मैं उपासना के मार्ग पर कार्यरत हूं और अति प्रसन्न भी जब मेरा कोई काम बिगड़ता है परंतु जब मै आध्यात्मिक दृष्टि से देखता हूं या उपासना करते हुए चिंतन करता हूं तब मुझे प्रतीत होता है वह काम बिगड़ा नहीं बल्कि वह जो हुआ उचित था और उसके अनंत लाभों का पता चलने लगता है जिससे मैं और भी प्रसन्नता से ईश्वर का धन्यवाद करता हूं।
@aadigaugramin7687 Жыл бұрын
Kuch na hai jhoothe ho yadi sach hota , aapas men nahi ladte aarya samaaji
@gauravpatel2716Ай бұрын
आपस से तुम्हारा तात्पर्य क्या है? और यदि तुम इतने ही ज्ञानी हो तब तुम्हे धर्म की परिभाषा भी पता होनी चाहिए बताओ धर्म क्या है इसका अर्थ ही बता दो।