We need full series on Bhagavad Gita ❤, Very very nice video. Hare Krishna 🙏
@meghanapatki3006 Жыл бұрын
Hare Krishna Prabhuji dandvat pranam, please accept my humble obesiences at yr lotus feet
@udaykulkarni6027 Жыл бұрын
Hare Krishna Prabhuji Dandavat Pranam 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
@prabinatripathy2696 Жыл бұрын
Jay Jagannath Prabhuji 🙏🙏🙏..Hare Krishna prabhuji 🙏🙏
@thilakrajmaroli3875 Жыл бұрын
Thank you prabhuji. Dandavat pranaam 🙏 Hare Krishna.
@atlearning6821 Жыл бұрын
Guru g Plzz remove background music your spiritual voice is enough 🙏🙏
@dhebekmn8636 Жыл бұрын
We are blessed to receive knowledge from you prabhuji. Shree Gurubyo Namaha
@Principle. Жыл бұрын
Prabhu jee, please keep continue this lecture with detail like this ... Hare Krishna
@hariprasathkrishnan4681 Жыл бұрын
Harekrishna Prabhu ji! Dandawath Pranam! Thank you so much for sharing wonderful information
@chasegrace5874 Жыл бұрын
So lucky to have your darshan today Hare Krishna prabhuji Dandvat pranam
@pinky8628 Жыл бұрын
Excellent. Thank you Prabhuji 🙏. Jai shree radhe krishna 🙏. Looking forward to listen to next chapter.
@meeradilip57 Жыл бұрын
Hare Krishna 🙏so beautifully explained thanks Prabhuji🙏
@bhaghiappaiya9822 Жыл бұрын
Jai shree Krishna that is a beautiful way....Thanks so much
@harekrishna7610 Жыл бұрын
🌼🌼🌼Jay Shree Bhagwat Gita Ji 🙏🙏🙏
@rameshvishwakarma-b7e Жыл бұрын
Hare Krishna 🙏🙏
@lakshmiprasad310 Жыл бұрын
Wonderful and precise presentation. Hare Krishna
@varshaupari2047 Жыл бұрын
Hare Krishna 🙏🙏🙂
@TapasRoy-345 Жыл бұрын
Hare Krishna prabhuji ❤❤
@harekrishna7610 Жыл бұрын
🌼🌼🌼Danadvat Pranam Gurudev Ji 🙏🙏🙏
@prakashvakil3322 Жыл бұрын
Aatmiya DIVINITY HARE KRSNA This is REAL Present from DIVINE ❤❤❤ of KRSNA. Receiving this video presentation is truly "Evolution of NATURE - Manifestations of ISHAVAR, GOD, KRSNA. Experiencing Amazingly JOYOUS AWARENESS Surrendering to the MYSTERY of KRSNA 😊😊😊😊😊😊😊😊 ❤❤❤❤❤❤❤❤
@vihankundargi4821 Жыл бұрын
jai radhe jai radhe jai shri krishna jai radhe thank you enlighting us with the doubt of dwapar yuga
@harekrishna2291 Жыл бұрын
अथ श्री गीता माहात्म्य प्रारम्भः || धरोवाच भगवन्परमेशान भक्तिरव्यभिचारिणी । प्रारब्धं भुज्यमानस्य कथं भवति हे प्रभो ।।1।। श्री पृथ्वी देवी ने पूछाः हे भगवन ! हे परमेश्वर ! हे प्रभो ! प्रारब्धकर्म को भोगते हुए मनुष्य को एकनिष्ठ भक्ति कैसे प्राप्त हो सकती है?(1) श्रीविष्णुरुवाच प्रारब्धं भुज्यमानो हि गीताभ्यासरतः सदा । स मुक्तः स सुखी लोके कर्मणा नोपलिप्यते ।।2।। श्री विष्णु भगवान बोलेः प्रारब्ध को भोगता हुआ जो मनुष्य सदा श्रीगीता के अभ्यास में आसक्त हो वही इस लोक में मुक्त और सुखी होता है तथा कर्म में लेपायमान नहीं होता।(2) महापापादिपापानि गीताध्यानं करोति चेत् । क्वचित्स्पर्शं न कुर्वन्ति नलिनीदलमम्बुवत् ।।3।। जिस प्रकार कमल के पत्ते को जल स्पर्श नहीं करता उसी प्रकार जो मनुष्य श्रीगीता का ध्यान करता है उसे महापापादि पाप कभी स्पर्श नहीं करते।(3) गीतायाः पुस्तकं यत्र पाठः प्रवर्तते। तत्र सर्वाणि तीर्थानि प्रयागादीनि तत्र वै।।