आपको सुनकर बड़ी प्रसन्नता हो रही है श्रीमद् भागवत महापुराण के पंचम स्कंध में सृष्टि वर्णन के क्रम में सुखदेव जी ने परीक्षित के प्रश्नों का उत्तर देते हुए जो कुछ ज्ञान की पूंजी प्रदान किया उसी को ऋषि परंपरा के अनुसार आप संसार को जिज्ञासु लोगों को शांत कर रहे हैं ज्ञान का अमृत पिला रहे हैं हमारी वैदिक सनातन परंपरा के प्राचीन ज्ञान को आप जन-जन तक पहुंचा रहे हैं आप अभिवादन और अभिनंदन के पात्र हैं आपको बार-बार नमस्कार
@upsingh16314 ай бұрын
दुनियां में सभी चीज परिवर्तनशील है
@suresharya21385 ай бұрын
Namesta Arya Ji,,, Maha Rishi Dav Daya Nand Ki Jai,,,,, Arya Samaj Amar Raha,,,, Ved ki Joti Jalati Raha
@ajeetvlogs145 ай бұрын
आपके वीडियो देख के बहुत ज्ञान प्राप्त हुआ जो आज तक नही मिला आपका बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी ।
@भारतीय392bd5 ай бұрын
🙏 नमस्ते आचार्य जी आप को कोटी कोटी प्रणाम 🙏
@HKS-m7w5 ай бұрын
🙏आचार्य जी ईश्वर इन्द्रियों की पकड़ में तो आता नहीं।बुद्धि से भी तर्क द्वारा सिद्ध नहीं होता।जब कहते है की ईश्वर ने श्रृष्टि का निर्माण किया तो बुद्धि तो सवाल करेगी की ईश्वर को किसने बनाया।इसीलिए कहीं तो मानना ही पड़ेगा।इसीलिए ईश्वर का होना मान्यता है।और मान्यता तो अलग भी हो सकती है।दूसरी बात डर और स्वार्थ ही ईश्वर को जन्म देता है।दोनो के निकल जाने के बाद ईश्वर कहीं नहीं बचता।सत्य वो है।जिसके होने पर कोई संदेह भी न कर सके।जैसे मैं हूं मेरे होने का एहसास ।इसको कोई भी नकार नही सकता।ईश्वर है या नहीं ये कहने के लिए भी मेरा होना आवश्यक है।और मेरे होने के लिए शरीर का होना आवश्यक है।शरीर के बिना मेरा कोई अस्तित्व नहीं।🙏आचार्य जी ये मेरा विश्लेषण है।आपका मै आदर करता हु।
@ArchanaKesarwani-v4w5 ай бұрын
आप को वेद का त्रैतवाद का ज्ञान न होने की वजह से ऐसा भ्रम पैदा हुआ , त्रैतवाद के अनुसार ईश्वर, जीव, प्रकृति यह तीन अनादि, नित्य , समकालिक सत्ताऐ हैं , इन्हें न कोई बनाता है न ही ये नष्ट हो ती है
@PrakashBillore-cl2qv5 ай бұрын
ईश्वर है और बकायदा पता चलता है की है शरीर से दूर होने पर आप एक सर्वव्यापी आत्मा को महसूस करने लगते है विराट का पता चलता है / अब पता किसको चलता है हमारे बच्चे हुए मन को पता चलता है जो नष्ट हो गया वो ईश्वर हो गया / akaah अनाम सुनो / मिल जायेगा
@PrakashBillore-cl2qv5 ай бұрын
हम अहसास ही है और वह अहसास के मिटने पर पता चलता है हम जितने बच जाते है उसको पता चलता है / हमारा जीवत्व्व मिटने पर वही बचता है जो सनातन है
@PrakashBillore-cl2qv5 ай бұрын
Akaah अनाम विडियो सुन लो वहां मिल जाता है
@Alakh.P4 ай бұрын
भाई आपके होने का क्या प्रमाण है ? आप जो भी जवाब दोगे आप अपने ही एक प्रमाण का पुष्टीकरण करोगे। इसलिए पहले पता तो करो किन तुम हो भी कि नहीं
@dr.cpsingh78405 ай бұрын
आचार्य जी,अति श्रेष्ठ प्रवचन के लिए कोटि कोटि नमन।
@jitendravishwakarma36824 ай бұрын
Jai gurudev ji dandvat pranam ji 🙏 naman 🙏 👍 ♥️ great information guru ji 🙏 naman 🙏 👍
@panditmohanlalarya6385 ай бұрын
Namaste ji apka prachar satya hai.yehi sanatan dharm ki khobsorti hai
@bhopindersingh22915 ай бұрын
जहीलो की आस्मानी किताब कह्ती है आदम ने मीट्टी के साथ इंसान बना दिए.. उनकी धरती आज बी चप्टी और रूकी हुई है..
