N pride of Jainism n heart touching michamidukdm to all
@pradeepkumarbhatt66162 жыл бұрын
जय जिनशासन! जय भगवान महावीर! भैयाजी!आपके जैन मीडिया से जैन धर्म के बारे में अच्छी अच्छी बातें सीखने को मिलती हैं। 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
@lisa081019792 жыл бұрын
Superb explanation thanks Jain Media team for the clarification otherwise I have also forwarded messages of Michami Dukdam
@kaminigoswami84622 жыл бұрын
धन्यवाद भाई 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 जय महावीर स्वामी 🙏🏻🙏🏻 जय श्रीराम🚩🚩
@beenujain2302 жыл бұрын
Keep going... Apke jaise logo ki bhut jroort hai All the best Jai jinendra ❤️
@rasilashah346 Жыл бұрын
Jai jinendra mehulbhai thankyu so much this is so imp as people are just forwarding without understanding
@mamtasahu95232 жыл бұрын
Very nice explanation 👌
@hitashah49272 жыл бұрын
Super explained We hve to daily pratikraman karke roj Michami dukadam karna hai Great explainaed
@santoshjain77462 жыл бұрын
AllRight। Jai। Jinedra
@shubhamjain6442 жыл бұрын
Jai jinendra🙏🙏🙏
@kamleshjogad22032 жыл бұрын
Outstanding... Channel and Outstanding Videos...Khub Khub ANUMODANA....
@barakhaoswal76282 жыл бұрын
बहुत ही महत्व पूर्ण जानकारी आपने दी है ..जागरूक होने की जरूरत है
@siddhartJAIN-sc7uk2 жыл бұрын
Thankyou for this massage
@jaishreedaftary7622 жыл бұрын
Alwayzzz good n superb information..... great.....
@rasilashah346 Жыл бұрын
Awesum thankyu
@jainishjain48852 жыл бұрын
Superb explanation bhai,people should understand this.
@jainvidhi6622 жыл бұрын
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@avnijain3232 жыл бұрын
Shanti nath bhagwan ki jai 🙏🙏..24 trithankaro ki Jai 🙏🙏.. aacharya Shri ki Jai 🙏🙏.. sabhi Muni or aarkiyon ki Jai 🙏🙏.. Jai jinendra 🙏🙏
@vijayajain2 жыл бұрын
आदरणीय मेहुल भाई सादर जय जिनेन्द्र🙏 जहां तक मुझे ज्ञात है *"मिच्छामि दुक्कडं"* और *"खमत खामणा"*, ये दोनों ही जैन दर्शन के शब्द हैं, लेकिन दोनों समान अर्थ वाले पर्यायवाची वाक्यांश *नहीं* हैं। दोनों के अर्थ *बिल्कुल अलग* हैं। *"मिच्छामि दुक्कडं"* का अर्थ है - मेरा *यह* पाप -दुष्कृत्य मिथ्या हो, निष्फल हो । इसका प्रयोग तभी होता है, जब आपको पता हो कि आप से क्या भूल हुई है। उस पाप -(भूल) को निष्फल करने के लिए *"मिच्छामि दुक्कडं"* का प्रयोग होता है। इसमें न तो क्षमा मांगी जा रही है, न ही क्षमा दी जा रही है। मात्र अपने पाप या दुष्कृत्य को निष्फल करने की कामना और पश्चाताप का भाव लिए होता है *"मिच्छामि दुक्कडं"*। सामान्यत: यह भूल या पाप होते ही या पता चलते ही तुरंत किया जाता है। यह आत्म साक्षी से किया जाता है। इसमें किसी दूसरे की उपस्थिति आवश्यक नहीं होती है। *"खमत खामणा"* का अर्थ क्षमा मांगना भी है, और क्षमा देना भी है। "खमत खामणा" में दोनों क्रियाएं एक साथ हो जाती हैं। *"खमत खामणा"* में क्षमा याचना भी है और यदि किसी की किसी बात से ठेस लगी हो, तो उसे भुलाकर, उसके बिना मांगे क्षमा कर देने का भाव भी है। *"मिच्छामि