4।। जहाँ श्रीगीता की पुस्तक होती है और जहाँ श्रीगीता का पाठ होता है वहाँ प्रयागादि सर्व तीर्थ निवास करते हैं।(4) सर्वे देवाश्च ऋषयो योगिनः पन्नगाश्च ये। गोपालबालकृष्णोsपि नारदध्रुवपार्षदैः ।। सहायो जायते शीघ्रं यत्र गीता प्रवर्तते ।।5।। जहाँ श्रीगीता प्रवर्तमान है वहाँ सभी देवों, ऋषियों, योगियों, नागों और गोपालबाल श्रीकृष्ण भी नारद, ध्रुव आदि सभी पार्षदों सहित जल्दी ही सहायक होते हैं।(5) यत्रगीताविचारश्च पठनं पाठनं श्रुतम् । तत्राहं निश्चितं पृथ्वि निवसामि सदैव हि ।।6।। जहाँ श्री गीता का विचार, पठन, पाठन तथा श्रवण होता है वहाँ हे पृथ्वी ! मैं अवश्य निवास करता हूँ। (6) गीताश्रयेऽहं तिष्ठामि गीता मे चोत्तमं गृहम्। गीताज्ञानमुपाश्रित्य त्रींल्लोकान्पालयाम्यहंम्।।7।। मैं श्रीगीता के आश्रय में रहता हूँ, श्रीगीता मेरा उत्तम घर है और श्रीगीता के ज्ञान का आश्रय करके मैं तीनों लोकों का पालन करता हूँ।(7) गीता मे परमा विद्या ब्रह्मरूपा न संशयः। अर्धमात्राक्षरा नित्या स्वनिर्वाच्यपदात्मिका।।8।। श्रीगीता अति अवर्णनीय पदोंवाली, अविनाशी, अर्धमात्रा तथा अक्षरस्वरूप, नित्य, ब्रह्मरूपिणी और परम श्रेष्ठ मेरी विद्या है इसमें सन्देह नहीं है।(8) चिदानन्देन कृष्णेन प्रोक्ता स्वमुखतोऽर्जुनम्। वेदत्रयी परानन्दा तत्त्वार्थज्ञानसंयुता।।9।। वह श्रीगीता चिदानन्द श्रीकृष्ण ने अपने मुख से अर्जुन को कही हुई तथा तीनों वेदस्वरूप, परमानन्दस्वरूप तथा तत्त्वरूप पदार्थ के ज्ञान से युक्त है।(9) योऽष्टादशजपो नित्यं नरो निश्चलमानसः। ज्ञानसिद्धिं स लभते ततो याति परं पदम्।।10।। जो मनुष्य स्थिर मन वाला होकर नित्य श्री गीता के 18 अध्यायों का जप-पाठ करता है वह ज्ञानस्थ सिद्धि को प्राप्त होता है और फिर परम पद को पाता है।(10)
@prslifestyle1007 Жыл бұрын
Thank you formsuch understanding video prabhuji😊
@poojamishra3292 Жыл бұрын
Thank you....Hare Krishna Hari Bol 🙏🙏😊
@Characterion.8 ай бұрын
जी धन्यवाद प्रभु जी 😊😊
@SarathChandran96 Жыл бұрын
superb work prabhuji . Waiting for more. Hare krishna 🙏
@rekhachoudary8756 Жыл бұрын
Hare Krsna 🙏 Hare Krsna 🙏 Gauranga prabhu ji 🙏😊❤️ Amazing Prabhu ji...The way you sorted The Chapter 1 is Extremely good....😊❤ Thank you 😊🙏 prabhu ji 🙏
@GurumayumRobertKenedy Жыл бұрын
Hare Krishna Prabhuji Dandavat Pranam. Loved it so muchhhhhh.❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ Please continue until the 18th chapter.
@RakeshSharma-ji4rf Жыл бұрын
Simply amazing
@savitakrishnan843 Жыл бұрын
Namaste Guruji🙏.. You explained the first chapter so nicely... Really was overwhelmed.. This is actually what is Happening to the world today.. If people can understand and start reading Bhagavad Gita it would be amazing... Atleast one should try to follow it... The way you explained it is amazing... If you could explain the other chapter in the same way I would appreciate🙏 Hare Krishna 🙏🙏
@anandanair77 Жыл бұрын
Beautiful explanation. Thank you for posting:)
@triptikar6853 Жыл бұрын
Hare krishna ❤️ 💐 🙌 🙏 ♥️
@pruthvirajbhingare7467 Жыл бұрын
Hare Krishna 🙏🌼🌸
@Radharaman_1008 Жыл бұрын
Such an amazing, practical and to the point explanation 🙏 Only a great devotee like you can do this🙏 Hari Bol !