@sajid2794 ай бұрын
Jo jante ho vo bhi glt ho...aur itna ghamand😂
@howstudy32375 ай бұрын
जय हिन्द
@SurjeetRana-j4p9 күн бұрын
❤Om❤
@dharmrajsingh36125 ай бұрын
ह्रदय से प्रणाम
@aaidansahu43495 ай бұрын
आचार्य जी🕉🙏🙏
@harishankar-jn7xr3 ай бұрын
प्रणाम गुरु जी
@sanjayjanghel58645 ай бұрын
आनंद मार्ग की सृष्टि की रचना का दर्शन अधिक वैज्ञानिक है।
@balubhaikorat48625 ай бұрын
Om namo narayan👏👏👏👏👏👏
@aloneshoryasingh13214 ай бұрын
Full support aarya samaj
@chandrachurnsingh678310 сағат бұрын
गुरु जी 🙏🙏🙏🙏🙏 को कोटि कोटि प्रणाम
@aaloksahu13302 ай бұрын
सादर नमस्ते जी 🙏🏻🔥🙏🏼🚩🌺💥☀️
@kanhaiyasahu84205 ай бұрын
Koti koti parnam acharya ji
@शोभाराज5 ай бұрын
नमस्ते आचार्य जी, बहुत बहुत धन्यवाद वैदिक मास मधु माधव शुक्र शुचि नभस् नभस्य आदि बारह मास है। चैत्र वैशाख ज्येष्ठ आदि बारह मास है । ये दोनो ऋतु अनुकूल होकर परस्पर सहयोगी हो। इस विषय पर भी जागरुकता की आवश्यकता है।
@rahulpratap96663 ай бұрын
Jai ho🙏🙏🙏
@ajay-e4s3x3 ай бұрын
Ajay ❤🎉
@SabkaSanatan5 ай бұрын
पहले मैं भी पौराणिक हिन्दू था लेकिन जब से मैं आर्य समाज के सम्पर्क में आया तब मैं जाना वास्तविक धर्म है क्या जो ज्ञान आर्य लोग हमें दे रहे हैं वो कहीं और हमें नहीं मिल सकता है साथ ही जबसे सत्यार्थ प्रकाश पढ़ा तब तो उससे सब स्पष्ट हो गया, प्रत्येक सनातनी को जीवन में यह पुस्तक एक बार अवश्य पढ़नी चाहिए..
@rajkumarverma8425 ай бұрын
सत्याथॆ प्रकाश दिमाग के अंदर, बुद्धि दिमाग से बाहर
@user-SanatanRaj5 ай бұрын
अरे वाह 🤓जियो मेरे शेर😁
@RAMESHCHANDRA-nm8pk5 ай бұрын
धर्म से तात्पर्य है, हमें जो आचरण करना चाहिए वह धर्म है। हमें आचरण कैसा करना चाहिए, कि हर कर्म करने के पीछे का भाव निष्काम होना चाहिए, कामना के बिना कर्म होता नहीं है इसलिए हर कर्म के पीछे का भाव सेवा का होना चाहिए।
@RAMESHCHANDRA-nm8pk5 ай бұрын
सत्य हमेशा शिवत्व है, अर्थात सकारात्मक भाव, कल्याणकारी भाव, सेवा का भाव ही सत्य है और वही सुन्दर है।
@Yuvrajofficial6455 ай бұрын
Hme bhi ye book chahiye bhaiya
@Mintu_Kumar_Official5 ай бұрын
🙏🚩🙏🕉 Ram Ram ji 🕉🙏🚩🙏
@rajbala21212 ай бұрын
Achary ji namaste 🙏🏼 bahut tark puran parvachan.🙏🏼
@baburam-qy3hf5 ай бұрын
सम्पूर्ण विश्व प्रकृति अवस्था में कभी नहीं जाता है क्योंकि जीवों के अन्तःकरण प्रलय में भी नष्ट नहीं होते हैं।। अतः परम प्रलय कभी नहीं होती ।।
@AnilBhoite-l4m3 ай бұрын
Ved ko to manna padega jaisa mata pita hai !
