@vijaykumarkaushik1449 yes bilkul sahi kaha sir ji
@darknesstolight6423Ай бұрын
800 rs Buffalo ka ghee milta h sahi wala phir 400 wala sahi kese ho Sakta h
@warrior7478Ай бұрын
But it should not be non veg orientated or mix with non veg stuff.
@anantpandit3070Ай бұрын
Poora ghee hi nakli hai shuru se
@Rk-rt7cgАй бұрын
बराबर 😂😂😂@@darknesstolight6423
@raviraghuwanshi8109Ай бұрын
सीधी बात है इतनी मात्रा मे घी कभी शुद्ध नही मिलेगा । यह बात प्रशासन को समझ आनी चाहिए।
@riteshsingh-ww1usАй бұрын
Bhut sari company jo beef aur fish nhi milati ye jagan mohan nhi ye mahapapi hai
@hansarana5987Ай бұрын
Yeh Jair si bat hai par is pe koi ksravayi nahi kyu ? Because subse bada rupaiya
@TruthKindnessАй бұрын
Beta, ghee to import bhi ho jata hai, Itni durlabh vastu nahin hai.
@factsunloaded4808Ай бұрын
Everyone in TN knows converted jag Reddy's connection with Christian missionaries funded by west and the mass conversions he did during his rule... because these missionaries want to end hindu culture in TN so that more people can be converted easily and thereby converting TN a Christian state just like muslim state Kerla 🎉
@warrior7478Ай бұрын
It means ysa non veg ghee acceptable hai. Kya dumb dimag hai . bampanthi hai lagta tu ya congressi gaddar.
@jkplastics9Ай бұрын
Apart from the BLACK LISTING the supplier the factory must be sealed and should be put under CBI enquiry also all the employees of the company must be checked
@rudradevelopment9098Ай бұрын
Absolutely 💯
@ishowerbhakta7366Ай бұрын
Thank you.
@artbybeena5812Ай бұрын
सिर्फ सोशल मीडिया पर ही बोलते रहना सड़क पर मत आना कभी भी बिना सड़क पर आए अब न्याय नहीं होगा बीजेपी के होते हुए भी मंदिर स्वतंत्र नहीं हो रहे हैं तो क्या फ़ायदा ऐसी पार्टी का😡
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@Merazhaque792Ай бұрын
Tum gandi nali ke kire ho
@NishanshuMehraАй бұрын
बीजे पी शासित राज्यों में भी जाँच होनी चाहिये । मिलावट कहीं भी हो सकती है ।
@jannatsahu8462Ай бұрын
सुध घी 300,500 नही बल्कि 1000,1200 है
@nobodyf2Ай бұрын
Mandir ko 300-500₹ mai hii diya jata hai
@darknesstolight6423Ай бұрын
@@nobodyf2company khud bh paise kamati hogi 400 me uska rate 200 hoga phir 200 me real ghee kese milega
@ManishJha-dc7egАй бұрын
Aaj Mangal Pandey nahi hain hamare bichh😢 nahi to dharm भ्रष्ट करने वालो का सिर काटकर बालाजी को चढ़ा दिया जाता
@girishchandertiwari9139Ай бұрын
तभी तो देश मै बेरा गड़क हो रहा है इस सप्लिएर को मन्दिर मै घुसने ना दिया जाइये
@MukeshKumar-kj1woАй бұрын
अगर हिन्दू को बचाना है तो BJP को वोट करना है ll
@balkrishnamishra352Ай бұрын
हिन्दू जब तक निष्क्रिय रहेगा BJP क्या कर लेगी?
@jayshreeram3169Ай бұрын
Hindu o ko koi nhi bachayega bjp hindu o ki party nhi secular hai
@trutr2530Ай бұрын
@@balkrishnamishra352Put both milk and urine in a cup, even a dog will drink milk and not urine, but some Hindus in India are less intelligent than dogs...!!