@adityapuri4312 Жыл бұрын
JAI SHREE KRISHNA ❤️🙏
@PrashantSingh-tr2ls Жыл бұрын
Inspirational 👏
@harekrishna2291 Жыл бұрын
पाठेऽसमर्थः संपूर्णे ततोऽर्धं पाठमाचरेत्। तदा गोदानजं पुण्यं लभते नात्र संशयः।।11।। संपूर्ण पाठ करने में असमर्थ हो तो आधा पाठ करे, तो भी गाय के दान से होने वाले पुण्य को प्राप्त करता है, इसमें सन्देह नहीं।(11) त्रिभागं पठमानस्तु गंगास्नानफलं लभेत्। षडंशं जपमानस्तु सोमयागफलं लभेत्।।12।। तीसरे भाग का पाठ करे तो गंगास्नान का फल प्राप्त करता है और छठवें भाग का पाठ करे तो सोमयाग का फल पाता है।(12) एकाध्यायं तु यो नित्यं पठते भक्तिसंयुतः। रूद्रलोकमवाप्नोति गणो भूत्वा वसेच्चिरम।।13।। जो मनुष्य भक्तियुक्त होकर नित्य एक अध्याय का भी पाठ करता है, वह रुद्रलोक को प्राप्त होता है और वहाँ शिवजी का गण बनकर चिरकाल तक निवास करता है।(13) अध्याये श्लोकपादं वा नित्यं यः पठते नरः। स याति नरतां यावन्मन्वन्तरं वसुन्धरे।।14।। हे पृथ्वी ! जो मनुष्य नित्य एक अध्याय एक श्लोक अथवा श्लोक के एक चरण का पाठ करता है वह मन्वंतर तक मनुष्यता को प्राप्त करता है।(14) गीताया श्लोकदशकं सप्त पंच चतुष्टयम्। द्वौ त्रीनेकं तदर्धं वा श्लोकानां यः पठेन्नरः।।15।। चन्द्रलोकमवाप्नोति वर्षाणामयुतं ध्रुवम्। गीतापाठसमायुक्तो मृतो मानुषतां व्रजेत्।।16।। जो मनुष्य गीता के दस, सात, पाँच, चार, तीन, दो, एक या आधे श्लोक का पाठ करता है वह अवश्य दस हजार वर्ष तक चन्द्रलोक को प्राप्त होता है। गीता के पाठ में लगे हुए मनुष्य की अगर मृत्यु होती है तो वह (पशु आदि की अधम योनियों में न जाकर) पुनः मनुष्य जन्म पाता है।(15,16) गीताभ्यासं पुनः कृत्वा लभते मुक्तिमुत्तमाम्। गीतेत्युच्चारसंयुक्तो म्रियमाणो गतिं लभेत्।।17।। (और वहाँ) गीता का पुनः अभ्यास करके उत्तम मुक्ति को पाता है। ‘गीता‘ ऐसे उच्चार के साथ जो मरता है वह सदगति को पाता है। गीतार्थश्रवणासक्तो महापापयुतोऽपि वा। वैकुण्ठं समवाप्नोति विष्णुना सह मोदते।।18।। गीता का अर्थ तत्पर सुनने में तत्पर बना हुआ मनुष्य महापापी हो तो भी वह वैकुण्ठ को प्राप्त होता है और विष्णु के साथ आनन्द करता है।(18) गीतार्थं ध्यायते नित्यं कृत्वा कर्माणि भूरिशः। जीवन्मुक्तः स विज्ञेयो देहांते परमं पदम्।।19।। अनेक कर्म करके नित्य श्री गीता के अर्थ का जो विचार करता है उसे जीवन्मुक्त जानो। मृत्यु के बाद वह परम पद को पाता है।(19) गीतामाश्रित्य बहवो भूभुजो जनकादयः। निर्धूतकल्मषा लोके गीता याताः परं पदम्।।20।। गीता का आश्रय करके जनक आदि कई राजा पाप रहित होकर लोक में यशस्वी बने हैं और परम पद को प्राप्त हुए हैं।(20) गीतायाः पठनं कृत्वा माहात्म्यं नैव यः पठेत्। वृथा पाठो भवेत्तस्य श्रम एव ह्युदाहृतः।।21।। श्रीगीता का पाठ करके जो माहात्म्य का पाठ नहीं करता है उसका पाठ निष्फल होता है और ऐसे पाठ को श्रमरूप कहा है।(21) एतन्माहात्म्यसंयुक्तं गीताभ्यासं करोति यः। स तत्फलमवाप्नोति दुर्लभां गतिमाप्नुयात्।।22।। इस माहात्म्यसहित श्रीगीता का जो अभ्यास करता है वह उसका फल पाता है और दुर्लभ गति को प्राप्त होता है।(22) सूत उवाच माहात्म्यमेतद् गीताया मया प्रोक्तं सनातनम्। गीतान्ते पठेद्यस्तु यदुक्तं तत्फलं लभेत्।।23।। सूत जी बोलेः गीता का यह सनातन माहात्म्य मैंने कहा। गीता पाठ के अन्त में जो इसका पाठ करता है वह उपर्युक्त फल प्राप्त करता है।(23) इति श्रीवाराहपुराणे श्रीमद् गीतामाहात्म्यं संपूर्णम्।
@cosmic_rem Жыл бұрын
To the editor, sir can you please remove the music in the background. I just saw prabhuji's podcast on Ranveer allahbadia channel.. like the editing on that channel was simple.. like without music.. it's easy to understand what prabhuji is saying..