@lakhan18944 ай бұрын
आचार्य जी सादर प्रणाम स्वीकार कीजिए
@shikshasharma27735 ай бұрын
Sir I agree with you , our safety isin our Bhabal, Mantel Strength and active mind
@sarvandhull31145 ай бұрын
नमस्ते जी 🙏 कैथल हरियाणा
@qwertyqwertyu57535 ай бұрын
आर्यसमाज..✨
@gavaraapparao83095 ай бұрын
Every one is God this truth knowing purpose is human birth
@vidyashastri48125 ай бұрын
ओ३म् 🙏🙏🙏
@jaykumar8225 ай бұрын
Aap to Kamal ho Sir Ji 🙏🌻🙏🌻🙏
@kishangurjar26384 ай бұрын
Thanks 🙏🙏🙏🙏
@baburam-qy3hf5 ай бұрын
ऋत=सार्वभौम सिद्धांत ।।
@priyacharandas6535 ай бұрын
ଜୟ ଶ୍ରୀ ଜଗନ୍ନାଥ जय श्री राम जय सियाराम जय सनातन धर्म जय भारत माता जय गोमाता जय सनातन धर्म
@jayatewari12725 ай бұрын
देखिए श्रृष्टि एक गोलाकार आकार बना,बीच में से अद्वतीय किरणों वाला प्रकाश सब फैल गया,और अणु चमकते हुए यह तीन घटनाएं घटित हुई। आकार यानि यहां हर वस्तु आकार में है प्रकाश ही ज्ञान है। और चमकदार अणु।
@v.kgamer4415 ай бұрын
Om aacharye ji Namaste.
@dheerajkataria24955 ай бұрын
आचार्य श्री आपसे मिलना है।🙏
@chandrikakushwaha73735 ай бұрын
वक्फ बोर्ड के तर्ज पर हिन्दू वक्फ या दान बोर्ड बनाया जाये ।जिसका उपयोग सडक पानी मन्दिर या शासकीय मद में किया जाय ।
@RAMESHCHANDRA-nm8pk5 ай бұрын
ब्रह्म ज्ञान का आचरण करने से रचना होती है अर्थात सृजन का कार्य होता है, ब्रह्म ज्ञान के आचरण से सृष्टि का जो सृजन होता है उसकी पालना यह विराट भगवत्स्वरूप, अर्थात,विष्णु स्वरूप अर्थात यह ब्रह्माण्ड करता है। इसके विपरीत चलने वाला दुख और कष्ट पाकर नष्ट या समाप्त हो जाता है।
@ganeshchandrasuyal35765 ай бұрын
🚩🙏
@omprakashshaw54272 ай бұрын
किसी भी परिणाम तक बहुत ने के लिए खोज और शोध जरूरी है। और इसके लिए ज्ञान के साथ यंत्र नही मंत्र जरूरी है। कुछ अनुमान भी जरूरी है। बेटा बाप का पैदा होने का अनुमान लगा लेता है इसलिए कि उसने भी अपने बेटा को पैदा किया होता या देखता है। और उम्र का पता इसलिए लगा लेता है कि जन्म कुंडली के रूप मे ग्रंथ लिखा होता है जिस मंत्र को पढ़ने से बाप के उम्र का पता चल जाता है। ग्रंथ लिखने वाला सबसे पहला उस अवोध बच्चे का ज्ञान भी कमाल का होगा जिसने अपने बाप का पता लगा लिया। खैर शोध के लिए इसरो और नासा या किसी वैज्ञानिक खगोल शास्त्र लिखते और यंत्र लेकर कोई पहला बच्चा पैदा हुआ होगा जो सृष्टि को नापते और देखते हुए पैदा हुआ होगा कि ईश्वर कैसे कैसे करके सबसे पहले उसकी मां के बनाया और फिर दुनियां को और किस किस धातु से बनाया। परिणाम तक पहुचने के लिए विद्वानों की टीम को साथ मिलकर काम करना भी जरूरी है।
@pradiptakumarsahoo51834 ай бұрын
Very good analysis gurujee
@chandrashekharprasad12455 ай бұрын
He mahamanav mai aapko pranam karta hoo
@PattriamMundar5 ай бұрын
Yogesh ji open chalenge aap ko debate par 25 lakh rupis inam akalpursh sarwageya ko sabit kare science juorney chanal pe sj sir se 💪💪💪💪
@keshav224535 ай бұрын
Bhai phele Tu likhna sikhle fir dena challenge 😂
@avinashtiwari17873 ай бұрын
कब करना है
