Рет қаралды 60,777
उतरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा 2023 |उतरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा की पूरी जानकारी |#Yatraboyrahul|कब, कैस , क्यों , उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा कैसे करें,
#नर्मदापरिक्रमा2023
#narmadaparikrama
#narmada
#narmadaparikramaanubhav
#उत्तरवाहिनीनर्मदापरिक्रमां
#उत्तरवाहिनी #यात्राबॉयराहुल
#uttarvahiniparikrama
#new
#2023
#gujrat
#rajpipla
#narmada
#trending
#fastvlog
Apne Bhai ka video pasanda aaya to like share, comment karur karna mere Lal
नर्मदा मैया पूर्व से लेके पश्चिम की तरफ बहती है इसी बीच में वो ऐसे मोड़ लेते हुवे जहां जहां जाति है, वहां पे मोड़ लेते वक्त जिस टाईम वो उत्तर की तरफ मुंह करके बहती है उसी पाट को उत्तरवाहिनी बोला जाता है, ओर वो बोहत कम आरियों में है, जहां तक मैं जानता हूं वहां सिर्फ दो तरीकों में उत्तरवाहिनी है, एक मंडला में है और एक तिल्लकवाड़ा में तिल्लकवाडा गुजरात में है, तो वहां पे वो उत्तरवाहिनी है, उसी उत्तरवाहिनी आरिया को एक प्रद्क्षिणा करना मतलब जहां से सरू लिया है वहां पे फिरशे आना, पैदल जाके करना इसी प्रक्रिया को हम उत्तरवाहिनी परिक्रमा बोलते हैं, और वो परिक्रमा 1, या 3,या,5, दिन की की जाति है ज्यादातर लोग एक दिन किही करते हैं, और ये परिक्रमा सरु होती हैं चैत्र महीने में सरू होती है ये जो तीस दिनका महीना होता है उस तीस दिनों में आप कभी भी कर सकते हैं एक दिन की परिक्रमा से लेकर पांच दिन तक कर सकते हैं इस के आलावा आप कोंन से भी महीने मे उत्तरवाहिनी परिक्रमा नहीं होती, *उत्तरवाहिनी परिक्रमा आप सरू कर सकते है तिल्लकवाडा या रामपुरा से, ये गुजरात में है गुजरात में आके आप सरू कर सकतें हैं, आप देश के किसी भी कोने से या कोन से भी राज्य से आते हैं तो आप वडोदरा की ट्रेन पकड़िए और वडोदरा आ जाए, वडोदरा से बस पकड़ के तिल्लकवाड़ा आ सकते हैं, तिल्लकवाडा से आपको वहीं से पैदल परिक्रमा सरू करनी है मां नर्मदा मैया के किनारे से, आपके जोभी नित्य कर्म जोभी है मुंडन करना है या पूजा पाठ कर के यहीं से सरू होगी,
।😊 तो दोस्तों हमने रामपुरा से परिक्रमा सरू की है, और ये दशाअवतार रणछोड़राय जी का भव्य मंदिर है,रणछोड़रायजि के दर्शन करके हमे परिक्रमा सरू करनी है, तो यहां पे हम तीन बजे ही आ चुके थे और रात के तीन बजे से ही आप परिक्रमा वाशियो की हलचल देख सकते हैं,
तो हमने तो थोड़ा विश्राम किया और साड़े पांच बजे परिक्रमा सरू की, तो लोजी आप भी दर्शन कर लो रणछोड़रायजी के दोस्तों, ओर मंदिर के पास में ही आपको मंगलमूर्ति हनुमानजी के दर्शन कर सकतें हैं, ओर आज sandy है इस लिए बोहत ज्यादा परिक्रमा वाशी आए हुवे है,ये मंगलेश्वर महादेवजी का मंदिर आया तो चलो आप सभी दोस्तों को भी मंगलेश्वर महादेवजी के दर्शन कराते है तो ये रहा सामने सीताराम आश्रम का बॉड, सीताराम आश्रम से पहले आप लोगो को राइट साइड में रामानद आश्रम दिखेगा तो, तो चलो हम भी आश्रम की मुलाकात करते हैं, जितना सुंदर आश्रम हैं, उतनी ही सांती की अनुभूति भी आप को यहां होगी,