@roneet9027 Жыл бұрын
Hare Krishna 🤠🙏
@LaxmiKumari-pb4cv6 ай бұрын
🙏🙏 hare Krishna Prabhu ji🙏🙏
@Trivenidevidasi5 ай бұрын
Thank you! This is such a clear easy to understand summary! Hare Krishna!
@mitrooni5605Ай бұрын
Profound revision to geeta
@RandomPsychology224 ай бұрын
Such a good video 🎉
@vikramborse9302 Жыл бұрын
🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
@sutri63 Жыл бұрын
Very interesting presentation
@k4rtikgupta11 ай бұрын
Please make videos that explain each and every chapter of the Bhagavad Gita
@prslifestyle1007 Жыл бұрын
Hari bolll❤
@PankajPatel-zh8mf Жыл бұрын
Bless us 🙏🪔👩
@koosahurrishteeka9652 Жыл бұрын
Thank you
@luminousdeep2772 Жыл бұрын
❤❤sir lov u
@shivakumar-mj8bp10 ай бұрын
Good Morning Prabhu ji. Thanks for having this video. If possible can we have BhagavadGita in english Prabhu Ji.👃👃👃
@YogeshJadhav-y5f Жыл бұрын
Hare krishna prabhuji excellent video but background sound is pretty high request you reduce background sound and eagerly waiting for more video on bg
@shravankumarv2524 Жыл бұрын
Is there a playlist of all chapters ?
@Akweteman Жыл бұрын
Pls help me on how to read and understand the Gita
@coc_champs11 ай бұрын
Line 1: 01:05
@TheFiestyhick10 ай бұрын
Music too loud
@ameyawagle Жыл бұрын
Thank you Prabhuji. Just a humble suggestion from my end: the background music in its current state is not allowing us to enjoy the full knowledge of this video.
@partha4me Жыл бұрын
This is so blissful to hear but the background music is kind of loud and disturbing
@arpitaraval8238 Жыл бұрын
Hare krishna Prabhuji 🙏🙏🙏Just a suggestion prabhuji ,, background music is overpowering your voice,music could get little softer 🙏🙏🙏
@tanumalik31294 күн бұрын
Guru ji please request the editor not to use background music ...it disturbs
@toshitasharma6907 Жыл бұрын
Background music is too high it unable us to connect him
@MayurikaPanchal4 ай бұрын
Please explain Gita in detail
@drfrog316620 күн бұрын
Why would you make the music louder than the message. Not very smart.
@saumyathukral4137 Жыл бұрын
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
@ramyaranjanbehera3917 Жыл бұрын
Please stop background music , it distracted in proper listening
@ramajayanthi61065 ай бұрын
kzbin.info/www/bejne/hZasc5xnftGEaKM BHAGAVAD GITA HARATHI.JAI BHAGAVADGITE BY RAMADEVI.DEDICATED TO INDIAN CRICKET WORLD CUP CHAMPIONS.
@lalitahalawar2198 Жыл бұрын
Too much background music..Hare Krishna Prabhu ji
@Nextleader-ck5yz Жыл бұрын
Guru ji please hindi😥
@vedanshkhare5159 Жыл бұрын
It's very shameful for us that your are teaching us a chapter of bhagvat gita in any foreign language,there we have a oldest language in the world that is Sanskrit I know everyone is not able to understand it in Sanskrit but we all are able to understand it in Hindi but many of us are not understand English then this video is not useful for please make this video in Hindi And my humble request to every sanatani that please support our mother tongue and please promote Sanskrit,we as a youth are able to promote our culture we are able to spread our culture our traditions so please suppot the Hindi and the mother of all languages the most pure language the Sanskrit . Jai shree Ram