@avinashtiwari17873 ай бұрын
विद्वान कभी मूर्खो के मुँह नहीं लगते 🙏🙏
@sureshchand78895 ай бұрын
Jay shree ram ji
@vikashdoshi19585 ай бұрын
😂😂😂 जय हो प्रभू 🚩🚩
@aloneshoryasingh13214 ай бұрын
Aarya smaj ki videos ko status story whatsup k jariye share kro real sanatan to ye h jo aarya samaji btaye h
@indrasinghrana19795 ай бұрын
गौमाता राष्ट्रमाता हिंदुराष्ट्र भारत ❤❤
@PrakashKumarMurmu-mh4kk5 ай бұрын
Bhai Hindurastra nahi .Arya rastra hona chahiye
@MontiSharma-e5o5 ай бұрын
नहीं सत्य सनातन वैदिक धर्म होना चाहिए ok @@PrakashKumarMurmu-mh4kk
@ravishankarpatel86215 ай бұрын
अगर आप अपने को हिन्दू या आज-कल जो नया नाम दिया गया है सनातनी समझते हैं ये तो एक कोई अपने धर्म की किताब पढ़कर फिर गौमाता कहकर बतायें मनुस्मृति अथवा वेदों में गौवध और गौमांस के संबंध में क्या लिखा है चूंकि भारतीय कृषि कार्य गौवंश आधारित है और यदि गौ हत्या होती रहती तो बैल और खाद के लिए गोबर कहां से लाते इसलिए कृषकों के विरोध तथा बौद धम्म के अहिंसा से आगे निकलने के लिये सिर्फ उत्तर मध्य भारत में गौ हत्या पर सर्वप्रथम मुगल शासकों ने प्रतिबंध लगाया बाबरनामा में भी अपनी वसीयत में बाबर ने इसका जिक्र किया है साथ ही बुद्ध काल के बाद ब्राह्मणो द्वारा शिक्षा पर लगाई गई रोक हटाकर अपनी प्रजा को शिक्षा देने के लिये मदरसे खुलवाये जिससे आमजन मूर्खता, रूढ़िवाद, अंधविश्वास और पाखण्ड वाद से मुक्त हो
@bhupendralodha70525 ай бұрын
Jaigurudev
@Roshan-m9p5 ай бұрын
Bhagwan Kisi Ki Raksha Nahin karte Prakriti Apne Vidhan ke anusar sab ko chalati hai Karmon ke anusar sab Sukh aur Dukh ki Prapti hoti hai
@AmitKumar-lc3ob5 ай бұрын
ॐ सादर नमस्ते आचार्य जी। मेरा एक सवाल है जब हमारी संस्कृति इतनी श्रेष्ठ है तो सनातन धर्म के लोग हिन्दू धर्म छोड़कर अन्य धर्म मै क्यों जा रहे हैं।
@deepurwt73405 ай бұрын
क्योंकि उन्होंने। कभी भी एक शास्त्र भी नही पड़ा
@opverma19385 ай бұрын
क्योंकि उनको अपने धर्म की जानकारी हो नहीं है।वो अपने धर्म ग्रंथ पढ़ते नहीं और धर्म गुरु पाखंड में डूबे हैं। फालतू की कहानियां सुनाना और अनुयायियों के एकत्रित धन से मौज मजे करना , यही उनके लिए धर्म है।आचार्य जी की तरह समझाते हुए किसी कथा वाचक , भागवत कहने वाले से सुना है।😮😮
@JitendraBhati-pw9op5 ай бұрын
Kyuki an children gurukul me nhi school me padhte hai
@AmitKumar-lc3ob5 ай бұрын
@@deepurwt7340 लेकिन आर्य समाज का भी कर्तव्य बनता है की सत्यार्थ प्रकाश घर घर जाकर प्रचार करें। जैसे मुस्लिम जाते हैं जमात में।
@AmitKumar-lc3ob5 ай бұрын
@@opverma1938 बिलकुल सही कहा आपने यही सबसे बड़ी समस्या है।
@nareshdeswal37145 ай бұрын
Aacharya jee chaitra ke bad vaishakh aata hai
@rasidshekh36934 ай бұрын
Good speech
@chandrakantsharma44915 ай бұрын
आचार्य जी shivansh Narayan dwivedi के सवालों के जवाब भी देदो जो आर्य समाज पर आक्रमक हैं और उन्होंने अपने तर्कों से अधिकांश आर्य समाजी यों को निरुत्तर कर दिया है।
@Naitikbro355 ай бұрын
