सतलोक की जरूरत नहीं है स्वर्ग की जरूरत नहीं है बैकुंठ की जरूरत नहीं है चार वेदों की जरूरत नहीं है गीता की जरूरत नहीं है नवधा की जरूरत नहीं है अष्टांग योग की जरूरत नहींहै निराकार साकार की जरूरत नहीं है। अब कलयुग बुद्ध शाखा में पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक द्वारा जागृत बुद्धि से भागवत और कुरान के प्रमाण से एक पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद अल्लाह वाहेगुरु गॉड की पहचान कराई है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं।🎉🎉🎉🎉🎉
@आर्यमनेन्द्र3 ай бұрын
आचार्य जी कक्षा का समय भी बता दीजिए
@आर्यमनेन्द्र3 ай бұрын
आचार्य जी प्रश्न कैसे बनेगा कृपया बता दीजिए
@आर्यमनेन्द्र3 ай бұрын
भ्राता जी आचार्य जी से कह दीजिए की वो हमे बता दे कि कक्षा का समय क्या रहेगा प्रतिदिन