बहुत सुंदर लगा बचपन याद आ गया,पौड़ी की बात ही निराली थी,तब अपर बाजार में बहुत चहल पहल रहती थी,पहले पहले जब गढ़वाल स्वीट हाउस खुला था नजारा ही कुछ और था, मॉल रोड,धारा रोड,बूचड़ गली, कंडोल्या रोड पैदल ही घूमना बहुत अच्छा लगता था,एक पुरानी कथा भी थी पौड़ी वालों की कि आई बेट्टा मेरी पौड़ी भला ही वो मजाक में कही जाती थी किंतु भावना पौड़ी में बुलाने की होती थी,विकास बहुत हुआ किंतु पौड़ी निरंतर उपेक्षित होती गई,आप ने इस वी डी ओ के माध्यम से एक अच्छी पहल की है साधुवाद,Siton suin का नाम भी भी सीतावन के कारण ही पड़ा था,और वहां पर कोट महादेव के ऊपर बाल्मिकी ऋषि का मंदिर भी था सायद अब भी अवशेष बचे हों,फिर भी अच्छी जानकारी है,आभार ।
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत ही भावनात्मक टिप्पणी की है आपने, दिल को छू गई।पता नहीं पहाड़ों में संतुलित विकास की शुरुआत कब होगी।कभी कभी लगता है कि सब कुछ खत्म होने के बाद ही क्या लोग जागेंगे। आभार🙏
@InduRawat-vt3io10 ай бұрын
हमने सारी उमर पौड़ी ही रहे हमें पौड़ी की बहुत याद आती है अपर बाजार जय श्री कंडोलिया ठाकुर की जय किंग कालेश्वर महादेव की ❤
@yatrakatha7 ай бұрын
बहुत धन्यवाद 🙏
@birendraduttupadhyay7996 ай бұрын
आपने पौड़ी की संरचना के साथ साथ पुरतान संस्कृति से भी हमें अवगत कराया है, ख़ास तौर से सितोन्स्यूँ घाटी का जो सीता माता के नाम से ही विख्यात है वहाँ का पौराणिक महत्व बताया और जो दृष्य आपने दिखाये उसके लिये आपको हृदय से आभार.
@yatrakatha6 ай бұрын
वीडियो देखने और सुन्दर टिप्पणी के लिए आपको हार्दिक धन्यवाद 🙏
@cslingwals Жыл бұрын
शब्द भी कम हैं आपके इस प्रयास को धन्यवाद देने के लिए। अपने सामने ही इस शहर को वीरान होते देखा, जबकि एक समय कहते थे की पौड़ी में हर दिन मेला होता था। इस शहर से एक अलग रिश्ता है और आज मैं जहां भी हूं, वो इसकी ही देन है। टीस भी है दिल में की अपने इस खूबसूरत शहर के लिए कुछ कर पाएं कभी तो ...
