कोई भी व्यक्ति थोड़ी प्रशिद्धि प्राप्त कर के पूरे दम-खम से किसी व्यक्ति विशेष का नाम लेकर के, किसी पुस्तक का नाम लेके ये कहता है कि इसमे ये लिखा है और ये नहीं लिखा है, ऐसा कहते थे, और ऐसा नहीं कहते थे और हम लोग आसानी से उनकी बातों को मान लेते हैं क्योंकि वो पूरे दम- खम से किसी व्यक्ति विशेष का नाम ले रहा है, किसी विशेष पुस्तक का रेफरेंस दे रहा है और ये लोग जानते हैं कि हमारे लोग ज्यादातर पढ़े लिखे नहीं है, और जो पढ़े लिखें है उनमे से ज्यादातर लोग हमारे बहुजनो द्वारा लिखी गई पुस्तकों को न ही पढ़ते हैं और नहीं सुनते हैं साथ ही ये लोग यह भी जानते हैं कि हमारे कुछ लोग पुस्तक के कुछ गिने चुने पन्नों को ही पढ़ते हैं और ये लोग इसी का फायदा उठाते हैं और ऐसे ही पन्नों के रेफरेंस देते हैं। हम मे एक गलत आदत ये भी है कि हम लोग ऐसी बातों को सुनना चाहते है, ऐसी चीजों को देखना चाहते हैं, ऐसी पुस्तकों को पढ़ना चाहते हैं, जिसमे कोई चमत्कारीक, मायावी, आदि बातें कही जा रहीं हों, दिखाई जा रहीं हों या लिखी गयी हो। अतः हमारे बहुजन भाइयों से निवेदन है कि वे ज्यादा से ज्यादा पुस्तकें पढ़ें और पुस्तक को शुरु से अंत तक जरूर पढ़ें और उसके बाद हो सके तो उन पर विचार विमर्श भी करें। बहुजन साहित्य यूट्यूब चैनल के भैया कहते हैं- "पढ़ने कि आदत को विकसित करें क्योंकि पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया"|
@Ramjimatang-f5q7 ай бұрын
आपका विश्लेषण बोहोत सटीक और तथागत के धम्म आधारित हैं।
@TRISHIKH19103 жыл бұрын
एक बार कबीर के गुरु रामानंद के पितरों का श्राद्ध था। रामानंद के पितरों को गाय का दूध बहुत पसंद था। इसलिए उन्होंने कबीर को गाय का दूध लाने के लिए भेजा। रास्ते में कबीर को एक मृत गाय पड़ी मिली। कबीर ने उसके मुंह के पास घास रख दी और दूध का बर्तन लेकर उसके पास खड़े हो गए। काफी देर तक जब कबीर नहीं लौटे तो रामानंद उन्हें देखने निकले। उन्होंने देखा की कबीर एक मृत गाय के पास खड़े है। कबीर बोले, गुरुजी यह गाय न ही घास खा रही है और न ही दूध दे रही है। रामानंद बोले, भला मरी हुई गाय कैसे घास खायेगी और दूध देगी। यह सुनकर कबीर ने उनसे पूछ। जब आज ही मरी हुई गाय घास नहीं खा सकती है और न ही दूध दे सकती है तो बरसों पहले परलोक गए आपके पिता कैसे दूध पीएंगे? यह सुनकर रामानंद निरुत्तर हो गए और उन्होंने कबीर को अपने गले से लगा लिया..
@kishansahu54222 жыл бұрын
👌🙏
@KhojeeAmit6 ай бұрын
भाई अभी आप कहां फंसे हो कबीर का कोई गुरु नहीं है यह रिसर्च से साबित हो चुका है
@subhashchandra3172Ай бұрын
@@KhojeeAmit:: कबीर के गुरु रामानंद ही थे। चलो तर्क के लिए मान लेते हैं -रामानंद कबीर के गुरु नहीं थे लेकिन जो उदाहरण दिया गया कि मृत गाय घास नहीं खा सकती,दूध नहीं दे सकती फिर वर्षों पहले मरे हुए व्यक्ति को पिंडदान करें तो उसको कैसे मिलेगा?
@akashmhetre2283 Жыл бұрын
चिरं तिट्ठतु बुद्ध सासनं ☸️ May the Buddha's Dispensation endure long.
