भारतवर्ष के अलौकिक तत्त्वनिष्ठ ब्रह्मज्ञानी महात्मा ईश्वर के निरंजन निराकार फ़रिश्ते हैं ॥
@virupakshakumbar4203 Жыл бұрын
Thankyou so much maa
@ArturRoncato6 жыл бұрын
Someone please subtitle this video? Thank you!
@narinderkaur77257 жыл бұрын
Very. Nice. Satsang. Jai guru.maa
@bijaybengal10 ай бұрын
Waheguru 🙏🙏
@renubala93293 жыл бұрын
Very good video thanks guruma ji
@varshatulswani50255 жыл бұрын
Jai Guru dave ji
@chetanasachde31027 жыл бұрын
जो ब्रह्म वाणी से वर्णन नहीं किया जा सकता जिस से अर्थात् जिस की शक्ति से वाणी बोल सकती है अर्थात् प्रकट कर सकती है उसको ही सबसे महान् परमात्मा ब्रह्म जानें क्योंकी वरन् ब्रह्म के बनाए नियमों में उसमें बोलने का सामर्थ्य है उस स्थान से उन शब्दों का प्रकाश हो सकता है उसके विपरीत नही, जिसके नियमों से बँधी हुई वाणी शब्दों और उनके अर्थो का ज्ञान कराती है उसी को ब्रह्म अर्थात् परमात्मा जान । क्योंकी ब्रह्म भाव होने से समीप या दूर का वर्णन नही रहता वह समीप या दूरी के भावों से अलग है वैसे ही मन के भावों से भी सर्वथा पृथक है । क्योंकी वह परमात्मा मन के विचारों से जानने योग्य नहीं है क्योंकी मन उन ही पदार्थो का विचार कर सकता है जिनके गुणों का ग्रहण करता है । परमात्मा के गुण अगण्य और अनन्त है वह उनके जानने में समर्थ नही क्योंकी ब्रह्म इंद्रियों के किसी काल में प्रत्यक्ष नही ज्ञात होता इसलिए उसके समस्त गुणों से अपरिचित्त होने के कारण उसका विचार भी नही हो सकता । मन जो विचार करता है वह ब्रह्म के सामर्थ्य तथा नियमों की सहायता से करता है मन इंद्रियों आदि के नियमों का होना ही उसकी सत्ता में प्रमाण है । हमारे शरीर में आत्मा के होने के प्रमाण यही है की शरीर में चेष्टाए नियम से होती है इसलिए जो ब्रह्म आंखो से नही दिखता और न देखा जाता जिसके नियम से बल पाकर आंखे देखती है और जिसकी सहायता से सब जीव ब्रह्म पदार्थो का ज्ञान ज्ञानइंद्रियों द्वारा प्राप्त करते है वही ब्रह्म है ऐसा विचार करें । जब मनुष्य विषयों की कामना छोड़कर इंद्रियों को अपने वश में कर लेता है मन को इंद्रियों के विषयों से हटाकर समाधि में लगा कर जब मानसिक प्रत्यक्ष करता है तब उसमे वह जीवनमुक्ति के आनंद को प्राप्त करता है । आत्मा का ज्ञान प्राप्त होने से मनुष्य को आत्मिक बल मिलता है और जो लोग आत्मिक बल से रहित है वे किसी भी धर्म संबधी कार्य को उचित रीति से नही कर पाते आत्म ज्ञान होते ही आत्म शक्ति का ज्ञान हो जाता है और जब आत्म ज्ञान में लगातार मनुष्य योग बल को प्राप्त करता है तब उसे सत्यविधा प्राप्त होती है उसी विधा के आचरण से जीव मुक्ति की प्राप्ति है । m.facebook.com/story.php?story_fbid=317807365249447&id=100010605578001&comment_id=449272565436259¬if_t=group_comment¬if_id=1497807679868498&ref=m_notif&mds=/sharer-dialog.php?fs%3D8%26fr%3D%252Fprofile.php%26sid%3D317807365249447%26_ft_%3Dtop_level_post_id.317807365249447%253Atl_objid.317807365249447%253Athrowback_story_fbid.317807365249447%26internal_preview_image_id&mdf=1 m.facebook.com/story.php?story_fbid=317807365249447&id=100010605578001&comment_id=449272565436259¬if_t=group_comment¬if_id=1497807679868498&ref=m_notif&mds=/sharer-dialog.php?fs%3D8%26fr%3D%252Fprofile.php%26sid%3D317807365249447%26_ft_%3Dtop_level_post_id.317807365249447%253Atl_objid.317807365249447%253Athrowback_story_fbid.317807365249447%26internal_preview_image_id&mdf=1
@blisswkc33446 жыл бұрын
Thank You so much dearest 💐 You’re such an inspiration ❣️ Be Blissful Eternally 🙏😇💖🕉
@Yasuf.gami...12454 жыл бұрын
Jai Gurumaa
@Yasuf.gami...12454 жыл бұрын
Vairagya का बडा महत्व है वैराग्य is important to achieve goal to samadhi
@7tkd864 жыл бұрын
Very nice
@photonepal43344 жыл бұрын
AUM NAMO NARAYAN
@hanumantpawar44542 жыл бұрын
Sonto me prem Ho aashirvad ?