@yatrakatha Жыл бұрын
सिर्फ़ टूरिस्ट डिस्टिनेशन आबाद रहते हैं अब,असली पहाड़ वीरान हो रहा है।🙏🙏
@gsnegi714 Жыл бұрын
इतनी सुन्दर डाक्यूमेंट्री बनाने के लिए आपका हार्दिक आभार। यदि इसी प्रकार इस क्षेत्र का प्रचार हो तो निश्चित ही यहां आने के लिए लोगों की जिज्ञासा बढ़ेगी। प्रकृति की सुंदरता समेटे पौड़ी।
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत आभार इतना समय देने के लिए🙏
@purnimathapliyal5767 Жыл бұрын
पौड़ी के इतिहास और नैसर्गिक सुंदरता को दर्शाती बहुत रोचक जानकारी।सभी सुधी जनों को साधुवाद 🙏
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत आभार आपका 🙏🙏🙏
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत आभार आपका 🙏
@VinodKumar-fj6jb Жыл бұрын
बहुत ही सुन्दर पौड़ी के बारे में आपके द्वारा दी गई जानकारी बहुत ही बढिया है। आपके द्वारा दिया गया वाचन बहुत ही अच्छा लगा। तथा साथ ही वीरेन्द्र भाई व डा. धस्माना जी से काफी जानकारी मिली।
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत आभार आपका 🌷🍀🌷
@rekhauniyal2491 Жыл бұрын
बहुत सुंदर पौड़ी और अच्छी जानकारी👌👋👋❤❤
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत आभार🌷🌷
@sanjaysharma1583 Жыл бұрын
बहुत सुन्दर प्रस्तुति,मेरी जन्मभूमि ,मेरी कर्म भूमि तुझे कभी भुला नहीं पाएंगे🎉❤
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत आभार🌷🌷🌷
@avinashpokhriyal3657 Жыл бұрын
Awsum and beautiful narration of my birthplace Pauri .. ❤❤❤
@yatrakatha Жыл бұрын
Thanks a lot🙏
@harishsinghrawat1246 Жыл бұрын
Bahut Sunder दशाॅया गया है ।जय उतराखण्ड ।जय हिंद ।🙏🙏🙏
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत धन्यवाद सर 🙏🙏
@akhileshmaithani1309 Жыл бұрын
प्रस्तुतीकरण बहुत ही शानदार आवाज करिश्माई है बहुत बहुत शुभकामनाएं
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत धन्यवाद आपका🙏
@RG-br9tn2 ай бұрын
बहुत सुंदर लगा अपना पौड़ी बचपन में बहुत उत्साहित रहते थे रामलीला देखने के लिए ❤❤
@yatrakatha2 ай бұрын
@@RG-br9tn बहुत आभार आपका 🙏
@SUSHILKATARIA-u6k Жыл бұрын
हृदय से आभार, पूरी टीम के लिए पौड़ी के बारे में सुन्दर प्रस्तुति देने के लिए।
@yatrakatha Жыл бұрын
आपका आभार समय देने के लिए🙏🙏🙏
@laxmiprasadbadoni8578 Жыл бұрын
बहुत शानदार... पौड़ी शहर और उसके आसपास के क्षेत्र को यदि विकसित किया जाए, तो युवा बेरोजगारों के लिए अच्छा खासा रोजगार पैदा हो सकता है।
@yatrakatha Жыл бұрын
आभार 🙏
@rekhabhandari62647 ай бұрын
बहुत ही सुंदर बहुत ही प्यारा नजारा 👍👌👌♥️🙏🙏
@yatrakatha7 ай бұрын
बहुत आभार आपका 🙏
@vidushithapliyal6800 Жыл бұрын
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 🙏👌
@yatrakatha Жыл бұрын
Thanks 🙏🌷🍀🌷
@rekhabadolakotnala442 Жыл бұрын
जीजाजी प्रणाम , बहुत बहुत प्रस्तुति🎉
@yatrakatha Жыл бұрын
🌷🍀🌷
@sumanrawat6564 Жыл бұрын
Bahut sunder prastuti 🙏
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत धन्यवाद आपका 🌷🍀🌷
@subhashrawat6835 Жыл бұрын