दुक्कडं"* में इसका पूर्ण अभाव है। यह कहीं भी खमत खामना के मूल भाव के आसपास भी नहीं ठहरता। यह दोनों शब्द अलग-अलग अर्थ लिए हुए हैं और इनका प्रयोग अलग-अलग स्थान होता है। सभी से विनम्र प्रार्थना है कि हम जैन दर्शन के अनुरूप सही शब्दावली का प्रयोग करें और केवल आकर्षक शब्दों के जाल में आकर भेड़ चाल में नहीं बहें। *"खमत खामणा"* सरल मन से सिर्फ अपनी ज्ञात और अज्ञात भूलों, दुष्प्रवृत्तियों और दुष्कृत्यों के लिए क्षमा याचना नहीं है बल्कि हमारे सही होते हुए भी यदि किसी को कष्ट पहुंचा हो तो उसके लिए भी क्षमा याचना है। दोनों के सही प्रयोग का उदाहरण यह है कि मेरे इस आलेख से किसी के मन को कष्ट पहुंचा हो तो मैं *खमत खामना* करती हूं।
@sachinjain43582 жыл бұрын
Bagvan ki pooja karne ka sahi tarika kya he sarir ke kis kis part per pooja ki jati he
@Vityavikasyojna Жыл бұрын
Your video is good But ek chiz ap guru dev se jrur puchna "Michhami dukadam" ka arth hai "mera ye pap nishphal ho" ye swayam ke liye apni atma se bola jata hai Hum sabko michhami dukadam karte hai jo galt hai Khame me save jiva save jiva khaman tume Sbhi jiv jantuo se shma mangta hu or sbhi ko shma karta hu Dusro ko kiya jata hai khamat khamna jiska arth hai me apse mafi chahta hu
@jaiminajmera85732 жыл бұрын
🙏🏻🙏🏻
@bhartisurana47624 ай бұрын
Jai jinendra sa,sawastari k din ko pishad main rehta hai wo ussi din kaise michmi dukdam kar pyenge ,wo to dusre hi din karna honga.. Kaisa kare guide me
@ravindraranka2 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@sameern33352 жыл бұрын
Okkkkkkk
@vikinetani5373 Жыл бұрын
Any idea wen shud it be done. Before pratikman or after pratikman.
@vishalpatalia85944 ай бұрын
Mahul bhi a badhu 1 almban 6 Apde vivak may bani ne Samta rakhi har bhav apde badahane maf karvana 6 Pane Ani sachi rit Kai Ans Vipasna 6 Aje apda jain dharam a agam ma Ani ullekh 6 Apda madaha krya &all ma rachya pachya rahi gaya
@preetimehta4492 Жыл бұрын
क्या आप बता सकते है की श्वेतांबर मूर्तिपूजक सवंतसरी पंचम के बदले bhadarva सूद चौथ को क्यूँ मानते है
@harshjain90552 жыл бұрын
Agar samasri ky din kuch log ko michami dukkadam dyna rh gaya ho toa.kya pancham ko dy sakty hy?
@PraveenKumar-pg9cq Жыл бұрын
Bhai aap se baat krna h🙏
@DharmeshBothra2 жыл бұрын
Much as I admire your efforts to explain concepts of Jainism, may I humbly request you to stop perpetuating myths about Jainism ? 🙏 First & foremost, pls make yourself aware of the principle of "Khamatkhamna" , its difference from 'Michhami Dukkadam' and the principle behind the practice. Second, pls understand the concept of Anekantvad I.e. plurality of thought, in the Jain philosophy. Do not tie us to a book or just 1 view point of any 1 Maharaj Saheb. U may follow , whichever concepts you deem fit; but do not claim it to be the ONLY way. This is my earnest request, kind Sir. I reiterate my appreciation for your efforts.