@akyvloggsАй бұрын
Yes bilkul sahi kaha sir ji
@aarifmohd4249Ай бұрын
Just introduce new flavours for andhbhakts after goumutra & dung😂
@sunilmishrainАй бұрын
खाद्य सुरक्षा कानून में मिलावट करने पर फांसी की सजा का प्रावधान किया जाय।
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@MaaLaxmiCommunication-f8sАй бұрын
घी देने वाली कंपनी में जो दोषी पाया जाता है उसकी फांसी जल्द से जल्द होना चाहिए
Sidhi bat no bakvas. Pathshala🎉🎉🎉🎉🎉sushant jindabad
@vedbishnoi7680Ай бұрын
राष्ट्रीय सुरक्षा का कानून लगा कर सप्लायर को जेल मे डाले बाद में जांच करते रहें।
@rajendravaishnav4386Ай бұрын
कंपनी के मालिक को सजा होनी चाहिए उनकी संपत्ति जब्त कर गरीबों के लिए घर बना देना चाहिए ये होना ही चाहिए वरना ये होता रहेगा
@umeshchandra-mz3shАй бұрын
पूजा वाला घी भी चल रहा है जो दो ढ़ाई सौ में मिल जाता है, उसमें क्या है?
@vishnuparsad6093Ай бұрын
Wah ghee puja Wala or khane Wala alag hota hai, kaise ,yahi Karan hai ham parmatma ko bhi nakli chijo se khush karna chahte hai
@ramji18Ай бұрын
भगवान के दरबार इस तरह महापाप करने वालों को स्वयं ईश्वर ही सजा देंगे, क्योंकि देश के सुप्रीम कोर्ट से लेकर भारत के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति सभी उनके नौकरों के नौकरों के गुलाम हैं..... जय हो श्री तिरुपति बालाजी 🌹🙏🏻🌹🥰🚩🚩🚩
@BholashankarBholaАй бұрын
जय हिन्द जय भारत ❤🎉
@sumanpal5517Ай бұрын
Sir 100%right news world no 1
@trutr2530Ай бұрын
Put both milk and urine in a cup, even a dog will drink milk and not urine, but some Hindus in India are less intelligent than dogs...!!
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@dharmrajdeshmukh9020Ай бұрын
बहुसंख्यक हिन्दू पुजारी और हिन्दू अफसर , हिन्दू राजनेताओं के होने के बाद भी ऐसे कैसे संभव नजर आता है इसपर भी चिंतन और मनन होना चाहिए आखिर धन सर्वोपरि, धर्म संस्कृति क्यों नहीं ऐसे में जवाबदेही किसकी विचारणीय प्रश्न है ॽ
@archanatiwari9715Ай бұрын
अध्यक्ष हिंदू नहीं है ट्रस्ट में घुस करिए हिंदुओं का पैसा और पवित्रता के साथ खिलवाड़करते हैं
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@ArunaSingh-bf5uqАй бұрын
सारे मामले में मंदिर प्रशासन भी जिम्मेदार है🙏
@tshivaramakrishna7909Ай бұрын
Bhai Ysrcp government nee sabbhee logon khoo Tirumala mandir mee jobs mee bhar diya, oo logon ghoom khoo kyaa bolna unkhee ristedar khoo Mandir khee Chairman banadiye unoo aadha converted Christian hai, results kyaa milega isse hee milega bhai.