Acharya Yogesh ji k sath Acharya prsant ji ki b video suna kro 51 millions Acharya parsant ji k h pls 1 bar sun k dekhna
@sadhnaaryarana29835 ай бұрын
🙏 आचार्य जी श्रावण मास में क्या भोजन एक ही समय करना चाहिए क्यों की हम तो सोचते है की ये कहीं पाखंड तो नही क्यों की गाँव में लोग इसको शिवजी की वजह बताते है क्या ये शिवजी का महीना है इसलिय व्रत रखते है
@user-SanatanRaj5 ай бұрын
इसके लिए आपको आयुर्वेद पढ़ना चाहिए जो वेदो का ही एक अंग है उसमें सब स्पष्ट हो जाएगा। बरसात का मौसम संक्रमण होने की अधिक संभावना होती है जिसमे खाने में कुछ चीजें वर्जित है
@gaurav82675 ай бұрын
@@user-SanatanRaj ha और आयुर्वेद अनुसार वर्षा ऋतु मे हमारी जठराग्नि कमजोर होती है इसलिए भी कम और सुपाच्य खाने को कहा है ।
@howstudy32375 ай бұрын
सत्य बाते है गुरु जी सारी
@SuseelVerma-mc8kf5 ай бұрын
आचार्य जी आपको बहुत-बहुत नमन । जगत की रचना कैसे हुई संध्या के मंत्रो से बताया धन्यवाद । सुशील कुमार लखनऊ आदर्श नगर आर्य समाज लखनऊ ।
@shikshasharma27735 ай бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@sunilkumar-pw7ol4 ай бұрын
योगेश और राजीव दीक्षित का बात कब ख़त्म हो जाती पता नहीं चलती वैसे मूवी देखते हुये लोग बीच मे छोड़ के भाग जाते इनके बातो को थिएटर मे रिलीज़ करनी चाहिए
@lmsharma19105 ай бұрын
Raksha kaun karta hai? Yis dharti par sab kuchh insaan karta hai bhagwan ya Ishwar kuchh nahi karta. Insaan insaan ko mar deta hai aur kahin par maarney waley se marney waley ko bachata bhi insaan hi hai. Aab insaan hi sochey kya karna hai bhala ya bura. Aaj ke baba aur oopdeshkon sey bachna chahiye. Jai Hind
@rameshmalik67804 ай бұрын
आचार्य जी नमस्कार, आचार्य जी जैसा कि आपने बताया कि दिन और रात सूर्य की गति से बनते हैं तो एक दिन में दो तिथि कैसे संभव हैं? दूसरा जब महीना कृष्ण पक्ष से शुरू होता है तो साल का प्रथम दिन शुक्ल पक्ष में कैसे हुआ ? तीसरा क्या हम इन तिथियों से जीवन का कोई कार्य सुचारू रूप से कर सकते हैं ?
@munnalal-ui6lb5 ай бұрын
केवल सृष्टि का ज्ञान वेदों में है पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद का ज्ञान वेदों में नहींहै पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद का नाम धाम लीला वेदों में नहीं है। पूर्ण ब्रह्म परमात्मा सच्चिदानंद को जानना है तो वेदों से बाहर निकलना पड़ेगा। क्योंकि वेद केवल सृष्टि की सामग्री है। और पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद सृष्टि से भिन्न है। इस बात की साक्षी खुद वेद भी दे रहे हैं। जो पांच तत्व तीन गुण प्रकृति जड़ संसार से अलग है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं। ओम परमात्मा का नाम नहीं है अकार उकार मकार सतोगुण रजोगुण तमोगुण इसे ओम कहते हैं ओम तीन गुना का नामहै परमात्मा का नहीं परमात्मा का नाम वेदों में है ही नहीं तो अखंड मुक्ति होगी कैसे इसलिए वेदों से बाहर निकलना पड़ेगा।
@user-SanatanRaj5 ай бұрын
बिल्कुल गलत। वेदो को अपने पढ़ा भी नही होगा इसलिए कुछ भी पेल रहे है ब्राह्मण ग्रंथो में बताया गया है कि वेद का अर्थ ही ज्ञान होता है ईश्वर ने यही ज्ञान चार ऋषियों को उनकी समाधि अवस्था मे दिया। वेदो में ईश्वर का निज नाम ओ३म ही बताया है
