Chaitnya Maharaj Deglurkar Nardiya Bhakti Sutra, Part - 2 At Latur - 2017 - Shoot By - Shirish Kulkarni
Пікірлер: 49
@chandrakantmakone970 Жыл бұрын
राम कृष्ण हरी विठ्ठल केशवं।। 🌹🕉🕉🕉🌹🌹🙏🙏🌹🌹
@gajananchavan7432 Жыл бұрын
खूप छान प्रवचन महाराज धन्यवाद रामकृष्ण हरी माऊली 🚩🙏🚩
@vinayapradhan236914 күн бұрын
अप्रतिम निरूपण
@shubhangishigam7195 Жыл бұрын
तुका म्हणे सुख परावीया सूखे 1 अमृत हे मुखे स्त्रवत्, से, अप्रतिम, अप्रतिम, सुंदर, छान, मार्गदर्शन, काय वा मू, आता न पुरे ही वाणी 1 मस्तक हे चरणी ठेवीतअसे
खूप खूप आवडलेले वाक्य गुरु म्हणजे काय हे छान छान पद्धतीने समजावून सांगण्याचा प्रयत्न करतात माऊली,एक्स,y,z,
@dattarambarve9936 Жыл бұрын
Maharaj mi tumche nav sudda ghevu shakat nahi karan Maharaj apan manane ani vanine far far mahan aahat ani mala ha pan abiman aahe ki Thummi tumcha gharsnyache nav Ajramrut kele far far Aanad ani sukha hote Permrshwar Tumchi kuldevta kuldev Tumchi Mata pita Pujya Datekaka pujya perchurekaka yana pan maza. Sastang Namskar aahe ani ya Sarvani Aplyala khup khup Aausha ani chagle Arogya devo ani mazya kuldevi ani kuldeva kade trivar vinanti ani prathna kartho Aplach shrota ani Baktha 🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻Dattaram Anant Barve GOA Villge Honda Taluka Sattari 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@adityashinde44412 жыл бұрын
Khup Khup Ch
@sandeepdudhe28592 жыл бұрын
Ati sunder
@shubhangishigam7195 Жыл бұрын
राम कृष्ण हरी माऊली अप्रतिम चिंतन
@shubhangishigam7195 Жыл бұрын
कृपाळू सज्जन तुम्ही संत जन 1 हेचि कृपा दान तुमचे मज 1 आठवण तुम्ही द्यावी पांडुरंगा 1 किवो माझी सांगा काकुळती 1 अनाथ अपराधी पतीत आगळा 1 परी पाया वेगळा नका करू 1 तुका म्हणे तुम्ही निर्वल्यावरी मग मज हरी उपेक्षिणा 11एक्स,y,z,
@shubhangishigam7195 Жыл бұрын
ज्ञानाचा सागर सखा माझा ज्ञानेश्वर 2 चालविली जड भिंती हरली चांग याची भ्रांती
@shubhangishigam71952 жыл бұрын
राम कृष्ण हरी माऊली अप्रतिम मार्गदर्शन करतात
@shubhangishigam71952 жыл бұрын
1 जय जय राम कृष्ण हरी 2 जय जय राम कृष्ण हरी 3 जय जय राम कृष्ण हरी 4 जय जय राम कृष्ण हरी 5 जय जय राम कृष्ण हरी 6 जय जय राम कृष्ण हरी 7 जय जय राम कृष्ण हरी 8 जय जय राम कृष्ण हरी 9 जय जय राम कृष्ण हरी 10 जय जय राम कृष्ण हरी 11 जय जय राम कृष्ण हरी 12 जय जय राम कृष्ण हरी 13 जय जय राम कृष्ण हरी 14 जय जय राम कृष्ण हरी 15 जय जय राम कृष्ण हरी 16 जय जय राम कृष्ण हरी 17 जय जय राम कृष्ण हरी 18 जय जय राम कृष्ण हरी 19 जय जय राम कृष्ण हरी 20 जय जय राम कृष्ण हरी 21 जय जय राम कृष्ण हरी 22 जय जय राम कृष्ण हरी 23 जय जय राम कृष्ण हरी 24 जय जय राम कृष्ण हरी 