@kishorechawla15307 жыл бұрын
jay guru dav ji
@narinderkaur77257 жыл бұрын
Jai guru maa ji. Jai ho.
@Weiwuwei10006 жыл бұрын
Do you have an English version?
@amreshsahu62526 жыл бұрын
Pranam gurumaa
@kishorechawla15307 жыл бұрын
jai guru dev ji
@yogeshrai44186 жыл бұрын
प्रणाम गुरु माँ
@SunitaRani-nq6rl6 жыл бұрын
Pranam guru maa ji
@melacrane60255 жыл бұрын
Please can you give an English translation of the words I would be most grateful I am deaf
@DEEPRAWT5 жыл бұрын
Basically she gave bunch of examples of how we are distracted with things around us, and why practising yoga and yogic kriyas and asanas and meditation by also practising dissaociation will be beneficial and help with Karma and being
@narasimha_bharadwaj2 жыл бұрын
She says desire to worldly pleasures are harmful for us as it disturbs our mind & concentration. It is most important to practice non attachment towards worldly pleasures.
@manojapatidar3696 жыл бұрын
sir apke vediyo ki awaj bdaye thik se sunne me nhi ata he
@arhrvadive10186 жыл бұрын
राम कृष्ण हरी माऊली
@lakshminarayanpanda4316 жыл бұрын
Bairagya is bright side of real life.
@lakshminarayanpanda4316 жыл бұрын
Baigya is bright side of real life.
@priyaraj37876 жыл бұрын
I can't meditation...how to meditation...?.i m still doing from 2 months ....
@gowtham68226 жыл бұрын
follow sadhguru and osho...
@Ninasonambindra5 жыл бұрын
Best way don't think you are going to do meditation. Just sit alone and let mind think whatever it wants to. Don't give any attention to what mind thoughts are playing just observe. In between you can close eyes if u want to. Start with 15 mins. Increase as you feel like. Just think your mind is your baby and you are letting it think whatever it wants. First it's annoying then when you don't dwell on any thought and start ignoring mind will be bored and you will experience less and less thought. Just think like this the world your home people around you will still live happily even if you are not there. So who and what are you thinking about. Do not expect anything from anyone. Mind will be relaxed. Spend more time sitting alone with your self anylise yourself. Meditation will happen automatically. 🙏🙏🙏😇😇😇😇😇 best of luck. Regards. Nina
@raghavchaudhary57485 жыл бұрын
Before starting the practice of meditation, first purify the mind through the practice of vairagya.
@narasimha_bharadwaj2 жыл бұрын
Don't follow anybody. Meditation will become default if you practice pranayama. Yoga origins from pathanjali. Follow pathanjali yoga sutras.
@virupakshakumbar4203 Жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@sujitsardar37347 жыл бұрын
Nice
@shivampandit71827 жыл бұрын
ram ram SA gurumaaji ji
@adilsiddiqui67566 жыл бұрын
Vairagya kyaa h??
@deepakjaiswal38456 жыл бұрын
Detachment
@PankajKumar-gy4ie5 жыл бұрын
किसी भी चीज़ से मोह ना रखना फिर चाहे वो घरवाले हो या रुपया पैसा
@hindu_boyup3 жыл бұрын
Maa me, Sanyasi Banna Chahta hun mujhe apna Das banaa lo
@janakvadher33336 жыл бұрын
Good
@Deepa167 жыл бұрын
Thanks.
@phoolaram79504 жыл бұрын
वैरागी बनने बैठोंगे तो मच्छर तो आयेंगे ही , मच्छर तो स्वभाव से चंचल जीव प्राणी हैं ।
@jewishyogi5 жыл бұрын
English please, pranams
@PankajKumar-gy4ie5 жыл бұрын
🙏🙏🙏
@adhyamaurdharm30936 жыл бұрын
बिन देखे उस देस को बात करै सो कूर। आपै खारी खात है बेचत फिरै कपूर। ।