बहुत सुंदर I love my Pauri
@yatrakatha Жыл бұрын
It's lovely town. Thanks🙏
@vimalupreti6057 Жыл бұрын
शानदार प्रस्तुति
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत आभार 🍀🍀🍀
@winterniiightt Жыл бұрын
Wonderful pictures video and way of narration Pauri is really a beautiful place of uttarakhand
@yatrakatha Жыл бұрын
Thanks Wishi 🍀🌷🍀
@zahiralam9819 Жыл бұрын
Dr Sahab, पहाड़ों की सुन्दरता का वर्णन के आगे शब्द कम पड़ जाते हैं,🎉
@yatrakatha Жыл бұрын
सही कहा आपने..मुझे भी कम पड़ गए😊
@RajneeshDhoundiyal-i8v6 ай бұрын
बहुत सुंदर योगेश भाई जी को सादर प्रणाम
@yatrakatha6 ай бұрын
@@RajneeshDhoundiyal-i8v बहुत आभार आपका ढौंडियाल जी🙏
@NehaNaithaniKotnala Жыл бұрын
Very nice 👍 great work...this place is my birth place..or sch kha apne pauri ko kbhi nhi bhula payenge....aj ye dekh k apna bachpan ka vo tym yaad aa gya jb kbhi ma papa k sath hm aaya krte thye vhan hmara bzaar hi pauri hua krta tha ...i miss ma birth place ❤❤❤❤❤
@yatrakatha Жыл бұрын
बेहद खुशी हुई जानकर की इस वीडियो ने आपको कुछ क्षणों के लिए ही सही,बचपन में लौटा दिया। कमेंट के लिए बहुत धन्यवाद🙏
@thehimalayanhistory6333 Жыл бұрын
सुंदर और आकर्षक विवरण पहले कभी ऐसा वीडियो नही बना बधाई
@yatrakatha Жыл бұрын
आपका ये कमेंट हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। प्रोत्साहित करने के लिए आपका आभार🙏
@veenachauhan4670 Жыл бұрын
अति सुन्दर
@yatrakatha Жыл бұрын
आभार 🙏
@champanegi7462 Жыл бұрын
Bahut bahut sundar पौढ़ी गढ़वाल जय श्री राम🙏🙏
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत धन्यवाद मैडम🙏🌷🙏
@champanegi7462 Жыл бұрын
🙏
@rakhijuyal3828 Жыл бұрын
बहुत सुन्दर जानकारी, बहुत बहुत आभार 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत आभार आपका 🙏
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत धन्यवाद 🙏🙏
@jssbageshwar6632 Жыл бұрын
तुम मुझे भूल न पाओगे यात्रा कथा का इतना सुंदर वीडियो चित्रांकन छायांकन और संवाद पटकथा जो आपने तैयार की, इसके लिए बहुत-बहुत बधाई धन्यवाद l और जो साँस्कृतिक धार्मिक पौराणिक ऐतिहासिक संदर्भ को आपने शोध में समेटा है, अतुलनीय है, सरकार का ध्यान ईश्वर आकृष्ट होना चाहिए ऐसे पौराणिक मंदिरों का पुनरुद्धार होना चाहिए और शोध छात्रों की इस ओर आकर के अपने इतिहास को समझना चाहिए और यह हमारा धार्मिक सांस्कृतिक और पर्यटक की दृष्टि से कॉरिडोर के रूप में पौड़ी गढ़वाल का जो स्थान है बहुत महत्व रखता है l इस पर और आगे शोध की जरूरत है और आप जैसे इतिहास कार और धार्मिक पर्यटन से जुड़े हुए लोग पहाड़ के गर्भ के मर्म को समझ सकते हैं, इस मुहिम को जो आपने छेड़ा है निश्चित रूप से युवा पीढ़ी को एक मार्ग मिलेगा और सरकार के लिए गौरव का स्थान मिलेगा, इस पर और काम हो पर्यटक भी आए l बहुत-बहुत धन्यवाद बहुत अच्छा शोध हम लोगों के सामने आया है निश्चित रूप से यह ऐसे स्थान है जो विलुप्त होते नजर आ रहे थे और आपकी वजह से यह सरकार तक उनकी जानकारी पहुंचेगी और आने वाले वक्त में इस पर काम हो सकेगा l डॉक्टर साहब आपको विशेष धन्यवाद वीरेंद्र जी और राजेश जी आप बहुत अच्छा कार्य कर रहे और समस्त टीम को बहुत-बहुत शुक्रिया धन्यवाद मेरी ओर से l
