Рет қаралды 81
वेशाख शिवरात्रि के पावन अवसर शिव महारुद्राभिषेक का आयोजन गेंदेश्वर द्वादश ज्योतिर्लिंग महादेव मंदिर परदेशी पुरा इंदौर में सम्पन्न किया गया । आयोजन की जानकारी देते हुए अनुष्ठानम् के आनन्द परमार ने बताया कि जब समय हमारे अनुकूल ना हो तो भगवान भी हमारी नहीं सुनते,जबकि ऐसा नहीं है ,शायद हमारी भक्ति या प्रेम में ही कहीं कमी रह जाती है । ईश्वर तो दयालु है केवल भाव के भूखे है, ईश्वर को मनाने, प्रसन्न करने के लिए हम पूजन, पाठ, यज्ञ, अनुष्ठान आदि करते है, क्योंकि हम जब सच्चे मन से ईश्वर की कोई भी आराधना किसी भी रूप में करते है तो ईश्वर को साक्षात ऊर्जा रूप में आना पड़ता है और तब हम अपनी बात, कामना, समस्या, क्षमा याचना आदि ईश्वर से सीधे कर सकते है वेशाख शिवरात्रि के सिद्ध योग में महादेव को प्रसन्न करने हेतु शिव महारुद्राभिषेक यह महारुद्राभिषेक ११ विद्वान पंडितों द्वारा १२१ महारुद्र पाठ एवं कई दुर्लभ सामग्रियों द्वारा चैतन्य स्थान द्वादश ज्योतिर्लिंग पर किया गया है । इस महा आयोजन में सहभागी बने ।
आज शिव चतुर्दशी शुक्र वार २९/४/२०२२ महारुद्राभिषेक गेन्देश्वर महादेव १२ ज्योतिर्लिंग परदेशीपुरा इंदौर में अहोभाग्य निर्विघ्न संपन्न हुआ ज्योतिष वास्तु आयुर्वेद तंत्र साधना मंडली के द्वारा सम्पूर्ण हुआ द्वारा आनंद परमार (एस्ट्रो त्दुी) सहोयोगी बलराम चौहन (तंत्र शोध कर्ता) सुनील मोरे जी ज्योतिषविद भारत जोशी जी ज्योतिषविद शुभम भट्ट साधक नवीन जी साधक हेमन्त जी राठौर कीर्ति वर्मा एस्ट्रोलॉजर जिग्नेश जी परमार साधक शुभम शर्मा पुरूषोत्तम जी