@kishorlimanpure52283 жыл бұрын
ज्ञानवर्धक जानकारी दी। नमो बुध्दाय 🙏🙏🙏
@sidharthghansawant.5535Ай бұрын
धन्यवाद 💐💐💐
@ashleshwankhadeofficial.90303 жыл бұрын
Bohot Badhiya 💝💝
@kailashyelve47296 ай бұрын
आपण जे मार्गदर्शन केले आहेत ते ज्या व्यक्तीने विपश्यना केली आहे त्यांना आपले विचार निश्चितच फायदा होणार आहे होतोय, भगवान बुद्धांची शिकवण पाली भाषेत असल्यामुळे अनेक वेळा काही लोकांना पटत नसेल समजतं नसेल, आपलं अभिनंदन अभिनंदन अभिनंदन
@sanjayjadhav39813 жыл бұрын
👌💯%✔️संशोधीत सत्यज्ञान !🇮🇳🙏 जय विज्ञान ! जय संविधान !!🇮🇳✊ प्रबुध्द भारत ! समृध्द भारत !!🇮🇳✊ जयभिम ! जयशिवराय !! जय मुलनिवासी !!! बहुजन हिताय ! बहुजन सुखाय !!🇮🇳🙏✊
@thebudhaaproductions75063 жыл бұрын
Sonali ji , I am totally agree with you . It's my request to you please share your abhidhammas knowledge with us , because it's need of today .
@s.kcreation685113 күн бұрын
Great namobuddhay jaybhim ❤❤❤
@bholanathpaswan70953 жыл бұрын
Very Nice Have A Nice Day Friends NAMO BUDDHASS JAI BHEEM JAI BHARAT JAI Savidhan JAI VIGYAN Jago Moolniwasi JAGO BODDHO Namo Buddhass
@trivenidongre24993 жыл бұрын
It's amazing to listen knowledge of buddhism from her. We really want more to learn from her. We want more interview or session from her.
@deeprajdupare44473 жыл бұрын
सुरेश जी आपको बहत बहुत साधुवाद जो इतने अच्छे कंटेंट ला रहे Mam bol रही कर्मो के अनुसार बर्थ होता है ऐसा स्वयं तथागत बुद्ध ने कहा है आपने यह भी कहा की आत्मा नही होती हे फिर rebirth किसका होता है? यदि वित्त का रिबीर्थ होता हे तो उसका स्टेटस क्या है मरते वक्त आदमी का चीत्त अशांत रहना स्वाभाविक है कौंकि कई तकलीफों में आदमी के प्राण निकलते है आपकी माने की वित्त का रिबीर्थ होता हैं as per buddist aur हिंदू उसे आत्मा मानता है तो हिंदू ओर बौद्ध में फर्क कहा बीइंग ए बुडिस्ट आप रिबीथ के लिए सेल्फ कर्म मानते है तो हिंदू भी कर्मो को ही अगले जन्म का आधार बताते है ओर इसलिए bhraman लोग ने की अंपके पिछले जन्म के कर्म ठीक नहीं इसलिए आप शुद्र बनकर तकलीफ पा रहे रहे आप चित्त का ररिबीर्थ ठिक से समझाए मैं बुद्धिस्ट होते हुए भी मुझे आपकी बाते हिंदूवादी लगती है कोई फर्क नहीं समाज आता आत्मा के बदले चित्त मनलो तो इसके अलावा ईश्वर की एक्सिटेंस को न मानो तो there willi be no difference between Hindu And baudh
@WLBSNews3 жыл бұрын
बुद्ध ने कहा था तर्क करो, परीक्षण करो, अनुभव के आधार पर उसे परखो यदि तुम्हे लगे कि यह बात बहुजन के कल्याण की हैं तब मानो... सोनाली जी बोल रही हैं इसलिए ना मानिए...