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@nayasafhar2007Ай бұрын
कुछ नहीं होने वाला जब तक जनता कानून को अपने हाथ में नहीं। लेती
@megrajkumawat8470Ай бұрын
हमारे सनातन धर्म के इतने प्रख्यात मंदिर की अपनी निजी गौशाला, अन्न के लिए भूमि, फल फूल के उद्यान, वेद पाठी पंडितो के लिए गुरुकुल एवं सशक्त सुरक्षा प्रणाली होनी चाहिए। जिससे प्राप्त पंच गव्य पदार्थ से मन्दिर पूजा अनुष्ठान, शुद्ध प्रसाद निर्मित हो सके। ऐसी ही प्रक्रिया राजस्थान मेवाड़ के पुष्टि मार्गी भगवान श्रीनाथ जी के मंदिर मंडल की बिना किसी अवरोध के नियमित व्यवस्था है।
@SatishKumar-yj6heАй бұрын
जरूरी है, कि अब तो भारतीयों को शुद्धता का अधिकार मिलना ही चाहिए,,,, सभी जगह मिलावट ही मिलावट, ऊपर से मंहगाई,,,,,,,
@pydisrinivasarao4531Ай бұрын
Very nice analysis 100%enquiry hone chayye hoon logoka sakth se sakth panishment Milne chahiye 👌🙏💐🇮🇳
@RahulpamariyaАй бұрын
450 रुपए में तो मिलावट बाला ही आएगा असली घी 1000रुपये से उपर ही है या खुद का गाय भैंस का तबेला (गौशाला)होना चाहिए
@bhavnatyagi5614Ай бұрын
जो भी दोषी है उन सबको फांसी दे देनी चाहिए 😢😢
@shitalyadav3151Ай бұрын
आस्था से खिलवाड़ करने वाले को तुरंत फांसी की सजा होनी चाहिए
@shailjaverma6663Ай бұрын
सप्लायर दोषी नही है।😡 सप्लाई का ठीका देने वाले को पकड़ो । क्रिश्चियन मंदिर की व्यवस्था करेगा तो यही होगा।एक क्रिश्चियन को वहां का व्यवस्थापक बनाने वाला ही दोषी है।
@akyvloggsАй бұрын
@@shailjaverma6663 yes bilkul sahi kaha sir ji
@SamajhdarkoisrarakafiАй бұрын
पूर्ण रूप से आन्तरिक रूप से क्षुब्ध हूं 😢 क्योंकि मैं भी इस स्थान में मेरी आस्था है
@writertarunasharma7453Ай бұрын
जिस मंदिर में टेक्नोलॉजी सिस्टम से सब काम हो रहा हो ओर वहाँ धी टेस्ट के लिए मशीन नहीं है जहाँ अंदर प्रवेश भी पुरी जांच प्रकिया से करता है वहाँ
@nehanetam9432Ай бұрын
😡😡😡😡😡😡😡👎👎👎 यार मन्दिर को तो छोड़ दो प्लीज़
@gangadhardepe2328Ай бұрын
सप्लाय करने वाली कंपनी को ब्लॅक लिस्ट नहीं बल्की फांसी की सजा दिजीए 🙏
@ravindraraut013Ай бұрын
मंदिर प्रशासन से लेकर घी सप्लाय करनेवाले से उसके पिछे से कोई भी राजनैतिक हो उसे भी चौराहे पर लटकाना चाहीए। किसीभी धर्म की आस्था खिलवाड नहीं होनी चाहीए। भगवान के शाप से पुरा खानदान पागल होगा। किसी भी पापी काम हो कर्म का फल जल्द से जल्द मिलेगा।
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@jagdishkulkarni3487Ай бұрын
सुशांत जी, हम हिन्दू सहिष्णू नहीं कायर और स्वार्थी हो चूके है, इतने बड़े षडयंत्र के बाद भी सभी हिन्दू आराम से अपने अपने घरों में बैठे हैं जैसे कुछ हुआ ही नहीं है, अगर यही वाकया किसी और मज़हब के साथ होता तो पूरे देश में आग लग गई होती
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@tejpalsingh-ry7yfАй бұрын
