Пікірлер
@NeelamBharti-c9m
@NeelamBharti-c9m 2 күн бұрын
सच क्या है कुछ पता ही नहीं है 😢😢
@Anjali_Tripathi
@Anjali_Tripathi 2 күн бұрын
2 mhine phle aati hai na news sr🙏 ye to sach na hai🤔
@arnavgangwar3630
@arnavgangwar3630 2 күн бұрын
सर जी रचनानुवाद करवा दीजिये🙏💕
@brijeshshukla9882
@brijeshshukla9882 3 күн бұрын
महोदय आप का चयन बिहार मे हो गया क्या 🤔🤔🤔
@By-ui9jr
@By-ui9jr 3 күн бұрын
फर्जी न्यूज़ है।यह अध्यक्ष का हस्ताक्षर ही नहीं है।
@VickySingh-c1p
@VickySingh-c1p 2 күн бұрын
Sahi news hai
@VickySingh-c1p
@VickySingh-c1p 2 күн бұрын
Aaj sabhi kah rahe hai
@RaginiPandey-xv3bn
@RaginiPandey-xv3bn 3 күн бұрын
सर जी सच में दिसम्बर में परीक्षा होगी??🤔🙏
@PoonamSingh-iv5cu
@PoonamSingh-iv5cu 10 күн бұрын
नमो नमः महोदय धन्यवाद आपने प्रश्नोत्तरी शुरू किया।
@poonambharti601
@poonambharti601 21 күн бұрын
Priymbda
@poonambharti601
@poonambharti601 21 күн бұрын
Kasypa
@krishnakumari337
@krishnakumari337 22 күн бұрын
धन्यवाद सर 🙏🙏
@vandana7888
@vandana7888 2 ай бұрын
Please
@vandana7888
@vandana7888 2 ай бұрын
Sir please शिवराजविजयम ek bar fir se padha dijiye
@muskankumari9579
@muskankumari9579 2 ай бұрын
सर आप णिजन्त प्रत्यय पढ़ा दीजिए
@Dharamveersingharya3887
@Dharamveersingharya3887 2 ай бұрын
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय हो आर्यावर्त की जय हो भारत माता की जय हो महर्षि दयानंद की जय हो आर्य समाज अमर रहे वेद की ज्योति जलती रहे ओम का झंडा ऊंचा रहे आचार्य जी को नमस्ते
@वीरशिवाजी-ट3ढ
@वीरशिवाजी-ट3ढ 2 ай бұрын
sir इस पुस्तक का नाम बताए कृपया करके
@arnavgangwar3630
@arnavgangwar3630 2 ай бұрын
सर जी प्रणाम सर आपका नंबर चाहिए
@awdheshmishra8190
@awdheshmishra8190 2 ай бұрын
SHRI RAM BHDRACHARY THIK BOLE HAIN. STYARTH PRKASH KO DEKHNA AUR PTHNA PAP HAI
@जितेन्द्रीराजपूत
@जितेन्द्रीराजपूत 2 ай бұрын
Sir श्लोक 11,12,13, की वीडियों नहीं है सर 🙏🏻🙏🏻 plz sir dal dijiye
@AmarBahadurPbh
@AmarBahadurPbh 2 ай бұрын
Kha par class hoti h
@parmarthchintan
@parmarthchintan 2 ай бұрын
झूठ बोल रहे हैं कोई भी आर्य समाजी महाभारत को नहीं मानता l जिन तीर्थों की यात्रा पांडवों ने की आर्य समाजी उन्हीं तीर्थों का निषेध करके तीर्थ यात्रा क्यों नहीं करता? और जिन मंदिरों की प्रतिष्ठा पांडवों ने की आर्य समाज क्यों उनका निषेध करता है ।
@parmarthchintan
@parmarthchintan 2 ай бұрын
इतिहास पुराणाभ्यां वेदं समुपबृंहयेत। बिभेत्यल्पश्रुताद् वेदो मामयं प्रहरिष्यतीति।। इतिहास और पुराणों के सहायता से ही वेदों के अर्थ का विस्तार एवं समर्थन करना चाहिए। जो इतिहास एवं पुराणों से अनभिज्ञ हैं, उनसे वेद डरते हैं की कहीं यह मुझ पर प्रहार न करदे। महाभारत
@vinayrai8358
@vinayrai8358 3 ай бұрын