@deeprajdupare44473 жыл бұрын
मेरी बात बहुजन कल्याण की ही बहुत मुश्किल से हमे पुनर्जम्न के चक्रववीव से बाबासाहब ने ओर तथागत ने बाहर निकाला था आप मैडम का कॉन्टैक्ट no dijiye confirm Karna है की कैसे विचारो का रबीर्थ होता हे यदी आप चित का रिबीर्थ होता हे तो आप कैसे corlate कर सकते है कि पिछले अकुशल कर्म से is जन्म में अपने पिछले चित के फल भोग रहा है
@jitendradhirhe84833 жыл бұрын
@@WLBSNews आप सही कह रहे हैं। आपकी रिपोर्टिंग करने का तरीका बहुत ही अच्छा है, रिपोर्टर को हमेसा ऐसा दिखाना चाहिए की वो किसी के बारे से ज्यादा कुछ नहीं जानता और बहुत सारे मत्वपूर्ण प्रश्नो को पूछना चाहिए। ।।जय भीम।।नमो बुद्धाय।।
@KhojeeAmit6 ай бұрын
आप को हर चीज को समझने का बुद्धी चाहिए जो आपके अंदर नहीं है समाज में ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र होते हैं लेकिन यह भी गलत है कि ब्राह्मण का लड़का ब्राह्मण है और शूद्र का लड़का शूद्र इसे समझने के लिए भी दर्शन और धर्म दोनों का बारीकी से ज्ञान होना चाहिए
@KhojeeAmit6 ай бұрын
और दूसरी बात हिंदू धर्म कोई अलग नहीं है वह बौद्ध धर्म की महायान शाखा का ही रूपांतरण है
@lemanprakash79353 жыл бұрын
Doctor Suresh sabji aap se baat karne ko man kar raha hai aap bahut acchi mehnat karte
@prakashkale75823 жыл бұрын
Buddha and his Dhamma.....Author Dr B R Ambedkar
@unitedminds5633Ай бұрын
Please include more of such research in Buddhism. 🙏👍
@ramveermaurya74703 жыл бұрын
Namo Buddhay Jay Bheem Jay Savidhan Jay Bharat 🕯️🇮🇳☸️🙏
@balukadam67784 ай бұрын
अच्छा विश्लेषण दिया दिदी, पुनर्जन्म नही मनेगागा तो बुद्धाके धर्ममातोंका कभिभी लाभार्थी नहीबानेगा शरण उसकी असंमक है सम्यक श्राद्ध तो प्राथमिकता है
@amarkharat47133 жыл бұрын
बहुत बडिया थँक्स नमो बुध्दाय जय भीम
@jagramsingh17963 жыл бұрын
Very Very Thanks.for explaining of scientific knowledge of lord Buddha. So Excellent. Please explain whole Mahasatipathana & Abhidhampatak in details . Also do explain about of VIPASANA . I greateful to you forever. I wish you Healthy & Happy Successful Life. I continue watching you on KZbin Regards
@arvindnidagundi-tg3mv Жыл бұрын
Namo budhaya. Buty full dil ko chu leneval spech hai. Sonali didi jo ek bath bhuth acha bola aapne jo kushal aur akushal kam jai bhim namo buddhaya
@kishanshakya46593 жыл бұрын
👍👍👍नमो बुद्धाय
@amankabir44313 жыл бұрын
नमो बुद्धाय ! जय भीम🙏🏻
@ajay345553 жыл бұрын
Jai Bheem Jai Bharat Jai Samvidhaan Jai Loktantra. Jai WLBS. Regards Ajay Kumar. Thank You.
@bodhiraj.kkarnataka2783 жыл бұрын
Didi Namo buddhaya jaibhim 💐💐💐🙏🙏🙏
@ASHOK2510584 ай бұрын
बौद्ध धर्म का सारा सिद्धांत पुनर्जन्म पर आधारित है। अगर पुनर्जन्म नहीं है तो निर्वाण का कोई अर्थ नहीं है।
@sarikasomkuwar9391 Жыл бұрын
Excellent
@ashleshwankhadeofficial.90303 жыл бұрын
💯💯💝
@bandubagde8482 ай бұрын
namo buddhay Jay Bheem 🙏
@uttamhatkar39763 жыл бұрын
ताई तु खुप डिप सांगत आहेस.साधु साधु साधु
@harijapnoor14016 ай бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏☸Namo Buddhay☸🙏🙏🙏🙏🙏
@sanjayjadhav39813 жыл бұрын
अगर बुध्द का नया जन्म नही होगा तो उनके शरिर के तत्वो का क्या हुआ होगा ? या उनके शरिर के तत्व कहा होंगे ? कृपया ! प्रकाश डाले !🇮🇳🙏✊
@ramkrishnavasupilli1626 Жыл бұрын
chetna anant chetna mai vilin ho gay aur padart urban mai
@shivnarayanandphulbaikushw22385 ай бұрын
कोटि कोटि प्रणाम दीदी जी
@kamrajchoure88853 жыл бұрын
बहुत सुंदर लग रहा है, नमो बुध्दाय !
