विचारवान को असीम सुख मिलता है?| धम्मपद सूत्र -27| बुद्ध की अमृत वाणी| Buddha Teachings in Dhammpad
@tribhuwankumar44784 ай бұрын
Namo buddhay..🙏🙏 Sabka mangal ho..🌷🌷
@TuraazSpiritual4 ай бұрын
Namo buddhay 👏 Sabka Mangal ho 👏
@anujrajput5984 ай бұрын
🙏🙏🙏🙏
@TuraazSpiritual4 ай бұрын
👏👏👏🌄
@anitakansal64054 ай бұрын
Sadhu Sadhu Sadhu 🙏 Sabka Mangal ho 🙏
@TuraazSpiritual4 ай бұрын
👏👏👏🌄🌄
@asmitbhagat33364 ай бұрын
🌷🌷🙏🌷🌷💐
@TuraazSpiritual4 ай бұрын
👏👏👏🌄🌄
@shravanjaiswal36954 ай бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद प्रभू
@TuraazSpiritual4 ай бұрын
Namo buddhay 👏👏🌄 Sabka Mangal ho 👏👏🌄
@tenzinnams-w7x4 ай бұрын
❤🎉
@TuraazSpiritual4 ай бұрын
👏👏👏🌄🌄
@kailashambarde6401Ай бұрын
😢😢😢😢😢🎉🎉😢😢🎉🎉
@TuraazSpiritualАй бұрын
Namo buddhay 👏👏🌄
@dhammanandcreation70284 ай бұрын
साधू साधू साधू
@TuraazSpiritual4 ай бұрын
👏👏🌄
@xyz64524 ай бұрын
भगवानने दारूचिनीको जो उपदेश दिया था, "सुननेमे केवल सुनना रहे, देखनेमे केवल देखना रहे, इत्यादि" को कृपया detail मे समझाइए।
@TuraazSpiritual4 ай бұрын
Ji, jarur yah bahut accha prashn he. Is per video banata hun. Thnx Namo buddhay 👏👏🌄
@gangaram94864 ай бұрын
महोदय, कृपया मेरी समस्या का समाधान करने की कृपा करें। मेरी पीठ में बायी ओर, हृदय चक्र के पास रीड़ के बायी तरफ से ऐसा लगता है जैसे एक किरण चारों ओर को फैल रही है और इसका ऐहसास बहुत सुखद लगता है, ऐसा क्या है मुझे बताइए।
@TuraazSpiritual4 ай бұрын
हर चक्र की शरीर में अपनी ऊर्जा है, प्रकाश है। आप ह्रदय चक्र पर आ पहुंचे हैं तो वहां अनुभूति हो सकती है प्रकाश की या आवाज की। इस सुखद अनुभूति को दृष्टा भाव से देखें, अपनी तरफ से कोई आलंबन न हो तो आप ऊपर की तरफ कंठ चक्र की तरफ बड़ेंगे... शरीर में एकाग्रता के बाद यह अनुभूतियां होती ही हैं क्योंकि आध्यात्मिक ऊर्जा का बहाव रीड की हड्डी से ही होता है इसलिए वहां यह ऊर्जा दौड़ती हुई महसूस होती है।आप को ह्रदय चक्र पर हुई, किसी को नाभि पर होती है किसी को मस्तक पर किसी को सिर की चोटी पर। ध्यान में मन लगाए रखें और इसका आनंद लें लेकिन आलंबन न हो, अहंकार न उठे, मैं कुछ खास हुआ यह भाव सब बर्बाद कर देता है इससे बचना चाहिए। Namo buddhay 👏👏🌄