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Lyrics :
तुम आ जाना भगवान
मैं द्वार खोलकर बैठा हूँ
तेरे बिना मन मंदिर मेरा
है बढ़ा सुनसान
... ♫ ♫ ♫ ♫ ...
रीत पूजा की याद नहीं है
क्या चढ़ाऊँ? प्रसाद नहीं है
तुम हो दाता, मैं हूँ भिकारी
क्या दियूं मैं बलिदान?
... ♫ ♫ ♫ ♫ ...
धन की मुझे तो प्यास नहीं है
दरस मिले, बस, आस यहीं है
तनिक भगती से भगत नाथ को
हो जाए पहचान