इन लोगों के अंदर की इंसानियत ही मर चुकी है।जान बूझ कर भर्ती को लटकाना, आखिर कब तक ये चलता रहेगा उत्तराखंड में
@Anilsingh-lf8dg5 сағат бұрын
दुर्गम क्षेत्र मे ड्यूटी कर रहे है l फ्री मे तोड़ी ना कर रहे है l पैसे मिल रहे है l गेस्ट टीचर को?
@Joshi_ji_285 сағат бұрын
Aayog last m apna paksh rkhta h abhi apna paksh rkh dega to jldi rijalt dena pdega
@Joshi_ji_285 сағат бұрын
Over age ho rhe hen to kya kren y prakriti ka niyam h jo peda hoga bda hoga budha hoga fir mrega bhi;
@Joshi_ji_285 сағат бұрын
Jyada tension .n len sc bhi h ,or double bench bhi he,
@Anilsingh-lf8dg5 сағат бұрын
बेरोजगार को सरकार ने कहीं लायक नहीं रखा l गेस्ट टीचर को गेस्ट टीचर की जॉब तो मिली कम से कम अपनी जीविकापार्जन अच्छी तरह से कर रहे है l बेरोजगार का क्या होगा जो अपनी कोचिंग के लिए घर से पैसे मांग रहे है l और कोई विकल्प भी नहीं है l सरकार उनकी तरफ तो देख ही नहीं रही l ऐज तो हम लोगों की भी हो गयी है l हमें भी वेटेज दो ll अंधी क़ानून है l
@shivshakti26584 сағат бұрын
दुर्गम तो पूरा राज्य है पर्वतीय राज्य ऐसी बात उठाना दुर्गम क्षेत्र की अवहेलना करने समान है उम्र तो सभी की हो रही तभी तो एलटी वाले कोर्ट के माध्यम से पेपर में बैठे थे