प्रसाद की पुर्ण जिम्मेदारी पुजारी की होनी चाहिए। भगवान के भक्तों का किसी भी सरकार से कोई लेना देना नहीं है।सरकारें तो गंडवी होती हैं।एक दूसरे पर दोषारोपण करना ही इनका काम है।और यदि मंदिरों के पुजारी इस जिम्मेदारी को नहीं उठा सकते तो भगवान के नाम पर चलने वाली इन दुकानों को बंद कर देना चाहिए। क्या भगवान मंदिर में ही रहते हैं।जबकि हमारे रामायण और गीता में कण-कण में भगवान विराजमान है।
@surinderchadha7741Ай бұрын
अरे भाई पुजारी को क्याकुछ उसकेउनके पास सेंसर है कि किस चीज का बना हुआ हैअरे भाई मिठाई चलानाही बंद कर दो इसकी जड़ी कटट दो लावत कीकहां लिखा है कि मिठाई चढ़ता हैफ्रूट चढ़ा दो फूल चढ़ा दोदो शब्द लिखकर गुस्सा निकालने से कोई फायदा नहीं होगा अपने-अपने मोहल्ले की सोसाइटीकट्ठा करो और मंत्री वालों पर जोर डालो कमेटी पर की बहार लिखकर लगे आज से ही मिठाई चढ़ाना माना हैसभी मंदिर कमेटियों पर यह प्रेशर डालोऔर सभी भक्तों और लोगों को जागृत करो कि मिठाई खरीदना बंद करो मंदिर के लिएदो शब्द इसमें लिख दिए तो बस हो गया का मैसेज नहीं होगाकिसकी तरफ देखते हो कौन हिंदू उठेगा आप ही भेज दो है उठोऔर लगाजाओ मेरे भाई अभी से लगाजाओ जाओ
@ramayandas841Ай бұрын
श्रीमद्रामहर्षणदेवोविजयतेतराम 🌷
@kavitasharma4257Ай бұрын
जब इतनी शुद्धता का ध्यान रखा जाता बाहरी व्यक्ति नही जाता तो कही से भी घी कैसे ले लेते कैसे कर्मचारी बनाते होंगे । ये सभी कुछ अपने यहां बनाने की कोशिश करते भले ही अपने यहां गुड ही बना लेते इससे तो अच्छा था घी के बिना चाहे गुड ,मेवा फल ही भोग लगता। अपराधी को कम सजा का प्रश्न ही नहीं ।
@demolisher47Ай бұрын
ना ये विधर्मी होते ना प्रशाद में चरबी की मिलावट होती।
@neelimatrivendersodhi7928Ай бұрын
Thank you sir 🎉 Narayan Narayan Jai Hind 🙏
@Rahul-iy2xsАй бұрын
सनातन बोर्ड होना चाहिए
@sadhnabajpaibarthwal3232Ай бұрын
महापापी को ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि भविष्य में किसी ने न देखी हो न सुनी हो। कारण कोई भी हो पर प्रसाद के लिए सामग्री है ऐसा जान कर भी जिसने ऐसा कुकृत्य किया उसे सजा दो। कंपनी को केवल निरस्त करना कोई सजा नहीं।
@jaswantsharma985Ай бұрын
धार्मिक स्थलों पर प्रशाद की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कठोर दण्ड दिया जाए
@dineshnamdev4573Ай бұрын
यह अपराध क्षमा योग्य नहीं है , अपराध को सरकार तुरंत फांसी दे
@hsrai7241Ай бұрын
पाम ऑयल जो खरीद के आप घरों में खा रहे हैं उन सभी डिब्बों में चर्बी ही है असली तेल सस्ता नहीं महंगा पड़ता है लोग सस्ते के चक्कर में चर्बी बड़े प्यार से खा रहे हैं फालतू का शोर हो रहा है
@malayravasa3919Ай бұрын
Sarkar khud milavati hai dost
@JayantSharma-e6lАй бұрын
Yes India mai sab pig beef ki charbi ka oil kha rahe hai @@hsrai7241
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@ramkhelawanprajapati3920Ай бұрын
गाँवो का शुद्ध घी 1200₹ /किलो है
@JitendraKumar-dp6blАй бұрын
1500
@brajmohan75Ай бұрын
Free Temples from Govt control..
