ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर बहुत लोड है जोकि अराजकता की हद तक बढ़ चुका है
@SURAJDC1Ай бұрын
उत्तराखंड की पलायन आयोग का जो डिफेंस दिया गया है वह मुद्रा स्कीम के तहत प्राप्त किया गए वित्तीय सहायता की रही होगी। जहां बैंकों के द्वारा से रोजगार सहायता के नाम पर केवल शिशु कैटिगरी में 50000 तक के ही कौन दिए जाते है। बहुत सुंदर इंटरव्यू।
@SURAJDC1Ай бұрын
उत्तराखंड का मैदानी भाग का land use और पहाड़ों ने अलग अलग है। जनसंख्या बढ़ने और आपसी बंटवारा के कारण लैंड का जोत कम हुआ है। दलितों के बीच तो बंटाईदारी की भी समस्या है।
@devandersingh2265Ай бұрын
एक पर्यटन व्यवसायी की समझ है जो बहुत बुद्धिजीवी हो गया है और बड़े मीडिया संस्थानों के सितारे कंधे पर लटकाये है,,!!!व्हे तब,,,!!!हुन्दु क्या च पर,,!!!
@ManuPanwarАй бұрын
लेकिन लौटकर तो अपने ही पहाड़ में आया है न. चीजों को देखने की उनकी अपनी दृष्टि है, आप सहमत या असहमत हो सकते हैं लेकिन रिजेक्ट तो नहीं करना चाहिए
@devandersingh2265Ай бұрын
@ManuPanwar जी,,रिवर्स स्विंग हुन्दु एक शब्द,,बल!!!
@deepanshukunwar5259Ай бұрын
बहुत सुंदर इंटरव्यू 🎉 हिमांचल मै जो ट्रक कल्चर विकसित हुआ वो उत्तराखंड मै ज्यादा पनप सकता है क्युकी यहाँ के तराई के क्षेत्र की जनसंख्या ज्यादा है, हाँ हॉर्टकलचर के क्षेत्र मै बहुत समय लगेगा।
@SURAJDC1Ай бұрын
ऑर्गेनिक लीडरशिप चाहे वह मुख्य दो पार्टियों से निकले या विकल्प से। वहीं विकास का रास्ता खोल सकता है।
@SURAJDC1Ай бұрын
रिवर्स माइग्रेशन अपनी जमीन और आकर समाज को कुछ देने के लिए उद्यम और योगदान की प्रक्रिया है
@SURAJDC1Ай бұрын
हिमाचल में पलायन की स्थिति बहुत अच्छी है। सरकारी सेवाओं के लिए ज्यादा पलायन है
@SURAJDC1Ай бұрын
उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में सांस्कृतिक पर्यटन मेलों का पर्यटन, एडवेंचर पर्यटन की संभावना है।
@SURAJDC1Ай бұрын
भू कानून पर बहस है। लेकिन भाजपा और कांग्रेस के बीच इलेक्शन होता आ रहा है जहां ये मुद्दे नहीं हैं।
@PradySingh-m1cАй бұрын
Dehradun Haridwar ko to bihar bana diya bjp ne inki nazar pahadon pe h ab 🤬🤬
@ksf9597Ай бұрын
Bihar up wale dhang se loot rahe hai dukaano m sabzi ke manmane rate chal rahe inke
@Jaipurjda8507Ай бұрын
उत्तराखंड राज्य की राजधानी गैरीसन को स्थिर राजधानी बनानी चाहिए बीजेपी का धन्यवाद जो रेत परियोजना वहां तक लेकर आए जमीनों का भाव बढ़े वहां पर शिक्षा बड़े आज की तारीख में इतना फंड के
@Digubisht8057Ай бұрын
Manu bhai apka upi qr code kaha h pahad me aj 5th schedule chyye poore phad me plains choro wo gya baad me hamare pas pahad v ni bachega rishikesh nanital masooir tehri josimath ki tarah barbad ho jayega
@ManuPanwarАй бұрын
पहाड़ की लड़ाइयां अलग-अलग शक्ल में लड़ी जा रही हैं. अभी ये कहना जल्दबाजी है कि ये रास्ता सही है और वो रास्ता गलत है.
@beerbudera2086Ай бұрын
मैं मित्र रोहित जोशी जी से सौ फीसदी सहमत हूँ❤❤❤❤❤ मैंने आपकी अनेकानेक पोस्टों पर भू कानून को मात्र 10% लोगों ( सरकार, जमींदार और धनपतियों) लेकिन भूमि वंदोबस्त को उत्तराखण्ड की 90% जनता का मुद्दा बताता रहा हूँ यह करते, कहते हुए मुझे 5-6 वर्ष हो चुके हैं😎 मुझे खुशी है कि उत्तराखण्ड की इस महत्वपूर्ण समस्या पर कोई अन्य भी है जिसे इस विषय का धरातलीय ज्ञान और अनुभव है ! जोशी जी ने यह बाहर रहकर मातृभूमि के विकास पर गंभीरता से सोचा और शोध किया जबकि मैंने 1982 के विज्ञान वर्ग के छात्र रहते अपने उच्च शिक्षा के शुरुआती दौर से देखा और परखा है ! मैंने छात्र, शिक्षक कर्मचारी और पंचायत स्तरीय 30 वर्षों के संघर्ष और अनुभव से जो जाना वह यह है कि उत्तराखण्ड राज्य की अबतक की सरकारों को उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के मूल कारण ही नहीं मालूम हैं😎 ---- बीर सिंह बुडेरा ( गुरु जी) पूर्व छात्र संघ महासचिव एवं अध्यक्ष 1990/1992-93 यानी ओ बी सी आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन और इस आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन को पृथक राज्य आंदोलन में परिवर्तित करने वाला एक मात्र छात्र नेता!
@ManuPanwarАй бұрын
जी, भूमि बंदोबस्त वाला मसला बहुत अहम है. लेकिन लोगों तक वह बात पहुंच नहीं पा रही है. हिमाचल में भी डॉ. परमार ने पहले भूमि सुधार और भूमि बंदोबस्त किए थे, तब जाकर भूमि कानून लाए थे.
@vinodprasadnautiyal9689Ай бұрын
Pehle sakt bhu kanun lagu hona chahiye ye bhar rhne wale bhut gyan dete hai logon ko enko pata nhi phadon me kese rha jata hai ,
@ManuPanwarАй бұрын
सभी मतों और विचारों को सुना और समझा जाना चाहिए। यह बात ठीक नहीं है कि पहाड़ से निकलकर बाहर रहने वाला व्यक्ति नासमझ है या उसे सच्चाई का पता नहीं है.
@vinodprasadnautiyal9689Ай бұрын
@ManuPanwar aap tikh bol rhe hai par bhari logon ko apne hi log late hai phadon me basane ke liye our unke sath khub pensa kama rhe hai,schae hai par koe Manta nhi,
@abhayrajrawatexhortations4143Ай бұрын
रोहित जोशी जी वही व्यक्ति हैं जिन्होंने पहाड़ के धाकड़, फक्कड़ और बेबाक पत्रकार श्री राजीव नयन बहुगुणा जी के फेसबुक अकाउंट को पुनर्जीवित किया।