25 जय जय राम कृष्ण हरी 26 जय जय राम कृष्ण हरी 27 जय जय राम कृष्ण हरी 28 जय जय राम कृष्ण हरी 29 जय जय राम कृष्ण हरी 30 जय जय राम कृष्ण हरी 31 जय जय राम कृष्ण हरी 32 जय जय राम कृष्ण हरी 33 जय जय राम कृष्ण हरी 34 जय जय राम कृष्ण हरी 35 जय जय राम कृष्ण हरी 36 जय जय राम कृष्ण हरी 37 जय जय राम कृष्ण हरी 38 जय जय राम कृष्ण हरी 39 जय जय राम कृष्ण हरी 40 जय जय राम कृष्ण हरी 41 जय जय राम कृष्ण हरी 42 जय जय राम कृष्ण हरी 43 जय जय राम कृष्ण हरी 44 जय जय राम कृष्ण हरी 45 जय जय राम कृष्ण हरी 46 जय जय राम कृष्ण हरी 47 जय जय राम कृष्ण हरी 48 जय जय राम कृष्ण हरी 49 जय जय राम कृष्ण हरी 50 जय जय राम कृष्ण हरी 51 जय जय राम कृष्ण हरी 52 जय जय राम कृष्ण हरी 53 जय जय राम कृष्ण हरी 54 जय जय राम कृष्ण हरी 55 जय जय राम कृष्ण हरी 56 जय जय राम कृष्ण हरी 57 जय जय राम कृष्ण हरी 58 जय जय राम कृष्ण हरी 59 जय जय राम कृष्ण हरी 60 जय जय राम कृष्ण हरी 61 जय जय राम कृष्ण हरी 62 जय जय राम कृष्ण हरी 63 जय जय राम कृष्ण हरी 64 जय जय राम कृष्ण हरी 65 जय जय राम कृष्ण हरी 66 जय जय राम कृष्ण हरी 67 जय जय राम कृष्ण हरी 68 जय जय राम कृष्ण हरी 69 जय जय राम कृष्ण हरी 70 जय जय राम कृष्ण हरी 71 जय जय राम कृष्ण हरी 72 जय जय राम कृष्ण हरी 73 जय जय राम कृष्ण हरी 74 जय जय राम कृष्ण हरी 75 जय जय राम कृष्ण हरी 76 जय जय राम कृष्ण हरी 77 जय जय राम कृष्ण हरी 78 जय जय राम कृष्ण हरी 79 जय जय राम कृष्ण हरी 80 जय जय राम कृष्ण हरी 81 जय जय राम कृष्ण हरी 82 जय जय राम कृष्ण हरी 83 जय जय राम कृष्ण हरी 84 जय जय राम कृष्ण हरी85 जय जय राम कृष्ण हरी,86 जय जय राम कृष्ण हरी 87 जय जय राम कृष्ण हरी 88 जय जय राम कृष्ण काय 89 जय जय राम कृष्ण हरी 90 जय जय राम कृष्ण हरी 91 जय जय राम कृष्ण हरी 92 जय जय राम कृष्ण हरी 93 जय जय राम कृष्ण हरी 94 जय जय राम कृष्ण हरी 95 जय जय राम कृष्ण हरी 96 जय जय राम कृष्ण हरी 97 जय जय राम कृष्ण हरी 98 जय जय राम कृष्ण हरी 99 जय जय राम कृष्ण हरी 100 जय जय राम कृष्ण हरी 101 जय जय राम कृष्ण हरी 102 जय जय राम कृष्ण हरी 103, जय जय राम कृष्ण हरी 104 जय जय राम कृष्ण हरी 105 जय जय जय राम कृष्ण हरी 106 जय जय राम कृष्ण, हरी 107 जय जय राम कृष्ण हरी 1:१०८ जय जय राम कृष्ण हरी
@venkateshpuri3917 Жыл бұрын
Maulik. Kurpa. Vankat. Puri
@archanamulye3312 Жыл бұрын
आपलं मंञमुग्ध, करणारे प्रवचन अनेक वर्षे श्रवण, करायला मिळावे.त्यासाठी, ईश्वर आपल्याला दीर्घायुष्य प्रदान करो,ही, ईश्वरचरणी प्रार्थना आहे.
@prakashk58193 жыл бұрын
Hare ram hare ram ram ram hare hare.hare krishna hare krishna hare hare.
@rahuljadhav70856 жыл бұрын
खुप छान प्रवचन सर तुमच्यामुळे इतके सुंदर प्रवचन ऐकायला मिळाले तुमचे खुप खुप धन्यवाद...पुढे होणारी प्रवचन देखील अशीच You Tube वर अपलोड करा ही विनंती