@dharmendragoyal6231Ай бұрын
300 वर्षों से लड्डू चढाएं जा रहे हैं तो मन्दिर कितना पुराना है नालेज केलिए
@omprakashvaishnav2430Ай бұрын
सभी हिंदुओं से निवेदन है भाजपा का समर्थन करें वरना आपको प्रसाद के मामले में क्या-क्या खिला देते हैं वामपंथी कांग्रेसी और मुलाना लोगों ने आज तक क्या क्या खिलाया क्या पता यह तो भला हो बीजेपी और मोदी सरकार का जो सच को सामने दिख रहे हैं❤❤❤❤❤
@bhanuvyas4608Ай бұрын
Please wake up Har Har Mahadav
@Connection-problem.99Ай бұрын
Fssai जिम्मेदार हैं fssai के कर्मचारी को तुरंत निष्कासित कर देना चाहिए
@adityakoli8048Ай бұрын
सनातन धर्म की स्थापना हो हिंदू धर्म की रक्षा
@pranojrai-ue7dvАй бұрын
इस मे गैर हिन्दू को अध्यक्ष बनाने वाले कांग्रेस भि जिम्मेदार हैं। 😡😡
@akyvloggsАй бұрын
@@pranojrai-ue7dv yes bilkul sahi kaha sir ji
@NishanshuMehraАй бұрын
क्या बात है सर
@geetaji3887Ай бұрын
Prasaad ki purity ke saath hi regular bhojan mein bhi purity chahiye 🌹💕🌹
@Maugsgautam8590Ай бұрын
बहुत ही गंभीर बात है
@gatrisinha345Ай бұрын
भारत माता की जै🇮🇳🇮🇳🚩🇮🇳🇮🇳
@sanjaibahadur5266Ай бұрын
Ghee bahar se lene ki zaroorat kya thi aur laddoo ki jagah koi fruit rakha jana chahiye jo ki natural hoga
@tshivaramakrishna7909Ай бұрын
Nahi raksakte bhai oo famous hai aaj kaaj chota kardiya, hamare bachpan mee dono haathon mee pura aata thaa Vada also famous no change will do,.
@Anshu.creatersc4bАй бұрын
Fruit bhi to yuria millate hai
@factsunloaded4808Ай бұрын
Everyone in TN knows converted jag Reddy's connection with Christian missionaries funded by west and the mass conversions he did during his rule... because these missionaries want to end hindu culture in TN so that more people can be converted easily and thereby converting TN a Christian state just like muslim state Kerla 🎉
@DeepakJaiswal-i1rАй бұрын
रेड्डी नर्क में जाएगा 😢
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@Shaileshpandit-g9qАй бұрын
Hai tho Sala converted christen he naa
@abhishekkumar-vi8ioАй бұрын
मन्दिर के साथ गौशाला भी जरूरी है
@rameshwardayalsharma2239Ай бұрын
To and the issue Mr.Jagan Mohan Reddy must resign taking responsibility of CM. On the other hand Supreme court may constitute a committee to inquire into the matter and punish the culprits under the law .
@aweejeetsharma1773Ай бұрын
ये सप्लायर को ब्लैक लिस्ट करके बरी हो गए उनका क्या जो कभी प्याज लहसुन भी नही खाते उनका गाय की चर्बी खिला दिया वो क्या करे अब
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@radjen5948Ай бұрын
