बिहार ऐसे ही पीछे नही है other state में आम जन इतने जागरूक हैं की प्राइवेट स्थान भी नॉर्मल और दिव्यांग दोनो के हिसाब से बने होते हैं जबकी उसके विपरीत बिहार में दिव्यांगो के हिसाब से स्पेशल दिव्यांगों के नाम पर दी जानी वाली सुविधाओं की जगह पर पहुंचना दिव्यांगो के लिए कष्टदायक होता है, इन्हे तो हॉस्टल प्रोवाइड करवाना चाहिए फर्स्ट फ्लोर पर इन्हे प्रशिक्षण प्रदान करना चाहिए था,
@divyanshuvaidya5344 Жыл бұрын
Ma'am ek baat puch skta hun
@vaishnavivlogs6033 Жыл бұрын
जरूर पूछिये, और वीडियो ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
@divyanshuvaidya5344 Жыл бұрын
@@vaishnavivlogs6033 aap ek stick se bhi chal lete ho