कहानी का अंत बहुत ही वास्तविक और रोचक है l जोशी जी जैसे सज्जन लोगों को यह पता तो होता ही है कि उनकी सीधेपन का फायदा उठाया जा रहा है पर वे अपने सरल स्वभाव के कारण विवश होते हैं चूड़ामणि मिश्र जैसे लोगों की कुटिलता उन्हें खिन्न कर देती है l कहानी जिंदगी की वास्तविकताओं को परत दर परत खोलते हुए पाठक को झकझोरती है l
@vijaythakur542121 күн бұрын
😊
@rajendra11662 ай бұрын
Reality of today written many years ago What a great writer Verma ji
@SajanaKCAmatya2 ай бұрын
Very nice story and story telling thank you
@RAJESHKUMAR-ob1nsАй бұрын
दसवीं कक्षा की पाठ्यपुस्तक की कहानी , जो कि लगभग 45 वर्षो बाद सुनने में आई ।
@easylearningtre-juniorАй бұрын
thanks for listening
@amitbhartijaihind8622 ай бұрын
Many many thanks sir
@subodhkumar6995Ай бұрын
अति सुंदर प्रयास!
@alokmisra7332Ай бұрын
Bahuut suunder.
@kamalmehrotra3321Ай бұрын
अदभुद
@secondaryeducation30652 ай бұрын
पाठ का अन्त कुछ और तरीके से होना चाहिए था। प्रायः देखा गया है कि जोशी जैसे लोगों की सादगी और विद्वता को जब मान्यता मिलती है तो वे संतुष्ट व प्रसन्न होते हैं।
@KomalNishad-e7b12 күн бұрын
Bahut hi 😂😂😂 funny kahani hai 😂😂😂😂😊😊😊
@sheelpal6395Ай бұрын
Bhagwati charan verma was a great writer. He showed how a learned teacher may be so castist what is use of his education when he can't love human.
@lakhan1894Ай бұрын
यह ह्यूमन राइट का ज्ञान 1990 में जिन्होंने kasmirहिंदुओं का कटले आम किया था उन्हें भी दे भाई और अपना ज्ञान अपने पास रख
@laxmisagaryadav6558Ай бұрын
ATI Sundar kahani hai
@sudarshankushwaha5645Ай бұрын
❤👍
@RajeshwariLamsalSharmaАй бұрын
मनको भागई ,बहुत सुन्दर
@satyamt1519Ай бұрын
App konsi ai website use krte ho voice ke liye
@easylearningtre-juniorАй бұрын
11labs premium
@rajeevojha33002 ай бұрын
Good
@ambrishkumarsharma1749Ай бұрын
Aapki aavaj k Kiya kehne..vemishal h.. dhanyawad.
@easylearningtre-juniorАй бұрын
thanks
@meenapaes7500Ай бұрын
क्या मै इसका मराठी में अनुवाद कर स्काती हु? किससे अनुमति लेनी पडेगी?
@princeshrestharoy4566Ай бұрын
koi anumati nahi chahiye ye school syllabus me shamil hai
@princeshrestharoy4566Ай бұрын
koi anumati nahi chahiye ye school syllabus me shamil hai
@ShaluLohan-s5z2 ай бұрын
Last m smj nhi aaya😢
@Shvyambhoo2 ай бұрын
Jaisa ki puri kahani me hua ki log bura sun ke tilmila uthe or paisa pakar khush ho gye waise hi lekhak jisse pandit ji khud jalte the kyuki unme santosh tha ek tote se kuch shabd sun ke tilmila uthe apna sara gyan sara darshan bhool gye kul mila kar manav ke vyavhar ka vyakhan h ki kuch shabd hi kafi h kisi ko khush ya dukhi krne ke liye
@ShaluLohan-s5z2 ай бұрын
@@Shvyambhoo thank you 😊
@priyankaavasthi8320Ай бұрын
कहानी अच्छी है यह सच्चाई है कि हर कोई धन चाहता है। वह विद्वान थे ,पंडित थे पर अपनी पत्नी के लिए यानी औरतों के लिए इस तरह के शब्दों का प्रयोग सिर्फ इसलिए क्योंकि उनकी पत्नी अच्छा खाना और पहनना चाहती है। क्यों उस औरत को देवी का दर्जा दिया जाता है जो हर ज्यादात्यों को सहन करें और कुछ ना बोले,अपनी सारी इच्छाएं दबा दें शादी से पहले मायके वालों की और शादी के बाद ससुराल वालों की और पति की इच्छा अनुसार जीवन व्यतीत करें।