@vidhansurwade5 ай бұрын
Best information
@santanabaghlari29462 жыл бұрын
Bahut Sundar 👍👍👍👍👍👍👌👍
@arvindarvind48732 жыл бұрын
Sonali didi thanks namo buddhaya Jai bhim
@jaypaldhivare13757 ай бұрын
साधू. साधू..साधू ...
@jagramsingh17963 жыл бұрын
Excellent Sonali Ji. Please Continue your blogs . . Regards
@kishorlimanpure52283 жыл бұрын
Namo budhay
@anmolindiaworld3 жыл бұрын
सोनाली जी, कहां से पीएचडी कर रही है? सोनाली जी का एक परिचय दें।
@WLBSNews3 жыл бұрын
साँची विश्वविद्यालय
@mkadam97694 ай бұрын
Very well explained
@atulkumaryadav46427 ай бұрын
Very nice thanks 👌
@bindhyachalkumar5933 жыл бұрын
Right ✨✨🙏✨✨
@narasinghajenabaudha92983 жыл бұрын
All Right ansar
@agyaramshakya51874 ай бұрын
Most learned in buddhism
@pravinahire4024 ай бұрын
👌
@guddugautam-ul9nl4 ай бұрын
Sonali ji ki kya baat hai Namo buddhay Jay Bheem
@jayshridadajibadekar24903 жыл бұрын
तत्वोंका बार बार आनाही, पुनरजन्म है. Because energy can not loss It modifide one form to another form. Jay Bhim. Namo Buddhay.
@sidhantbabar81299 ай бұрын
Mast 🙏👌
@subodhpatil31753 жыл бұрын
साधु साधु साधु... नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏 जय भीम 🙏 As we find and introducing ourself as Buddhist and Ambedkarites we must have to study Buddhism, Buddhist material and also study to Babasaheb and therir views. Now these days it's mandatory for us to study it so we can give it to next generations. There are so many confusions introduce while studying it, but it can be resolves by communicating with each other or communicating with experienced expert persons. And for this we need to try our best. There are so many conspiracies done from the time of Bhagwan upto the present time so it's very essential to study pure Buddhism. Buddhism is born and grow in India but the other countries follow it in proper manner because they save pure Buddhism (Dhamma) studied it in a pure way and spread to next generations. Although Buddhism and Dhamma are for all humans in any country it don't have restrictions of countries and all but it's our misfortune that the Buddhist in India the persons call themselves as Buddhist even don't give interest in Buddhism and conspirators gets benefits of it to relate Buddhism with Hinduism so the pure Buddhism get to disappear in India for some time after Maurya and Gupt era due to the conspirators. We must have thankful to all Holy peoples saves and restore pure Buddhism and Dhamma. Thanks to all Holy people to saves and restores the pure Buddhism and Dhamma and spread equality, justice, fraternity and humanity. - भवतु सब्ब मंगलंग... भवतु सब्ब मंगलंग... भवतु सब्ब मंगलंग...
@branr5484 Жыл бұрын
I am also research in buddhism
@shreyasawant63552 жыл бұрын
Namo tassa bhagvato arhato samma sambuddhus namo buddhay Jai bhim jai bharat
@kingmekar75453 жыл бұрын
नमो बुध्दाय....