@yatrakatha Жыл бұрын
आपका फीडबैक हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है सर। इतना समय देने के लिए आपका बहुत आभार 🙏🙏
@bhargavithapliyal9359 Жыл бұрын
सुंदर जानकारी, मधुर यादें
@yatrakatha Жыл бұрын
बहुत आभार 🌷🙏🌷
@atulkukreti6338 Жыл бұрын
पौड़ी हमारे बचपन में वाकई बहुत सुंदर कस्बा था जो हमारे गांव की बाजार भी था ।कंडोलिया में घना जंगल था। उस जंगल में डीएम की कोठी थी। एक देवता का छोटा सा मंदिर था जिसमे सिगरेट चढ़ाते थे। बढ़िया जानकारी व पौड़ी कवर करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
@yatrakatha Жыл бұрын
Very nostalgic memories. I wish I had met someone like you while shooting Pauri. Thanks a lot 🙏
आभार आपका🙏 लेकिन आपने 0.49 और 0.51 क्यूं लिखा नहीं समझ आया🙄
@bhagatrawat24588 ай бұрын
रामलीला का चित्रण बहुत अच्छा लगा
@yatrakatha8 ай бұрын
बहुत आभार सर 🙏
@umeshgairola3646 Жыл бұрын
Very nice
@yatrakatha Жыл бұрын
Thanks a ton 🙏
@snehlatadhyani7421 Жыл бұрын
Khoobsurat
@yatrakatha Жыл бұрын
🌷 shukriya 🌷
@sunita.gosain7 ай бұрын
बहुत सुंदर हम आप से जुड़े हुए हैं सब्सक्राइब के साथ❤❤
@yatrakatha7 ай бұрын
बहुत आभार आपका 🙏
@vn6066 Жыл бұрын
Greate ❤
@yatrakatha Жыл бұрын
🙏🙏🌷🌷
@bhagirathsati8524 Жыл бұрын
Nice 👍👏
@yatrakatha Жыл бұрын
Thanks 🙏
@bhagirathsati8524 Жыл бұрын
Nice
@yatrakatha Жыл бұрын
🙏 thanks
@आचार्यमहिमानन्दनौगांई5 ай бұрын
पौडी और श्रीनगर दोनों ही किसी जमाने मे महान सांस्कृतिक केंद्र थे/रामलीला दोनों जगह बहुत कलात्मक और रागात्मक होती थी/सन् 1976 से हम भी इन दोनों शहरों से बहुत दिन जुडे रहे
@yatrakatha5 ай бұрын
@@आचार्यमहिमानन्दनौगांई आभार देखने के लिए 🙏
@uttarasingh64944 ай бұрын
Rajdhani should be in hilly area instead of dehradun to chech migration?❤
@yatrakatha4 ай бұрын
They already have made a Vidhan Sabha Bhavan in Bharadisain..and they go there for picnic once in a year for three days 🥲
@Anjana-k7w10 ай бұрын
Hum nawani sitansiun saldang se hain .Dewal hamare side wala hai .
@yatrakatha10 ай бұрын
Bahut sundar jagah se ho aap🙏
@UshaRawat-yq8xv Жыл бұрын
🙏🙏
@yatrakatha Жыл бұрын
Thanks ma'am 🌷
@dhanjybhorade44677 ай бұрын
Paudi Se Lekar Ranchi Stadium Kaise Jaate Hain mujhe ek July jana hai
@yatrakatha7 ай бұрын
खुद की गाड़ी,टैक्सी या पैदल
@dhanjybhorade44677 ай бұрын
@@yatrakatha taxi se
@yatrakatha7 ай бұрын
@@dhanjybhorade4467 मिल जाएगी ,अगर अकेले हैं तो बाइक भी milt जाती हैं
@trilokrana20766 ай бұрын
जय हो कंडोलिया देवता की
@yatrakatha6 ай бұрын
@@trilokrana2076 🙏 कृपा रहे।
@auggicnainital5060 Жыл бұрын
👍👍👍
@yatrakatha Жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🌷