हिन्दू-आर्य-सनातन जागो, जागो, जागो !!! जो कहने में ईश्वर पर विश्वास करते हैं, वे हम सब पर प्रेम बरसाने नहीं आएँ थे, क्योंकि उनके क्रूरता आदि कर्म साक्षी हैं कि उनके दुष्टाचरण में हमारे समाज से कोई लगाव नहीं, अपितु सब कुछ हम से विपरीत है । अतः - नीच आशय वाले पुरुष का हृदय परिवर्तन करने में शास्त्र भी समर्थन नहीं है । *कृते प्रतिकृतं कुर्याद् हिंसा प्रतिहिंसनम् ।* *तत्र दोषो न पतति दुष्टे दुष्टं समाचरेत् ॥* चाणक्यनीतिदर्पणः सप्तदशोऽध्यायः उपहार करने के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए और हिंसा करनेवाले के प्रति हिंसा का व्यवहार करना चाहिए, ऐसा करने पर दोष नहीं होता, कारण दुष्ट के प्रति दुष्टता का आचरण करना चाहिए, वही उचित है । --विमर्श -- ••• महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्यसमाज के सातवें नियम में लिखने हैं ••• सब के साथ प्रतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तना चाहिए। उपकारी के प्रति प्रत्युपकार करना चाहिए, परन्तु जो हमारा नाश करने पर उतारू हैं, हमारी संस्कृति, सभ्यता और धर्म का ही नाश करने पर तुला हुआ हैं, ऐसे दुष्टों का तो वध ही कर देना । वेद का आदेश है --- मायाभिर्मायिनं साक्षादिन्द्र । ऋग्वेदश्चाभवत्तत्र ५।३०।६ हे मनुष्यों ! तू मायावियों को मायाओं से मार गिरा । महर्षि व्यास का कथन है --- यस्मिन् यथा वर्तते यो मनुष्यः तस्मिन्स्तथा वर्तितव्यं स धर्मः । मायाचारो मायया वर्ततव्यः साध्वाचारः साधुकान्त प्रत्युपेयः॥ जो मनुष्य जिसके साथ जैसा व्यवहार करे उसके प्रति वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, यह धर्म है । ठीक से व्यवहार करनेवाले के साथ ठीक का व्यवहार करना चाहिए, और भला व्यवहार करनेवाले के साथ भलाई का व्यवहार करना चाहिए। कपटी कुटिल मनुष्यों से जो जग में कपट न करते हैं । वे महिम्र मूल नर निश्चय पराभूत हो मरते हैं ॥ यह संन्यासियों का धर्म नहीं है, यह जनसाधारण और राजाओं का धर्म है। *अहिंसा परमो धर्मः । धर्मः हिंसा तथैव च ॥*
@mahendrasharma-x3tАй бұрын
सुपरीम कोर्ट गलत फैसला देते है
@manishsoni297Ай бұрын
सबसे बेहतर गुड़ चना,मखाना मिश्री प्रसाद
@harishkumar-mu6jxАй бұрын
800 रुपए वाला घी 375 में आप लोगे तो क्या आपको शुद्ध मिल पाएगा सोचने का गंभीर विषय है सरकार को सोचना चहिए दूध खरीद कर अपना घी बना के देखना चाहिए कि घी क्या भाव पड़ता 800 की चीज़ 375 में लोगे तो घी नही एनिमल फेट ही मिलेगा जांच में (जो लोग इस बात से सहमत है वो इस कॉमेंट को लाइक करे )
@HomnarayanSharma-v6nАй бұрын
Har Har Mahadev 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
@shareandcaredipikavlogs4135Ай бұрын
Prabhu khud samne laye hai ye sab sachai ,taki ham log milkar awaz uthaye
@filmykabilaАй бұрын
😂
@pukhrajbishnoi4740Ай бұрын
वन्दे मातरम्❤❤❤❤❤❤ भारत माता की जय❤️🩹❤️🩹❤️🩹❤️🩹❤️🩹❤️🩹❤️🩹 जय श्री तिरूपति बालाजी ❤❤❤❤ऊँ विष्णु ऊँ विष्णु ऊँ विष्णु ऊँ विष्णु ऊँ विष्णु ऊँ विष्णु ऊँ विष्णु ऊँ विष्णु ऊँ विष्णु ऊँ विष्णु ऊँ विष्णु ऊँ
@satyendrapalsingh9373Ай бұрын
ए आर डी के खिलाफ FlR की जानी चाहिए।
@deshkarkishorАй бұрын
अब तो कोई भी मंदिर के प्रसाद पर विश्वास नही रहा, अब तो TTD committee must be cancelled. जय श्रीराम
@shivammodiofficial3834Ай бұрын
सरकार के अधिकार से मंदिर को मुक्त करो और जो भी मंदिर में चढ़ावा मिले उन्हें धार्मिक कार्य और गरीब हिन्दू के उत्थान में लगाया जाय
@SharadaChhetri-d5zАй бұрын
Kaun kaun si companies hai woh reveal karey aur blaclist hi punishment hai kya?