@stylevilla71023 жыл бұрын
NAMO BUDDHA
@samantbhaisolanki38363 жыл бұрын
right sister
@minaltamgade37963 жыл бұрын
Sahi bat hai madam
@dr.Suchit0496 Жыл бұрын
पहली बात की बुध धम्म में पुनर्जन्म नही होता है। यही सत्य है। अत्त दीपो भव
@incrediblypractical. Жыл бұрын
Jai bhim Buddha dhamma me punar janm hota hai aur iske bare me Babasaheb Ambedkar ne apni book buddha and his Dhamma me bhi baat ki hai. Lekin buddha dhamma me punar Janam alag hota baki sare dharmo se. Nammo Buddhay Jai bhim
@dr.Suchit0496 Жыл бұрын
@@incrediblypractical. जी सही बोले । बुध धम्म में आत्मा का पुनर्जन्म नही होता बल्कि बुध धम्म में एक ही जीवन में भव को प्राप्त करना ही भव कहलाता है दूसरे जन्म वाला कांसेप्ट नही हैं।
@dhammadevelopmenttrustgulb65843 жыл бұрын
Ma"am Ji app galat information spread kartai hoo, app galat hoo
@kashiramrote60713 жыл бұрын
Namo Buddhay
@maitreybagul266110 ай бұрын
Bilkul Sahi Baat Kahi Hai ...
@mhmdsnsra2502 Жыл бұрын
Good
@kamalsn.chakma.25983 жыл бұрын
100% Right Sadhu Sadhu Sadhu
@puranbajracharya954415 күн бұрын
जबतक निर्बांण प्राप्त नहि होती है।मनमे तृष्णा बांकि रहति है प्राणिका पुनर्जन्म होति रहति है।
@awarenessonly. Жыл бұрын
With all due respect, buddha insisted on following our own experience. My experience tells me that if there is no eternal immortal inner self i.e. atman and supreme creator or controller i.e. god or paramatma, then I am awareness i.e.. prajna, the phenomenon of knowing correctly in the right context, arising due to cause and conditions, I become my actions and I continue in the internal and external effect of my actions. I should act rightly because I involuntarily become my actions. I should produce noble effects of my actions because through the effect of my actions I create my own ecosystem and my continuity. When buddha says you are continuously born that means you constantly continue in the effect of actions. I should enjoy my one and only opportunity of life sustainably. Namo buddhaya
@rajwativerma661527 күн бұрын
तृष्णा खत्म तो निर्वाण हुआ इसका मतलब जन्म हमारी तृष्णा का होता हैं
@kingofkings70593 жыл бұрын
इनको गौतम बुद्ध का सही नाम तक पता नही, बुद्ध का नाम सुगत है सिद्धार्थ नही
@HiteshPagadar Жыл бұрын
11:54 11:54 11:54
@kalpeshvarbhondwe73337 ай бұрын
Mam to Aap dhyan Sadhana ya any kisi tarike se app pichle janm main kon the ye bata sakte he ??
@jagramsingh17963 жыл бұрын
Please explain about Concept SHIRAD. on Buddhisim. Ten Parmitayein in details pl. Also let me convey that How to follow daily routine in order to go before VIPASANA. So that a actual great experience can be achieved. Pl Guide me. Yours golden words is being discussing among beloved and appreciated by them. Regards
@Durgeswar2 жыл бұрын
Very nice . Sonali. I am 72 years old. I have embraced Buddhism in 1995 , after reading Dr.Ambedkar's life. Since then I am practicing Vipassana from Igatpuri. Yet I am in some confusion regarding the function of partisanship re linking consciousness, syutisyuta consciousness and Bhavanga consciousness at the moment of death. I want to know which defilement citta is continued to next birth that is responsible for good or bed karma. Pl try to explain it for me. I am from Assam. D.Roy.
@holycat83122 жыл бұрын
there is no such thing as karma or getting fruits of karma in next birth. please don't believe in such stupid things. buddhism is just scam. nobody knows what happens during or after death. nobody knew back then what happens after we die. Thugs just brainwashed people after creating mumbo jumbos regarding the birth and presented it to the masses to get fame and wealth. Buddha was just a scam artist. or maybe he was just delusional. stick to modern science only. don't waste time in made- up rebirth cycle , nirvana, etc. -- the sufferings can never be ended with Buddha's ways. The sufferings which u call are just part of life. sometimes which are born of tragedies. The guy (Gautam buddh) who lived a luxurious life got bored with his kingdom and became a recluse just to preach people that he had found some " path" to the liberation from all sufferings in this life. you can find such men in today's business world too who come to india to spread or practice their spirituality. The buddha who had no idea how mind works, and how to calm it when someone is in distress , is talking of removal of all sufferings from people's Lives?? Ambedkar must have chosen the buddh because he thought Budhism was always against the Varna system. The core philosophy of buddhism will at least deliver the untouchables. Ambedkar only fooled himself I would say in doing so . Though he would be great forever, but what he gave to his people is actually devastating and confusing in the long run
@jaibharat96862 жыл бұрын
Ambedkar didn't practice Vipassana.