@ANNAPURNAJOSHI-cu9wz Жыл бұрын
🎉🎉🎉
@yatrakatha Жыл бұрын
Thanks ma'am 🌷
@sarlasemwal8904 Жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏👍
@yatrakatha Жыл бұрын
Thanks a lot 🙏
@sunita.gosain Жыл бұрын
👌🏻🙏🙏❤️❤️
@yatrakatha Жыл бұрын
🌷🍀🌷Thanks🌷🍀🌷
@sunita.gosain7 ай бұрын
हम आपसे जुड़े हुए हैं सब्सक्राइब के साथ
@InduRawat-vt3io10 ай бұрын
ये लछमन मन्दिर है कोट बिलोक जय सियाराम ❤
@yatrakatha7 ай бұрын
आभार 🍀🌷🍀
@avinashrana5558 Жыл бұрын
Ransi stadium jaisa h waisa kyu nahi btaya gaya… 30 saal se main pauri me hu pr aaj tk proper bnn nahi paya…
@yatrakatha Жыл бұрын
Sir it's almost ready now🙏
@Motipari08 ай бұрын
ye hamara bajar hai 😊
@yatrakatha8 ай бұрын
Lucky you 🍀🌷🍀
@kamalhanu416710 ай бұрын
May bhot bada laga
@yatrakatha10 ай бұрын
🙏🙏🙏
@mohansinghrawat2396 ай бұрын
पौडी ब्लाक के आस-पास के गावों में चलने के रास्ते तक नही है स्थानीय विधायक समस्याओं को सुनने को तैयार नहीं होते
@yatrakatha6 ай бұрын
हम पहाड़ियों का दुर्भाग्य है।
@savitarawat6816 Жыл бұрын
महोदय,आपने सितोनस्यू पट्टी के देवल और phalswadi गांव का उल्लेख किया कि महिलाएं सीता माता के लिए कलेवा लाती हैं किन गावों की महिलाएं लाती हैं नहीं बताया। सीता माता मेले का आयोजन कौन। सा गांव करता है? नही बताया यहां के adhtees गावों में रावण की पूजा होती है? इनमे से किस गांव में रावण के प्रति आस्था है? आप इतिहासकार है तो बताने का कष्ट करे। अन्यथा पौराणिक कथाओं को गलत तरीके से लोगों को बताकर इस पट्टी के लोगों का अपमान न करें और जरूर बताएं की किस गांव में रावण की पूजा होती है। शायद हम भी कुछ ऐसे ही ज्ञानी बन जाएं।
@yatrakatha Жыл бұрын
न जाने आपने इसे अपमान क्यों समझा । सितोंसू घाटी तो गढ़वाल की गौरवशाली संस्कृति का चमकता अध्याय है। मेले का नाम मनसार है। यही नहीं इस पट्टी को उत्तराखंड सरकार सीता माता टूरिस्ट सर्किट बनाने का प्लान कर रही है।जहां तक बात रावण के प्रति आस्था की है तो कनेक्टिविटी के बाद सब जगह का कल्चर एक सा होता जा रहा है, जो बहुत दुखद है । दरअसल रावण इतना विद्वान था कि श्रीराम रावण वध के बाद ब्रह्महत्या के पाप से मुक्त होने के लिए देवप्रयाग आए थे और वशिष्ठ कुंड में स्नान कर उन्होंने तपस्या की थी। संयोग देखिए की देवप्रयाग से ही सितोंसु घाटी शुरू होती है ।कोटसाड़ा गांव से कलेवर लाने की बात की पुष्टि के लिए पिछले मेले की राज्य समीक्षा की रिपोर्ट कॉपी पेस्ट कर रहा हूं...... गढ़वाल: यहां माता सीता ने ली थी भू समाधि, जमीन खोदने की है अद्भुत परंपरा देवभूमि की परंपरा कितनी समृद्ध है कि महाभारत और रामायण काल की कहानियों के अंश भी यहां मिलते हैं। क्या आप जानते हैं कि देवभूमि में एक स्थान ऐसा भी है, जहां माता सीता ने भू समाधि (Sita Mata Pauri Garhwal Mansar mela) ली थी? जी हां पौड़ी गढ़वाल के कोटसाड़ा, फलस्वाड़ी और देवल में ये मान्यता प्रचलित है। माना जाता है कि तबसे यहां मनसार मेले का आयोजन होता आ रहा है। इस बार भी कोट