स्वयं को सोद्देश्य विकलाँग किया। इस कहानी को जानने के पश्चात् सरकार जिन्हें नौकरी देती भी होगी तो नहीं देगी क्योंकि यह ढंग उचित हीं था। निरर्थक कहानी ! बेटा शिक्षित था कोई व्यापार कर लेता। उचित दिशा में फरिश्रम करता तो व्यापार में सफलता अवश्य मिलती। ** व्यापारे वसत लक्ष्मी **
@neerjamishra9612 ай бұрын
आपसे करबद्ध निवेदन है कि ऐसी मूर्खतापूर्ण कहानी न लिखें। शरीर सृष्टि का दिया अमूल्य उपहार है। उसे सोद्देश्य विकलाँग न बनायें। इस कहानी से आत्यधिक मानसिक कष्ट हुआ।