@rahul_k79583 жыл бұрын
" उन कही सुनी बातों को अंधविस्वास से कभी मत मान लो, जीन बातों को आपने अनुभव नहीं किया हो या फिर आपको तर्कसंगत नहीं मालूम होती हो " जानो तभी मान लो, मान लोगे तो जानोगे कहासे? सिवाय जानने के दूसरा कोई उपाय भी तो नहीं है और जानने के बाद थोड़ी ही मानना होता है? बल्की "मान ही लेना होगा" 😂 एक क्षण से दूसरे क्षण मे प्रतिक्षण बहनेवाली शरीर और चित्त का धाराप्रवाह, एस क्षण मरकर ही अगले क्षण जन्म लेता है, यही तो है पुनर्जन्म एक क्षण आएगा और मर जायेगे ये धारणा ही गलत है, भीतरी सच्चाई तो यही है की क्षण प्रतिक्षण मर रहे है और पैदा हो रहे है, होश के साथ जागरण के अलावा इस दुष्यचक्र के बाहर निकलनेका कोई उपाय नहीं है "बेहोशी मे मरना छोड़ो और होश मे जीना सिख लो " यही है बुद्ध के देसना नमो बुद्धाय 🙏 जय भीम
@anamikasingh27232 жыл бұрын
Buddhism m preta kise kehte hain aapko jankari h
@Ramjimatang-f5q7 ай бұрын
यह शरीर जिन चार तत्वों से बना हुआ था वह शरीर में से पृथक हो गये,या तब चेतना नहीं रहती,तब कहां जाता है मृत्यु हो गई।जो चारों तत्वों सामूहिक रूप में मौजूद हैं उन में मिल जाते हैं।
@rupeshg13 жыл бұрын
इन्होंने जो भी बताया या समझाया वो सब आचार्य एस. एन. गोयनका जी ने विपश्यना के शिविर में बताया है। अपना कोई शोध कार्य नहीं लग रहा।
@ShubhamJadhav-qo9qk3 жыл бұрын
Actually what she is telling is absolutely true, even S.N Goenka guruji also says this stuff because it's in Tipitaka, then how can you say she is quotting Goenkaji, all this is there in Tipitaka and both of them properly understands Buddha's Dhamma very well. As a truth seeker you shouldn't pin point anyone first check yourself what reference she's giving or what Buddha has preached analyze those things carefully and then later it's upto you whether accept it or not....but before that don't criticize anyone 🙏🙏🙏🙏
@arvindarvind48732 жыл бұрын
Meni meni thanks namo buddhaya Jai bhim
@k.p.baudhha51494 ай бұрын
पुनर्जन शरीर का विचारों का और तत्वों का होता है
@motilalmewada74917 ай бұрын
The vedna, kaaya, chitt and then dhammanupassana, to understand the re-birth one has to go thru the teachings and the meditation technic called "Dhyanadhiraj Vipassana" in tradition of Sir Sayaji U Ba Khin and Kalyanmitra Shri S.N.Goenkaji.
@SPSINGH-qw8el3 жыл бұрын
पुनर्जन्म एक मिथ्या है। करोना एक वायरस है जो छूने से ,हवा से फैलता है,इसका पुनर्जन्म से कोई संबंध नहीं है।
@Darpan358 Жыл бұрын
Sahi bole...goenka ne dimag kharab kar rakha h logo ka. Dr Babasaheb ne diye Buddhism diya wo scientific h use hi disturb karne ye log aye h
@sugatasugata56692 жыл бұрын
सोनालिजी को बहुत बहुत साधुवाद! पुणजन्म बहुत पेचीदा विषय है। कृप्या इसमें ना जाए। हिन्दी या अंग्रेज़ी भासा से बुद्धवचन समझना कठिन है। व्यक्ति को अपना विकास में बुद्धवचन कैसे सहायक होगा यह बताए। धन्यवाद
@beyondfiction73612 жыл бұрын
कोई बताएगा की भगवान बौद्ध पर्श्व भाग से कैसे पैदा हुए ,और स्त्री एवं पुरुष के स्त्री लिंग और पुलिंग चावल खाने से कैसे उगे???