@munnalal-ui6lb5 ай бұрын
@@user-SanatanRaj वेद का मतलब ज्ञान। लेकिन ज्ञान किस चीज का यह भी तो सोचो। अर्थात सृष्टि का ज्ञान। वेदों में सृष्टि का ज्ञान है। लेकिन जो सृष्टि से भिन्न है इसका ज्ञान वेदों में नहीं है। हां वेद उसे चीज की आज्ञा दे रहे हैं। वेदज्ञान जो पांच तत्व तीन गुण प्रकृति जड़ संसार से अलग है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नही। लेकिन वेद वालों की यह बुद्धि में नहीं आता जो सृष्टि से परे है वह कैसे मिलेगा। अरे भाई वेद पहली क्लास है जो सृष्टि का ज्ञान देता है दूसरी क्लास में एडमिशन कराना पड़ेगा दूसरी क्लास को आप लोग मानते ही नहीं। अगर बच्चा कहे दूसरी क्लास है ही नहीं तो उसका कोई इलाज है यही कहानी वेद वालों की है। यह कह रहे हैं वेद से अलग कुछ है ही नहीं। आप बताइए अब कौन इनके साथ खाली बुद्धि लड़ाए। जैसे कुएं का मेंढक कुएं को ही सागर समझता है यही हाल वेद वालों का है। अरे भाई वेद ही सब कुछ नहीं है वेद से आगे भी कुछ है। वेद थके ब्रह्मा थके थक गए शेष महेश। गीता को जहां ग़म नहीं वह सद्गुरु का देश।।
@user-SanatanRaj5 ай бұрын
@@munnalal-ui6lb ये आपका खुद के विचार है कहा सुना और मिलावटी ज्ञान हानिकारक होता है वेद सभी सत्य विद्याओं का मूल है महाभारत, वाल्मीकि रामायण में वेदो का ही उल्लेख मिलता है वेदो को ज्ञान को ही पढ़कर या समझकर अन्य शास्त्रो की रचना हुई अब वो कितने सही है कितने गलत। ये शोध का विषय है क्योंकि किसी भी शास्त्र का मूल पुस्तक उपलब्ध नही है सबके अपने अपने अनुवाद है डॉक्यूमेंट्री है वेदो में ईश्वर, उनके गुण, स्वभाव,कर्म के बारे स्पष्ट बताया गया है
@shwetapunia87705 ай бұрын
@@munnalal-ui6lb vedo Mai Sara Gyan h .....kbhi khud Sai vedo ko pdha h ?????? Niklai Gyan denai ki vedo Sai bahr niklna Pdega .......akl h kuch dimag mai .....Phlai pdh toh lo ....ved pdh Liyai toh tumhari soach sudhr jaegi
@munnalal-ui6lb5 ай бұрын
@@shwetapunia8770 वेदों में सृष्टिका ज्ञान है वेद सरषटि का सब्जेक्ट है। हां जो सरषटि से बाहर है उसे जानने की शिक्षा वेद दे रहे हैं। वेद ज्ञान -जो पांच तत्व तीन गुण प्रकृति जड़ संसार से अलग है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं। यह वेदों की शिक्षा है। लेकिन सरषटि से बाहर क्या है उसका वेदों को पता नहीं है क्योंकि वेद सृष्टि का ज्ञान रखते हैं। सरषटि से बाहर का ज्ञान भागवत में है भागवत को पूर्ण ब्रह्म के बिना कोई खोल नहीं सकता। अब कलयुग बुद्ध शाखा में पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक द्वारा जागृत बुद्धि से भागवत को खोल कर एक पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद की पहचान कराई है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है।
@Perpetual_Flow5 ай бұрын
aapne ye tho bataya hi ni ki ishwar raksha kaise krte hain?
@yogendrakumaryk77564 ай бұрын
Sahab
@Ankitpatel-ei6it4 ай бұрын
Aacharya ji yagna open to sky aur saaf jagah pe kariye..
