निश्चित ही अंभोरा, एक बहुत ही पवित्र तिर्थ क्षेत्र और सुन्दर क्षेत्र है। अब तो बहुत ही बढ़िया पुल भी बनाया गया है।
@shyamsundarvora6209 ай бұрын
Sandar darsanji❤❤❤❤❤
@ravindrasonwane1243 Жыл бұрын
आंभोरा पांच नदियों का पवित्र संगम स्थल है स्वामी मुकुंदराज जो प्रसिद्ध संत योगी और कवि थे उनका आश्रम यहीं था वे मराठी के आदी कवि माने जाते हैं। आपकी रचना विवेकसिंधु मराठी भाषा का प्रथम ग्रंथ, है जिसकी रचना आंभोरा में की गई थी।