स्वामी जी, आपने त्रैतवाद को बहुत ही अच्छी तरह से समझा। आपका धन्यवाद।
@RiteshJoshi-do3unКүн бұрын
स्वामी जी नमस्ते। आर्य समाज मिशन जिन्दाबाद। स्वामी दयानंद जी सरस्वती अमर रहे। मैं आपके (आर्य समाज के)विचारो से बहुत प्रभावित हू। जय सचिदानंद जी महाराज। ॐ ॐ.........
@dilippawar70303 күн бұрын
हर हर महादेव
@SangramArya2 күн бұрын
आचार्य जी को सत् सत् प्रणाम
@ramkishorisingh36732 күн бұрын
स्वामी जी बहुत ही सुंदर समझाया ,dhdnyvad
@padmacharanmahapatra81123 күн бұрын
Namaste swamiji.
@Chandangoyal-re7xq3 күн бұрын
Swami ji ko kotti kotti naman
@AmitKumar-lc3ob3 күн бұрын
🙏 ॐ सादर नमस्ते आचार्य जी 🙏
@Chandangoyal-re7xq3 күн бұрын
Arya samaj jindabaf
@saurabhvermaverma82773 күн бұрын
🙏🕉🙏
@kamtanandbhushan2341Күн бұрын
Satsat.naman.guru.ji namaste 🙏 to be with u
@kamtanandbhushan2341Күн бұрын
Satsat.naman.guru.ji namaste 🙏 ❤❤❤❤❤
@sarvandhull31142 күн бұрын
नमस्ते जी 🙏 कैथल हरियाणा
@आर्यधर्मेन्द्रकुमारधर्मेन्द्र3 күн бұрын
🙏🙏🙏🙏
@TusharDubey-k6s3 күн бұрын
❤❤🚩
@Mintu_Kumar-u8pКүн бұрын
🇮🇳🌍🏹🕉🚩Ram Ram 🚩🕉🏹🌍💯💯
@उपेन्द्रआर्य9 сағат бұрын
स्वामी जी नमस्ते बहुत सुंदर तरीके से समझाया है आपको कोटि कोटि धन्यवाद
@binodinipanda78933 күн бұрын
Sadar Namaste Pujya Swamiji ! very practical examples on Traitavad . Very convincing , very logical . comprehensible for common people. Thanks with gratitude.
@VanshikaPanchal-qq4bgКүн бұрын
सत्य सनातन की जय हो
@SandeepRathore-im4vk3 күн бұрын
🔥🌷🙏
@munnalal-ui6lb2 күн бұрын
वेदों में निराकार साकार का ज्ञान है निराकार साकार माया है यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है यजुर्वेद अध्याय ४०मंतर९ है। वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।। वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म को सिद्ध करना एक ढकोचला है।❤❤
@kamtanandbhushan2341Күн бұрын
Arya.smaj.ki.jai.ho.namaste guru.ji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@munnalal-ui6lb3 күн бұрын
वेदों में निराकार साकार का ज्ञान है निराकार साकार माया है यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है यजुर्वेद अध्याय ४०मंतर९ है। पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद, सरषटि से भिन्न है ऐसा वेद कहते हैं। और वेदों में सृष्टिका ज्ञान है।🎉🎉
@ganeshchandrasuyal35762 күн бұрын
🚩🙏🎤👍
@rku2217Күн бұрын
जय सदगुरुदेव भगवान की
@munnalal-ui6lb3 күн бұрын
सच्चिदानंद दुनिया में नहीं है। सच्चिदानंद सरस्वती से भिन्न है। वह सत्य है सृष्टि असत्य है वह चेतन है सृष्टि जड़ है वह आनंद का स्वरूप है सृष्टि दुख का रूप है। जिसे सच्चिदानंद कहते हैं वही पूर्ण ब्रह्म है जो सृष्टि से भिन्न है। इस बात को वेद भी कह रहे हैं की पूर्ण ब्रह्म सृष्टि से भिन्न है सृष्टि में नहीं। क्योंकि सृष्टि सपना है। सपना में सत्य नहीं होता। इसी बात को कबीर जी ने कहा है। पिंड में होता मरता न कोई ब्रह्मांड में होता देखता सब कोई। पिंड ब्रह्मांड दोऊ से न्यारा कहे कबीर सोई साईं हमारा।।🎉🎉
@munnalal-ui6lbКүн бұрын
वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म को सिद्ध करना एक ढकोचला है देखो कबीर जी ने कहा है कि वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।। वेद निराकार साकार तक सीमित है निराकार साकार माया है यजुर्वेद का मंत्र है संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है यजुर्वेद अध्याय ४०मंतर९ है।🎉🎉
@munnalal-ui6lb2 күн бұрын
वेदों से गीता से पूर्ण ब्रह्म को सिद्ध नहीं कर सकते क्योंकि वेद और गीता निराकार साकार तक सीमित है निराकार साकार माया है यजुर्वेद का मंत्र संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार साकार माया है यजुर्वेद अध्याय ४०मंतर९ है।🎉🎉
@Krishna-b5j7tКүн бұрын
संसार में जितने भी वाद,सिद्धांत,थ्योरी,दर्शन,फिलॉस्फी तब तक ही है। जब तक शरीर जीवित है।शरीर की मृत्यु के पश्चात शरीर में स्वयं को अनुभव करने वाला कहाँ जाता है।कहीं उसका कोई अस्तित्व है या नही?कोई नहीं जानता।
@RahulSavita-mh8ng3 күн бұрын
Af
@SurjitSingh-c1k11 сағат бұрын
Swami ji I am hindu but not know diff between hindu and Arya samaji pl explain
@VishalYadav_SHКүн бұрын
1200 सालों का इतिहास उठाकर देख लो-😕अधर्मीयों पर दया करना ही भारत देश और हिंदुत्व के विनाश का कारण रहा है...😔जय श्री राम🙏🚩खुद को शिक्षित समझकर अपने धर्म को भूलने की गलती मत कीजिए काल कर्म देखता है डिग्री नहीं🚩
@VishalYadav_SHКүн бұрын
मिशनरियों से और शांति दूतों से अपने परिवार और बच्चों को दूर और सुरक्षित रखें, ये आसमानी किताब के जानवर मानवता के लिए खतरा है, हिंदू समुदायों से निवेदन है शांति दूतों का बहिष्कार करें, कभी भी किसी शांति दूत पर विश्वास या सहायता न करें,