1:04:15 mere mind me bhi yahi question tha thankyou thanku
@ZeshanKhan-pj4hz13 күн бұрын
हरे कृष्णा सर नाम जप करते समय भगवान् का क्या चिंतन करे
@aswinisamantray485313 күн бұрын
Lotus feet or face or just focus on the words that you are speaking
@Sanatana_Core13 күн бұрын
while chanting you should try to listen the mantra
@ZeshanKhan-pj4hz13 күн бұрын
@@Sanatana_Core भगवान् का चिंतन करना और स्मरण करना दोनों एक है अगर हम नाम जप के समय नाम सुनने पर फोकस करेंगे को तो हम भगवान् का चिंतन कब करेंगे जो नवधा भक्ति का तीसरा अंग है
@Sanatana_Core12 күн бұрын
@@ZeshanKhan-pj4hz अर्जुन को भगवान कृष्ण की शिक्षा यह है की माम अनुस्मर (भ.गी. ८.७), "तुम केवल मेरा स्मरण करो ।" और भगवान चैतन्य का यह अादेश, "भगवान कृष्ण के नामों का निरन्तर कीर्तन करो ।" यहाँ कृष्ण कहते हैं कि, "तुम सदैव मेरा स्मरण करो" या तुम कृष्ण का चिन्तन करो, और भगवान चैतन्य कहते हैं, "तुम सदैव कृष्ण के नाम का कीर्तन करो ।" तो कृष्ण और कृष्ण के नाम में कोई अंतर नहीं है चरम स्तर में । चरम दशा में नाम तथा नामी में कोई अंतर नहीं है । यही चरम स्तर है । तो भगवान पूर्ण हैं, उनके नाम और उनमे कोई अंतर नहीं है ।
@ZeshanKhan-pj4hz12 күн бұрын
@@Sanatana_Core कीर्तन और स्मरण मे क्या अंतर है
@AdminSpeaks-py7px9 күн бұрын
Prabhuji aapka Whatsapp group ka link dijiye please
@venugopalcharandas9 күн бұрын
Please share your contact number, we will add you in the WhatsApp group.