महोदय आपने यूट्यूब पर कक्षा बन्द क्यूं कर दी है कृपया कुछ आवश्यक सामग्री देते रहे परीक्षा की दृष्टि से, विजय लक्ष्मी
@SulekhaAarya
@SulekhaAarya 3 ай бұрын
🚩🚩
@munnalal-ui6lb
@munnalal-ui6lb 3 ай бұрын
वेदों में सृष्टि का ज्ञान है और सृष्टि निराकार साकार है। सृष्टि से बाहर का ज्ञान वेदों में नहीं है लेकिन वेदों की शिक्षा जो सृष्टि से बाहर है उसके जानने के लिए प्रेरित करती है। वेद ज्ञान:-जो पांच तत्व तीन गुण प्रकृति जड़ संसार से अलग है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं। यह वेद शिक्षा है। सृष्टि से बाहर क्या है उसका वर्णन वेदों में नहीं है। जो सृष्टि से बाहर है यही पूर्ण ब्रह्मसच्चिदानंद है और उसका वर्णन भागवत में है। भागवत को पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के बिना कोई खोल नहीं सकता। अब कलयुग बुद्ध शाखा में पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक द्वारा जागृत बुद्धि से भागवत के प्रमाण से एक पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद की पहचान कराई है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं।🎉🎉
@vandanarai6662
@vandanarai6662 3 ай бұрын
Very much sir🙏🙏
@bhagwanaramverma8496
@bhagwanaramverma8496 3 ай бұрын
शास्त्रार्थ होना ही चाहिए अज्ञानियों को जबसमझ में आयेगा।
@munnalal-ui6lb
@munnalal-ui6lb 3 ай бұрын
सतलोक की जरूरत नहीं है स्वर्ग की जरूरत नहीं है बैकुंठ की जरूरत नहीं है चार वेदों की जरूरत नहीं है गीता की जरूरत नहीं है नवधा की जरूरत नहीं है अष्टांग योग की जरूरत नहींहै निराकार साकार की जरूरत नहीं है। अब कलयुग बुद्ध शाखा में पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक द्वारा जागृत बुद्धि से भागवत और कुरान के प्रमाण से एक पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद अल्लाह वाहेगुरु गॉड की पहचान कराई है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं।🎉🎉🎉🎉🎉
@सुखदेवआर्य-थ5ब
@सुखदेवआर्य-थ5ब 3 ай бұрын
लगता है अब कोई भी देश जीत नहीं पायेगा "😅आपसे " कि अब तक एक तरफ से भी नहीं खेलते थे और अब दोनो तरफ से छक्का मारने की कोशिश😅
@BinodKrYadav-vl9fs
@BinodKrYadav-vl9fs 3 ай бұрын
रामभष्ट्राचार्य असली नाम होना चाहिए रामभद्राचार्य का , यह कुपढ़, कुविचारी, है ।वेद,वैदिक संस्कृति और सनातन विरोधी है यह रामभष्ट्राचार्य ।
@ReenaDevi-no4ec
@ReenaDevi-no4ec 3 ай бұрын
Bahut hi sunder 👍🙏🚩🔥
@munnalal-ui6lb
@munnalal-ui6lb 3 ай бұрын
महर्षि दयानंद का सत्यार्थ प्रकाश नास्तिक विचारों से ग्रसित है। एकादश समुल्लास भागवतसमीक्षा लाल जिलत सत्यार्थ प्रकाश में 225 और 271 पृष्ठ पर देखें। वेदों को पढ़कर कोई पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद को जान नहींसकता अगर वेदों से पूर्ण ब्रह्म प्राप्त होते तो सृष्टि का ब्रह्मा क्यों नहीं कर लेता विष्णु क्यों नहीं कर लेते शंकर क्यों नहीं कर लेते। किसी ने भी पूर्ण ब्रह्म परमात्मा को नहीं जाना। जितने भी सृष्टि में अवतार