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दिल्ली लौटी थी पिछली दफा तो चुन-चुनकर ऐसे ठौर तलाशती रही थी जहां पहुंचकर दिल्ली में होने का दर्द मिटा सकूं। और न्योता मिला ‘वनभोज’ में एक पूरा दिन बिताने का तो वहीं डेरा डाले रखा। हरियाणा से सटे दिल्ली-फरीदाबाद बॉर्डर के उस पार, सूरजकुंड के नज़दीक जहां अरावली के कीकड़ के जंगल खड़े हैं, वहीं बना है यह खूबसूरत माटी घर, यानि सस्टेनेबल होम। पूरे घर में सिर्फ और सिर्फ प्रकृति का वास है, दीवारों से लेकर खिड़कियों के उस पार भी प्रकृति का ही गान सुनायी देता है। और आंगन में पंछियों का कलरव, बंदरों की उछल-कूद, पेड़ों की शाखों पर सरसराहट से ‘भंग’ होती वनभोज की शांति। यही है विख्यात सस्टेनेबल आर्किटैक्ट कपल रेवती और वसंत कामथ का घर। दोनों अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन ज़मीन और जंगल के अनुकूल रहने की उनकी इस नाजुक धरोहर को संभालने का जिम्मा उठाया है Ecoplore ने।
सस्टेनेबल घर कैसे होते हैं, कैसे रहा जाता है उनमें, कितने खर्चीले होते हैं या सस्ते-किफायती होते हैं, मेंटीनेंस कैसी अपेक्षा रखती है, वगैरह वगैरह सवाल आपको भी मथते हैं, तो एक रोज़ चले आइये वनभोज। वैसे भी क्रिसमस और नए साल ने आपको कामकाज से थोड़ी मोहलत दे दी होगी। उसी फुर्सत में एक फेरा लगा आइये। अकेले, दुकेले, परिवार या दोस्तों संग .. मेहमाननवाज़ी का भरपूर इंतज़ाम है… लेकिन सिर्फ और सिर्फ day visit के लिए।
#sustainability #backyardtourism
The Mud House has now been open for days visits. Timings: 11 am to 5 pm.
You can also book it for educational and group tours.
To book your visit, contact +91 9811971407 or write to contact@ecoplore.com
You can also book through this link ecoplore.com/vanbhoj/
As written and shot by @alkakaushik19