@urmilaagrawal55413 ай бұрын
आचार्य जी! सादर अभिवादन। आचार्य जी मैंने आपके क ई प्रवचन यूट्यूब पर सुने हैं,पर वे अधूरे ही रह जाते हैं ,पूरे नहीं हो पाते।और जो आप बताना चाहते हैं ( हम जानना चाहते हैं)वह छूट जाता है, कृपया पूरा भाषण सुनने को मिले,ऐसी व्यवस्था करने की कृपा करें।
@patelbarik90595 ай бұрын
Acharya ji jitna bhi religion ka kitap hai kisne rachna ki manab ne iska matlab manab ne hi ishwar ka srusti ki hai ahi Satya hai
@atmnirbhar76635 ай бұрын
इस तरह की कहानियां सुनकर गुरुकुल के बच्चे अपनी आजीविका भी नहीं चला सकते । सृष्टि बनने का एक चरण भी सही नहीं बताया ।
@VaidicVasundhara5 ай бұрын
Aap jaison ki samajh ke pare hai
@dhari-rl6su5 ай бұрын
@@VaidicVasundharaतो तुम बताओ क्या समझाया हैं?
@user-SanatanRaj5 ай бұрын
कुछ पल्ले नही और मुह उठाकर बोल दिया इन बातों को समझने के लिए आपका बौद्धिक स्तर बहुत कम है शास्रो को पढ़ो और बुद्धि में पैनापन लगो और रही इन विद्वान की बात वे गुरूकुल के आचार्य है आपकी तरह साधारण व्यक्ति नही। उनके बराबर आने के लिए दूसरा जन्म लेना पड़ेगा आपको समझे।
@VaidicVasundhara5 ай бұрын
@@dhari-rl6su tumko chahiye dant kathayen sunaane waala dhongi baba Vo yahan arsh gurukulo me nhi milega ... Uske liye aniruddhacharya ji ke paas jaao . Yahan to sacche shiv ki baate ho rahi hai Uske btaaye anusaar jiwan kaise jiya jaay uski baate ho rhi hain
@sandiprajput28665 ай бұрын
Iska matlab Bhagvan sabse pehle ek scientist he
@anikettripathi79915 ай бұрын
divinity/happiness/paramaanand are our requirements otherwise he is happy with billions of planets lifeless..
@Sea-ol8pc5 ай бұрын
Poore world me budhisam ki philosophy sabse practical hai 😂😂😂😂😂😂😂
@keshav224535 ай бұрын
Good joke 😂
@maheshrajpaudel25224 ай бұрын
bing bang theory wale me vi bahut ved ko maante he .
@kpsagar73405 ай бұрын
July me admission hote they.
@Sakhsamkhatak4 ай бұрын
Aapka lakhmichi k bare me kya vichar h Vistar me bataye
@Crafterkavya_215 ай бұрын
गाय का दुध 🥛 कैसे बनता है |
@NirmalBodh3 ай бұрын
Kaun Parmatma kaisa Parmatma kahan hai Parmatma koi dekha hai kya Parmatma ko
@Rajendrasinghbisht-x3g5 ай бұрын
Mahoday bhakt pralad k bare me. Aapka kya khyal hai,
@JangbuLama-i4f5 ай бұрын
Om sabdha buddhism se chory kiya hai science journey se debad kary
@Smile-kv2vo3 ай бұрын
Ved समझ में नहीं आते मुझे।। सरल उपाय
@sushilsir44383 ай бұрын
अल्लाह के बदले परमेश्वर फिट कर दिया साइंस का उदाहरण देता है जबकि कोई भी तर्क without साइंस के दो क्योंकि साइंस ईश्वर, अल्लाह, भगवान, परमेश्वर, देवता को नकरता है वेद को साइंस खुद नहीं मानता
@mobinshaikhhu80102 ай бұрын
Ishwar ka gun jaise bane wala hai to mitane wala bhi hai jivan hai to mrutya hai ise kaise jhutlaonge , aur ha jaise ishwar ka sabse bada gun hai ke wo aur us ki shakti anant hai isi prakar mrutyu lok ke bad ka jivan jab sabhi mar jayenge aur antim maha pralay ayenga to us ke bad phi se sare manushyon aur sare sajiv srishti ko punar jivit kiya jayenga 99 nam me se ek gun uska ye bhi hai ke wo mahakal hai yani mitane wala jaise wo bane wala hai to mitane wala bhi aur phir se zinda karenga jo Parmatma ko hisab dene ke din se darte hai aur apne apko uska sachha bhakt banate hai to sir banane me hi nahi mitne me bhi vishwas rakhte hai vedo me antim maha pralay ayenga is ko kyu logio se chupate ho na chahte hue bhi isnan ko marna hai aur srishti ko mitna hai aaur mrityu lok ke bad parlok ka jeevan anant hai ye bhi ved puran aur shastron me likha hai
