साष्टांग प्रणाम सद्गुरुदेव ❤❤❤❤ Thank you for this ultimate spiritual gift.👌💯💐🙏
@rajeshagarwal35152 жыл бұрын
अद्वैत मत बहुत अच्छे से समझाने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया🙏🙏🙏🙏🙏
@JanmejaikumarPanday Жыл бұрын
Very nice
@sanjeevjain32082 жыл бұрын
सतगुरु 🌹🌹🌹🙏
@shwetamaurya60022 жыл бұрын
Sat sat naman pyare sadgurudev 🙏🙏🙏 ahobhaw 💐🎊
@PawanSharma-un3pz Жыл бұрын
❤❤❤❤❤❤❤❤
@JanmejaikumarPanday2 жыл бұрын
Sat sat naman sadguru
@Gunjan_classical10 ай бұрын
Bhaut badiya Guruji ❤❤❤
@nawabmalik55052 жыл бұрын
Excellent knowledge
@sakshi28372 жыл бұрын
Can't thank you enough 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@VijayPawar-sz6gq Жыл бұрын
👌
@shrinarainsingh51862 жыл бұрын
अति सुन्दर । सद्गुरु प्रणाम।अहोभाव ।
@sidheenarayan16982 жыл бұрын
Jay guru dev pranam Naman
@ashwanialltopicsknowledgec98552 жыл бұрын
Pranam guruji !!!
@dineshpandey5222 жыл бұрын
आपके चरणों में नमन करता हूं
@anshikasaxena97172 жыл бұрын
Pranaam Sadguru 🙏🙏🙏🙏🌺🌺
@rajeshbaghel48569 ай бұрын
❤❤❤❤
@HiteshPatel-he8kr2 жыл бұрын
Sadguru ko namaskar 🙏🙏💐♥️♥️
@arunkumargupta81942 жыл бұрын
🙏❤️ sat sat naman ❤️🙏
@expressionoftruth20792 жыл бұрын
Good Swamiji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@makavya70632 жыл бұрын
🙏🙏🙏
@manishagala92802 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@sudeshpawar1232 жыл бұрын
Thank you, very beautifully explained.
@143Dillip2 жыл бұрын
🙏🙏🙏🌹प्रणाम
@sureshpal31952 жыл бұрын
🙏❤️🙏
@संतोषमोरोलिया-ङ6फ2 жыл бұрын
में संतोष हु❤ धन्यवाद🙏💕
@chetanthevoice4727 Жыл бұрын
Har Har Mahadev🙏🔱🕉️ Swami Shailendra ji ka ashram nivas kahaan par hai ? Kripya pataa saanjha Karen🙏🙏🔱🕉️
@tsnagar30719 ай бұрын
ओशोधारा नानक धाम मुरथल, सोनीपत (हरियाणा)
@santoshkumarnayak44722 жыл бұрын
❤️🌷🙏🙏🙏❤️🌷
@sarojsubedi11542 жыл бұрын
🙏⚘🙏
@BidyadharSeth-r6f8 ай бұрын
Hari om
@subhashmehta87832 жыл бұрын
🙏🙏🌹🌹❤❤
@ramjisingh24942 жыл бұрын
🌹🌹🌹🙏🙏🙏🌹🌹🌹
@harshinisanjeev87952 жыл бұрын
🛐🙏🛐💕
@ishaankhan76292 жыл бұрын
शीतलता गहरी शान्ती भीतर महसूस होती हे क्या यह सही हे गुरुदेव जी 🙏
@jaat4832 жыл бұрын
कंपन से कुछ जागृत हो ही जाता है ।
@JanmejaikumarPanday Жыл бұрын
Hum program attend karna chahte hai,please kaise kare bataye
@lalabhaisolanki48202 жыл бұрын
नमस्कार सर सुथल शरीर का अनुभव तो हम जानते हैं सूक्ष्म शरीर का अनुभव कैसा होता है कारण शरीर का अनुभव कैसा होता है महा कारण शरीर का अनुभव कैसा होता है और केवल शरीर का अनुभव कैसा होता है
@JanmejaikumarPanday Жыл бұрын
On line program kaise Karen butane ki Krupa Karen
@pardeepkumar40502 жыл бұрын
कुरूक्षेत्र (हरियाणा) के आस-पास कोई शिविर हो तो बताऐं
@tsnagar30719 ай бұрын
ओशोधारा नानक धाम मुरथल, सोनीपत (हरियाणा)
@narupun34802 жыл бұрын
स्वामी जी हम नेपालके रुपन्देहीसे बिलोङ्ग करते हैं।हम कहाँ जायें आपलोगसे जुडनेके लिए?
@ramchandrasubedi42432 жыл бұрын
हजुर कार्तिक २१ गते लुम्बिनी मा श्रीलंका guest हाउस मा आउनु होस भेट पनि गर्नुहोस् ध्यान पनि गर्नु होस ।
नमस्कार सर हमारे स्थूल शरीर का नाम कोई भी है मुकेश भाई यह मोहन भाई लाला भाई वगेरे वगेरे ऐसी ही स्थूल शरीर के अंदर सूक्ष्म शरीरों है सूक्ष्म कारण महा कारण केवल शरीर इन चारों शरीरों को क्या नाम है स्थूल शरीर का नाम है लाला भाई सूक्ष्मशरीर का क्या नाम है
@ashokbatrabatra2 жыл бұрын
bodh ki torch ko turn back upon the self kaise kare iska method to bataya hi nahi aap ne
@anshikasaxena97172 жыл бұрын
Shivir attend kariye pura Online bhi hai offline bhi
@ashokbatrabatra2 жыл бұрын
@@anshikasaxena9717 bodh ki torch ko can not be turned back upon self like this but this torch can be lighted from both sides -front side throwing light towards outside and at the same time back side throwing the light towards the self means double arrowed light simultaneously. This is right and possible way
@lalabhaisolanki48202 жыл бұрын
सागर बूंदहो सकती है बूंद कैसे सागर हो सकता है
@DrPNDubey2 жыл бұрын
सागर और बूँद दोनों अलग नहीं है, अहंकार के कारण अलग होने का आभास होता है🙏
@lalabhaisolanki48202 жыл бұрын
@@DrPNDubey मेरे भाई बूंद और सागर का रूप एक है परंतु शक्ति में अंतर है बूंद क्या बाड ला सकती है नहीं और सागर बाढ़ ला सकता है वैसे ही आत्मा और परमात्मा मैं अंतर है परमात्मा आत्मा का पिता है इसलिए परमात्मा कहा गया
@DrPNDubey2 жыл бұрын
भाई,कौन किसका पिता जब सब एक एक है जिस दिन ये दिख जाता है कि,बूँद और सागर एक है उस दिन बूँद भी बाढ़ लाती हुई दिख जाती है। पूरा अस्तित्व चैतन्य का सागर है,और हम चैतन्य का बूँद रूपी एक आंशिक हिस्सा ही देख पाते है जिसे हम आत्मा कहते है इसलिए उस बूँद रूपी आत्मा की शक्ति भी हमे लिमिटेड दिखती है🙏