@Sam_Gamerzoffical5 ай бұрын
Sister third eye opening pr koi video banaiye
@Nawongyonten-yp4fz5 ай бұрын
Sister you are right. Please aap mahilao me jagrukta lane me aap ka gyan use kare. Aap ki jarur hai. Jay Bhim ☸️ Namo Buddhay ☸️
@youthambedkarite143 жыл бұрын
sonalee ji is verry knowledgeable
@jampalhundup-t3l3 жыл бұрын
Punar janam hai. Lekin Buddhism mei bataye huve punar janam oor Brahmanism ki punar jam mei antar hai.
@Raj14-o9y2 жыл бұрын
Ye antaar nahi, tumhari murkhata he jo tum buddha ko hindu se alag mante ho
@SurinderPal-oi6qi3 жыл бұрын
सोनाली जी नमो बुद्धाय। कृपया पुनर्जन्म और पुनर्भव का भेद बताएं।
@VimlaNirapure7 ай бұрын
Namo buddhay .. aap Goru goyankaji ke saman hi bata rahe ho sadhu sadhu sadhu
@rameshingle29213 жыл бұрын
साधु साधु साधु
@ratankumaryadav38015 ай бұрын
There are cases which were examined thoroughly with regard to this topic,however ho na ho,we have no control over all this ,si accept what Almighty bestows upon us, enlightened persons say, people are talking.
@vinodmeshram26733 жыл бұрын
मॅडम ne जो बताया बराबर है ईश्वर आत्मा ऐसा कूच भी नही सब कर्म or संस्कारोका खेल हैं
@upekkharukhampanjabbody4383 Жыл бұрын
Sabi new Buddhist ko pura tripitaka ko padna sahiye. Science journey ki tra adura gyan leke logo ko baramit karte hai , tripitaka ka lekha bata k logo se debt karte hai. Wo kabi mante nahi rebirth. Bahanji ka gyan hame acha laga, rebirth or karampal hamare tripitaka me hai.
@dhammadevelopmenttrustgulb65843 жыл бұрын
Ma"am paswan sir ji Koo book send kiya hai
@vishnukumar-jv3fk3 жыл бұрын
कर्म की बात को मानता हूँ पर ये पुनर्जन्म वाली बात पर विश्वास करना मुश्किल है आप कही न कही कुछ मिस्टेक कर रहे है
@chhewangdakpa553 жыл бұрын
कर्म कोन करता है कर्म हमारा चित्त के द्वारा किया जाता है ।ओर वही चित्त ने जो कर्म किया है वहीं पुनर्जन्म तक ले जाता है और वो चित्त कभी नहीं मरता ।।। पुनर्जन्म के बारे विस्तार से जानने हेतु मुझसे निजी मिल कर वार्तालाप कर सकते है ।। धन्यवाद
@sanjoythakur9427 ай бұрын
During Bippasana sir sa pao tak what is actual mean ing of Badana.
@brijkishorkumardas73573 жыл бұрын
नमो budhay जय भीम सर
@sanjoythakur9427 ай бұрын
Sonali death ka dad Sanskaar ka home kha hai. Pl discuss.
@rameshingle29213 жыл бұрын
साधु साधु साधु नमो बुद्धाय
@rekhadhurandhar6422 жыл бұрын
Buddha and his Dhamma me Babasaheb ne likha. Mata Mahamaya ko sapna aaya mai Sumedh Bodhistv apna aakhari janm le rha hu kya tum meri mata banogi.
@UmaShankar-gs3dp3 жыл бұрын
Namo buddhay jai bhim
@upekkharukhampanjabbody4383 Жыл бұрын
Adura gyan ,(Science journey) chennal, kabi mante nahi rebirth or karam pal. Adura gyan leke buddh ka kahena bata logo se debit karte hai ki rebirth or karampal nahi hote hai. Ajkal new Buddhist lok nahi mante rebirth or karampal,
@umakantgairola94228 ай бұрын
आत्मा को नहीं मानते तो निर्वाण किसका होता है? यदि पुनर्जन्म भी नहीं होता तो भी निर्वाण किसका होता है? 😂😂😂😂😂 हाहहा