@tarloksinghpunia78882 ай бұрын
House banane nahi dinda gunda baksis bilder vala satvinder singh goldi te sukhvinder singh goldi bjp leder one lac rupees lenda hai cash kharar gull mohar citi badala road kharar disst Mohali punjab
@PradeepChauhan-fn4ut5 ай бұрын
Qya iswar karuna nidhan daya ka sagar hai yadi kripanidhan hai tow dusah pida qyon janma mityu qyon jeeske sansar me dusah pida haii wah iswarki kasi niti hai aisi rachna qyon kiya qya iswar sukhi sampnna hai tow prja dukhi qyon
@ramvirthakur75835 ай бұрын
Danveer karn kese peda huye sanka samadhan kare
@deepajain62674 ай бұрын
😊😊
@sardaroothakurhusri92935 ай бұрын
Pakistan main Aaj bhi schoolon main Admissions July or August main Hoti hai acharye ji
@jon31615 ай бұрын
आचार्जी जैसे वाम पंथ मै मंत्र होते हैं, उसमे आन di जाति , जब हम किसी शब्द के साथ ॐ लगाते है तो क्या वो हठयोग में नही आता,
@RamAsare-i1v4 ай бұрын
Vedon,ko,kaun,likha,ya,kanha,se,aaye
@anshulsharma76883 ай бұрын
Bhai pata nahin kahan kahan se nikal rahe hain bade bade kalyugi rishi😂😂😂😂 bhai sampuran shristi ka dharm ek hi tha anadikaal se satya sanatan dharm jiska paalan 3 yugon main pooran roop se hua...but kalyug main unse bhi bade bade rishi muni ho gye 😂😂😂😂😂😂😂😂😂 jai shree ram🙏
@tehrigarwal_peace5 ай бұрын
Bhardawaj ji Please contact to Allama sayed Abdullah Tariq sahab .Misinterpretation of Quran would be clear
@indradevchauhan98685 ай бұрын
कमी मुस्लिम में ही दिखाई दे रही अपने रंगे सियार को भी देखो 😊
@atmnirbhar76635 ай бұрын
आपको सृष्टि निर्माण का तनिक भी ज्ञान नहीं है ।
@kuldeepSingh-rj8ql5 ай бұрын
Thmay kia taklif hai..tum log Jooth bol Kay passay kamana chatay hain
@kuldeepSingh-rj8ql5 ай бұрын
Cup batmiz..atmnibhar
@keshav224535 ай бұрын
Aap hi video bana do iss vishe pe
@ravishankarpatel86215 ай бұрын
यह एपीसोड पूरी तरह काल गणना पर आधारित है यहां एक युग को लाखों सालों का बताया गया है सतयुग, द्वापरयुग, त्रेतायुग, कलयुग इसका मतलब मोटा मोटा एक युग चार लाख साल का पकड लो और कलयुग की शुरुआत मान लो तो बारह लाख साल मानव सभ्यता के गुजर चुके हैं जबकि मानव सभ्यता के अधिकतम पन्द्रह हजार साल से अधिक के प्रमाण नहीं मिलते और आधुनिक सभ्यता जब लोहा की खोज हुई और उसका प्रयोग शुरू किया गया उसको हजार साल के आसपास आपके सभी देवी-देवता जिसके हथियार धारण करते हैं और अपनी उत्पत्ति के समय से ही वह हथियार लिये हुये है। इस्लाम के बारे में जो शंकाएं आपके द्वारा बताई गई और हिन्दू के बारे में मैंने लिखी उसी तरह ईसाईयत में भी अनेक शंकाएं है इसलिए कोई भी महामानव बुद्ध को ही सच्चाई की कसौटी पर खरा मानता है ओशो रजनीश जिन्होंने ढेड लाख किताबों का अध्ययन किया, डाक्टर भीमराव आंबेडकर जिन्होंने 36 विषयो में मास्टर डिग्री ली और आठ विषयों में पीएचडी की शोध प्रबंध किया और पैंतीस हजार किताबों का अध्ययन किया इन महामानवों के अलावा कोई और तीसरा उदाहरण नहीं है और इन्होंने सिर्फ बुद्ध धम्म को ही श्रेष्ठ माना है जो कि मानव निर्मित है। बाकी दुनिया के सभी धर्मों की किताबें जिन्हें संसार को चलाने वाली शक्ति यानि परमात्मा द्वारा लिखित बतायीं जाती है और आजतक की जानकारी जो मनुष्य को है उसमें फ़र्क है इसका मतलब यह किताबें मानव द्वारा लिखित है जो उसकाल तक हुये ज्ञान या जानकारी पर आधारित है