इच्छाशून्यता की शर्त पर ही मैं अकरता हूं!अगर मैं कामना करता रहता हूं तब कामना के कारण ही कृत्रिम करता बन गए!!! यद्यपि कुछ कामनाओं के बाबजूद भी निरंतर कामना शून्यता के प्रयत्न सहित कोई भी अपने को अकरता मान सकता है!!! "मैने ही किया!" यह जबरन बनेगा अगर शरीर से सुख की लालसा रखी और तमोगुण,रजोगुण की चेष्टा भी चल रही हो! निष्कामता की शर्त पर ही अकरता भाव!!!
@inderjeetkaur28724 күн бұрын
Chalte.ha.parmatma.ki.or
@tejprakashaggarwal48593 ай бұрын
जब तक मैं प्रकृति से नहीं मिलेगा तब तक क्या कुछ हो सकता है