ओर अभी हम सीताराम आश्रम पोहच चुके हैं, जेसे ही अंदर आयेंगे तो हमें सुंदर मंदिर दिखेगा, ओर यहां पे भी भोजन प्रसादी का भंडारा लगा हवा है, तो आप भी आराम से भोजन प्रसादी कर सकते हैं, ओर ये सीताराम आश्रम से जेसेही नीचे उतरेंगे तो मैया के किनारे पोहचेंगे , ओर अभी हमें इसी नर्मदा मैया सुंदर किनारे किनारे एक से दो किलोमीटर चलना है, तो अभी हम दक्षिण तट पे खड़े हैं, ओर हमें यहां से उस पार उतर तट पे जाने के लिए नाव में बैठ के जाना पड़ेगा, तो फाइनली हम उतर तट की और आचुके है दोस्तों, तिल्लकवाडा की और, जेसे ही थोड़े आगे बढ़े तो हमें इन मैया के धर्शन हुवे, ये भी परिक्रमा के लिए आए थे मुंबई से,,, और थोड़े आगे बढ़े तो हमे ठंडे पानी ओर सरबत वाले सेवा दाई दिखे सामने, तो हमने भी एक ग्लास शरबत पीली क्योंकि चलते चलते थोड़ी थकान जो हो रखी थी, और जेसे ही चलते चलते आगे बढ़े और हमें सामने दिखा मणिनागेश्वर मंदिर दिख रहा था, मणिनागेश्वर तीर्थ बोहत्त ही बड़ा तीर्थ है, तो चलो दर्शन कराते हैं, ये आप भी दर्शन करलो किशनजी के, ओर थोड़े आगे बढ़े और बाबा मणिनागेश्वर जी के दर्शन करलो दोस्तों,
और अभी हम परकृति की सुंदरता को निहारते हुवे आगे बढ़े, आजूबाजू सुंदर हरियाली और बीचमे रास्ता, ओर ये फिरसे सेवादाई मिले हमें और अभी छाछ पीला रहे थे, तो हमने भी एक ग्लास छाछ पीली, पूरे शरीर की थकान दूर हों गई, फिर से चलाना सरू किया, प्राकृति की सुंदरता देखते देखते कपिलेश्वर महादेव के आश्रम आ पोहुचे, यहां पे भी दर्शन के लिए लंबी लाइन लगी है, और अभी मंदिर से जेसे ही नीचे उतरेंगे तो नर्मदा मैया का सुंदर तट आएगा,, और हम सभी दोस्तों के साथ स्नान करने पोहचे,
और अभी हमें इस मैया के तट पर ही कमसे कम दो तीन किलोमीटर पैदल चलना है, तो मैया को निहारते निहारते आगे बढ़ ही रहे थे, सामने हमें भव्य नंदी जी की प्रतिमा दिखने को मिली, एशा लग रहा है की नंदीजी सभी परिक्रमा वाशियो का स्वागत कर रहें हों,,,, और अभी हमे ये मैया को पार कर के सामने रामघाट पे जाना है लेकिन यहां भीड़ देख सकते हो, आज sundy है इस लिए बोहत ही ज्यादा मात्रा में परिक्रमा वाशी आए हैं, क्योंकि सबकी छुट्टी रहती है, हमें खड़े खड़े 45मिनिट हो चुके हैं, तब जाके नाव में बैठने का मोका मिल,,
तो फाइनली हम रामघाट पे पोहांच चुके, तो रामघाट का नजारा देख सकते हो, आप यहां पे स्नान कर सकते हैं,
ओर मेंतो ये कहूंगा की आप सभी भाई बहनों को एक बार नर्मदा मैया की उतरवाहिनी परिक्रमा जरूरी करनी चाहिए, ताकि अपने इस अनमोल जीवन को धन्य कर सके
Apne Bhai ko follow kare
insta I'd 👇 ...
#उत्तरवाहिनीनर्मदापरिक्रमा2023
#नर्मदापरिक्रमा
#ytraboyrahul
#narmada
#rajpipla
#video #nature