ब्लॉक के फलस्वाड़ी गांव में इस वर्ष आयोजित हो रहे मनसार मेले को भव्य रूप से मनाया जा रहा है जिसको लेकर मंदिर समिति की ओर से सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। मंदिर के पुजारी की ओर से बताया गया है कि आज लक्ष्मण मंदिर देवल से देव निशान फलस्वाड़ी गांव के लिए गए साथ ही कोटसाड़ा गांव से ग्रामीण बबले (घास) की रस्सी व दूण-कंडी (मिठाई की टोकरी) लेकर पहुंचे। जिसके बाद कोटसाड़ा व देवल के ग्रामीण फलस्वाड़ी गांव में पहुंचकर माता सीता की आराधना कर रहे है।
@jaichandsinghnegi5077 Жыл бұрын
Etana sunder yata sik pourd jha se agrejo ka bhi agao raha wahese bhi angrej ko pura pahardi ccheter bheheth basanth theye per.un hone bhoogolik parshithi you ke karan pahardp meion jhada khana nahikaraya es ka karan yaha bhoogolik rachana aur kubh surati ko bar kar rakhi taki jada construction nahi kiya jis aaj ke bakt meion bina soche samjhe hi yaha per thuord ford ho rahi hai kahi vikash ke nam per binash per yaha yaha ke logo ka koi faida nahi jo bhi parshan kar rahi kewal jo jagh jagh non ukd ke log ake bas gaye jo ki yaha ke liye sahi nahi hua hai aj kal jo ukd alag rajiya bane ke baad yaha per bhut matra. Meion bhari log aye aur yaha per kubh property investment ki hai jo ki ukd ke liye sahi nahi hua netao ne ukd ki kubh surati cchabi ko nash kiya hai
@yatrakatha Жыл бұрын
सही कहा आपने।पहाड़ की व्यथा आप जैसे लोगों से बेहतर कौन जान सकता है। बहुमूल्य विचारों के लिए धन्यवाद🙏
@dbishtparihar1970 Жыл бұрын
Britisher's knows the location benefits
@yatrakatha Жыл бұрын
That's true. Thanks 🙏
@tenzingayatso6401 Жыл бұрын
bhu kanoon khunni maara maari paas ma karin pehle aphri Uttaranchali (gadwali-kumaoni) bhasha thai toh bachai-lhya, shuruat ma hi khankriyal ji hindi ma bachyana chin, tab bwala, kya hwalu... yakh ham England ma angrezo thai gadwali bulnai ki training dena chon (meru naunu dhara-prwah gadwali ma bwaldu yakh ham dagadi aur angrezo thai bhi sikhandu) aur saal ma dwi baar jab ham seedha gau jando wakh log ham thai gau ku hu samjhadin... tab bal bhu kanoon toh aalu jab aalu, pehli aphri bhasha ch bhasha... baki baat aur kya buln, kuda aur kabaad ku dher jo ham lukhun lagayu yakh paudi ma, wyeka baara ma toh kya hi buln bhai
@yatrakatha Жыл бұрын
आपकि बात बिलकुल ठिक च लेकिन यो चैनल हिंदीक च। जब हम लोग आपस म बात करणा छाय त खंखरियाल जी गड्वलई म हि बुने छै। पर आपकु गड्वलई प्रेम देखकि बहुत अच्छू लाग 🙏🙏
@RajendraKumar-ux9ct10 ай бұрын
Apka bolne ka andaj aisa hai ki jaise ap neend,(sleep) se uthkar turant bolne kag gaye hon. Kuch karm kijiye na Maharaj. Neend se jagiye, muh hath dhokar phir videos tajgi k sath banaye. Kya hal bana rakha, kuchh lete kyon nahi. Bura mat manna, balki apna atm manthan karna. Thanks.