पैगंबर ऋषि मुनि तपस्वी जाति सती हुए किसी ने भी पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद को नहीं जाना। सब निराकार सहकारिता की सीमित रहे महर्षि दयानंद भी निराकार साकार की मालाजाप कर चले गए लेकिन पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद कोनहीं जाना। अब कलयुग बुद्ध शाखा में पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक द्वारा जागृत बुद्धि से अखंड परमधाम जाहिर हुआ है जिसका किसी को पता ही नहीं था। इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है।
@rajatdas4522
@rajatdas4522 3 ай бұрын
Dayanand se adhik agyani koi nahi ho sakta. Ye final baat hai.. किसी माँ के एक काले रंग की औलाद पैदा हो गयी तो उस को रगड़ रगड़ कर नहला रही थी। तभी एक व्यक्ति ने कहा ज्यादा मत रगड़ क्योंकि अंदर और ज्यादा काला निकलेगा फिर किस को रोयेगी 😂 समझ गये दयानंद ki ये माँ बन रहा है
@yadnyaprakashhulgunde9036
@yadnyaprakashhulgunde9036 3 ай бұрын
महर्षी स्वामी दयानंद सरस्वती जी की जय हो...🙏🙏🙏
@Yogeshyadav_rn
@Yogeshyadav_rn 3 ай бұрын
रामभद्राचार्य ने महर्षि दयानंद पर झूठा आरोप लगाकर अपनी विद्वता को कलंकित किया है यह भी सत्य है कि वेद सृष्टि काल के हैं जबकि रामायण वेद के बाद एवं आज से 900000 वर्ष पहले लिखी गई है मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने गुरुकुल में वेद वेदांग शास्त्रों का अध्ययन किया था तो रामायण वेद से पहले कैसे हो सकती है इससे से सिद्ध होता है कि रामभद्राचार्य का ज्ञान रटा हुआ है क्योंकि वे नेत्रहीन है उनको श्लोक बालक की तरह याद कराए गए हैं। यह झूठा आरोप किसी ने आर्य समाज से नफरत करने वाले ने रामभद्राचार्य द्वारा वोलवाया गया है।
@tiwarioraon4701
@tiwarioraon4701 3 ай бұрын
मेरे विचार में रामभद्राचार्य से अज्ञानता में भूल नहीं हुई है, किन्तु किन्हीं स्वार्थ सिद्धि हेतु कपट कर रहे हैं!
@Anjali_Tripathi
@Anjali_Tripathi 3 ай бұрын
🙏🙏
@jayrajsinhrajput5940
@jayrajsinhrajput5940 3 ай бұрын
Swami Dayanand Saraswati Ji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@satyabhansingh2085
@satyabhansingh2085 3 ай бұрын
यह शास्त्रार्थ अवश्य होना चाहिए! तथा उसका आम- जनता के बीच लाइव प्रसारण होना चाहिए! ताकि! सबके- सामने दूध का दूध और- पानी का पानी हो सके । धन्यवाद!
@subhashbhatt765
@subhashbhatt765 3 ай бұрын
रामभद्राचार्य दिमाग से अंधे
@vagishwarisanskrit
@vagishwarisanskrit 3 ай бұрын
namaste ji...dhnyavad ye mudda uthane ke liye ..apko shubhkamnayen 🙏 video link ko share kar rahi hun .....pratibha arya
@lokvichar3578
@lokvichar3578 3 ай бұрын
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
@mayanksaran-ko9rh
@mayanksaran-ko9rh 3 ай бұрын
Iski charcha jald se jald hona chahiye
@RanveerSingh-nd9qt
@RanveerSingh-nd9qt 3 ай бұрын
क्यों इस अनपढ़ को हिरो बना रहे हो ?
