पंडित जी हम आप का विडियो बहुत गौर से देखा मुझे बहुत अच्छा लगता हैं आप विवाह का वर वचन जरूर bej
@Chandibhatt5 жыл бұрын
जय हो
@Ashishmishra-jj7ov3 жыл бұрын
जय श्री शचिदानन्द भगवान
@bhaveshsharma99893 жыл бұрын
💯💯💯
@prakashchandrajoshi21644 жыл бұрын
गुरु जी को नमस्कार, मैं उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में रहता हूँ। मेरे परिवार में जब किसी महिला या लडक़ी की महावारी का समय शूरू होता है तो उनको 5 से 6 दिन के लिए अलग से रहने को कहा जाता है, और बाकी सदस्यों को कहा जाता है कि न तो उनको छुए और ना ही उनको छूने दें। समस्या यह कि आजकल की पीढ़ी इसे अंधविश्वास समझती है, और इसे नही मानती है। मैंने कोशिश की कि साक्ष्य जुटा पाऊँ, ताकि आखिर सत्य क्या है? क्योंकि इसे धार्मिक कार्यों से भी जोड़ा जाता है, तो शंका रहती है कि कोई पाप ना हो जाये। कृपया मार्गदर्शन करें।
@sharmasantoshkumar13santos314 жыл бұрын
आचार्य जी आदित्य हृदय स्तोत्र संध्या वंदन के समय करना चाहिए या संध्या संध्या वंदन का विसर्जन करने के बाद में करना चाहिए