@athe_ist4192
@athe_ist4192 3 ай бұрын
ये पुराण पड़ने वालो को ब्रह्म ज्ञान नहीं होता, ये मूर्ति को ही परमात्मा मानते है,
@rajivkumarthakur4805
@rajivkumarthakur4805 3 ай бұрын
kzbin.info3yHnnkWX4TA?si=Xx2MHr0K2HGFUQpQ rambhadracharya ji ki विद्वता को प्रमाणित करते हुए इनके ही मुख से देख सकते है । हमारे ऋषि दयानंद सरस्वती जी कभी भी अपना गुणगान करते हुए नही दिखे ।
@rajivkumarthakur4805
@rajivkumarthakur4805 3 ай бұрын
हम आर्य जब भी ग्रंथों में मिलावट की बात करते है तो बहुत से लोगों को आश्चर्य लगता है l उनको लगता है मिलावट कभी हो ही भी सकता। हमारे प्यारे हिंदू भाइयों अब तो बात को मानिए । आपके सामने ही एक महान ग्रंथ जिनको तुलसीदास जी जैसे विलक्षण विद्वान द्वारा रचित किया गया जिनको हम रामचरिमानस के रूप में जानते है । इस ग्रंथ में हमारे दुनिया के सबसे बड़े विद्वान जो आपने विद्वता का गुणगान आपने मुख से करते नही थकते ऐसे महान रामभद्राचार्य महाराज ने तुलसी कृति रामचरितमानस में इतनी त्रुटि निकले जिसके सुधार हेतु इनको एक अलग के रामचरितमानस की रचना करनी परी । ग्रंथों में मिलावट होने की इससे अच्छा प्रमाण और क्या हो सकता है भईया।
@rajivkumarthakur4805
@rajivkumarthakur4805 3 ай бұрын
आचार्य जी आप क्या बोल दिए ? आप जिनके बारे में बात कर रहे है उनकी योग्यता आपको पता है , हालाकि पहले तो किसी को पता नही था लेकिन जबसे रामभद्राचार्य जी बाबा आपने योग्यता का गुणगान आपने से ही करने लगे बस तभी सबों को पता चला की वो कितने विद्वान है। ये इतने विद्वान है की तुलसीदास जी महाराज के द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस में इतनी त्रुटि मिला की इनको अलग से रामचरिमानस की रचना करनी परी। हमारे ऋषि दयानंद सरस्वती जी की अलौकिक विद्वता की चर्चा पूरा संसार करता है , ऋषि दयानंद सरस्वती के बारे में अगर ये गलत नही बोलेंगे तो आप ही बताइए क्या इनका व्यापार इतने अच्छे से चलेगा क्या ।
@nishantsharma5786
@nishantsharma5786 3 ай бұрын
रामभद्राचार्य का आरोप। सूरज पर थूकने जैसा है।
@Prabhupadcharan
@Prabhupadcharan 3 ай бұрын
@@nishantsharma5786 ha par wo suraj nakli h jo ki pani ke andar pratibimb matr hai or waise par thuk diye to Achha hi kiye
@nishantsharma5786
@nishantsharma5786 3 ай бұрын
@@Prabhupadcharan ये तुम्हारी बाते अज्ञानता से परिपूर्ण हैं। क्योंकि पानी हो या शीसा प्रतिबिंब तभी दिखाता है जब की उसके समक्ष वास्तविक वस्तु उपस्थित हो । और महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने सनातन का वास्तविक स्वरूप लोगों के समक्ष रखा। रही बात रामभद्राचार्य की तो उनमें या किसी और पौराणिक पाखंडी मैं इतनी हिम्मत नहीं की आर्य समाज से शास्त्रार्थ कर सके । और न वह बुलाने पर आए
@praveshfoodvlog
@praveshfoodvlog 3 ай бұрын
धन्यवाद आचार्य जी संस्कृत के विद्वान हित का टिक टिक उत्तर दे सकते हैं रही बात होगी तो वेद तो प्रकृति के प्रारंभ से हैं सृष्टि के प्रारंभ से यह रचना है बहुत सुंदर
@सुखदेवआर्य-थ5ब
@सुखदेवआर्य-थ5ब 3 ай бұрын
बहुत अच्छा सत् उपदेश👌🚩🙏
@RiteshJoshi-do3un
@RiteshJoshi-do3un 3 ай бұрын
आचार्य जी नमस्ते। वंदन।